Noida / Greater Noida : नोएडा/ ग्रेटर नोएडा। दुनिया भर में चर्चित श्रीकांत त्यागी प्रकरण (Srikant tyagi Case) में अब एक नया विवाद सामने आ गया है। यह विवाद मीडिया में वायरल हुए श्रीकांत त्यागी की पत्नी अनु त्यागी के एक पत्र ने खड़ा किया है। श्रीकांत त्यागी की पत्नी अनु त्यागी ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट को अपने वकील एडवोकेट सुशील भाटी के माध्यम से एक पत्र लिखा है। पत्र में अनु त्यागी ने जो लिखा है उसे हम अपने पाठकों को ज्यों का त्यों यहाँ पढ़वा रहे हैं ।
यह है पत्र –
मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, गौतमबुद्ध नगर
प्रार्थना-पत्र वास्ते उपलब्ध कराने विशेष पुलिस सुरक्षा मय ब्रज वाहन व अत्याधुनिक/स्वचालित हथियार ओर से प्रार्थी/ अभियुक्त श्रीकान्त त्यागी पुत्र स्वश दिनेश त्यागी निवासी- वर्षा धर्म कांटा, भंगेल, थाना फेस-2 नोएडा, जनपद गौतमबुद्धनगर व हाल पता- एलेक्जेन्ड्रा डी-003, फेस-2 नोएडा, जनपद गौतमबुद्धनगर निम्नवत् है
श्रीमान जी,
निवेदन है कि प्रार्थी/अभियुक्त श्रीकान्त त्यागी द्वारा दिनांक 22.08.2022 को विशेष सुरक्षा हेतु कार्यालय अधीक्षक, जिला कारागार, गौतमबुद्धनगर के पत्रांक: 1543/ वि. बंदी / 2022 द्वारा प्रार्थना-पत्र के माध्यम से माननीय न्यायालय को अवगत कराया जिस पर माननीय न्यायालय द्वारा अधीक्षक, जिला कारागार, गौतमबुद्धनगर को विशेष सुरक्षा की बावत आदेशित किया गया, किन्तु प्रार्थी/अभियुक्त श्रीकान्त त्यागी पर पिछले हिस्ट्रीशीटर/माफिया अपराधी विनय त्यागी व उसके गैंग द्वारा जान से मारने का प्रयास किया गया था, जिसमें प्रार्थी/अभियुक्त द्वारा मृणासन्न स्थिति में स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया, जिसमें जैसे-तैसे प्रार्थी / अभियुक्त की जान बची। पिछले दिनों मु0अ0सं0- 329/2022 अंधारा- 354, 323, 504, 506, 447 आई0पी0सी0 व अन्य मुकदमो में जिला कारागार, गौतमबुद्धनगर में दिनांक 09.08.2022 से निरूद्ध है। प्रार्थी / अभियुक्त व उसके परिवार को माननीय केन्द्र सरकार व उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा पूर्व में वाई श्रेणी की सुरक्षा दी गई थी। प्रार्थी /अभियुक्त के विरूद्ध उपरोक्त विनय त्यागी गैंग के अन्य सूटर रविन्द्र उर्फ बबली व प्रदीप जो फरार है, जिनको राष्ट्रीय स्तर की मीडिया के माध्यम से जानकारी होने पर प्रार्थी / अभियुक्त पर स्थानीय कारागार से आते-जाते हुए एवं न्यायालय परिसर में हमला हो सकता है। प्रार्थी / अभियुक्त पर इस स्थिति में आतंकी हमला होने की भी संभावना प्रबल है। ऐसी स्थिति में प्रार्थी / अभियुक्त व उसके परिवार को सुरक्षा दिलायी जाये एवं प्रार्थी / अभियुक्त को न्यायालय में पेशी पर लाते समय उसकी विशेष सुरक्षा को देखते हुए प्रार्थी / अभियुक्त को बुलटप्रूफ जैकेट व 19 कांस्टेबिल मय स्वचालित हथियार, दो दरोगा की विशेष गारद, विशेष पुलिस सुरक्षा मय ब्रज वाहन व अत्याधुनिक / स्वचालित हथियार के साथ जिला जेल गौतमबुद्धनगर से माननीय न्यायालय में लाया व ले जाना अति आवश्यक है। जिससे प्रार्थी / अभियुक्त की जान-माल की सुरक्षा हो सके ।
