Republic Day 2022 : जब युवाओं ने नेहरू जी की कार को कंधों पर उठाया था

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Republic Day 2022
locationभारत
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calendar29 Nov 2025 03:18 AM
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Republic Day 2022 : यूपी के सहारनपुर जनपद में आज गणतंत्र दिवस धूमधाम से बनाया जा रहा है, आजादी के तराने गाए जा रहे हैं। सहारनपुर जनपद का देश की आजादी के आंदोलन से खासा नाता रहा है। आजादी के मतवालों ने अंग्रेजी हुकुमत को कई बार चुनौती दी थी। आजादी के कई किस्से सहारनपुर की फिजाओं में तैरते रहे हैं। इनमें एक किस्सा यह भी है कि एक बार पंडित जवाहरलाल नेहरू जनसभा करने गंगोह आए थे, तब अंग्रेजों द्वारा उन्हें रोकने के लिए सड़क में गड्ढे खुदवा दिए गए थे। जिस पर युवाओं ने नेहरू जी की कार को अपने कंधों पर उठा लिया था।

[caption id="attachment_15420" align="alignnone" width="414"]Republic Day 2022 Republic Day 2022[/caption]

कस्बा अंबेहटा निवासी 93 वर्षीय शीलचंद्र जैन बताते हैं कि सन 1936 में आजादी का आंदोलन जोर पकड़ रहा था। पंडित जवाहर लाल नेहरू को उत्तर प्रदेश में आंदोलन को धार देने की जिम्मेदारी दी गई थी। कांग्रेस ने सितंबर 1936 में सहारनपुर के गंगोह कस्बे में एक जनसभा का आयोजित की थी, जिसमें पंडित नेहरू कार से सहारनपुर आए थे। जैसे ही उनके आने की भनक अंग्रेज अफसरों को लगी, तो उन्होंने कस्बा अंबेहटा में रास्ते में गड्ढा खुदवा डाला था। जैसे ही इसकी खबर सहारनपुर के लोगों को लगी तो बड़ी संख्या में लोग वहां पर पहुंच गए। बताया जाता है कि उस समय युवाओं ने नेहरू की कार को अपने कंधों पर उठाकर गड्ढे से पार करा दिया था।

>> UP Election 2022 सहारनपुर : दो बड़े दिग्गजों की विरासत बचाने की चुनौती

उस समय सहारनपुर का गंगोह कस्बा राजनीति का गढ़ बनता जा रहा था। सहारनपुर की सबसे अधिक जनसभा गंगोह में ही आयोजित की जाती थी। आजादी के बाद भी कई दिग्गज नेताओं ने गंगोह के मैदान में रैलियां की, जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और चौधरी चरण सिंह भी शामिल हैं।

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UP Election 2022 सहारनपुर : दो बड़े दिग्गजों की विरासत बचाने की चुनौती

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UP Election 2022
locationभारत
userचेतना मंच
calendar26 Jan 2022 06:45 PM
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UP Election 2022 वेस्ट यूपी, खासकर सहारनपुर और आसपास के जनपदों में दो खास दिग्गज राजनीति में अपनी खासी पहचान रखते थे। इन दोनों दिग्गजों की एक आवाज पर हजारों लोग पीछे पीछे हो जाते थे। अब यह दोनों ही दिग्गज इस दुनिया में नहीं है, लेकिन उनकी राजनीतिक विरासत को बचाए रखने के लिए उनके वारिस उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव के मैदान में हैं। उनके सामने इस बार भी विरासत बचाने की कड़ी चुनौती है। देखना है कि कौन विरासत को बचाने में कामयाब रह पाता है।

विधानसभा चुनाव में तमाम राजनीतिक दिग्गजों के परिजन मैदान में हैं, इनमें सहारनपुर के दिग्गज नेता रहे काजी रशीद मसूद के भतीजे नोमान मसूद और चौधरी यशपाल सिंह के बेटे भी चुनाव लड़ रहे हैं। दोनों गंगोह सीट से ही ताल ठोक रहे हैं। खास बात यह है कि काजी रशीद मसूद नौ बार सांसद और एक बार केन्द्रीय मंत्री रहे थे। उनका पूरे 50 साल तक वेस्ट यूपी के साथ ही देश की राजनीति में साधी दखल रहता था।

[caption id="attachment_15417" align="alignnone" width="533"]UP Election 2022 UP Election 2022[/caption]

