Noida News : यातायात माह में 40694 वाहनों के किये चालान

Ph 5 copy
Noida News: 40694 vehicles challaned in traffic month
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 12:24 PM
bookmark
Noida News : नोएडा । यातायात पुलिस द्वारा चलाए जा रहे यातायात नवंबर माह का बुधवार को विधिवत समापन हुआ। यातायात माह के दौरान स्कूल कॉलेजों के छात्र-छात्राओं, वाहन चालकों को नियमों के प्रति जागरूक किया गया। इस दौरान नियमों का उल्लंघन करने पर 40694 वाहनों के चालान कर 1659800 का समन शुल्क वसूल किया गया।

Noida News :

सेक्टर 14 ए स्थित डीसीपी ट्रैफिक कार्यालय पर यातायात माह  के समापन अवसर पर डीसीपी ट्रैफिक गणेश प्रसाद साहा ने बताया कि यातायात माह के दौरान लोगों को जागरूक करने के साथ साथ लापरवाह वाहन चालकों के खिलाफ भी कार्रवाई की गई। करीब 40694 वाहनों के चालान किए गए और 280 वाहनों को सीज किया गया। उन्होंने बताया कि वर्ष 2022 में कुल 526128 चालान किए गए वह 28765900 रुपए समन शुल्क वसूला गया। यातायात माह के दौरान विभिन्न माध्यमों से लोगों को नियमों के प्रति जागरूक किया गया। इसके अलावा  अलग-अलग स्थानों पर नेत्र शिविरों का भी आयोजन करवा कर वाहन चालकों के आंखों की जांच कराई गई। यातायात माह के दौरान स्कूली छात्र, छात्राओं को यातायात संकेत व नियमों का पालन करने का प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान मुख्य रूप से जागरूकता कार्यक्रम के लिए स्कूल व शैक्षिक संस्थानों को चुना गया था। नुक्कड़ नाटक व यातायात पुलिस द्वारा निकाली गई बाइक रैली के माध्यम से भी लोगों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक किया गया। डीसीपी ट्रैफिक ने बताया कि जनपद में पूर्व में चयनित 35 ब्लैक स्पॉट को एआरटीओ, पीडब्ल्यूडी व संबंधित विकास प्राधिकरण से संपर्क कर व्यापक सुधार की कार्रवाई की गई और 20 ब्लैक स्पॉट समाप्त किए गए। वर्तमान में 15 ब्लैक स्पॉट हैं जिनके सुधार की कार्यवाही चल रही है। यातायात माह के समापन अवसर पर सभी यातायात निरीक्षक, एनजीओ तथा शहर के जागरूक लोग मौजूद थे।
अगली खबर पढ़ें

Greater Noida News : ज्वेलरी से भरा बैग कैब में छूटा, पुलिस ने बरामद कर वापस लौटाया

Ph 3
A bag full of jewelry was left in the cab, the police recovered it and returned it
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 01:40 PM
bookmark
Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा । बेटी की शादी के लिए लंदन से ग्रेटर नोएडा आये आईएनआरआई का ज्वेलरी से भरा बैग उबर कैब में छूट गया। बैग में करीब एक करोड़ रुपए की ज्वेलरी रखी हुई थी। सूचना पर थाना बिसरख पुलिस ने महज कुछ ही घंटों में बैग को बरामद कर एनआरआई को सौंप दिया।

Greater Noida News :

