Greater Noida News : यूं मनाया जाट समाज ने त्योहार

R.P.Raghuvanshi during Diwali celebrations in Greater Noida[/caption]
कार्यक्रम का बड़े ही अनोखे अंदाज में संचालन वरिष्ठ पत्रकार तथा चेतना मंच के संपादक आर.पी. रघुवंशी ने किया। कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट अतिथि गौतमबुद्घनगर जिला पंचायत अध्यक्ष अमित चौधरी, बुलंदशहर की जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती डा. अंतुल तेवतिया, बुलंदशहर के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष चौधरी ओमवीर सिंह, प्रसिद्घ सामाजिक कार्यकर्ता व शिक्षाविद श्रीमती राजेश कुमारी चौधरी, प्रसिद्घ पर्यावरण विद एवं सामाजिक कार्यकर्ता डा. कुलदीप मलिक, भारत सरकार में खाद्य विभाग के महाप्रबंधक नरेन्द्र तोमर मौजूद थे।
समारोह में बोलते हुए बुलंदशहर की पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष डा. अंतुल तेवतिया ने कहा कि देश ही नहीं पूरी दुनिया में जाट समाज का बेहद शानदार इतिहास रहा है। वह जाट समाज ही था जिसकी बेटियों ने सदियों से झांसी की रानी की तरह अपना कौशल प्रदर्शित करते हुए सदैव देश व समाज की रक्षा की है। श्रीमती राजेश कुमारी चौधरी ने कहा कि यूं तो जाट समाज का योगदान यह देश कभी नहीं भुला सकता किन्तु हमें और अधिक काम करने की आवश्यकता है। शिक्षा का क्षेत्र हो, नारी उत्थान का क्षेत्र हो अथवा साफ सफाई का क्षेत्र हो हमें और अधिक गंभीरता से इन विषयों पर काम करना पड़ेगा।
उन्होंने बताया कि हमने और हमारे परिवार ने गांव में खाली पड़े घर को सौंदर्यीकरण करा एक पुस्तकालय में बदल दिया है। वहां दिन भर अनेक बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे है। इसी प्रकार का प्रयास समाज क अन्य लोग भी कर सकते है। कार्यक्रम में प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता व चंद्रलेखा कंस्ट्रक्शन कंपनी के मालिक एच.पी. सिंह परिहार ने बड़े ही आक्रोश के साथ समाज के कुछ लोगों पर नाराजगी जताई। उनका कहना था कि समाज के कुछ तथाकथित नेता केवल मंच पर आकर समाजसेवा का ढोंग भर करते हैं। वास्तव में उन्हें समाज से कुछ अधिक लेना-देना होता नहीं है। ऐसे लोग मंच का सामान्य प्रोटोकॉल भी भूल जाते हैं।
इस अवसर पर चौ0 गजेन्द्र सिंह अत्री, विरेन्द्र चौधरी, मोहन चौधरी, अमित राठी, चौधरी अजित सिंह चाहर, के.के. सिंह एडवोकेट समेत बड़ी संख्या में जाट समाज के प्रबुद्ध नागरिक, महिलाएं, छात्र, छात्राएं एवं बच्चे भी मौजूद थे।अगली खबर पढ़ें
R.P.Raghuvanshi during Diwali celebrations in Greater Noida[/caption]
कार्यक्रम का बड़े ही अनोखे अंदाज में संचालन वरिष्ठ पत्रकार तथा चेतना मंच के संपादक आर.पी. रघुवंशी ने किया। कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट अतिथि गौतमबुद्घनगर जिला पंचायत अध्यक्ष अमित चौधरी, बुलंदशहर की जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती डा. अंतुल तेवतिया, बुलंदशहर के पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष चौधरी ओमवीर सिंह, प्रसिद्घ सामाजिक कार्यकर्ता व शिक्षाविद श्रीमती राजेश कुमारी चौधरी, प्रसिद्घ पर्यावरण विद एवं सामाजिक कार्यकर्ता डा. कुलदीप मलिक, भारत सरकार में खाद्य विभाग के महाप्रबंधक नरेन्द्र तोमर मौजूद थे।
समारोह में बोलते हुए बुलंदशहर की पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष डा. अंतुल तेवतिया ने कहा कि देश ही नहीं पूरी दुनिया में जाट समाज का बेहद शानदार इतिहास रहा है। वह जाट समाज ही था जिसकी बेटियों ने सदियों से झांसी की रानी की तरह अपना कौशल प्रदर्शित करते हुए सदैव देश व समाज की रक्षा की है। श्रीमती राजेश कुमारी चौधरी ने कहा कि यूं तो जाट समाज का योगदान यह देश कभी नहीं भुला सकता किन्तु हमें और अधिक काम करने की आवश्यकता है। शिक्षा का क्षेत्र हो, नारी उत्थान का क्षेत्र हो अथवा साफ सफाई का क्षेत्र हो हमें और अधिक गंभीरता से इन विषयों पर काम करना पड़ेगा।
उन्होंने बताया कि हमने और हमारे परिवार ने गांव में खाली पड़े घर को सौंदर्यीकरण करा एक पुस्तकालय में बदल दिया है। वहां दिन भर अनेक बच्चे शिक्षा ग्रहण कर रहे है। इसी प्रकार का प्रयास समाज क अन्य लोग भी कर सकते है। कार्यक्रम में प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता व चंद्रलेखा कंस्ट्रक्शन कंपनी के मालिक एच.पी. सिंह परिहार ने बड़े ही आक्रोश के साथ समाज के कुछ लोगों पर नाराजगी जताई। उनका कहना था कि समाज के कुछ तथाकथित नेता केवल मंच पर आकर समाजसेवा का ढोंग भर करते हैं। वास्तव में उन्हें समाज से कुछ अधिक लेना-देना होता नहीं है। ऐसे लोग मंच का सामान्य प्रोटोकॉल भी भूल जाते हैं।
इस अवसर पर चौ0 गजेन्द्र सिंह अत्री, विरेन्द्र चौधरी, मोहन चौधरी, अमित राठी, चौधरी अजित सिंह चाहर, के.के. सिंह एडवोकेट समेत बड़ी संख्या में जाट समाज के प्रबुद्ध नागरिक, महिलाएं, छात्र, छात्राएं एवं बच्चे भी मौजूद थे।संबंधित खबरें
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wrestling organised by Rishi pal Memorial Trust[/caption]
ऋषिपाल मेमोरियल ट्रस्ट के इस दंगल में पुरुष पहलवानों के साथ ही महिला पहलवानों ने भी हिस्सा लिया। ऋषिपाल केसरी टाइटिल के लिए तकरीबन 29 कुश्तियां हुईं। महिलाओं की तकरीबन 20 कुश्तियां हुई। दंगल में बाल पहलवानों को प्रोत्साहित करने के लिए तकरीबन 100 कुश्तियां हुई। प्रतियोगिता में नेत्रपाल, नवल किशोर, वंदना चौधरी, विजय खत्री, प्रदीप, अनिल एसएसबी, ललित कुमार व रवि कुमार ने रेफरी की भूमिका निभाई।