Wednesday, 24 April 2024

Noida News : दहेज प्रथा समाज के लिए घातक: राज्यपाल

अरूण सिन्हा       नोएडा। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल महामहिम आनंदीबेन पटेल ने कहा है कि दहेज प्रथा हमारे…

Noida News : दहेज प्रथा समाज के लिए घातक: राज्यपाल

अरूण सिन्हा

      नोएडा। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल महामहिम आनंदीबेन पटेल ने कहा है कि दहेज प्रथा हमारे समाज में कैंसर से भी घातक बीमारी है। आप सभी लोग निर्णय करें कि समाज से दहेज प्रथा को हमेशा के लिए तिलांजलि दे देंगे। सेक्टर-125 स्थित एमिटी सभागार में आयोजित एक कार्यक्रम में अपने संबोधन के दौरान राज्यपाल ने यह बात कही।

      उन्होंने कहा कि आज भी भारत के कई राज्यों में कहीं ज्यादा तथा कहीं कम दहेज प्रथा की कुरीति चल रही है। हम हमेशा यही सोचते हैं कि बेटा बहू लेकर आएगा तो दहेज लाएगा और जब बेटी को विदा करेंगे तो दहेज में क्या देंगे।  इन सब बातों से हम लोगों को ऊपर उठना होगा तभी एक सभ्य तथा विकसित समाज की स्थापना होगी।  उन्होंने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से कहा कि वह माता यशोदा के तौर पर सभी बच्चों का लालन-पालन करें तथा उनको खाने-पीने की सामग्री दें।

      उन्होंने कहा कि आप संकल्प लें कि नोएडा उत्तर प्रदेश का पहला आंगनबाड़ी केंद्र होगा जहां 100फीसदी आंगनबाड़ी केंद्रों को सभी संसाधन तथा शैक्षणिक सुविधा मिलेगी। उन्होंने कहा कि नोएडा में अपार संभावनाएं हैं सीएसआर के माध्यम से वे आंगनबाड़ी की विभिन्न योजनाओं के लिए सुविधाएं उपलब्ध कराएं। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल महामहिम आनंदीबेन पटेल का जीवन ना सिर्फ मातृशक्ति बल्कि हम सभी के लिए प्रेरणा स्रोत है। उन्होंने अपने जीवन में सामाजिक, राजनीतिक,  शैक्षणिक व हर क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किए हैं। अपने जीवन मूल्यों से उन्होंने इतिहास रचा है। यह बात सांसद तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ महेश शर्मा ने आज एमिटी विश्वविद्यालय में राज्यपाल आनंदीबेन द्वारा आंगनबाड़ी केंद्रों को किट वितरण तथा महिला जेल एवं वृद्ध आश्रम संवासियों को सामग्री वितरित करने के कार्यक्रम में स्वागत उद्बोधन के दौरान कही।

      सांसद डॉ. शर्मा ने कहा कि महामहिम ने प्रारंभिक शिक्षा के दौरान 700 बच्चों के बीच अकेले बैठकर अपनी शिक्षा ग्रहण की। यही नहीं  एक बालक की झील में डूबने पर तुरंत महामहिम झील में कूद गई तथा उस बच्चों को बचा लिया। बाद में उन्हें इसके लिए वीरता पुरस्कार से भी नवाजा गया। उन्होंने कहा कि महामहिम विभिन्न मंत्रालयों में बतौर मंत्री इसके बाद गुजरात की पहली महिला मुख्यमंत्री और अब उत्तर प्रदेश के राज्यपाल के तौर पर अपनी उल्लेखनीय सेवाएं देकर जो इतिहास रचा है वह हम सभी के लिए प्रेरणा स्रोत है।

     इसके पूर्व महामहिम आनंदीबेन तथा सांसद महेश शर्मा ने दीप प्रज्वलित करके विधिवत कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस दौरान उत्तर प्रदेश की राज्यपाल ने आंगनबाड़ी केंद्रों को किट वितरित की तथा महिला जेल में बंद बंदियों तथा वृद्ध आश्रम की संवासियों के लिए अन्य सामग्री भी वितरित की। इन आंगनबाड़ी केंद्रों को अंबुजा फाउंडेशन तथा एचसीएल फाउंडेशन ने सीएसआर के तहत गोद लिया है।

राज्यपाल आज सुबह 9.00 बजे एकेटीयू विश्वविद्यालय से सेक्टर-125 स्थित एमिटी विश्वविद्यालय पहुंची। उनका काफिला फोर्टिस अस्पताल, एलिवेटेड रोड, एक्सप्रेस तथा महामाया फ्लाईओवर होते हुए एमिटी विश्वविद्यालय पहुंचा।

      कार्यक्रम में सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ महेश शर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष अमित चौधरी, एकेटीयू के उपकुलपति विनीत कंसल, एमिटी विश्वविद्यालय की उपकुलपति डॉ बलविन्द्र शुक्ला, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय के उपकुलपति एनके तनेजा, जिलाधिकारी सुहास एलवाई, पुलिस आयुक्त आलोक सिंह, मुख्य विकास अधिकारी अनिल कुमार सिंह, जिला अर्थ एवं सांख्यिकी अधिकारी, जेल अधीक्षक, जिला समाज कल्याण अधिकारी के अलावा सांसद प्रतिनिधि संजय बाली तथा कई अधिकारी तथा भाजपा के कार्यकर्ता आदि मौजूद थे।

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