Sports: प्रशासनिक भूमिका की अगुवाई के लिए अभी विचार नहीं किया:बिंद्रा




मोहक अरोरा, स्पोर्ट्स एक्सपर्ट, परिमैच ब्रांड
Pro Kabaddi League 2022: प्रो कबड्डी लीग सीज़न 9 का कारवाँ दुनियाभर से आए उन रेडर्स के लिए किसी उत्सव से कम नहीं था, जिन्होंने इस स्टेज की शोहरत बढ़ाई और अपने आक्रमण कौशल का प्रदर्शन किया। हमने यह देखा कि बड़े और हाई प्रोफाइल नाम अपने मानकों पर खरे उतरने में असफल रहे। जबकि कई अनजाने चेहरों ने लीग स्टेज के दौरान रातोंरात सनसनी मचाते हुए लोकप्रियता हासिल कर ली। इसलिए, आपके लिए लेकर आ रहा है पीकेएल 2022 के लीग स्टेज के 5 सर्वश्रेष्ठ रेडर्स।
नरेंदर का इस सूची में विशेष स्थान है जिसने प्रो कबड्डी लीग के नौंवे संस्करण में अपना पदार्पण किया और फिर भी अपने शुरूआती अभियान में ही प्रतिष्ठित रेडर्स की सूची में अपनी जगह बनाने में सफल रहा। जब कबड्डी के सुपर स्टार पवन सेहरावत को तमिल थलाइवाज़ के शुरूआती मैच में ही घुटने की गंभीर चोट लगी, तो हरियाणा में जन्मे इस खिलाड़ी ने स्ट्राइक रेडर की महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की जिम्मेदारी अपने कंधों पर ले ली। चेन्नई स्थित यह टीम दो कोच के मार्गदर्शन में खेली और पूरे सीज़न में काफी उतार-चढ़ाव से गुज़री, हालांकि केवल एक चीज़ जो लगातार देखने मिली वह थी नरेंदर कंडोला का शानदार स्कोरिंग फॉर्म।
[caption id="attachment_50080" align="alignnone" width="732"]
Pro Kabaddi League 2022[/caption]
अपने पदार्पण में ही 200 रेड पॉइंट की व्यक्तिगत उपलब्धि हासिल करने वाला कंडोला दूसरा खिलाड़ी है। इससे पहले यह कारनामा यू मुंबा के सिद्धार्थ देसाई ने सीज़न 6 में कर दिखाया था। तमिल थलाइवाज़ की टीम आक्रमण के मामले में इस फेवरेट खिलाड़ी पर इतना ज़्यादा निर्भर करती है कि नरेंदर के अलावा इस टीम का कोई भी खिलाड़ी टॉप 20 व्यक्तिगत रेडिंग चार्ट की सूची में अपनी जगह नहीं बना पाया। एसएआई के इस पुराने शिष्य ने सीज़न 9 के हर गेम में औसत 10.48 रेड पॉइंट हासिल करते हुए 21 मैचों में 210 रेड पॉइंट्स और 13 सुपर 10 अपने नाम किए हैं।
प्रो कबड्डी लीग में आक्रमण की उपलब्धि वाली कोई भी सूची माइटी मनिंदर के उल्लेख के बिना पूरी नहीं हो सकती जिसने इसके शुरूआती संस्करण से ही रेडिंग चार्ट में अपना दबदबा कायम किया हुआ है। हर सीज़न में इस पंजाब स्थित खिलाड़ी ने कबड्डी में दुनिया के इस सबसे विशालतम स्टेज पर लगातार सबसे शानदार प्रदर्शन करने वाले रेडर के रूप में खुद को स्थापित किया है।
बंगाल की टीम में श्रीकांत जाधव और दीपक निवास हुड्डा जैसे कई प्रतिष्ठित और हाइ प्रोफाइल चेहरों के होने के बावजूद, वह इस पूरे सीज़न में वॉरियर की एकमात्र उम्मीद के रूप में उभर कर सामने आया है।