मिथिलेश कुमार सिन्हा पुत्र कृष्ण चंद्र सिंहा अपने परिवार सहित लंदन में रह रहे हैं। वह अपनी बेटी की शादी के लिए  समृद्धि ग्रैंड एवेन्यू अम्रपाली ग्रीन वैली टेक जोन 4 ग्रेटर नोएडा वेस्ट आए थे। बुधवार को वह शादी में सम्मिलित होने के अपने सामान सहित गौर सरोवर पोर्टिको होटल गौर सिटी वन पहुंचे। होटल पहुंचने के कुछ समय बाद उन्हें याद आया कि ज्वेलरी से भरा बैग वह उबर कैब में ही भूल आये हैं। बैग में शादी से संबंधित सभी गहने रखे हुए थे। उन्होंने इसकी सूचना थाना बिसरख पुलिस को दी। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी अनिल कुमार ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उबर टैक्सी के रजिस्ट्रेशन नंबर की जांच कर उबर ऐप के गुरुग्राम कार्यालय से कैब की लाइव लोकेशन ली। इसके बाद लाल कुआं जनपद गाजियाबाद से वाहन व चालक को पकड़ लिया गया। चालक ने बताया कि बैग पीछे डिग्गी में रखा हुआ था और उसे उसकी जानकारी नहीं थी।  पुलिस वाहन चालक व कैब को लेकर थाना बिसरख आ गई। थाना प्रभारी ने निखिलेश कुमार सिन्हा को थाने बुलवाकर बैग उनके समक्ष खोला जिसमें सभी गहने सुरक्षित मिले। कागजी कार्रवाई पूरी करने के पश्चात बैग एनआरआई के सुपुर्द कर दिया गया। एनआरआई निखिलेश ने ज्वेलरी वापस मिलने पर कमिश्नरेट पुलिस का आभार व्यक्त किया है।
अगली खबर पढ़ें

Noida Breaking: हवा में चल रही सिक्योरिटी एजेंसियों की लक्ष्मी कसेंगी नकेल

RAJ
Noida Breaking
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 11:07 AM
bookmark
Noida Breaking राजकुमार चौधरी नई दिल्ली/नोएडा। हवा में चल रही निजी सिक्योरिटी एजेंसियों की अब खैर नहीं। उनकी नकेल कसेंगी गौतमबुद्वनगर की पहली महिला पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह। इस बात के संकेत उन्होंने दी है। पूरे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र एनसीआर में निजी सुरक्षा व्यवस्था एक बड़ा विषय है । अकेले नोएडा शहर की बात करें तो यहाँ हवा में चल रही सिक्योरिटी एजेंसियों पर नकेल कसने के संकेत मिले हैं । जो एजेंसियां सरकार के मानकों के अनुरूप पंजीकृत नहीं होंगी उन्हें चलने नहीं दिया जाएगा । एक अनुमान के मुताबिक लगभग ऐसी 100 एजेंसी नोएडा में कार्यरत हैं। इन पर जल्द पुलिस का डंडा चलेगा। गौतमबुद्धनगर जनपद उत्तर प्रदेश का एक औद्योगिक जिला है। इसकी पहचान पूरे विश्व में है। यहां नोएडा ग्रेटर नोएडा और यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण के अंतर्गत 50,000 से अधिक औद्योगिक इकाइयां विभिन्न सेक्टरों में चल रही हैं। इसके अलावा तकरीबन 100 से अधिक बिल्डरों की 500 से अधिक सोसाइटी तीनों औद्योगिक शहरों में स्थापित हैं। इन सोसाइटिओं में लाखों लोग अपने परिवार के साथ रहते हैं। औद्योगिक इकाइयों के अलावा इन सोसाइटी की सुरक्षा व्यवस्था भी निजी सुरक्षा एजेंसियों के हाथों में हैं । इसके साथ ही रिहायशी सेक्टरों में भी निजी सुरक्षा एजेंसियों के सुरक्षाकर्मियों के भरोसे सुरक्षा व्यवस्था है। सूत्र बताते हैं कि कई सुरक्षा एजेंसियों के सुरक्षाकर्मी ट्रेंड नहीं है । चूंकि, एजेंसियां कम पैसे देती हैं इसलिए उनको ट्रेंड सुरक्षा कर्मी नहीं मिलते। सोसाइटी में बड़ी संख्या में पाश्चात्य संस्कृति में पले बढ़े युवा लिव इन में रहते हैं। उनका कल्चर कई बार सुरक्षाकर्मियों के व्यवहार से मेल नहीं खाता है। इसकी वजह से भी सुरक्षाकर्मियों और इन युवाओं के बीच कई बार टकराव की स्थिति देखने को मिलती रही है। ऐसे कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं जिसमें युवाओं और सुरक्षाकर्मियों के बीच टकराव की स्थिति बन जाती हैl

