Noida News (चेतना मंच)। गौतमबुद्धनगर पुलिस कमिश्नरेट ने फर्जी फर्म तैयार करके जीएसटी रिफंड लेकर सरकार को कई हजार करोड रुपए के राजस्व का चूना लगाने वाले एक अंतरराज्यीय गैंग का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने इस गिरोह के मास्टरमाइंड व उसकी पत्नी सहित 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपी पिछले 5 सालों से अब तक सरकार को हजारों करोड़ रुपए का चूना लगा चुके हैं।
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पुलिस कमिश्नर गौतमबुद्धनगर लक्ष्मी सिंह ने बताया कि पुलिस को पिछले काफी समय से सूचना मिल रही थी कि कुछ लोग फर्जी फर्म के आधार पर सरकार को राजस्व का नुकसान पहुंचा रहे हैं। फर्जी फर्मों के आधार पर बिना के जीएसटी का रिफंड लिया जा रहा है। सूचना के आधार पर नोएडा जोन के डीसीपी हरिश्चंद्र, एडीसीपी शक्ति मोहन अवस्थी व एसीपी रजनीश वर्मा के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई। इस टीम ने मुखबिर की सूचना के आधार पर मोहम्मद यासीन शेख पुत्र मोहम्मद हाफिज शेख निवासी मुंबई तथा अश्वनी पांडे पुत्र अनिल कुमार निवासी बलिया को फिल्म सिटी से गिरफ्तार किया।
12.66 लाख की नकदी व अन्य सामान बरामद
इनसे पूछताछ करने के पश्चात आकाश सैनी पुत्र ओमकार सैनी, विशाल पुत्र रविंद्र सिंह, राजीव पुत्र सुभाष, अतुल सेंगर पुत्र नरसिंह पाल, दीपक मुरजानी पुत्र स्वर्गीय नारायण व विनीता पत्नी दीपक को दिल्ली के मधु विहार स्थित जीबोलो कंपनी के कार्यालय से गिरफ्तार किया गया। इनके कब्जे से 12 लाख 66 हजार रुपए की नगदी, 2660 फर्जी तैयार की गई जीएसटी फॉर्म की सूची, 32 मोबाइल फोन, 24 कंप्यूटर सिस्टम, 4 लैपटॉप, तीन हार्ड डिक्स, 118 फर्जी आधार कार्ड, 140 पैन कार्ड, फर्जी बिल व तीन लग्जरी कार बरामद की गई।
फर्म बेचने के नाम पर होती थी वसूली
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि इस गिरोह का सरगना दीपक मुरजानी है। यह फर्जी दस्तावेज आधार कार्ड, पैन कार्ड, रेंट एग्रीमेंट, इलेक्ट्रिसिटी बिल आदि का उपयोग कर फर्जी फर्म और जीएसटी नंबर तैयार करता है। इसके बाद यह फर्जी तरीके से तैयार की गई फर्म को बेचने के लिए क्लाइंट की तलाश करता है। दीपक फर्म बेचने के नाम पर लाखों रुपया वसूल करता था। पकड़ा गया यासीन शेख फर्जी फॉर्म रजिस्टर कराने की प्रक्रिया से भली-भांति परिचित है और यह मुंबई में वेबसाइट तैयार करने का काम करता था। आरोपी यासीन शेख जस्ट डॉयल के माध्यम से डाटा लेकर फर्जी तरीके से फर्म बनाता है।
बिना माल भेजे ही होती थी बिलिंग
पकड़े गए आरोपियों में राजीव बिना माल का भेजे ही अपने सहयोगी अतुल के साथ ऑनडिमांड फर्जी बिल तैयार करता है। पकड़ा गया अश्वनी, मोहम्मद यासीन शेख के संपर्क में रहकर फर्जी फर्म के लिए फर्जी वेबसाइट अकाउंट खुलवाता था। पकड़ी गई विनीता टीम के मास्टरमाइंड दीपक मुरजानी की पत्नी है और यह गिरोह द्वारा संचालित फर्जी फर्म में फर्जी बिलों को लगाकर जीएसटी रिफंड से होने वाली इनकम का लेखा जोखा रखने के साथ-साथ गिरोह के सदस्यों को उनका कमीशन व खर्च आदि देने का काम करती थी।
जस्ट डॉयल से चोरी किया जाता था डाटा
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि पकड़े गए आरोपी सबसे पहले फर्जी फर्म तैयार करने के लिए सर्विस प्रोवाइडर कंपनी जस्ट डॉयल से डाटा लेते थे। इसके पश्चात अशिक्षित व नशा करने वाले लोगों को रुपयों का लालच देकर उनके आधार कार्ड में पहले से ही एकत्रित किए गए फर्जी मोबाइल सिम नंबर को रजिस्टर करा लेते हैं। इसके पश्चात यह फर्जी बिल का उपयोग कर जीएसटी रिफंड (आईटीसी इनपुट टैक्स क्रेडिट) प्राप्त कर सरकार को चूना लगाते हैं।
पुलिस कमिश्नर बताया कि पकड़े गए आरोपी पिछले 5 साल से इस फर्जीवाड़े को अंजाम देकर सरकार को अब तक कई हजार करोड़ रुपए का चूना लगा चुके हैं। इस गिरोह के सात अन्य फरार सदस्यों की तलाश के लिए छापेमारी की जा रही है। Noida News
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