भले ही कोलकाता स्थित इस फ्रेंचाइज़ी को एक कप्तान के रूप में मनिंदर नॉकआउट राउंड के लिए क्वालिफाइ कराने में असफल रहा हो, लेकिन फिर भी आक्रमण करने की उसकी ताकत को पीकेएल सीज़न 9 में उनके टीम की सबसे प्रमुख विशेषता की तरह देखा गया। शुरूआत में उसे अपना फॉर्म पाने में संघर्ष करना पड़ा, लेकिन उनका गोल्डन टच पा लेने के बाद उसने बेहतरीन खेल का प्रदर्शन किया। प्रो कबड्डी लीग के सभी सीज़न के दूसरे सबसे सफल रेडर ने 21 मैचों में 238 रेड पॉइंट्स और 14 सुपर 10 हासिल किए और अपने करियर की तालिका में 1231 अंकों का अविश्वसनीय आंकड़ा छू लिया है।
नवीन एक्सप्रेस ने प्रो कबड्डी के मंच पर एक बार फिर अपने नाम का डंका बजा दिया है और रेड पॉइंट लीडरबोर्ड पर तीसरा स्थान बनाते हुए अव्वल बनने की रेस में कायम है। एक कप्तान की भूमिका में दबंग दिल्ली का यह कप्तान बहुत अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाया लेकिन पूर्व विजेता टीम के आक्रमण का नेतृत्व करते हुए उसने बहुत ही शानदार कोशिश की है। जब दंबग दिल्ली टीम लगातार छह मैचों में हारी, तो वहीं नवीन डट कर खड़ा रहा और एक छोर से उसने स्कोर करना जारी रखा इस उम्मीद के साथ की वह हार के इस चक्र को तोड़ सकेगा।
पिछले दो संस्करणों में सबसे मूल्यवान खिलाड़ी रहे नवीन ने खिताब का बचाव करने को उतरी दबंग दिल्ली टीम के अभियान की शानदार शुरूआत की और लगातार आठ सुपर 10 स्कोर करते हुए रेडिंग चार्ट में सबसे अव्वल स्थान पर बना रहा। भारतीय सेना के इस जवान का प्रभाव आंकड़ों से बहुत आगे रहा और अंतिम मिनिटों में कई बार वह निर्णायक रेड पर गया और एक बार भी खाली हाथ नहीं लौटा।
नए दौर में मशहूर गोयत खानदान का ध्वज धारण करने वाले नवीन ने लीग स्टेज के 22 मैचों में 246 रेड पॉइंट हासिल किए हैं और अपने पीकेएल करियर में दूसरी बार 250 पॉइंट्स हासिल करने की उपलब्धि से वह केवल 4 पॉइंट्स दूर है।
भरत ने सफलतापूर्वक पॉवरस्टार पवन की जगह ले ली है[/caption]
जब प्रो कबड्डी सीज़न 9 के कारवाँ की शुरूआत होन वाली थी, तो पिछले सीज़न में पदार्पण करने वाले इस विशाल बुल्स रेडर द्वारा इस सीज़न में ज़बरदस्त प्रदर्शन की किसी ने उम्मीद नहीं की थी। हालांकि बेंगलुरू बुल्स के सर्वेसर्वा रणधीर सिंह सेहरावत को कोई संदेह नहीं था, जब उन्होंने पीकेएल के दूसरे सबसे महंगे खिलाड़ी विकास कंडोला की जगह भरत को स्ट्राइक रेडर की भूमिका निभाने के लिए चुना। भले ही कर्नाटक स्थित फ्रेंचाइजी ने अच्छा प्रदर्शन किया हो या न किया हो और परिस्थितियाँ कैसी भी रही हों, लेकिन हमने पूरे सीज़न में भारतीय सेना के इस जवान को रेड पॉइंट हासिल करते हुए हमेशा देखा है।
हुड्डा ने कबड्डी के इस विशालतम मंच में तहलका मचा दिया और पूरी तरह उत्साहित बंगलुरू बुल्स के प्रशंसकों और लाल - काले रंग के खेमे को पवन कुमार सेहरावत की कमी महसूस नहीं होने दी। 24 वर्षीय इस कबड्डी खिलाड़ी को मुश्किल परिस्थितियों में भी सफलतापूर्वक अनेक पॉइंट वाले रेड का प्रदर्शन करने में महारत हासिल है और नौवें संस्करण में सबसे ज़्यादा सुपर रेड (11) बनाने का रिकॉर्ड संयुक्त रूप से इसके नाम पर है। पिछले सीज़न में भरत टॉप 15 में भी शामिल नहीं था लेकिन इस सीज़न में 21 मैचों में 257 रेड पॉइंट्स हासिल करने के साथ वह सबसे अधिक पॉइंट्स पाने वाले रेडर से केवल 12 पॉइंट पीछे है।
