Joshimath Trouble: प्रभावित परिवारों के विस्थापन से पालतू जानवरों की बढ़ी मुसीबत

11 17
Joshimath Trouble
locationभारत
userचेतना मंच
calendar23 Nov 2025 09:07 AM
bookmark

Joshimath Trouble : जोशीमठ (उत्तराखंड)। उत्तराखंड के जोशीमठ में भूधंसाव से प्रभावित सैकड़ों परिवारों के विस्थापन के चलते इस हिमालयी शहर में एक और त्रासदी उत्पन्न हो गई है। यहां अनेक कुत्ते, मवेशी और अन्य घरेलू जानवरों को उनके हाल पर छोड़ दिया गया है, क्योंकि भूधंसाव के बचने के लिए मालिकों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए मजबूर होना पड़ा है।

Joshimath Trouble

दीवारों में दरारों के और गहरा होने के कारण परिवार वालों के घर छोड़कर चले जाने के बीच कुछ जानवर घरों में अकेले ही रह गए हैं, जबकि कुछ छोटे पालतू जानवरों को एक कमरे में रहने को मजबूर परिवारों के साथ आश्रय गृहों में रहना पड़ रहा है। वहीं, बर्फबारी और गिरते तापमान ने दिक्कतों को और बढ़ा दिया है।

इस बीच, कुछ पशु प्रेमी जानवरों को सुरक्षित रखने के प्रयास में जुटे हैं।

‘पीपुल्स फॉर एनीमल्स’ (पीएफए) से जुड़ी रूबीना अय्यर ने कहा कि कोई भी आपदा जानवरों के लिए भी उतनी ही संकट भरी होती है, जितनी मनुष्यों के लिए।

प्रभावित जानवरों को बचाने में मदद करने के लिए अपने सहयोगियों के साथ देहरादून से जोशीमठ पहुंचीं अय्यर ने कहा कि हम जानवरों की सुरक्षा और कल्याण सुनिश्चित करना चाहते हैं। लोग इंसानों की देखभाल कर रहे हैं और हम यहां जानवरों की मदद के लिए पहुंचें हैं।

जोशीमठ में भूधंसाव की समस्या सामने आने के बाद से प्रभावित परिवारों को आनन-फानन में सुरक्षित जगहों पर विस्थापित होना पड़ा, जिसके चलते संकट से जूझ रहे कई लोग अपने पालतू और घरेलू जानवरों को नजरअंदाज करने पर मजबूर हुए।

भूधंसाव से प्रभावित सुनील इलाके की निवासी नेहा सकलानी ने कहा कि मेरे पास चार पालतू जानवर हैं। इनमें से एक मेरे साथ होटल में है जबकि तीन घर में ही हैं। हालांकि, हम दिन में जाकर उनकी देखभाल करते हैं और उन्हें खाना देते हैं।

अय्यर ने कहा कि पालतू जानवरों या आवारा जानवरों की गिनती के लिए सर्वेक्षण किए जा रहे हैं और यदि आवश्यक हो तो उन्हें आश्रय घरों में स्थानांतरित करने में मदद की जाएगी।

Jacqueline Fernandez जैकलीन फर्नांडीज के खिलाफ मानहानि मामले की सुनवाई 25 मार्च को

देश-दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें। News uploaded from Noida
अगली खबर पढ़ें

Joshimath : जोशीमठ सहित ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी

Download 5 2
Joshimath: Snowfall in high altitude areas including Joshimath
locationभारत
userचेतना मंच
calendar20 Jan 2023 06:08 PM
bookmark
Joshimath : उत्तराखंड में भूधंसाव की समस्या से जूझ रहे जोशीमठ सहित चमोली और रुद्रप्रयाग जिले के ऊंचाई वाले इलाकों में बृहस्पतिवार देर रात से हिमपात हो रहा है, जिससे पूरा क्षेत्र कड़ाके की ठंड की चपेट में आ गया है। मौसम विभाग के मुताबिक, ऊंचाई वाले इलाकों में बृहस्पतिवार देर रात से बर्फ गिरनी शुरू हो गई थी, जो अब तक जारी है। वहीं, निचले इलाकों में हल्की बारिश हो रही है। बारिश और बर्फबारी के साथ राज्य में सर्द हवाएं चल रही हैं, जिससे लोगों की कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ रहा है।

Joshimath :

जोशीमठ में शुक्रवार सुबह पहले बारिश और फिर हिमपात शुरू हो गया, जिससे राहत एवं बचाव कार्य में जुटे कर्मियों के साथ ही आपदा पीड़ितों की मुश्किलें भी बढ़ गईं। मौसम विभाग के अनुसार, बदरीनाथ, केदारनाथ, हेमकुंड साहिब, औली, नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क, फूलों की घाटी राष्ट्रीय पार्क और केदारनाथ कस्तूरी मृग अभयारण्य का अधिकतर इलाका बर्फ से ढक गया है।
अगली खबर पढ़ें

