Friday, 29 March 2024

Exclusive : एक बार फिर चर्चा में है मिहिर भोज शिक्षण संस्थान, गुर्जर समाज में हलचल

Exclusive : करीब डेढ़ वर्ष पहले गुर्जर सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा के विवाद को लेकर चर्चा में रहा दादरी…

Exclusive : एक बार फिर चर्चा में है मिहिर भोज शिक्षण संस्थान, गुर्जर समाज में हलचल

Exclusive : करीब डेढ़ वर्ष पहले गुर्जर सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा के विवाद को लेकर चर्चा में रहा दादरी का मिहिर भोज शिक्षण संस्थान एक बार फिर चर्चा में है। इस बार संस्थान में बने पुस्तकालय के उद्घाटन समारोह के निमंत्रण पत्र को लेकर वाद विवाद चल रहा है। गुर्जर समाज के बहुत से लोग इस निमंत्रण पत्र में गुर्जरों की उपेक्षा और अपमान किए जाने का आरोप लगा रहे हैं।

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उल्लेखनीय है कि सितंबर 2021 में गुर्जर विद्या सभा द्वारा संचालित मिहिर भोज डिग्री कॉलेज दादरी में गुर्जर सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा का अनावरण प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया था। जिस प्रतिमा का अनावरण किया गया उसके शिलापट पर ‘गुर्जर प्रतिहार सम्राट मिहिर भोज’ लिखा हुआ था। अनावरण के समय इसमें गुर्जर शब्द को काले रंग से बंद कर दिया गया था। इस बात को लेकर गुर्जर नौजवानों ने इसे पूरे समाज का अपमान बताते हुए सड़कों पर आंदोलन किया था। फरवरी 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में भी यह मुद्दा चुनावी मुद्दा बना था।

इन लोगों को बनाया गया है अतिथि

अब एक बार फिर मिहिर भोज इंटर कॉलेज में निर्मित पब्लिक लाइब्रेरी के उद्घाटन समारोह के निमंत्रण पत्र को लेकर उसी तरह का वाद विवाद गुर्जर समाज में चल रहा है। उल्लेखनीय है कि एनटीपीसी दादरी के सहयोग से इस लाइब्रेरी का निर्माण कराया गया है। 30 मार्च को आयोजित इसके उद्घाटन समारोह के निमंत्रण पत्रों में मुख्य अतिथि स्थानीय सांसद डा. महेश शर्मा को बनाया गया है। इसके अलावा भाजपा नेता सत्येंद्र सिसोदिया, नरेंद्र भाटी, श्रीचंद शर्मा, अमित चौधरी और वेदराम भाटी को भी इसमें अतिथि के तौर पर शामिल किया गया है।

 

गुर्जर समाज के लोग कह रहे हैं कि यह शिक्षण संस्था गुर्जर विद्या सभा द्वारा संचालित होती है और इसके कार्यक्रमों में सदैव ही गुर्जर समाज के लोगों को प्रमुखता दी गई है। किंतु प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद से गुर्जर समाज की लगातार उपेक्षा और अपमान किया जा रहा है। इस निमंत्रण पत्र में भी गुर्जर समाज के वरिष्ठ और प्रभावशाली लोगों की उपेक्षा करके दूसरी जाति के भाजपा नेताओं को अतिथि बनाया गया है। यह सरासर गुर्जर समाज का अपमान है।

सोशल मीडिया पर दिया गया तूल

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और दादरी विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी रहे राजकुमार भाटी ने फेसबुक और ट्विटर पर पोस्ट लिखकर इस मुद्दे को और तूल दे दिया है। उन्होंने निमंत्रण पत्र की फोटो शेयर करते हुए लिखा है- “यह निमंत्रण पत्र गुर्जर समाज की राजनीतिक दशा और दिशा की अच्छी तरह अभिव्यक्ति करता है। क्या आप लोग इस अभिव्यक्ति को समझ पा रहे हैं।”

इसके बाद सोशल मीडिया पर गुर्जर नौजवानों की प्रतिक्रिया की भरमार आ गई है। भाजपा से जुड़े लोग इसे सामान्य बात बता रहे हैं जबकि समाज के अधिकांश युवा इसे भाजपा द्वारा गुर्जर समाज के अपमान और उपेक्षा के तौर पर देख रहे हैं।

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