सबसे अव्वल स्थान पर है जयपुर पिंक पैंथर्स टीम के अर्जुन देशवाल जो पिछले सीज़न में इस महत्वपूर्ण उपलब्धि को हासिल करने में असफल रहा था क्योंकि उनकी टीम प्लेऑफ के लिए क्वालिफाय नहीं कर पाई थी। हालांकि उत्तर प्रदेश में जन्मे इस बेहतरीन खिलाड़ी ने साफ संकेत दे दिया है कि वह प्रतिष्ठित पीकेएल ट्रॉफी जीतकर और ऑरेंज आर्मबैंड हासिल करने के बाद ही रूकेगा, इससे कम कुछ भी उसे मंज़ूर नहीं। जब शुरूआती चरणों में पिंक पैंथर्स की डिफेंस को खुद को स्थापित करने के लिए संघर्ष करना पड़ा तो अर्जुन ने टीम के मास्टर संजीव बालियाँ को आश्वस्त किया कि वे उसे केंद्र में रखते हुए टीम की रणनीति तय करें।
भारतीय सेना के इस सुपरस्टार ने नौवें संस्करण के लीग स्टेज में सबसे ज़्यादा रेड पॉइंट, सबसे ज़्यादा सुपर 10 और सर्वश्रेष्ठ औसत के साथ व्यक्तिगत रेडिंग चार्ट में पहला स्थान हासिल किया है। 23 वर्षीय अर्जुन ने प्रति मैंच 12.8 रेड पॉइंट के आश्चर्यचकित करने वाले औसत के साथ 269 रेड पॉइंट्स और 16 सुपर 10 हासिल करते हुए अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। फिलहाल, अर्जुन और पिंक पैंथर्स की सेना की जीत का सिलसिला कोई रोक सकेगा ऐसा नहीं लगता और तालिका में अव्वल स्थान पर आई यह टीम फायनल नॉकऑउट मैच जीतने के लक्ष्य के साथ मैदान में उतरेगी।
देश-दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।
मोहक अरोरा, स्पोर्ट्स एक्सपर्ट, परिमैच ब्रांड
Pro Kabaddi League 2022: प्रो कबड्डी लीग सीज़न 9 का कारवाँ दुनियाभर से आए उन रेडर्स के लिए किसी उत्सव से कम नहीं था, जिन्होंने इस स्टेज की शोहरत बढ़ाई और अपने आक्रमण कौशल का प्रदर्शन किया। हमने यह देखा कि बड़े और हाई प्रोफाइल नाम अपने मानकों पर खरे उतरने में असफल रहे। जबकि कई अनजाने चेहरों ने लीग स्टेज के दौरान रातोंरात सनसनी मचाते हुए लोकप्रियता हासिल कर ली। इसलिए, आपके लिए लेकर आ रहा है पीकेएल 2022 के लीग स्टेज के 5 सर्वश्रेष्ठ रेडर्स।
नरेंदर का इस सूची में विशेष स्थान है जिसने प्रो कबड्डी लीग के नौंवे संस्करण में अपना पदार्पण किया और फिर भी अपने शुरूआती अभियान में ही प्रतिष्ठित रेडर्स की सूची में अपनी जगह बनाने में सफल रहा। जब कबड्डी के सुपर स्टार पवन सेहरावत को तमिल थलाइवाज़ के शुरूआती मैच में ही घुटने की गंभीर चोट लगी, तो हरियाणा में जन्मे इस खिलाड़ी ने स्ट्राइक रेडर की महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की जिम्मेदारी अपने कंधों पर ले ली। चेन्नई स्थित यह टीम दो कोच के मार्गदर्शन में खेली और पूरे सीज़न में काफी उतार-चढ़ाव से गुज़री, हालांकि केवल एक चीज़ जो लगातार देखने मिली वह थी नरेंदर कंडोला का शानदार स्कोरिंग फॉर्म।
[caption id="attachment_50080" align="alignnone" width="732"]
Pro Kabaddi League 2022[/caption]