Joshimath Update: जोशीमठ पर रिपोर्ट आते ही तेजी से कार्य करने के धामी ने दिए निर्देश

22 11
Joshimath Update
locationभारत
userचेतना मंच
calendar19 Jan 2023 11:00 PM
bookmark

Joshimath Update : देहरादून/ जोशीमठ। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बृहस्पतिवार को कहा कि जोशीमठ में भूधंसाव के कारणों को लेकर सभी तकनीकी संस्थानों की रिपोर्ट आते ही आगे की योजना पर तेजी से कार्य किया जाए तथा विस्थापन के संबंध में वहां के लोगों से सुझाव लेकर जल्द सरकार को अवगत कराया जाए।

Joshimath Update

मुख्यमंत्री ने दिल्ली से लौटने के बाद जोशीमठ में चल रहे राहत कार्यों की यहां समीक्षा करते हुए कहा कि भूधंसाव ग्रस्त नगर के संबंध में अध्ययन कर रहे सभी केंद्रीय तकनीकी संस्थानों की रिपोर्ट मिलते ही वहां आगे की योजना पर तेजी से कार्य शुरू कर दिए जाएं।

जोशीमठ में भूधंसाव सामने आने के बाद से केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान, राष्ट्रीय भू-भौतिक अनुसंधान संस्थान, वाडिया हिमालय भूविज्ञान संस्थान, भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण, केन्‍द्रीय भूमि जल बोर्ड, भारतीय सुदूर संवेदन संस्थान तथा आईआईटी रूडकी जैसे संस्थान नगर का विभिन्न पहलुओं से अध्ययन कर रहे हैं। सभी संस्थानों ने अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट दो से तीन सप्ताह में देने की बात कही है।

धामी ने कहा कि विस्थापन के लिए वहां के लोगों से मिलकर सुझाव लिये जाएं और चमोली के जिलाधिकारी हिमांशु खुराना स्थानीय लोगों से सुझाव लेकर सरकार को जल्द से जल्द रिपोर्ट भेजें। उन्होंने जोशीमठ के प्रभावित क्षेत्र के विस्थापित किए जाने वाले लोगों को सरकार की ओर से बेहतर व्यवस्थाओं का आश्वासन दिया।

बैठक में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को उन शहरों के लिए भी कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए जहां सही जल निकासी योजना एवं सीवर प्रणाली नहीं हैं। उन्होंने कहा कि सभी शहरों को श्रेणियों के आधार पर चिन्हित किया जाए।

उधर, खुराना ने जोशीमठ के प्रभावित परिवारों से पुनर्वास को लेकर सुझाव मांगे। उन्होंने नगर में भूधंसाव की वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए सभी प्रभावितों से किसी अन्य सुरक्षित स्थान पर स्थायी विस्थापन और नया जोशीमठ बसाने को लेकर सुझाव मांगे हैं।

प्रभावित नागरिकों से एक अपील में जिलाधिकारी ने कहा कि वे अपने बहुमूल्य सुझाव जिला प्रशासन को दें ताकि उनके सुझाव और इच्छा के अनुरूप स्थायी विस्थापन की कार्रवाई अच्छे तरीके से की जा सके।

​खुराना ने बृहस्पतिवार को जोशीमठ में असुरक्षित घोषित एक और भवन तोड़ने का आदेश जारी कर दिया। यह भवन जोशीमठ नगर पालिका के वार्ड नंबर-7 के दिनेश लाल का है जिन्होंने भूधंसाव के कारण असुरक्षित हो गए अपने मकान के ध्वस्तीकरण के लिए लिखित सहमति प्रदान कर दी थी।

इससे पहले, असुरक्षित घोषित दो होटलों, दो निजी भवनों तथा लोक निर्माण विभाग के डाक बंगले को नोडल एजेंसी केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान की तकनीकी निगरानी में वैज्ञानिक तरीके से तोड़े जाने की कार्रवाई चल रही है।

जोशीमठ समेत पूरे इलाके में आसमान में बादल छाए हुए हैं और आसपास की ऊंची चोटियों पर सुबह से ही बर्फ गिर रही है जिससे जोशीमठ समेत निचले इलाकों में कड़ाके की ठंड पड़ रही है।

Punjab News: BJP, RSS ने देश में नफरत, हिंसा और भय का माहौल बनाया : राहुल गांधी

देश-दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें। News uploaded from Noida