Noida News : 15 दिनों में आएगी ब्लास्ट टेस्ट की रिपोर्ट
भारत
चेतना मंच
29 Nov 2025 09:33 AM
Noida: नोएडा। कल सेक्टर-93ए स्थित सुपरटेक एमरोल्ड कोर्ट स्थित एपेक्स टावर में किए गए ब्लास्ट टेस्ट की रिपोर्ट करीब 15 दिनों के अंदर मिल जाएगी। यह रिपोर्ट आईआईटी चेन्नई तैयार कर कर सौंपेगी। कल ब्लास्ट टेस्ट के दौरान यह टीम भी मौके पर मौजूद थी।
यह जानकारी टावर को विस्फोट करके जमींदोज करने वाली दक्षिण अफ्रीका की कंपनी एडफिश इंजीनियरिंग कंपनी के इंडिया हेड उत्कर्ष मेहता ने दी है।
श्री मेहता ने बताया कि टेस्ट ब्लास्ट का मुख्य उद्देश्य ब्लास्ट के दौरान होने वाले कंपन की तीव्रता, टॉवर की मजबूती तथा उसमें प्रयुक्त होने वाले विस्फोटक की मात्रा का परीक्षण तथा वायु एवं ध्वनि प्रदूषण का आकलन करना है। रविवार को हुए टेस्ट ब्लास्ट रिपोर्ट से पता चलेगा कि टावर को ब्लास्ट करने में कितना विस्फोटक लगाया जाएगा।
बता दें कि पत्रकार वार्ता के दौरान उत्कर्ष मेहता ने मीडिया को बताया था कि 22 मई को ट्विन टावर के ब्लास्ट करने के लिए करीब 2500- 3000 किलो विस्फोटक लगने की उम्मीद है। लेकिन अब इसका सही आंकलन टेस्ट रिपोर्ट के बाद ही पता चल पाएगा। एडिफिस कंपनी की विस्फोटक विशेषज्ञ कंपनी जेट डिमोलिशन के प्रबंध निदेशक जो ब्रिंकमैन ने बताया कि टिवन टॉवर का निर्माण अपेक्षाकृत काफी मजबूत है। इसको विस्फोट करने के लिए अधिक मात्रा में विस्फोटक की आवश्यकता होगी।
नोएडा प्राधिकरण के चीफ आर्किटेक्ट प्लानर (सीएपी) इस्तियाक अहमद ने बताया कि रविवार को बेसमेंट के 5 पिलर्स तथा 13वीं मंजिल के एक पिलर में अलग-अलग मात्रा में विस्फोटक लगाया गया था। विस्फोट के दौरान कुछ पिलर चिटक गए तथा कुछ ज्यादा छतिग्रस्त हो गए। ऐसी स्थिति में अब इस मामले में सही आंकलन करके विस्फोटक की मात्रा तय की जाएगी।
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चेतना मंच
29 Nov 2025 09:33 AM
Noida: नोएडा। कल सेक्टर-93ए स्थित सुपरटेक एमरोल्ड कोर्ट स्थित एपेक्स टावर में किए गए ब्लास्ट टेस्ट की रिपोर्ट करीब 15 दिनों के अंदर मिल जाएगी। यह रिपोर्ट आईआईटी चेन्नई तैयार कर कर सौंपेगी। कल ब्लास्ट टेस्ट के दौरान यह टीम भी मौके पर मौजूद थी।
यह जानकारी टावर को विस्फोट करके जमींदोज करने वाली दक्षिण अफ्रीका की कंपनी एडफिश इंजीनियरिंग कंपनी के इंडिया हेड उत्कर्ष मेहता ने दी है।
श्री मेहता ने बताया कि टेस्ट ब्लास्ट का मुख्य उद्देश्य ब्लास्ट के दौरान होने वाले कंपन की तीव्रता, टॉवर की मजबूती तथा उसमें प्रयुक्त होने वाले विस्फोटक की मात्रा का परीक्षण तथा वायु एवं ध्वनि प्रदूषण का आकलन करना है। रविवार को हुए टेस्ट ब्लास्ट रिपोर्ट से पता चलेगा कि टावर को ब्लास्ट करने में कितना विस्फोटक लगाया जाएगा।
बता दें कि पत्रकार वार्ता के दौरान उत्कर्ष मेहता ने मीडिया को बताया था कि 22 मई को ट्विन टावर के ब्लास्ट करने के लिए करीब 2500- 3000 किलो विस्फोटक लगने की उम्मीद है। लेकिन अब इसका सही आंकलन टेस्ट रिपोर्ट के बाद ही पता चल पाएगा। एडिफिस कंपनी की विस्फोटक विशेषज्ञ कंपनी जेट डिमोलिशन के प्रबंध निदेशक जो ब्रिंकमैन ने बताया कि टिवन टॉवर का निर्माण अपेक्षाकृत काफी मजबूत है। इसको विस्फोट करने के लिए अधिक मात्रा में विस्फोटक की आवश्यकता होगी।
नोएडा प्राधिकरण के चीफ आर्किटेक्ट प्लानर (सीएपी) इस्तियाक अहमद ने बताया कि रविवार को बेसमेंट के 5 पिलर्स तथा 13वीं मंजिल के एक पिलर में अलग-अलग मात्रा में विस्फोटक लगाया गया था। विस्फोट के दौरान कुछ पिलर चिटक गए तथा कुछ ज्यादा छतिग्रस्त हो गए। ऐसी स्थिति में अब इस मामले में सही आंकलन करके विस्फोटक की मात्रा तय की जाएगी।
