ND Tiwari : संबंध के 46 साल बाद बेटे ने मां को दिलाया था पत्नी का अधिकार

Rohit e1675081915168
After 46 years of relationship, the son had given the mother the right of wife
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 05:10 AM
bookmark
नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री, तत्कालीन राज्यपाल और कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में शुमार नारायण दत्त तिवारी यानि एनडी तिवारी को आखिर 88 साल की उम्र में विवाह कर अपने जैविक पुत्र की मां के साथ विवाह कर उसे उसका अधिकार देना पड़ा था।

ND Tiwari

एनडी तिवारी के प्यार की कहानी की शुरुआत साल 1968 में हुई थी। उनके पुत्र रोहित शर्मा ने एनडी तिवारी को अपना जैविक पिता बताया था और अपनी मां को उसका अधिकार दिलाने के लिए छह साल की लंबी कानूनी लड़ाई लड़ी। हालांकि रोहित की मां उज्ज्वला शर्मा को पहली मुलाकात के 46 साल बाद उन्हें आधिकारिक और सामाजिक रूप से एनडी तिवारी की पत्नी होने का अधिकार मिला। दिलचस्प है कि जिस समय एनडी तिवारी ने रोहित की मां उज्ज्वला शर्मा से शादी की, उस समय उनकी उम्र 88 वर्ष थी।

Nagaland elections: जद(यू) का पहला उम्मीदवार घोषित

एनडी तिवारी और उज्ज्वला शर्मा की पहली मुलाकात साल 1968 में हुई थी। तब उज्ज्वला शर्मा अपने पिता के घर दिल्ली के 3, कृष्ण मेनन मार्ग पर रहती थीं। उस समय वह उम्र के तीसरे दशक में थीं। उस वक्त एनडी तिवारी युवा कांग्रेस के अध्यक्ष थे और उज्ज्वला के पिता प्रो. शेर सिंह अविभाजित पंजाब में प्रताप सिंह कैरों के मुख्यमंत्रित्व काल में उप-मंत्री रहे थे। उस मुलाकात के बाद दोनों के बीच प्यार हो गया। दोनों से एक बेटे का जन्म हुआ, जिसका नाम रोहित शर्मा था।

ND Tiwari

एनडी तिवारी उज्ज्वला और रोहित को प्यार तो करते थे, लेकिन समाजिक तौर पर उन्हें अपना नहीं रहे थे। समय बीतने के साथ रोहित बड़ा हो गया। अब उसने अपनी मां को उसका हक दिलाने की ठानी। आखिर, साल 2008 में पहली बार रोहित शेखर एनडी तिवारी से पिता का हक पाने के लिए कोर्ट चले गए। उन्होंने दावा किया था कि वे एनडी तिवारी और उज्ज्वला शर्मा के पुत्र हैं।

National News: पीएम मोदी ने नहीं बनाया राम मंदिर:तोगड़िया

एनडी तिवारी ने दिल्ली हाईकोर्ट में केस को खारिज करने की गुहार लगाई, लेकिन इसे अस्वीकार कर दिया गया। कोर्ट ने 23 दिसंबर 2010 को एनडी तिवारी को खून का सैंपल देने का आदेश दिया। इस फैसले के विरोध में वे सुप्रीम कोर्ट चले गए, लेकिन वहां भी फैसला रोहित शेखर के पक्ष में आया। आखिर, 29 मई 2011 को तिवारी को डीएनए जांच के लिए अपना खून देना पड़ा। इसी रिपोर्ट में साबित हुआ कि एनडी तिवारी ही रोहित शेखर के जैविक पिता हैं। 6 साल चले मुकदमें में पराजय के बाद 3 मार्च 2014 को एनडी तिवारी ने रोहित शेखर को अपना बेटा मान लिया। उस समय एनडी तिवारी ने कहा कि मैंने स्वीकार कर लिया है कि रोहित शेखर मेरा बेटा है। इसके बाद 14 मई, 2014 को एनडी तिवारी ने लखनऊ में रोहित की मां उज्ज्वला के साथ बाकायदा शादी कर ली। विवाह के समय उनकी उम्र 88 साल थी। देश विदेश की खबरों से अपडेट रहने लिए चेतना मंच के साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।
अगली खबर पढ़ें

School Bus Accident : दिल्ली में तड़के हुई सड़क दुर्घटना में 25 स्कूली बच्चों समेत 29 लोग घायल

Bus
29 people including 25 school children injured in a road accident in the early hours of Delhi
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 08:07 PM
bookmark
मध्य दिल्ली की पुलिस उपायुक्त श्वेता चौहान ने बताया कि पुलिस को दिन में करीब 11 बजे दुर्घटना की जानकारी मिली। टीम जब मौके पर पहुंची तो उसने देखा कि चार बसें, एक ऑटोरिक्शा, एक कार और एक बाइक की आपस में टक्कर हो गई है। नई दिल्ली। मध्य दिल्ली के सलीमगढ़ फ्लाईओवर पर सोमवार तड़के हुई सड़क दुर्घटना में 25 स्कूली बच्चों सहित कुल 29 लोग घायल हो गए।

