नहीं रहे साल्सा संगीत के पर्याय रहे एडी पाल्मिएरी, 88 वर्ष की उम्र में निधन

अमेरिका में साल्सा संगीत की धड़कन माने जाने वाले महान पियानोवादक और बैंड लीडर एडी पाल्मिएरी का बुधवार को न्यू जर्सी स्थित अपने आवास पर 88 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। लंबे समय से अस्वस्थ चल रहे पाल्मिएरी के निधन की पुष्टि उनकी सबसे छोटी बेटी गैब्रिएला ने की। वह न केवल एक बेहतरीन संगीतकार थे, बल्कि साल्सा के स्वर्ण युग के सूत्रधार भी थे, जिनके बिना न्यूयॉर्क की लैटिन संगीत परंपरा अधूरी मानी जाती है। Eddie Palmieri
साल्सा को दी नई पहचान
एडी पाल्मिएरी का संगीत सफर 1961 में 'ला परफेक्टा' नामक आठ सदस्यीय बैंड के गठन से शुरू हुआ। इस बैंड ने लैटिन संगीत में लयात्मकता और ऊर्जा का नया दौर शुरू किया। पाल्मिएरी ने साल्सा में जैज, रॉक, फंक और यहां तक कि आधुनिक शास्त्रीय संगीत के तत्वों को शामिल कर इसे वैश्विक मंच पर स्थापित किया। 1970 के दशक में उनके एलबम "वामोनोस पा'ल मोंटे" और "द सन ऑफ लैटिन म्यूज़िक" को अद्वितीय प्रयोगात्मक धारा का प्रतिनिधि माना गया।पाल्मिएरी ने फ्यूजन बैंड हार्लेम रिवर ड्राइव के साथ भी काम किया और जैज की दुनिया में कैल त्जादर, ब्रायन लिंच और डोनाल्ड हैरिसन जैसे दिग्गजों के साथ मिलकर ख्याति अर्जित की। वह खुद को हमेशा मैकॉय टाइनर और थेलोनियस मोंक जैसे जैज उस्तादों से प्रेरित बताते थे।
यह भी पढ़े:मंदी में फंसे अमेरिका ने चला टैरिफ का दांव, भारत समेत 60 देश प्रभावित
एक आंदोलनकारी कलाकार
प्यूर्टो रिकान विरासत से जुड़े पाल्मिएरी खुद को न्यूयॉर्क के मजदूर तबके और प्रवासी पृष्ठभूमि वाले लोगों का प्रतिनिधि मानते थे। पिता के आइसक्रीम पार्लर में एग क्रीम परोसते हुए बड़े हुए पाल्मिएरी ने कभी हाईस्कूल की पढ़ाई पूरी नहीं की, लेकिन संगीत में उन्होंने जो ऊंचाइयां छुईं, वे दुर्लभ हैं। एक समय उन्होंने अमेरिकी आयकर प्रणाली का विरोध करते हुए वर्षों तक इनकम टैक्स नहीं दिया और हेनरी जॉर्ज के उस आर्थिक सिद्धांत का समर्थन किया, जिसमें आयकर को ‘वैध डकैती’ बताया गया है।
एडी पाल्मिएरी को 2013 में अमेरिका की प्रतिष्ठित संस्था नेशनल एंडोमेंट फॉर द आर्ट्स द्वारा 'जैज मास्टर' की उपाधि दी गई। इसके अलावा उन्हें लैटिन ग्रैमी लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से भी नवाज़ा गया। उन्होंने रिकॉर्डिंग अकादमी के न्यूयॉर्क बोर्ड ऑफ गवर्नर्स में वर्षों तक कार्य किया और 1995 में ‘बेस्ट लैटिन जैज एल्बम’ श्रेणी की स्थापना में अहम भूमिका निभाई।
सांस्कृतिक आंदोलन के स्तंभ
साल्सा की संस्कृति और उसकी सामाजिक जड़ों को लेकर पाल्मिएरी हमेशा मुखर रहे। प्यूर्टो रिकान संस्कृति के विद्वान जुआन फ्लोरेस ने अपनी चर्चित पुस्तक ‘साल्सा राइजिंग’ में पाल्मिएरी को 60 के दशक के सांस्कृतिक आंदोलन का प्रमुख प्रवर्तक बताया है। Eddie Palmieri
