दिल्ली में पहली बार एसएचओ की नियुक्ति परीक्षा के आधार पर होगा

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Delhi News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar17 Mar 2025 08:44 PM
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Delhi News : दिल्ली पुलिस ने 2025 में एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए स्टेशन हाउस आॅफिसर (एसएचओ) पदों पर नियुक्ति के लिए मेरिट-आधारित परीक्षा प्रणाली लागू की है। पहली बार, एसएचओ की नियुक्ति वरिष्ठता और अनुभव के बजाय योग्यता-आधारित परीक्षा के माध्यम से की जाएगी, जिससे चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता और दक्षता बढ़ेगी।

18 मार्च को वजीराबाद में होगी एसएचओ की परीक्षा

इस नई प्रणाली के तहत, विशेष रूप से साइबर पुलिस स्टेशनों के लिए परीक्षा आयोजित की जा रही है, जो राजधानी में डिजिटल अपराधों से निपटने में अग्रणी भूमिका निभाते हैं। कुल 122 पुलिस निरीक्षकों ने 15 उपलब्ध साइबर एसएचओ पदों के लिए आवेदन किया है, जिससे यह प्रक्रिया अत्यंत प्रतिस्पर्धात्मक बन गई है। परीक्षा 18 मार्च को वजीराबाद में दिल्ली पुलिस अकादमी में आयोजित की जाएगी।

क्या होगा परीक्षा पैटर्न 

परीक्षा में उम्मीदवारों को व्यापक पाठ्यक्रम पर परखा जाएगा, जिसमें निम्नलिखित विषय शामिल हैं। - भारतीय दंड संहिता - दंड प्रक्रिया संहिता - भारतीय साक्ष्य अधिनियम - साइबर अपराध और आईटी कौशल - एनडीपीएस अधिनियम - पोक्सो अधिनियम - जेजे अधिनियम - शस्त्र अधिनियम - दिल्ली पुलिस अधिनियम - दिल्ली आबकारी अधिनियम - कंपनी अधिनियम

आधुनिक पुलिसिंग को संभालने में सक्षम अधिकारियों का चयन

इस कदम का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि केवल सबसे योग्य अधिकारियों को नेतृत्व की भूमिकाएं सौंपी जाएं, जिससे जांच कौशल में सुधार होगा और पुलिसिंग के मानकों में वृद्धि होगी। वरिष्ठता पर योग्यता को प्राथमिकता देकर, दिल्ली पुलिस का लक्ष्य आधुनिक पुलिसिंग की जटिलताओं को संभालने में सक्षम अधिकारियों को नेतृत्व की भूमिकाओं में नियुक्त करना है। Delhi News

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वक्फ बिल के खिलाफ AIMPLB का जोरदार विरोध, सरकार पर भूमि कब्जे का आरोप

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Waqf Board:
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 05:22 AM
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Waqf Board: दिल्ली के जंतर-मंतर पर आज ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) ने वक्फ(Waqf Board) विधेयक 2024 के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन में कई मुस्लिम संगठनों के प्रमुख नेताओं ने भाग लिया और इस बिल को वापस लेने की मांग की। वक्फ (Waqf Board)भूमि की सुरक्षा और संविधान की रक्षा को लेकर उठे इस मुद्दे ने तूल पकड़ लिया है। AIMPLB के नेताओं ने सरकार पर वक्फ भूमि पर कब्जा करने का आरोप लगाया है।

प्रदर्शन में शामिल नेताओं ने उठाए गंभीर सवाल

प्रदर्शन में शामिल प्रमुख नेताओं में जमीयत उलेमा ए हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी, AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी, टीएससी सांसद अबू ताहिर, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के सांसद ईटी बसीर, सीपीआई महासचिव सय्यद अजीज पाशा और सीपीआईएमएल के सांसद राजा राम सिंह भी शामिल थे। AIMPLB के प्रवक्ता एसक्यूआर इलियास ने किसानों के कानूनों का उदाहरण देते हुए कहा कि इस बिल को भी हम उसी तरह वापस करवा सकते हैं जैसे किसानों ने अपनी मांगों को मनवाया था। इलियास ने कहा, "हमारा संघर्ष अभी शुरू हुआ है, और हम इसे कानून बनने से रोकेंगे। अगर सरकार हमारी बात नहीं सुन सकती, तो ऐसी सरकार को सत्ता में रहने का अधिकार नहीं है।"