Weather News :उत्तर भारत में भीषण गर्मी व लू की भयंकर मार
Heat Wave Alert Heat wave will wreak havoc on these states including Delhi from today
भारत
चेतना मंच
11 Apr 2022 08:12 PM
New Delhi: नई दिल्ली (एजेंसी)। उत्तर भारत के ज्यादातर राज्यों में दिन के समय तेज धूप जैसे आसमान से आग बरसा रही है। बढ़ते तापमान के साथ लू के थपेड़ों से लोग परेशान हैं। मौसम विभाग ने देश के कई राज्यों में लू (हीट वेव) की चेतावनी दी है। आईएमडी के मुताबिक, राजस्थान, पंजाब के कुछ हिस्सों, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, छत्तीसगढ़ और पश्चिमी मध्य प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में भीषण लू चलने की संभावना है। राजधानी दिल्ली व एनसीआर में गर्मी के चलते मौसम विभाग ने 'येलो' अलर्ट जारी किया है। दिल्ली के कई जगहों पर हीटवेव कंडीशन और बहुत से इलाकों में सीवियर हीटवेव कंडीशन की भविष्यवाणी की गई है। दिन के समय आज दिल्ली का न्यूनतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस रहने की उम्मीद है, जबकि अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस रह सकता है।
पहाड़ी इलाकों की बात की जाये तो मौसम विभाग ने उत्तराखंड में फिर मौसम बदलने की संभावना जताई है। पश्चिमी विक्षोभ के चलते अगले कुछ दिनों में यहां बारिश हो सकती है। जिसके चलते तापमान में कुछ कमी आ सकती है। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून का न्यूनतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 39 डिग्री सेल्सियस रहेगा। वहीं हिमाचल प्रदेश के शिमला का न्यूनतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस रहने वाला है और अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है।
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चेतना मंच
11 Apr 2022 08:12 PM
New Delhi: नई दिल्ली (एजेंसी)। उत्तर भारत के ज्यादातर राज्यों में दिन के समय तेज धूप जैसे आसमान से आग बरसा रही है। बढ़ते तापमान के साथ लू के थपेड़ों से लोग परेशान हैं। मौसम विभाग ने देश के कई राज्यों में लू (हीट वेव) की चेतावनी दी है। आईएमडी के मुताबिक, राजस्थान, पंजाब के कुछ हिस्सों, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, छत्तीसगढ़ और पश्चिमी मध्य प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में भीषण लू चलने की संभावना है। राजधानी दिल्ली व एनसीआर में गर्मी के चलते मौसम विभाग ने 'येलो' अलर्ट जारी किया है। दिल्ली के कई जगहों पर हीटवेव कंडीशन और बहुत से इलाकों में सीवियर हीटवेव कंडीशन की भविष्यवाणी की गई है। दिन के समय आज दिल्ली का न्यूनतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस रहने की उम्मीद है, जबकि अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस रह सकता है।
पहाड़ी इलाकों की बात की जाये तो मौसम विभाग ने उत्तराखंड में फिर मौसम बदलने की संभावना जताई है। पश्चिमी विक्षोभ के चलते अगले कुछ दिनों में यहां बारिश हो सकती है। जिसके चलते तापमान में कुछ कमी आ सकती है। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून का न्यूनतम तापमान 19 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 39 डिग्री सेल्सियस रहेगा। वहीं हिमाचल प्रदेश के शिमला का न्यूनतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस रहने वाला है और अधिकतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है।
