Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा में बड़ा हत्याकांड, छात्रा की हत्या के बाद छात्र ने खुद को मारी गोली

ग्रेटर नोएडा में बड़ा हत्याकांड, छात्रा की हत्या के बाद छात्र ने खुद को मारी गोली pic.twitter.com/QvUbtOaxF5
— Chetna Manch (@ManchChetna) May 18, 2023
Greater Noida News :
शिवनादर विश्वविद्यालय में आज दोपहर बाद अमरोहा के रहने वाले एक छात्र ने अपनी साथी छात्रा की गोली मारकर हत्या कर दी। हत्या के बाद छात्र ने खुद को भी गोली से उड़ा दिया। सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में थाना दादरी पुलिस मौके पर पहुंच गयी है। जानकारी के मुताबिक, छात्र और छात्रा के बीच दोस्ती थी । एडीसीपी अशोक कुमार ने बताया कि शिवनादर यूनिवर्सिटी में बीए सोसलॉजी के थर्ड ईयर के छात्र अनुज पुत्र लोकेश सिंह निवासी ग्राम सोंगढ़ माफी थाना मंडी धानौरा जनपद अमरोहा तथा बीए सोसालॉजी थर्ड ईयर छात्रा के बीच दोस्ती थी। दोनों कॉलेज के हॉस्टल में ही रहते थे। आज दोहपर दोनों हॉस्टल से डाईनिंग हॉल में आए। दोनों में आपस में बातचीत हुई। इसके बाद अचानक अनुज ने पिस्टल से लडक़ी के सीने में दो गोली मार दी। घायल लडक़ी को यूनिवर्सिटी के एम्बुलेंस से यथार्थ हॉस्पीटल लेकर पहुंचे जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। गोली मारने के बाद अनुज हॉस्टल के कमरा नं0-328 में गया जहां उसने अपनी कनपटी पर पिस्टल लगाकर गोली मार ली। विश्वविद्यालय में दीक्षांत समारोह की तैयारी चल रही थी, उसी दौरान विश्वविद्यालय परिसर के अंदर ही घटना को अंजाम दिया गया है।दोनों मृतक छात्रों के परिजनों को सूचित किया जा रहा है ।Adani Scam : जेपीसी के बिना सामने नहीं आएगी अडाणी की सच्चाई : जयराम रमेश
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शिवनादर विश्वविद्यालय में आज दोपहर बाद अमरोहा के रहने वाले एक छात्र ने अपनी साथी छात्रा की गोली मारकर हत्या कर दी। हत्या के बाद छात्र ने खुद को भी गोली से उड़ा दिया। सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में थाना दादरी पुलिस मौके पर पहुंच गयी है। जानकारी के मुताबिक, छात्र और छात्रा के बीच दोस्ती थी । एडीसीपी अशोक कुमार ने बताया कि शिवनादर यूनिवर्सिटी में बीए सोसलॉजी के थर्ड ईयर के छात्र अनुज पुत्र लोकेश सिंह निवासी ग्राम सोंगढ़ माफी थाना मंडी धानौरा जनपद अमरोहा तथा बीए सोसालॉजी थर्ड ईयर छात्रा के बीच दोस्ती थी। दोनों कॉलेज के हॉस्टल में ही रहते थे। आज दोहपर दोनों हॉस्टल से डाईनिंग हॉल में आए। दोनों में आपस में बातचीत हुई। इसके बाद अचानक अनुज ने पिस्टल से लडक़ी के सीने में दो गोली मार दी। घायल लडक़ी को यूनिवर्सिटी के एम्बुलेंस से यथार्थ हॉस्पीटल लेकर पहुंचे जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। गोली मारने के बाद अनुज हॉस्टल के कमरा नं0-328 में गया जहां उसने अपनी कनपटी पर पिस्टल लगाकर गोली मार ली। विश्वविद्यालय में दीक्षांत समारोह की तैयारी चल रही थी, उसी दौरान विश्वविद्यालय परिसर के अंदर ही घटना को अंजाम दिया गया है।दोनों मृतक छात्रों के परिजनों को सूचित किया जा रहा है ।Adani Scam : जेपीसी के बिना सामने नहीं आएगी अडाणी की सच्चाई : जयराम रमेश
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ढाई लाख रूपये किलो बिकती है केसर
सेक्टर-25 में रहने वाले सेवानिवृत्त इंजीनियर रमेश गेरा ने चेतना मंच को बताया कि उनकी लैब में पैदा हुई केसर नोएडा में ही आयुर्वेद दवाओं के निर्माता 2.5 लाख प्रति किलो की दर से खरीद कर ले जाते हैं। वहीं हल्दीराम कंपनी भी उनसे केसर लेती है। उनके द्वारा पैदा किये केसर को कश्मीर की शेरे-ए-पंजाब विश्वविद्यालय के कृषि वैज्ञानिकों ने भी शुद्ध केसर का प्रमाण-पत्र दिया है।
कमरे में कैसे करते हैं केसर पैदा
कश्मीर जैसी जलवायु को नोएडा में पैदा करके वे कैसे केसर की पैदावार करते हैं ? इसके जवाब में श्री गेरा ने बताया कि वे कमरे को ग्रीन हाउस में तब्दील करते हैं। इसके लिए मशीनों व उपकरण के जरिए कमरे का तापमान न्यूनतम 5 डिग्री तक करते हैं। वहीं आद्रता का स्तर 85-90 तक रखते हैं। चूंकि केसर की खेती के लिए प्रकाश की न्यूनतम आवश्यकता होती है। इसलिए कमरे में प्रकाश की व्यवस्था 200-600 लक्स तक रखते हैं।