अत: श्रीमान जी से प्रार्थना है कि प्रार्थी / अभियुक्त को बुलटप्रूफ जैकेट व 19 कांन्सटेबिल मय स्वचालित हथियार एवं 2 दरोगा की विशेष गारद व विशेष पुलिस सुरक्षा मय ब्रज वाहन व अत्याधुनिक स्वचालित हथियार के साथ जिला गौतमबुद्धनगर जेल से माननीय न्यायालय में लाये जाने व ले जाये जाने के आदेश पारित करने की कृपा करे।
प्रार्थिया
श्रीमती अनु त्यागी पत्नी श्रीकान्त त्यागी हाल पता- एलेक्जेन्ड्रा डी-003, फेस-2 नोएडा, जनपद गौतमबुद्धनगर।
द्वारा
सुशील भाटी एडवोकेट
जनपद न्यायालय, गौतमबुद्धनगर
इस पत्र के प्रकाश में आने के बाद जब चेतना मंच की टीम (Chetna Manch Team ) ने जांच पड़ताल की और यह पता लगवाया कि आखिर यह विनय त्यागी कौन है तो पता चला कि विनय त्यागी एक माफिया सरगना है। पत्र लिखने के बाद जब माफिया सरगऩा का विषय श्रीकांत त्यागी के साथ जुड़ा तो श्रीकांत की पत्नी अनु त्यागी ने किसी कार में बैठकर एक वीडियो बनाकर मीडिया में वायरल कर दिया। इस वीडियो में अनु त्यागी कहती सुनी गई कि हमें समाज के किसी व्यक्ति से कोई खतरा नहीं है। अब शहर के राजनैतिक, सामाजिक व ग्रामीण क्षेत्रों में सवाल गूंज रहा है कि मीडिया में वायरल हुआ अनु त्यागी का पत्र सच्चा है? या फिर उनका कार में बैठकर बनाया गया वीडियो नक़ली है?
चेतना मंच ने हकीकत जानने के लिए अपने अनेक संपर्क सूत्रों को खंगाला तो कई ऐसे छुपे राज खुले जो हैरान करने वाले हैं। पता चला है कि जिला अदालत में दिये गये पत्र में अनु त्यागी के ही हस्ताक्षर हैं और वीडियो भी अनु त्यागी का ही है। त्यागी समाज का कहना है कि दरअसल अनु त्यागी कुछ लोगों के हाथों का राजनैतिक मोहरा बन गयी हैं। इन मौकापरस्त लोगों ने अनु त्यागी को सपना दिखाया है कि जनपद गाजियाबाद की मुरादनगर सीट त्यागी बाहुल्य है और अगर वह इस प्रकरण में हीरो बन जाती हैं तो अगले विधानसभा चुनाव में वह मुरादनगर सीट से विधायक भी बन सकती हैं।
त्यागी समाज के ही एक प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता का कहना है कि अनु त्यागी एक सीधी-साधी बेटी हैं। कब और किसने उन्हें अपना मोहरा बनाया है इसका उन्हें आभास नहीं हो पा रहा है। श्रीकांत त्यागी प्रकरण में रोज-ब-रोज नए-नए विवादों का जुडऩा इसे और भी पेचीदा बनाता जा रहा है। यह देखना बेहद दिलचस्प होगा कि कुछ राजनेताओं के द्वारा अपने स्वार्थ पूरा करने के मक़सद से इस मामले को तोड़ मरोड़कर रोज़ जि़ंदा रखने से यह मामला कहाँ तक आगे जाता है। यह बात अब बच्चे-बच्चे की जुबान पर आ चुकी है कि इस मामले में कुछ लोग अपनी राजनीतिक रोटियां सेक रहे हैं। श्रीकांत के एक अपराधी है, उसने जो अपराध किए हैं उनकी सजा वह जेल में रह कर भुगत रहा है किन्तु राजनीति के मोहरे चलने वाले इस पूरे प्रकरण में खूब सक्रिय हैं।