अपने पदार्पण में ही 200 रेड पॉइंट की व्यक्तिगत उपलब्धि हासिल करने वाला कंडोला दूसरा खिलाड़ी है। इससे पहले यह कारनामा यू मुंबा के सिद्धार्थ देसाई ने सीज़न 6 में कर दिखाया था। तमिल थलाइवाज़ की टीम आक्रमण के मामले में इस फेवरेट खिलाड़ी पर इतना ज़्यादा निर्भर करती है कि नरेंदर के अलावा इस टीम का कोई भी खिलाड़ी टॉप 20 व्यक्तिगत रेडिंग चार्ट की सूची में अपनी जगह नहीं बना पाया। एसएआई के इस पुराने शिष्य ने सीज़न 9 के हर गेम में औसत 10.48 रेड पॉइंट हासिल करते हुए 21 मैचों में 210 रेड पॉइंट्स और 13 सुपर 10 अपने नाम किए हैं।
प्रो कबड्डी लीग में आक्रमण की उपलब्धि वाली कोई भी सूची माइटी मनिंदर के उल्लेख के बिना पूरी नहीं हो सकती जिसने इसके शुरूआती संस्करण से ही रेडिंग चार्ट में अपना दबदबा कायम किया हुआ है। हर सीज़न में इस पंजाब स्थित खिलाड़ी ने कबड्डी में दुनिया के इस सबसे विशालतम स्टेज पर लगातार सबसे शानदार प्रदर्शन करने वाले रेडर के रूप में खुद को स्थापित किया है।
बंगाल की टीम में श्रीकांत जाधव और दीपक निवास हुड्डा जैसे कई प्रतिष्ठित और हाइ प्रोफाइल चेहरों के होने के बावजूद, वह इस पूरे सीज़न में वॉरियर की एकमात्र उम्मीद के रूप में उभर कर सामने आया है।
भले ही कोलकाता स्थित इस फ्रेंचाइज़ी को एक कप्तान के रूप में मनिंदर नॉकआउट राउंड के लिए क्वालिफाइ कराने में असफल रहा हो, लेकिन फिर भी आक्रमण करने की उसकी ताकत को पीकेएल सीज़न 9 में उनके टीम की सबसे प्रमुख विशेषता की तरह देखा गया। शुरूआत में उसे अपना फॉर्म पाने में संघर्ष करना पड़ा, लेकिन उनका गोल्डन टच पा लेने के बाद उसने बेहतरीन खेल का प्रदर्शन किया। प्रो कबड्डी लीग के सभी सीज़न के दूसरे सबसे सफल रेडर ने 21 मैचों में 238 रेड पॉइंट्स और 14 सुपर 10 हासिल किए और अपने करियर की तालिका में 1231 अंकों का अविश्वसनीय आंकड़ा छू लिया है।
नवीन एक्सप्रेस ने प्रो कबड्डी के मंच पर एक बार फिर अपने नाम का डंका बजा दिया है और रेड पॉइंट लीडरबोर्ड पर तीसरा स्थान बनाते हुए अव्वल बनने की रेस में कायम है। एक कप्तान की भूमिका में दबंग दिल्ली का यह कप्तान बहुत अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाया लेकिन पूर्व विजेता टीम के आक्रमण का नेतृत्व करते हुए उसने बहुत ही शानदार कोशिश की है। जब दंबग दिल्ली टीम लगातार छह मैचों में हारी, तो वहीं नवीन डट कर खड़ा रहा और एक छोर से उसने स्कोर करना जारी रखा इस उम्मीद के साथ की वह हार के इस चक्र को तोड़ सकेगा।
पिछले दो संस्करणों में सबसे मूल्यवान खिलाड़ी रहे नवीन ने खिताब का बचाव करने को उतरी दबंग दिल्ली टीम के अभियान की शानदार शुरूआत की और लगातार आठ सुपर 10 स्कोर करते हुए रेडिंग चार्ट में सबसे अव्वल स्थान पर बना रहा। भारतीय सेना के इस जवान का प्रभाव आंकड़ों से बहुत आगे रहा और अंतिम मिनिटों में कई बार वह निर्णायक रेड पर गया और एक बार भी खाली हाथ नहीं लौटा।