उन्होंने बताया कि वे मिटटी रहित हाईड्रोपोनिक्स तकनीक के जरिए केसर की पैदावार करते हैं। कमरे में उन्होंने कई लेयर के मचान बनाये हैं। यहां पर वे कश्मीर से केसर के बल्व (सीडस) लाकर लगाते हैं। 3-4 माह में केसर पूरी तरह तैयार हो जाता है। बाद में वे केसर के बल्व को ग्रोबैग में मिटटी में रख देते हैं जिससे दोबारा बीज तैयार हो सके। नवंबर से जुलाई तक सीडस तैयार हो जाता है। इसके बाद अगस्त से नवंबर तक वे फिर हाईड्रोपोनिक्स तकनीक के जरिए केसर पैदा करते हैं।
उन्होंने बताया कि चूंकि उनका मुख्य पेशा विपरीत जलवायु में केसर पैदा करने के लिए ट्रेनिंग देना है। वे व्यवसायिक व आर्थिक लाभ के लिए यह काम नहीं कर रहे हैं। इसलिए वे न सिर्फ भारत बल्कि विदेशों के लोगों को वे अपनी तकनीक की ट्रेनिंग देते हैं।
कैसे करें असली केसर की पहचान
रमेश गेरा ने बताया कि कश्मीर में जो अधिकांश केसर बाजारों में बिकती है उसमें 90 फीसदी मिलावटी होता है। उसकी पहचान के लिए कांच के ग्लास में एक चुटकी केसर डालें यदि पानी लाल या केसरिया रंग का हो जाए तो केसर मिलावटी है। यदि ये पीला या गोल्डन रंग छोड़े तो समझें केसर असली है।
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Noida Big Breaking News: Noida's engineer's wonder, saffron produced in Kashmir grown in the room[/caption]
Noida News: Mirror roaming in the city[/caption]
सेक्टर-14 का सामुदायिक भवन पूरा इस सैक्टर का समुदाय ही इस्तेमाल कर रहा है। इस भवन में सेक्टर के बाहर की शादियाँ नहीं होती। सामुदायिक भवन की पहली मंजिल पर जिम, दूसरी मंजिल पर बैडमिंटन कोर्ट। (सिंथेटिक फलोरिंग वाला)। ओपन एरिया में एक तरफ अत्यंत खूबसूरत पार्क, दो हिस्सों में एक में टेनिस कोर्ट (सिंथेटिक फलोरिंग वाला)। दूसरे हिस्से में बॉस्केट बॉल एंड बॉलीबाल कोर्ट है। सामुदायिक भवन की एंट्रैन्स पर ही आरडब्लूए का ऑफिस ओर लाईब्ररी है जहां बैठकर बच्चे पढाई तथा अन्य कई ऐक्टिविटीज सीखते हैं। यानि के यहाँ रहने वालों के मानसिक और फि़जि़कल हर तरह की सेहत का ध्यान यहाँ की आरडब्लूए कर रही है। नोएडा प्राधिकरण फोगिंग, स्प्रे करके जाता है। लेकिन सैक्टर की अपनी मशीनें भी फॉगिंग तथा स्प्रे आवश्यकता अनुसार करती हैं।
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Noida News: Mirror roaming in the city[/caption]
फिर भी है समस्याएं
सेक्टर-14 आरडब्ल्यूए के अध्यक्ष अनिल कुमार त्यागी बताते हैं कि यंू तो उनका सेक्टर एक आदर्श सेक्टर है। फिर भी कुछ स्थाई समस्याएं मौजूद हैं। उनकी सबसे बड़ी समस्या सेक्टर के एक किनारे से बहने वाला दिल्ली का गंदा नाला है। इस नाले से होकर दिल्ली की ढ़ेर सारी गंदगी यहां से गुजरती है उस गंदगी के कारण नाले की तरफ वाले घरों में रहने वाले नागरिकों को बदबू झेलनी पड़ती है। सेक्टर के नागरिकों ने इस समस्या से निजात पाने के लिए अनेक प्रयास किए हैं, किन्तु यह समस्या अभी भी बनी हुई है। आरडब्ल्यूए के पदाधिकारी बताते हैं कि इसी वर्ष-2023 के जनवरी में फोनरवा (फैडरेशन ऑफ आरडब्ल्यूए) ने नोएडा प्राधिकरण के साथ एक बैठक की थी। बैठक में हमने अपनी कुछ मांगें प्राधिकरण के सामने रखी थीं। जैसे कि सेक्टर में एक बहुत बड़ा पार्क है जिसमें पुराना पम्प हाउस लगा हुआ था उसे हटाकर वहां कुछ आकर्षक हट्स......... बना दी जाएं। पुराना सैक्टर है इसलिए पानी की पाइप लाइन भी पुरानी हो गई है उसे अब बदल दिया जाए। सैक्टर के गेट नंबर-1 और नंबर-2 पर टाइल्स लगा दी जाएं।
आरडब्ल्यूए का परिचय
सैक्टर-14 की आरडब्ल्यूए के अध्यक्ष अनिल कुमार त्यागी, उपाध्यक्ष सुधीर नंदराजोग, महासचिव शमामा अनीस, कोषाध्यक्ष अर्चना सिंघल, सह सचिव जसविंदर गंभीर तथा कार्यकारिणी में संगीता महेंद्रु, सुशील अग्रवाल, पवन चड्ढा, रघु टंडन, रोज़ा बसंती, सुरेखा गुप्ता, अल्का अग्रवाल, शिवेंद्र द्विवेदी, के.के. माथुर, रवि कौल, मुकेश गुप्ता, मेघा डोगरा, बसंत सोनी व वंदना जैन शामिल हैं।