Budget 2022 : जानिए कब पेश होगा केंद्रीय बजट, किसे फायदा दे सकती है सरकार?

Budget 2022
Budget 2022
locationभारत
userचेतना मंच
calendar26 Jan 2022 07:23 PM
bookmark

Budget 2022 : पांच राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनाव की सरगर्मियों के बीच केंद्र सरकार केंद्रीय बजट को पेश करने की तैयारी में जुट गई है। देखना यह होगा कि चुनावी माहौल के दौरान केंद्र सरकार किस वर्ग के लोगों को फायदा पहुंचा सकती है। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आगामी 1 फरवरी 2022 को वर्ष 2022 का बजट संसद में पेश करने वाली हैं। इस वर्ष के बजट से सिर्फ आम आदमी को ही नहीं बल्कि उद्योग जगत को भी काफी उम्मीदें हैं।

[caption id="attachment_15424" align="alignnone" width="476"]Budget 2022 Budget 2022[/caption]

आपको बता दें कि कोरोना वायरस के चलते बजट सत्र के पहले चरण में लोकसभा और राज्यसभा की बैठकें अलग-अलग समय पर होंगी, लेकिन बजट एक ही समय पर पेश किया जा सकता है।संसद के सत्र की शुरुआत राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के संबोधन के बाद ही होगा। राष्ट्रपति बजट से एक दिन पहले 31 जनवरी 2022 को संसद के दोनों सदनों को संबोधित करेंगे। अगले दिन सुबह 11 बजे लोकसभा और राज्यसभा में एक साथ बजट पेश किया जा सकता है। आपको बता दें कि कोरोना संकट के देखते हुए दोनों सदनों में अलग-अलग शिफ्ट में बैठकें होंगी। लोकसभा की बैठक सुबह 11 बजे और राज्यसभा की बैठक 2 फरवरी से दोपहर 2 बजे से शुरू होगी। हालांकि यह बजट सत्र के पहले चरण का समय है अभी दूसरे चरण को लेकर कोई जानकारी सामने नहीं आई है। उम्मीद की जा रही है कि सरकार की तरफ से टैक्स छूट की लिमिट में कोई बदलाव हो, जो कि सालों से नहीं हुआ है। उम्मीद की जा रही है कि सरकार इनकम टैक्स छूट की लिमिट को बढ़ा सकती है। इसके अलावा मध्यम वर्गीय लोगों को भी राहत देने पर सरकार विचार कर रही है।

https://twitter.com/ANI/status/1485867196811464704?ref_src=twsrc%5Etfw%7Ctwcamp%5Etweetembed%7Ctwterm%5E1485867196811464704%7Ctwgr%5E%7Ctwcon%5Es1_c10&ref_url=https%3A%2F%2Fhindi.oneindia.com%2Fnews%2Findia%2Ffinance-minister-nirmala-sitharaman-may-present-the-budget-2022-at-11-am-660233.html
अगली खबर पढ़ें

Republic Day 2022 : जब युवाओं ने नेहरू जी की कार को कंधों पर उठाया था

Nehru sixteen nine
Republic Day 2022
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 03:18 AM
bookmark

Republic Day 2022 : यूपी के सहारनपुर जनपद में आज गणतंत्र दिवस धूमधाम से बनाया जा रहा है, आजादी के तराने गाए जा रहे हैं। सहारनपुर जनपद का देश की आजादी के आंदोलन से खासा नाता रहा है। आजादी के मतवालों ने अंग्रेजी हुकुमत को कई बार चुनौती दी थी। आजादी के कई किस्से सहारनपुर की फिजाओं में तैरते रहे हैं। इनमें एक किस्सा यह भी है कि एक बार पंडित जवाहरलाल नेहरू जनसभा करने गंगोह आए थे, तब अंग्रेजों द्वारा उन्हें रोकने के लिए सड़क में गड्ढे खुदवा दिए गए थे। जिस पर युवाओं ने नेहरू जी की कार को अपने कंधों पर उठा लिया था।

[caption id="attachment_15420" align="alignnone" width="414"]Republic Day 2022 Republic Day 2022[/caption]