Gautam Buddha University: जीबीयू में चल रहा है गोलमाल
Gautambudh University
भारत
चेतना मंच
02 Dec 2025 04:36 AM
Greater Noida: ग्रेटर नोएडा । गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय (जीबीयू) (GBU) में बड़े पदों पर अवैध ढंग से नियुक्ति का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। आरोप है कि कुल सचिव (रजिस्ट्रार) जैसे महत्वपूर्ण पद पर अवैध ढंग से नियुक्त हुआ एक अधिकारी सवा साल से विश्वविद्यालय का संचालन कर रहा है। इस आश्य का एक पत्र जन कल्याण समिति के अध्यक्ष आर.पी. सिंह ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लिखा है। यहां यह तथ्य विशेष रूप से उल्लेखनीय है कि प्रदेश का मुख्यमंत्री ही गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय का कुलाधिपति (चांसलर) होता है। पत्र में बेहद गंभीर आरोप लगाए गए हैं। इस पत्र में कहा गया है कि दिसंबर-2020 से गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय में रजिस्ट्रार के पद पर एक ऐसा व्यक्ति तैनात है जिसकी नियुक्ति पूरी तरह से अवैध है। मजेदार बात यह है कि रजिस्ट्रार की पात्रता तय करने के लिए बनाई गई समिति ने पात्रता के जो नियम बनाए थे वे सारे नियम अवैध ढंग से तैनात होने वाले सब रजिस्ट्रार ने स्वयं ही बनाए थे।
पत्र में साफ-साफ लिखा गया है कि वर्तमान में कुलसचिव (रजिस्ट्रार) के पद पर तैनात विश्वास त्रिपाठी को तत्कालीन कुलपति प्रो. भगवती प्रकाश शर्मा का खुला आशीर्वाद प्राप्त था। उस आशीर्वाद के बदले श्री त्रिपाठी द्वारा श्री शर्मा को अनेक ढंगों से उपकृत करने के तमाम किस्से विश्वविद्यालय में प्रचलित हैं। पत्र में कहा गया है कि कुलसचिव की पात्रता तय करने के लिए विश्वविद्यालय की एक समिति का गठन 17 सितंबर 2020 को हुआ था। इस समिति के सदस्य के तौर पर विश्वास त्रिपाठी (रजिस्ट्रार) ने स्वयं ही सारे नियम बनाए थे।
पत्र में खुलासा किया गया है कि रजिस्ट्रार के पद पर नियुक्ति के लिए 15 अक्टूबर 2020 को विज्ञापन प्रकाशित किया गया था। मजेदार बात यह है कि प्रबंधन बोर्ड से विज्ञापन प्रकाशन व रजिस्ट्रार की पात्रता का अनुमोदन 2 नवंबर 2020 को यानि विज्ञापन छपने के 17 दिन बाद हुआ था। पत्र में रजिस्ट्रार के लिए आने वाले आवेदनों की स्कू्रटनी के लिए गठित समिति के अवैध ढंग से गठन/सवा वर्ष से रजिस्ट्रार के पद पर तैनात विश्वास त्रिपाठी की इस पद के लिए पात्रता आदि के मुददे को भी विस्तार से बताया गया है।
पत्र में कहा गया है कि रजिस्ट्रार के पद के लिए कम से कम 15 वर्षों तक असिस्टेंट प्रोफेसर अथवा 8 वर्षों तक एसोसिएट प्रोफेसर के तौर पर अनुभव होना लाजमी है। जबकि श्री त्रिपाठी इन दोनों ही मानकों पर ही खरे नहीं उतरते हैं। श्री त्रिपाठी तो अपने कुछ आकाओं की कृपा से इसी विश्वविद्यालय में संविदा (कांट्रेक्ट) पर तैनात रहे थे। यानि खुल्लम-खुल्ला कायदे कानूनों की धज्जियां उड़ाकर अपने एक चहेते को रजिस्ट्रार जैसे पद पर आसीन कराने की पूरी कहानी का जिक्र इस पत्र में किया गया है।
पत्र में इस पूरे प्रकरण की त्वरित जांच कराकर सख्त से सख्त कार्यवाही करने की मांग की गयी है। पत्र में कहा गया है कि गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय प्रदेश के सबसे शानदार विश्वविद्यालय के रूप में स्थापित हुआ था किन्तु यहां फैले भ्रष्टाचार एवं भाई-भतीजावाद के कारण यह विश्वविद्यालय एक विशालकाय खंडहर के रूप में परिवर्तित होता जा रहा है।