ये कहती है पुलिस

गौतमबुधनगर की कमिश्नर का पदभार ग्रहण करने के बाद पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह ने इस कार्रवाई के साफ संकेत दिए हैं। उन्होंने कहा है कि गौतमबुधनगर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र का अत्याधुनिक जिला है । यहां रहने वाले लोगों की मानसिकता अलग है। इसलिए यहां की पुलिसिंग भी उसी हिसाब से होनी चाहिएl उन्होंने कहा कि जो सुरक्षा एजेंसियां शासन के मानकों के अनुरूप नहीं होंगी उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। लेकिन इससे पहले सुरक्षा एजेंसियों के संचालकों के साथ संवाद किया जाएगा ताकि वह अपनी कार्यप्रणाली में सुधार करें। किसी भी सुरक्षाकर्मी को प्रॉपर ट्रेनिंग के बाद ही तैनाती दी जाए, ऐसा ​आदेश उनको दिया जाएगा।

कमिश्नर से जल्द मिलेंगे सुरक्षा एजेंसी संचालक

निजी सुरक्षा एजेंसियों की एसोसिएशन के अगुवा और एशियन सिक्योरिटी एंड इंटेलिजेंस के संचालक एन पी सिंह ने चेतना मंच को बताया कि नोएडा में 200 से अधिक सुरक्षा एजेंसियां कार्यरत हैं । ये एजेंसी विभिन्न संस्थानों की सुरक्षा के लिए 30,000 से अधिक सुरक्षाकर्मियों की आपूर्ति करते हैं। तकरीबन 130 सुरक्षा एजेंसी ऐसी हैं जिनके पास पसारा के लाइसेंस हैं। जिनके पास पसारा के लाइसेंस हैं वे एजेंसी सरकारी प्रतिष्ठानों नोएडा, ग्रेटर नोएडा, यमुना विकास प्राधिकरण यूपीपीसीएल में भी सुरक्षाकर्मी उपलब्ध कराने के लिए सरकार की ओर से मान्य है। एन पी सिंह ने कहा कि शहर को बेहतर सुरक्षित माहौल मिले यह सुरक्षा एजेंसियों के संचालकों की भी मंशा हैl सुरक्षा एजेंसियों का एक प्रतिनिधिमंडल इस मामले में शीघ्र पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह से मुलाकात करेगा। क्या है PSARA लाइसेंस? निजी सुरक्षा एजेंसियां ​​को नियंत्रित करने के लिए भारत सरकार ने एक नियम अधिनियम, 2005 बनाया हैl इसके अनुसार भारत में निजी सुरक्षा एजेंसी का व्यवसाय संचालन करने के लिए इसका होना जरूरी होता है। ये लाइसेंस जिन एजेंसियों को मिलता है उसके सभी पहलुओं को इसी अधिनियम के तहत नियंत्रित किया जाता है। पीएसएआरए 2005 के तहत, यदि कोई व्यक्ति जो सुरक्षा एजेंसी व्यवसाय शुरू करना चाहता है, उसे भारत में लाइसेंस प्राप्त करने की आवश्यकता है। इसके अलावा, भारत से बाहर सेवा प्रदान करने के लिए, नियंत्रक प्राधिकरण से अनुमति लेनी होगी। इसको जारी करने से पहले तमाम प्रकार की जांच कराई जाती हैं। जो पुलिस विभाग से संबंधित होती हैं।