कस्बा अंबेहटा निवासी 93 वर्षीय शीलचंद्र जैन बताते हैं कि सन 1936 में आजादी का आंदोलन जोर पकड़ रहा था। पंडित जवाहर लाल नेहरू को उत्तर प्रदेश में आंदोलन को धार देने की जिम्मेदारी दी गई थी। कांग्रेस ने सितंबर 1936 में सहारनपुर के गंगोह कस्बे में एक जनसभा का आयोजित की थी, जिसमें पंडित नेहरू कार से सहारनपुर आए थे। जैसे ही उनके आने की भनक अंग्रेज अफसरों को लगी, तो उन्होंने कस्बा अंबेहटा में रास्ते में गड्ढा खुदवा डाला था। जैसे ही इसकी खबर सहारनपुर के लोगों को लगी तो बड़ी संख्या में लोग वहां पर पहुंच गए। बताया जाता है कि उस समय युवाओं ने नेहरू की कार को अपने कंधों पर उठाकर गड्ढे से पार करा दिया था।

>> UP Election 2022 सहारनपुर : दो बड़े दिग्गजों की विरासत बचाने की चुनौती

उस समय सहारनपुर का गंगोह कस्बा राजनीति का गढ़ बनता जा रहा था। सहारनपुर की सबसे अधिक जनसभा गंगोह में ही आयोजित की जाती थी। आजादी के बाद भी कई दिग्गज नेताओं ने गंगोह के मैदान में रैलियां की, जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और चौधरी चरण सिंह भी शामिल हैं।

अगली खबर पढ़ें

UP Election 2022 सहारनपुर : दो बड़े दिग्गजों की विरासत बचाने की चुनौती

Untitled 1 copy 11
UP Election 2022
locationभारत
userचेतना मंच
calendar26 Jan 2022 06:45 PM
bookmark

UP Election 2022 वेस्ट यूपी, खासकर सहारनपुर और आसपास के जनपदों में दो खास दिग्गज राजनीति में अपनी खासी पहचान रखते थे। इन दोनों दिग्गजों की एक आवाज पर हजारों लोग पीछे पीछे हो जाते थे। अब यह दोनों ही दिग्गज इस दुनिया में नहीं है, लेकिन उनकी राजनीतिक विरासत को बचाए रखने के लिए उनके वारिस उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव के मैदान में हैं। उनके सामने इस बार भी विरासत बचाने की कड़ी चुनौती है। देखना है कि कौन विरासत को बचाने में कामयाब रह पाता है।

विधानसभा चुनाव में तमाम राजनीतिक दिग्गजों के परिजन मैदान में हैं, इनमें सहारनपुर के दिग्गज नेता रहे काजी रशीद मसूद के भतीजे नोमान मसूद और चौधरी यशपाल सिंह के बेटे भी चुनाव लड़ रहे हैं। दोनों गंगोह सीट से ही ताल ठोक रहे हैं। खास बात यह है कि काजी रशीद मसूद नौ बार सांसद और एक बार केन्द्रीय मंत्री रहे थे। उनका पूरे 50 साल तक वेस्ट यूपी के साथ ही देश की राजनीति में साधी दखल रहता था।

[caption id="attachment_15417" align="alignnone" width="533"]UP Election 2022 UP Election 2022[/caption]

वहीं, सियासत की दूसरी धुरी चौधरी यशपाल सिंह रहे थे। वह चार बार विधायक और एक बार सांसद रहे। वह प्रदेश सरकार में मंत्री भी रहे। वह पहली बार नकुड़ से वर्ष 1962 में विधायक चुने गए। उसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। उनका भी करीब 50 साल तक सियासत में सीधा दखल रहा। इस तरह दोनों नेताओं की लंबी सियासी पारी रही।

>> black beard कम उम्र में ही दाढ़ी हो गई है सफेद? इन घरेलू नुस्खों से बनें जवान

वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव में उनकी नई पीढ़ी उतर रही है। काजी रशीद मसूद के भतीजे नोमान मसूद गंगोह विधान सभा सीट से बसपा के प्रत्याशी हैं। हालांकि इससे पहले वह रालोद में थे। वहां से टिकट मिलता नहीं दिखाई दिया तो बसपा में आ गए। यहां आते ही उन्हें टिकट थमा दिया गया। इससे पहले भी नोमान मसूद दो बार चुनाव मैदान में उतर चुके हैं, लेकिन दोनों बार हार का सामना करना पड़ा। वहीं दूसरी ओर चौधरी यशपाल सिंह के बेटे चौधरी इंद्रसेन भी चुनाव मैदान में हैं। वह भी गंगोह से सपा की टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। हालांकि इंद्रसेन भी इससे पहले चुनाव हार चुके हैं। दोनों में कांटे की टक्कर है।