GST Council Meeting: आज GST की 47वी बैठक हुई शुरू, पेट्रोल समेत अहम आर्थिक मुद्दों पर होगी चर्चा

Images 2 1
locationभारत
userचेतना मंच
calendar28 Jun 2022 05:46 PM
bookmark
नई दिल्ली: जीएसटी को लेकर काफी चर्चा होती है। हालांकि उसपर अहम फैसला तो बैठक में लिया जाता है। चंडीगढ़ में GST काउंसिल (GST Council Meeting) की 47वीं बैठक की शुरुआत हो गई है, जिसमें आर्थिक मुद्दों पर चर्चा होगी। काउंसिल ने 6 महीने के बाद बैठक बुलाई है। जानकारी के अनुसार 2 दिन की इस बैठक में ऑनलाइन गेमिंग, कैसीनो और घोड़ों की रेस पर 28% GST को लेकर अहम चर्चा हो सकती है। राज्य के वित्त मंत्रियों के पैनल द्वारा ऐसा एक प्रस्ताव पेश कर दिया था। इसके साथ GST काउंसिल की मीटिंग (GST Council Meeting) से कुछ समय पहले पीएम के आर्थिक सलाहकार परिषद के चेयरमैन विवेक देबरॉय ने पेट्रोल-डीजल को GST की सूची में शामिल करने को लेकर संभावना जताई है। GST काउंसिल की बात करें तो कृत्रिम अंगों और आर्थोपेडिक ट्रांसप्लांट को लेकर समान 5% GST दर लागू करने की बात कही है। इसके अलावा काउंसिल ने रोपवे यात्रा पर GST दर को 18% से कम करने के बाद 5% करने को लेकर भी सिफारिश हुई है। वहीं ओस्टोमी उपकरणों को देखा जाए तो GST दर को 12% से कम करने के बाद 5% करने का प्रस्ताव जारी कर दिया गया है। इसके अलावा इलेक्ट्रिक वाहनों के GST दरों पर को लेकर भी जानकारी दी जाएगी, जिसके मुताबिक EV, चाहे बैटरी से लैस हों या नहीं मौजूद हो, उन पर 5% की दर से टैक्स लगाने का कार्य किया जाना है। पेट्रोल-डीजल को भी देखा जाए तो GST में लाने की भी चर्चा जीएसटी काउंसिल की मीटिंग के तुरंत पहले PM के आर्थिक सलाहकार परिषद के चेयरमैन विवेक देबरॉय ने पेट्रोल- डीजल को GST में शामिल करने की उम्मीद जताई है। देबरॉय ने कहा है कि पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स के GST में शामिल होने के बाद बढ़ती महंगाई पर रोक लगाना काफी हद तक संभव हो सकता है।

अभी GST में मौजूद है चार टैक्स स्लैब

GST में 5, 12, 18 और 28% के चार स्लैब होते हैं। हालांकि, गोल्ड और गोल्ड ज्वेलरी पर 3% टैक्स लगाया जाएगा। कुछ अनब्रांडेड और अनपैक्ड प्रोडक्ट ऐसे भी है जिनपर GST लागू नहीं किया गया है।
अगली खबर पढ़ें

Stock Market: बाज़ार की नुकसान के साथ हुई शुरुआत, सेंसेक्स 300 अंक हुआ धड़ाम

Images 1 2
locationभारत
userचेतना मंच
calendar28 Jun 2022 03:58 PM
bookmark
नई दिल्ली: भारतीय शेयर बाजार (Stock Market) में देखा जाए तो आज गिरावट का दौर शुरू हो गया है और ग्‍लोबल मार्केट के दबाव में सेंसेक्‍स-निफ्टी भी शुरू में काफी धीमी रफ्तार पर पहुंच गए। ट्रेडिंग शुरू होने के कुछ देर बाद ही सेंसेक्‍स 53 हजार से नीचे पहुंचकर कारोबार जारी है। सेंसेक्‍स की बात करें तो आज सुबह 335 अंकों की गिरावट के साथ 52,826 पर खुलने (Stock Market) के बाद कारोबार शुरू किया जबकि निफ्टी 75 अंकों के नुकसान के साथ 15,757 पर खुला और ट्रेडिंग हो रहा था। निवेशकों पर आज ग्‍लोबल मार्केट के दबाव का असर दिखाई दे रहा था और शुरुआत से ही बाजार में मुनाफावसूली देखी जा रही थी, जिससे सेंसेक्‍स सुबह 9.26 बजे 300 अंकों की गिरावट करने के बाद 52,861 पर ट्रेडिंग करता दिख रहा था जबकि निफ्टी 96 अंक लुढ़ककर 15,736 पर पहुंच गया।

