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Noida News:नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे: दिसंबर तक पूरा हो जाएगा रिसर्फेसिंग का कार्य

नोएडा। नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे की रिसर्फेसिंग का कार्य कर रहे ठेकेदार पर 42 लाख रूपये के जुर्माने के बाद अब रिसर्फेसिंग के कार्य में तेजी आई है। 30 दिसंबर तक इस कार्य को पूरा कर लिया जाएगा।
प्राधिकरण अधिकारियों ने बताया कि ग्रेटर नोएडा की ओर से जीरो प्वाइंट से महामाया फ्लाई-वे तक एक लेयिग का कम पूरा किया जा चुका है। नोएडा से ग्रेटर नोएडा की ओर सात किमी तक लेयिग की जा चुकी है। बताया गया कि एडवंट तक कार्य होने के बाद लेयिग का कार्य दिन और रात दोनों समय कराया जाएगा। जिससे तेजी से कार्य पूरा हो सके।
रि-सर्फेसिंग के लिए वर्तमान में दोगुने मजदूर लगाए गए है। साथ ही धीमी गति के कारण प्राधिकरण निर्माण कंपनी पर तीन बार में 42 लाख का जुर्माना लगा चुकी है। दिसंबर में रिसर्फेसिंग का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। ऐसा दावा प्राधिकरण और कंपनी दोनो ही कर रही है। हॉट इन प्लेस तकनीक पर एक्सप्रेस-वे की रिसर्फेसिंग की जा रही है। एक्सप्रेस-वे दिल्ली को जोडऩे वाला प्रमुख मार्ग है। नोएडा से ग्रटरनोएडा और आगरा, लखनऊ जाने के लिए इसी मार्ग का प्रयोग करते है। यहा प्रतिदिन लाखों की संख्या वाहनों की आवाजाही होती है। मरम्मत का कार्य धीमा होने के चलते कंपनी पर दो बार 20-20 लाख और एक बार 2 लाख का जुर्माना लगाया जा चुका है। अब यह कार्य 30 दिसंबर 2021 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
इसमे सड़क सरफेस को 50 एमएम मोटाई में उखाड़कर मैटेरियल को प्लांट में ले जाया जाता है। आवश्यकता अनुसार नवीन मैटेरियल मिलाकर दोबारा लेयिग का काम किया जाता है। बिछाई गई लेयर पर 60 एमएम मोटाई में एसएमए का कार्य किया जा रहा है। 40 एमएम की एक लेयर और सड़क पर फाइनल टच के लिए बिछाई जा रही है। इस तकनीक से कार्य करने में लागत में बचत आती है। सड़क की मजबूती कई गुना बढ़ जाती है। इस तरह से तैयार एक्सप्रेस-वे पर सात साल तक किसी प्रकार की मरम्मत करने की आवश्यकता नहीं होगी।

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