अमेरिका में साल्सा संगीत की धड़कन माने जाने वाले महान पियानोवादक और बैंड लीडर एडी पाल्मिएरी का बुधवार को न्यू जर्सी स्थित अपने आवास पर 88 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। लंबे समय से अस्वस्थ चल रहे पाल्मिएरी के निधन की पुष्टि उनकी सबसे छोटी बेटी गैब्रिएला ने की। वह न केवल एक बेहतरीन संगीतकार थे, बल्कि साल्सा के स्वर्ण युग के सूत्रधार भी थे, जिनके बिना न्यूयॉर्क की लैटिन संगीत परंपरा अधूरी मानी जाती है। Eddie Palmieri
साल्सा को दी नई पहचान
एडी पाल्मिएरी का संगीत सफर 1961 में 'ला परफेक्टा' नामक आठ सदस्यीय बैंड के गठन से शुरू हुआ। इस बैंड ने लैटिन संगीत में लयात्मकता और ऊर्जा का नया दौर शुरू किया। पाल्मिएरी ने साल्सा में जैज, रॉक, फंक और यहां तक कि आधुनिक शास्त्रीय संगीत के तत्वों को शामिल कर इसे वैश्विक मंच पर स्थापित किया। 1970 के दशक में उनके एलबम "वामोनोस पा'ल मोंटे" और "द सन ऑफ लैटिन म्यूज़िक" को अद्वितीय प्रयोगात्मक धारा का प्रतिनिधि माना गया।पाल्मिएरी ने फ्यूजन बैंड हार्लेम रिवर ड्राइव के साथ भी काम किया और जैज की दुनिया में कैल त्जादर, ब्रायन लिंच और डोनाल्ड हैरिसन जैसे दिग्गजों के साथ मिलकर ख्याति अर्जित की। वह खुद को हमेशा मैकॉय टाइनर और थेलोनियस मोंक जैसे जैज उस्तादों से प्रेरित बताते थे।
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एक आंदोलनकारी कलाकार
प्यूर्टो रिकान विरासत से जुड़े पाल्मिएरी खुद को न्यूयॉर्क के मजदूर तबके और प्रवासी पृष्ठभूमि वाले लोगों का प्रतिनिधि मानते थे। पिता के आइसक्रीम पार्लर में एग क्रीम परोसते हुए बड़े हुए पाल्मिएरी ने कभी हाईस्कूल की पढ़ाई पूरी नहीं की, लेकिन संगीत में उन्होंने जो ऊंचाइयां छुईं, वे दुर्लभ हैं। एक समय उन्होंने अमेरिकी आयकर प्रणाली का विरोध करते हुए वर्षों तक इनकम टैक्स नहीं दिया और हेनरी जॉर्ज के उस आर्थिक सिद्धांत का समर्थन किया, जिसमें आयकर को ‘वैध डकैती’ बताया गया है।
एडी पाल्मिएरी को 2013 में अमेरिका की प्रतिष्ठित संस्था नेशनल एंडोमेंट फॉर द आर्ट्स द्वारा 'जैज मास्टर' की उपाधि दी गई। इसके अलावा उन्हें लैटिन ग्रैमी लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड से भी नवाज़ा गया। उन्होंने रिकॉर्डिंग अकादमी के न्यूयॉर्क बोर्ड ऑफ गवर्नर्स में वर्षों तक कार्य किया और 1995 में ‘बेस्ट लैटिन जैज एल्बम’ श्रेणी की स्थापना में अहम भूमिका निभाई।
सांस्कृतिक आंदोलन के स्तंभ
साल्सा की संस्कृति और उसकी सामाजिक जड़ों को लेकर पाल्मिएरी हमेशा मुखर रहे। प्यूर्टो रिकान संस्कृति के विद्वान जुआन फ्लोरेस ने अपनी चर्चित पुस्तक ‘साल्सा राइजिंग’ में पाल्मिएरी को 60 के दशक के सांस्कृतिक आंदोलन का प्रमुख प्रवर्तक बताया है। Eddie Palmieri