भारत
चेतना मंच
02 Dec 2025 04:36 AM
Greater Noida: ग्रेटर नोएडा । गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय (जीबीयू) (GBU) में बड़े पदों पर अवैध ढंग से नियुक्ति का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। आरोप है कि कुल सचिव (रजिस्ट्रार) जैसे महत्वपूर्ण पद पर अवैध ढंग से नियुक्त हुआ एक अधिकारी सवा साल से विश्वविद्यालय का संचालन कर रहा है। इस आश्य का एक पत्र जन कल्याण समिति के अध्यक्ष आर.पी. सिंह ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लिखा है। यहां यह तथ्य विशेष रूप से उल्लेखनीय है कि प्रदेश का मुख्यमंत्री ही गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय का कुलाधिपति (चांसलर) होता है। पत्र में बेहद गंभीर आरोप लगाए गए हैं। इस पत्र में कहा गया है कि दिसंबर-2020 से गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय में रजिस्ट्रार के पद पर एक ऐसा व्यक्ति तैनात है जिसकी नियुक्ति पूरी तरह से अवैध है। मजेदार बात यह है कि रजिस्ट्रार की पात्रता तय करने के लिए बनाई गई समिति ने पात्रता के जो नियम बनाए थे वे सारे नियम अवैध ढंग से तैनात होने वाले सब रजिस्ट्रार ने स्वयं ही बनाए थे।
पत्र में साफ-साफ लिखा गया है कि वर्तमान में कुलसचिव (रजिस्ट्रार) के पद पर तैनात विश्वास त्रिपाठी को तत्कालीन कुलपति प्रो. भगवती प्रकाश शर्मा का खुला आशीर्वाद प्राप्त था। उस आशीर्वाद के बदले श्री त्रिपाठी द्वारा श्री शर्मा को अनेक ढंगों से उपकृत करने के तमाम किस्से विश्वविद्यालय में प्रचलित हैं। पत्र में कहा गया है कि कुलसचिव की पात्रता तय करने के लिए विश्वविद्यालय की एक समिति का गठन 17 सितंबर 2020 को हुआ था। इस समिति के सदस्य के तौर पर विश्वास त्रिपाठी (रजिस्ट्रार) ने स्वयं ही सारे नियम बनाए थे।
पत्र में खुलासा किया गया है कि रजिस्ट्रार के पद पर नियुक्ति के लिए 15 अक्टूबर 2020 को विज्ञापन प्रकाशित किया गया था। मजेदार बात यह है कि प्रबंधन बोर्ड से विज्ञापन प्रकाशन व रजिस्ट्रार की पात्रता का अनुमोदन 2 नवंबर 2020 को यानि विज्ञापन छपने के 17 दिन बाद हुआ था। पत्र में रजिस्ट्रार के लिए आने वाले आवेदनों की स्कू्रटनी के लिए गठित समिति के अवैध ढंग से गठन/सवा वर्ष से रजिस्ट्रार के पद पर तैनात विश्वास त्रिपाठी की इस पद के लिए पात्रता आदि के मुददे को भी विस्तार से बताया गया है।
पत्र में कहा गया है कि रजिस्ट्रार के पद के लिए कम से कम 15 वर्षों तक असिस्टेंट प्रोफेसर अथवा 8 वर्षों तक एसोसिएट प्रोफेसर के तौर पर अनुभव होना लाजमी है। जबकि श्री त्रिपाठी इन दोनों ही मानकों पर ही खरे नहीं उतरते हैं। श्री त्रिपाठी तो अपने कुछ आकाओं की कृपा से इसी विश्वविद्यालय में संविदा (कांट्रेक्ट) पर तैनात रहे थे। यानि खुल्लम-खुल्ला कायदे कानूनों की धज्जियां उड़ाकर अपने एक चहेते को रजिस्ट्रार जैसे पद पर आसीन कराने की पूरी कहानी का जिक्र इस पत्र में किया गया है।
पत्र में इस पूरे प्रकरण की त्वरित जांच कराकर सख्त से सख्त कार्यवाही करने की मांग की गयी है। पत्र में कहा गया है कि गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय प्रदेश के सबसे शानदार विश्वविद्यालय के रूप में स्थापित हुआ था किन्तु यहां फैले भ्रष्टाचार एवं भाई-भतीजावाद के कारण यह विश्वविद्यालय एक विशालकाय खंडहर के रूप में परिवर्तित होता जा रहा है।