इन स्‍टॉक्‍स की वजह से हुआ नुकसान

आज के कारोबार में निवेशक शुरुआत से ही Asian Paints, Titan Company, Tech Mahindra, Bajaj Finance, HDFC, PowerGrid, ICICI Bank, Wipro, Apollo Hospitals, Bajaj Auto, Adani Ports और Hindalco Industries जैसी कंपनियों के शेयरों की बिकवाली कर रहे थे, जिससे ये स्‍टॉक्‍स टॉप लूजर की श्रेणी में पहुंच गए थे। दूसरी ओर, ONGC, JSW Steel, M&M, Tata Steel और BPCL जैसी कंपनियों के शेयरों में देखा जाए तो खूब खरीदारी हुई और ये स्‍टॉक्‍स टॉप गेनर की सूची में पहुंच गए थे। आज के कारोबार में बीएसई मिडकैप और स्‍मॉलकैप पर भी 0.5 फीसदी की गिरावट हुई है।

आईटी-फार्मा सेक्‍टर में बड़ी गिरावट

सेक्‍टरवार में बात करें तो आज के कारोबार में शुरुआत से ही फाइनेंशियल, कंज्‍यूमर ड्यूरेबल, आईटी और फार्मा सेक्‍टर दबाव में दिखना शुरू हो गए थे। इन सेक्‍टर्स में आज सबसे ज्‍यादा गिरावट हो चुकी हैं। ऑयल गैस और पीएसबी को छोड़कर आज सभी सेक्‍टर लाल निशान पर कारोबार जारी है। एशिया के ज्‍यादातर बाजार आज सुबह बढ़त पर देखा जाए तो खुले और हरे निशान पर ट्रेडिंग हो रहे हैं, जबकि कुछ में गिरावट हुई है। सिंगापुर स्‍टॉक एक्‍सचेंज सुबह 0.01 फीसदी की मामूली गिरावट पर कारोबार कर रहा था, जबकि जापान के निक्‍केई पर 0.48 फीसदी की तेजी हो रही है। ताइवान का बाजार भी 0.23 फीसदी के नुकसान पर कारोबार जारी है। हालांकि, दक्षिण कोरिया के कॉस्‍पी पर 0.52 फीसदी का उछाल हो चुकी है और चीन का शंघाई कंपोजिट 0.05 फीसदी गिरावट पर कारोबार चल रहा है।
अगली खबर पढ़ें

Health : आलू स्वस्थ भी रखे और सुंदर भी!