नए दौर में मशहूर गोयत खानदान का ध्वज धारण करने वाले नवीन ने लीग स्टेज के 22 मैचों में 246 रेड पॉइंट हासिल किए हैं और अपने पीकेएल करियर में दूसरी बार 250 पॉइंट्स हासिल करने की उपलब्धि से वह केवल 4 पॉइंट्स दूर है।
भरत ने सफलतापूर्वक पॉवरस्टार पवन की जगह ले ली है[/caption]
जब प्रो कबड्डी सीज़न 9 के कारवाँ की शुरूआत होन वाली थी, तो पिछले सीज़न में पदार्पण करने वाले इस विशाल बुल्स रेडर द्वारा इस सीज़न में ज़बरदस्त प्रदर्शन की किसी ने उम्मीद नहीं की थी। हालांकि बेंगलुरू बुल्स के सर्वेसर्वा रणधीर सिंह सेहरावत को कोई संदेह नहीं था, जब उन्होंने पीकेएल के दूसरे सबसे महंगे खिलाड़ी विकास कंडोला की जगह भरत को स्ट्राइक रेडर की भूमिका निभाने के लिए चुना। भले ही कर्नाटक स्थित फ्रेंचाइजी ने अच्छा प्रदर्शन किया हो या न किया हो और परिस्थितियाँ कैसी भी रही हों, लेकिन हमने पूरे सीज़न में भारतीय सेना के इस जवान को रेड पॉइंट हासिल करते हुए हमेशा देखा है।
हुड्डा ने कबड्डी के इस विशालतम मंच में तहलका मचा दिया और पूरी तरह उत्साहित बंगलुरू बुल्स के प्रशंसकों और लाल - काले रंग के खेमे को पवन कुमार सेहरावत की कमी महसूस नहीं होने दी। 24 वर्षीय इस कबड्डी खिलाड़ी को मुश्किल परिस्थितियों में भी सफलतापूर्वक अनेक पॉइंट वाले रेड का प्रदर्शन करने में महारत हासिल है और नौवें संस्करण में सबसे ज़्यादा सुपर रेड (11) बनाने का रिकॉर्ड संयुक्त रूप से इसके नाम पर है। पिछले सीज़न में भरत टॉप 15 में भी शामिल नहीं था लेकिन इस सीज़न में 21 मैचों में 257 रेड पॉइंट्स हासिल करने के साथ वह सबसे अधिक पॉइंट्स पाने वाले रेडर से केवल 12 पॉइंट पीछे है।
सबसे अव्वल स्थान पर है जयपुर पिंक पैंथर्स टीम के अर्जुन देशवाल जो पिछले सीज़न में इस महत्वपूर्ण उपलब्धि को हासिल करने में असफल रहा था क्योंकि उनकी टीम प्लेऑफ के लिए क्वालिफाय नहीं कर पाई थी। हालांकि उत्तर प्रदेश में जन्मे इस बेहतरीन खिलाड़ी ने साफ संकेत दे दिया है कि वह प्रतिष्ठित पीकेएल ट्रॉफी जीतकर और ऑरेंज आर्मबैंड हासिल करने के बाद ही रूकेगा, इससे कम कुछ भी उसे मंज़ूर नहीं। जब शुरूआती चरणों में पिंक पैंथर्स की डिफेंस को खुद को स्थापित करने के लिए संघर्ष करना पड़ा तो अर्जुन ने टीम के मास्टर संजीव बालियाँ को आश्वस्त किया कि वे उसे केंद्र में रखते हुए टीम की रणनीति तय करें।
भारतीय सेना के इस सुपरस्टार ने नौवें संस्करण के लीग स्टेज में सबसे ज़्यादा रेड पॉइंट, सबसे ज़्यादा सुपर 10 और सर्वश्रेष्ठ औसत के साथ व्यक्तिगत रेडिंग चार्ट में पहला स्थान हासिल किया है। 23 वर्षीय अर्जुन ने प्रति मैंच 12.8 रेड पॉइंट के आश्चर्यचकित करने वाले औसत के साथ 269 रेड पॉइंट्स और 16 सुपर 10 हासिल करते हुए अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। फिलहाल, अर्जुन और पिंक पैंथर्स की सेना की जीत का सिलसिला कोई रोक सकेगा ऐसा नहीं लगता और तालिका में अव्वल स्थान पर आई यह टीम फायनल नॉकऑउट मैच जीतने के लक्ष्य के साथ मैदान में उतरेगी।
देश-दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।