NATIONAL NEWS: महादयी नदी मुद्दे पर समझौता नहीं करेगी गोवा सरकार:सीएम

School Bus Accident : New Delhi

मध्य दिल्ली की पुलिस उपायुक्त श्वेता चौहान ने बताया कि पुलिस को दिन में करीब 11 बजे दुर्घटना की जानकारी मिली। टीम जब मौके पर पहुंची तो उसने देखा कि चार बसें, एक ऑटोरिक्शा, एक कार और एक बाइक की आपस में टक्कर हो गई है।

School Bus Accident : 29 people injured

HP News: हिमाचल के राज्यपाल का फर्जी इंस्टाग्राम अकाउंट बनाकर पैसों की मांग

उन्होंने बताया कि चार बसों में 216 स्कूली बच्चे सवार थे। दुर्घटना में करीब 25 छात्रों, स्कूल के तीन कर्मचारियों और एक अन्य व्यक्ति को चोटें आई हैं। पुलिस ने बताया कि घायलों का इलाज एलएनजेपी अस्पताल में चल रहा है। इस संबंध में आगे कानूनी कार्रवाई की जाएगी। देश विदेश की खबरों से अपडेट रहने लिए चेतना मंच के साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।
अगली खबर पढ़ें

Odisha News : नब किशोर दास : ओडिशा में किसी मंत्री की हत्या का पहला मामला

Nab kishor das
Nab Kishore Das : First case of murder of a minister in Odisha
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Jan 2023 09:32 PM
bookmark
भुवनेश्वर। ओडिशा में पिछले दिनों स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री नब किशोर दास की गोली मारकर हत्या कर दी गई। राज्य में इस किस्म की यह पहली घटना है, जब किसी मंत्री की हत्या की गई है। इससे पहले 2011 में बीजू जनता दल (बीजद) के विधायक जगबंधु माझी की माओवादियों ने हत्या कर दी थी।

Odisha News

दास की झारसुगुडा जिले में मानसिक विकार से पीड़ित एक पुलिस अधिकारी ने 29 जनवरी, 2023 को पर गोली मारकर हत्या कर दी, जबकि 2011 में नबरंगपुर जिले में एक आधिकारिक समारोह के दौरान माओवादियों ने गोलीबारी कर माझी की जान ले ली थी। गृह विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि ओडिशा सरकार ने 2011 में माझी की हत्या के बाद सभी विधायकों को निजी सुरक्षा अधिकारी (पीएसओ) मुहैया कराए थे।

GREATER NOIDA NEWS: अलाव में पेट्रोल डालना महिला के लिए हुआ जानलेवा साबित

झारसुगुडा जिले के ब्रजराजनगर के गांधी चौक में स्वास्थ्य मंत्री दास पर हुए हमले ने लोगों का ध्यान फिर से इस उग्रवाद प्रभावित राज्य में अति विशिष्ट लोगों की सुरक्षा की ओर खींचा है। नबरंगपुर जिले के उमरकोट के तत्कालीन विधायक जगबंधु माझी सितंबर, 2011 में अपने निर्वाचन क्षेत्र के एक गांव में भूमि-स्वामित्व प्रमाण पत्र वितरित कर रहे थे। तभी तीन अज्ञात लोगों ने उन पर और उनके निजी सुरक्षा अधिकारी (पीएसओ) पर गोलियां चला दीं। घटना में विधायक और पीएसओ की मृत्यु हो गई। इस हमले में माओवादियों के शामिल होने की आशंका जताई जाती रही है।

Odisha News

इसी तरह दो लोगों ने तत्कालीन पर्यटन और संस्कृति मंत्री महेश्वर मोहंती पर उस समय गोलियां चलाईं, जब वह 22 फरवरी, 2014 को पुरी शहर में एक समारोह से घर लौट रहे थे। हालांकि, मोहंती हमले में बाल-बाल बच गए, क्योंकि डॉक्टरों ने उनके बाएं हाथ और पीठ से गोलियां निकाल दीं। पुलिस जांच में पता चला है कि हमला संभवत: जमीन जायदाद के विवाद को लेकर किया गया है।

MP News : फौजी के सीने में धड़केगा एमपी के कारोबारी का दिल, सेना के विशेष विमान से पुणे भेजा गया हृदय

झामुमो के पूर्व नेता और अब बीजद विधायक सुदाम मरांडी को भी संदिग्ध माओवादियों के हमले का सामना करना पड़ा। मरांडी हालांकि हत्या के प्रयास में बच गए। इस घटना में मरांडी के साथ जा रहे तीन सुरक्षाकर्मी मारे गए थे। यह घटना मयूरभंज जिले के बंदम गांव के पास एक फुटबॉल मैच के दौरान हुई थी। इसी तरह, क्योंझर में चंपुआ के एक कांग्रेस विधायक धनुर्जय सिद्धू को भी हत्या के प्रयास का सामना करना पड़ा। 26 फरवरी, 2007 को जब विधायक अपने वाहन से एक कार्यक्रम में जा रहे थे, तब अज्ञात लोगों ने उन पर गोलियां चलाईं। हालांकि डॉक्टर उनकी जान बचाने में सफल रहे। ओडिशा की वाणिज्य और परिवहन मंत्री तुकुनी साहू के पति एवं बीजद नेता अभिमन्यु साहू की कुछ बदमाशों ने 15 दिसंबर, 2013 को सुबह की सैर के दौरान हत्या कर दी थी। देश विदेश की खबरों से अपडेट रहने लिए चेतना मंच के साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।