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Delhi Ramlila:अयोध्या के भव्य राम मंदिर की तर्ज पर सजेगी करोल बाग राम वाटिका की रामलीला

Delhi Ramlila

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Delhi Ramlila: मीना कौशिक/  राजधानी दिल्ली में श्रीराम वाटिका करोल बाग में रामलीला मंचन इस बार अयोध्या के श्री राम मंदिर की भव्यता के साथ भक्तों के आकर्षण का केंद्र होगी। श्री सनातन धर्म लीला समिति करोल बाग द्वारा राम वाटिका करोल बाग में वर्ष 2023 की Delhi Ramlila मंचन के लिए तैयारी जोरों पर हैं। आधुनिक तकनीक से सराबोर , रोशनी से लेकर विमान तक श्री राम मंदिर अयोध्या की तर्ज पर निर्माण के मुख्य आकर्षण की भव्य तैयारी कर ली गई है । 17 सितंबर को भूमि पूजन के साथ Delhi Ramlila मंचन का शंखनाद होगा।

रामलीला में श्री राम मंदिर के भव्य निर्माण की अद्भुत छटा का नज़ारा होगा

श्री सनातन धर्म लीला समिति करोल बाग के संस्थापक सदस्य आचार्य राम गोपाल शुक्ला 34 वर्षों से इस रामलीला के मंचन से जुड़े हुए हैं और उन्होंने शुरू से लेकर आधुनिक तकनीक तक रामलीला के बदलते स्वरूप को नजदीक से देखा है। आचार्य राम गोपाल शुक्ला ने बताया कि रामलीला मंचन के स्वरूप में बहुत फर्क आया है लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि करोल बाग समिति के खुद के तैयार किए हुए कलाकार ही रामलीला का मंचन पूरी भक्ति के साथ करते हैं। हर बार श्री राम की वही कहानी है, लेकिन हर बार इसका रंग रूप आधुनिक तेवर में निखरता ही जा रहा है ,और इस बार की रामलीला खास इसलिए है कि पूरी राम वाटिका श्री राम मंदिर अयोध्या की थीम पर रामलीला का मंचन विश्व भर के भक्तों के आकर्षण का केंद्र बनने जा रहा है । इसकी समूची तैयारी कर ली गई है।  दिन रात बैठकों का दौर जारी है, तैयारी अपने चरम पर है।
Delhi Ramlila  समिति के संस्थापक सदस्य आचार्य राम गोपाल शुक्ला और अध्यक्ष अशोक कपूर के साथ आधुनिक तेवर में रामलीला की तैयारी…

Delhi Ramlila

श्री सनातनधर्म लीला समिति करोलबाग द्वारा राम वाटिका करोलबाग में वर्ष 2023 की लीला मंचन की म तैयारियां जोरों पर है । आचार्य राम गोपाल शुक्ला ने बताया 17 सितंबर को भूमि पूजन  किया जाएगा । अध्यक्ष श्री अशोक कपूर, महामंत्री विशन स्वरूप गुप्ता, मंत्री प्रवीन कपूर, कोषाध्यक्ष सलेक चंद गुप्ता के साथ साथ पूरी कार्यकारिणी रामलीला मंचन की तैयारियों में जी जान के साथ जुटी हुई है।
34 वर्षों से श्री सनातन धर्म रामलीला समिति में जुड़े हैं आचार्य रामगोपाल शुक्ला…
संस्थापक सदस्य आचार्य शुक्ल का अनुभवी मार्गदर्शन रंग ला रहा है ,उनका अनुभव रामलीला के मंचन में उसकी भव्यता और श्री राम मंदिर निर्माण की तर्ज पर मुख्य आकर्षण को अलौकिक सुंदर और भव्य बनाने में उल्लेखनीय है।  रामलीला के मुख्य द्वार से लेकर वहां की छत तक सब अयोध्या नगरी के श्री राम मंदिर के निर्माण की तर्ज पर दर्शकों को आकर्षित करने वाला है।
Delhi Ramlila राजधानी के तमाम गण मान्य लोगों को किया गया है आमंत्रित..
मंत्री प्रवीन कपूर के अनुसार इस बार पूरे मंच की थीम श्री राम मंदिर अयोध्या की भव्यता उनकी बाल लीलाओं और रोशनी की जगमग से लेकर निर्माण तक के थीम को प्राथमिकता दी गई है। यह नजारा  दर्शकों के मन को छूकर रोमांचित करेगा। आज की युवा पीढ़ी और दर्शक यहां श्री राम की विराटता का दर्शन बहुत ही रोमांचक अंदाज़ में देख सकेंगे। श्री अशोक कुमार कपूर के मुताबिक युवा पीढ़ी के लिए श्री राम के आदर्शों और उनके बाल लीलाओं से लेकर उनके वनवास तक मर्यादा पुरुषोत्तम राम के चरित्र से लेकर उनकी राजनीति तक का भव्य मंचन प्रेरणा का स्रोत होगा.। श्री अशोक कपूर और श्री प्रवीण कपूर के मुताबिक समारोह में पधारने के लिए सामाजिक, धार्मिक,औऱ राजनीतिक महानुभावो को निमंत्रण भेज दिया गया है ।

क्या-क्या होगा खास….

Delhi Ramlila के मंचन में सबसे खास तो श्री राम मंदिर के भव्य निर्माण का रूप आकर्षण का केंद्र होगा ,इसके साथ ही श्री राम की लीलाओं के अनेक प्रसंग आधुनिक तकनीक से ,विमान से सीता हरण से लेकर  हनुमान जी का वाटिका में जाने तक सब कुछ जीवंत होगा और यह अद्भुत पल युवा पीढ़ी को श्री राम के जीवन दर्शन को अपनाने के लिए प्रेरित करेंगे। जगमग रोशनी के साथ माता सीता राम लक्ष्मण के बनवास के जटिल दिनों की यादें और उन जटिल दिनों से निकलकर उनका राजतिलक और रावण के अहंकार को खत्म करने के लिए उनकी  रणनीति सभी कुछ अद्भुत ढंग से दर्शाया जाएगा।
समिति के कार्यकर्ताओं की निष्ठा पूर्ण तैयारी रहती है पूरे वर्ष…
समिति के सैकड़ो कार्यकर्ता सुरक्षा से लेकर सजावट तक अलग-अलग दायित्व में श्री राम की भक्ति के प्रति पूरी तरह से समर्पित होकर कार्य कर रहे हैं। आचार्य राम गोपाल शुक्ला के मुताबिक रामलीला के लिए पूरे वर्ष हम स्वयं स्थानीय कलाकारों को तैयार करते हैं उन्हें भगवान राम के चरित्र के बारे में और जीवन दर्शन के बारे में सीखने से लेकर उसे पर अमल करने तक पर हम उन्हें प्रशिक्षण देते हैं । क्योंकि राम का चरित्र निभाने के लिए उनके अंदर वह भावनाएं और अभिव्यक्ति होनी चाहिए जो उनके चरित्र में थी इसलिए हमारे कलाकार सिर्फ कलाकार नहीं है बल्कि उन्हे अपने घरों में भगवान राम की जीवन शैली को अपनाने और उस  पर अमल करने  का प्रशिक्षण दिया जाता है।  इसीलिए यह  रामलीला और भी अधिक महत्वपूर्ण है।

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