वक्फ(Waqf Board) की सुरक्षा और संविधान की रक्षा की मांग

AIMPLB के उपाध्यक्ष उबेदुल्लाह आजमी ने कहा कि वक्फ(Waqf Board) की सुरक्षा भारतीय संविधान द्वारा दी गई जिम्मेदारी है। उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार को वक्फ (Waqf Board)की जमीन पर कब्जा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए थी, लेकिन इसके बजाय उन्होंने वक्फ भूमि पर कब्जा करने के लिए कानून बना दिया। आजमी ने संविधान और वक्फ की रक्षा के लिए हर संभव संघर्ष की चेतावनी दी। साथ ही, उन्होंने मस्जिदों पर तिरपाल डालने के मामले को भी उठाया और इसे सरकार की नफरत फैलाने वाली नीति बताया।

आजमी ने कहा, "हमें इस देश के लिए कुर्बानियां दी हैं और हम अपनी जड़ों से जुड़े हैं। हम वक्फ(Waqf Board) की सुरक्षा के लिए हर कुर्बानी देने को तैयार हैं।"Waqf Board:

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यमुना की खूबसूरती में होगा इजाफा, कुछ इस अंदाज में किया जाएगा खटारा बसों का यूज

Yamuna Ghat
Delhi News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 02:21 AM
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Delhi News : दिल्ली में जल्द ही यमुना किनारे बस रेस्तरां का लुत्फ उठाने का मौका मिलेगा। पुरानी डीटीसी बसों को नया रंग-रूप देकर इन्हें खूबसूरत रेस्तरां में बदला जाएगा जहां बैठकर आप स्वादिष्ट भोजन का आनंद ले सकेंगे। दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) इस अनोखी योजना पर काम कर रहा है और इसके तहत सबसे पहला बस रेस्तरां कश्मीरी गेट बस अड्डे के पास यमुना वाटिका में खुलेगा।

क्यों खास है ये बस रेस्तरां?

पुरानी बसों का अनोखा इस्तेमाल: कबाड़ हो चुकी डीटीसी बसों को फेंकने की बजाय उन्हें नया जीवन दिया जाएगा। यमुना किनारे खाने का मजा: प्रकृति के करीब बैठकर स्वादिष्ट व्यंजनों का लुत्फ लेना अपने आप में एक खास अनुभव होगा। पर्यटन को बढ़ावा: यह जगह दिल्लीवालों और पर्यटकों के लिए एक नई डाइनिंग डेस्टिनेशन बनेगी। रोजगार के मौके: इस पहल से कई लोगों को नौकरी मिलेगी खासतौर पर फूड इंडस्ट्री में।

बस को कैसे बनाया जाएगा रेस्तरां?

खटारा बसों के इंटीरियर को पूरी तरह नया लुक दिया जाएगा जिसमें किचन, बैठने की व्यवस्था और साज-सज्जा शामिल होगी। बस के अंदर ही मॉडर्न किचन होगा जिसमें हाई-क्वालिटी स्टोव, रेफ्रिजरेटर, स्टोरेज और काउंटर लगाए जाएंगे। बस के पावर सिस्टम में जरूरी बदलाव किए जाएंगे ताकि रेस्तरां की सुविधाएं सुचारू रूप से चल सकें।वहीं बस के एक्सटीरियर को आकर्षक तरीके से सजाया जाएगा ताकि यह एक अनोखा कैफे जैसा दिखे।

क्या हैं इस प्रोजेक्ट की चुनौतियां?

चूंकि ये बसें सीएनजी लो-फ्लोर मॉडल पर आधारित हैं इसलिए इनमें किचन ऑपरेशन की सुरक्षा को लेकर गहन जांच और उपयुक्त उपाय करने होंगे। रेस्तरां के लिए आवश्यक बुनियादी सुविधाएं सुनिश्चित करनी होंगी ताकि यह एक टिकाऊ और स्वच्छ परियोजना बन सके। यमुना किनारे स्थित होने के कारण इन बस रेस्तरां की सफाई और सौंदर्यीकरण का विशेष ध्यान रखना आवश्यक होगा।

दिल्ली के लिए कितना फायदेमंद होगा यह प्रोजेक्ट?

अगर यह योजना सफल होती है तो आगे चलकर दिल्ली में कई और बस रेस्तरां खुल सकते हैं। यह दिल्ली की खूबसूरती को और बढ़ाने के साथ-साथ लोगों को एक यादगार अनुभव देगा। Delhi News

अब चंद मिनटों में साफ होगा रास्ता, ट्रैफिक जाम की समस्या बन रही DTC पर लगेगी ब्रेक!

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