Potato
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 02:26 AM
bookmark
 विनय संकोची Health : आलू (Potato) किसी परिचय का मोहताज नहीं है। यह एक ऐसी सब्जी है, जिसे शायद ही कोई नापसंद करता होगा। आलू तमाम अन्य सब्जियों के साथ पका कर खाया जा सकता है। इसके भांति-भांति के स्वादिष्ट व्यंजन इसकी लोकप्रियता का कारण है। चीन और रूस के बाद भारत में आलू सबसे ज्यादा उगाया जाता है। आयुर्वेद के अनुसार आलू ठंडा और पचने में भारी होता है। इसे खाने से कम समय में ज्यादा ऊर्जा मिलती है। आलू का इतिहास 8000 वर्ष पुराना है। 8000 साल पहले अमेरिका के एंडीज में आलू की खेती शुरू की गई थी। आज चावल, गेहूं, मक्का के बाद आलू दुनिया की चौथी सबसे महत्वपूर्ण फसल है, गैर अनाजों में तो यह टॉप पर है। विटामिन-ए और डी को छोड़कर आलू में तमाम प्रमुख विटामिन और पोषक तत्व मिलते हैं। आलू में प्रोटीन (Protein), कार्बोहाइड्रेट (Carbohydrate) , वसा(Fat ), डाइटरी फाइबर (Dietary Fiber), शर्करा (Sugar), स्टार्च (Starch), कैल्शियम(Calcium), आयरन(Iron) , मैग्नीशियम (Magnesium), फॉस्फोरस(Phosphorus), पोटेशियम(Potassium), सोडियम (Sodium), जिंक(Zinc), कॉपर(Copper), मैग्नीज(Manganese), सेलेनियम(Selenium), विटामिन- सी (Vitamin-C), थियामिन (Thiamin), राइबोफ्लेविन(Riboflavin), नियासिन (Niacin), पैंटोथैनिक एसिड (Pantothenic Acid), विटामिन-बी6 (Vitamin- B6), विटामिन-ए (Vitamin- A) , विटामिन-के (Vitamin-K), फैटी एसिड (Fatty Acids)  जैसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो इसे स्वास्थ्य के लिए उपयोगी बनाते हैं। आइए जानते हैं आलू के गुण- उपयोग के बारे में- • आलू कोलेस्ट्रॉल फ्री होता है। इसका अर्थ यह है कि आलू के सेवन से दिल को किसी तरह का खतरा नहीं है। इसको खाने से दिल की सेहत के लिए खतरनाक कोलस्ट्रोल के बढ़ने की कोई आशंका नहीं होती है। इस दृष्टि से आलू को दिल का दोस्त कह सकते हैं। • आलू में पोटेशियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है, जो रक्तचाप को कंट्रोल करने में सहायक हो सकता है। आलू के सेवन से तनाव के कारण होने वाले उच्च रक्तचाप को भी कम करने में मदद मिल सकती है। रक्तचाप पर नियंत्रण में आलू का रस विशेष रूप से फायदेमंद माना जाता है। • बढ़ा कोलेस्ट्रॉल शरीर में कई तरह के कैंसर का कारण भी बन सकता है। आलू में कोलेस्ट्रॉल नहीं होता है और विटामिन-सी पर्याप्त मात्रा में होता है, जो कैंसर कोशिकाओं को पनपने से रोकने में सहायक हो सकते हैं। • गुर्दे की पथरी को बाहर निकालने में आलू मददगार हो सकता है। आलू में पर्याप्त मात्रा में मौजूद पोटैशियम और फाइबर किडनी स्टोन को बाहर निकाल सकते हैं। • आलू सूजन कम करने में भी मदद कर सकता है। इसमें आलू के छिलकों की विशेष भूमिका होती है। आलू और आलू के छिलकों में एंटी इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो सूजन घटाने का काम कर सकते हैं। • विटामिन सी को इम्यूनिटी बूस्टर के रूप में मान्यता प्राप्त है और यह एक प्रभावी एंटीऑक्सीडेंट भी है। आलू विटामिन-सी से भरा पूरा होता है, इसलिए आलू का सेवन करने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में सहायता मिल सकती है। • आलू में मौजूद कैल्शियम हड्डियों के विकास और मजबूती में अहम भूमिका निभा सकता है। आलू के नियमित सेवन से कैल्शियम की कमी से होने वाले हड्डियों के खतरनाक रोग ऑस्टियोपोरोसिस के जोखिम से बचा जा सकता है। • आलू पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में सहायता कर सकता है। इसमें मौजूद फाइबर पेट से जुड़ी समस्याओं का निदान कर पाचन तंत्र को मजबूत बनाने में सहायक है। • बढ़ती उम्र के साथ झुर्रियों की समस्या होना आम बात है। झुर्रियों से बचाने में आलू सहायता कर सकता है। आलू को छीलकर बनाए गए पेस्ट को चेहरे पर 15 मिनट के लिए लगाने के बाद ठंडे पानी से मुंह धोने से झुर्रियों में फायदा होता है। यह प्रयोग सप्ताह में तीन से चार बार करना होता है। • आलू बालों के सौंदर्य को भी निखारने का काम कर सकता है। 2 बड़े चम्मच आलू के रस में एलोवेरा और शहद समान मात्रा में मिलाकर बालों की जड़ों में लगाने और स्कल्प पर हल्की मालिश करने के कुछ घंटों के बाद शैंपू से धोने से बालों को चमकदार और मजबूत बनाया जा सकता है।  जरूरी बात : आलू के अत्यधिक सेवन से मोटापा बढ़ सकता है। ज्यादा आलू खाने से छाती में दर्द, सांस लेने में तकलीफ, मतली और उल्टी जैसी समस्या हो सकती है। जरूरत से ज्यादा आलू का सेवन टाइप-2 डायबिटीज का कारण बन सकता है। यदि आलू अंकुरित हो गया हो तो उसे नहीं खाना चाहिए। आलू यदि कहीं से हरा है, तो उसे काट कर फेंक देना जरूरी है क्योंकि इसका हरा भाग विषाक्त होता है।  विशेष : यहां आलू के गुण और उपयोग के बारे में विशुद्ध सामान्य जानकारी दी गई है। यह सामान्य जानकारी चिकित्सकीय परामर्श का विकल्प नहीं है। इसलिए हम किसी उपाय अथवा जानकारी की सफलता का दावा नहीं करते हैं। रोग विशेष के आलू को औषधि रूप में अपनाने से पूर्व योग्य चिकित्सक/आयुर्वेदाचार्य/आहार विशेषज्ञ से परामर्श अत्यंत आवश्यक है।