वहीं, सियासत की दूसरी धुरी चौधरी यशपाल सिंह रहे थे। वह चार बार विधायक और एक बार सांसद रहे। वह प्रदेश सरकार में मंत्री भी रहे। वह पहली बार नकुड़ से वर्ष 1962 में विधायक चुने गए। उसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। उनका भी करीब 50 साल तक सियासत में सीधा दखल रहा। इस तरह दोनों नेताओं की लंबी सियासी पारी रही।

>> black beard कम उम्र में ही दाढ़ी हो गई है सफेद? इन घरेलू नुस्खों से बनें जवान

वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में उनकी नई पीढ़ी उतर रही है। काजी रशीद मसूद के भतीजे नोमान मसूद गंगोह विधान सभा सीट से बसपा के प्रत्याशी हैं। हालांकि इससे पहले वह रालोद में थे। वहां से टिकट मिलता नहीं दिखाई दिया तो बसपा में आ गए। यहां आते ही उन्हें टिकट थमा दिया गया। इससे पहले भी नोमान मसूद दो बार चुनाव मैदान में उतर चुके हैं, लेकिन दोनों बार हार का सामना करना पड़ा। वहीं दूसरी ओर चौधरी यशपाल सिंह के बेटे चौधरी इंद्रसेन भी चुनाव मैदान में हैं। वह भी गंगोह से सपा की टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। हालांकि इंद्रसेन भी इससे पहले चुनाव हार चुके हैं। दोनों में कांटे की टक्कर है।

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black beard कम उम्र में ही दाढ़ी हो गई है सफेद? इन घरेलू नुस्खों से बनें जवान

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black beard
locationभारत
userचेतना मंच
calendar26 Jan 2022 06:18 PM
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black beard : वर्तमान समय में युवाओं में दाढ़ी (black beard) रखने का एक फैशन चला हुआ है। कम उम्र के युवा भी दाढ़ी रख रहे हैं। लेकिन खानपान या पानी की वजह से दाढ़ी सफेद हो रही है और आप अपने दाढ़ी (black beard) रखने के शौक को पूरा नहीं कर पा रहे हैं तो चिंता मत कीजिए। हम आज आपको बताएंगे कि घर पर ही देसी उपायों से आप अपनी दाढ़ी को प्राकृतिक रुप से कैसे काला कर सकते हैं।

प्याज का रस बनाकर लगाएं

यह बालों को काला बनाने का सबसे आसान तरीका है, जिसका इस्तेमाल आपको बालों को बहुत ही कम समय के अंदर काला बना सकता है। इस नुस्खे के लिए आपको केवल प्याज की जरूरत होती है। आप प्याज की ग्रेवी बना लें और इसके पल्प को बालों पर लगाएं। अगर आपको बालों पर पल्प नहीं लगाना है तो आप प्याज का रस निकाल कर भी बालों पर स्प्रे कर सकते हैं। इससे आपको बालों को काला बनाने में मदद मिलेगी।

[caption id="attachment_15414" align="alignnone" width="563"]black beard black beard[/caption]

आलू का छिलका

आलू के छिलके में मौजूद स्टार्च की मात्रा आपके बालों से अतिरिक्त ऑयल को सोखने का काम करती है। आलू के छिलके के इस्तेमाल से डैंड्रफ और बाल सफेद होने की समस्या नहीं होती है। आप इस नुस्खे के लिए आलू के छिलकों को गर्म पानी मे 15 मिनट तक उबाल लें। इस पानी को छान ले और ठंडा होने दे। इस पानी से बालों और स्कैल्प पर लगाकर छोड़ दे। एक घंटे बाद ठंडे पानी से बाल को धो लें।

मेहंदी और नील पत्ती का करें इस्तेमाल

मेहंदी और नील के पत्ती को बालों पर लगाने से एक बार में ही बालों को काला बनाने में मदद मिलती है। इस नुस्खे के लिए एक कांच के प्याले में दो चम्मच मेहंदी डाल कर थोड़ा पानी मिलाएं और एक गाढ़ा पेस्ट बना लें। इस पेस्ट को 12 घंटे के लिए ढककर छोड़ दें। अब इसमें चार चम्मच नील पत्ती का पाउडर मिला लें और हल्का गुनगुना पानी मिलाकर पेस्ट तैयार कर लें। अब आप अपने बालों पर किसी ब्रश या फिर हाथों से मेहंदी लगाएं और 2 घंटे बाद पानी से धो लें।

संत कमल किशोर, आयुर्वेदाचार्य