Tuesday, 3 December 2024

छपरौला ओवर ब्रिज के निर्माण में देरी से नाराज जनता

ग्रेटर नोएडा (चेतना मंच)। छपरौला रेलवे ओवर ब्रिज के निर्माण में देरी का मुद्दा लगातार गरमाता जा रहा है। इस…

ग्रेटर नोएडा (चेतना मंच)। छपरौला रेलवे ओवर ब्रिज के निर्माण में देरी का मुद्दा लगातार गरमाता जा रहा है। इस ओवर ब्रिज के निर्माण में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण द्वारा ढिलाई बरती जा रही है। रेलवे ओवर ब्रिज के निर्माण को लेकर जनप्रतिनिधियों की उदासीनता से भी क्षेत्र के नागरिकों में आक्रोश है।

रेलवे लाइन के ऊपर के पुल का निर्माण रेलवे द्वारा किया जाता है। वहीं संबंधित महकमे द्वारा पुल के दोनों तरफ के हिस्से  के काम को पूरा किया जाता है। लेकिन छपरौला में उलटा ही देखने को मिल रहा है। यहां रेलवे लाइन के ऊपर ओवर ब्रिज का निर्माण वर्षों पहले कर चुका है।

लेकिन दोनों तरफ ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण द्वारा पुल निर्माण का कार्य वर्षों से पेंडिंग है। रेल विभाग द्वारा वर्षों पूर्व बनाया जा चुका पुल आसमान में झूल रहा है। इसके दोनों तरफ पुल निर्माण का कोई भी कार्य ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण द्वारा आज तक प्रारंभ नहीं किया गया है। जबकि गौतमबुद्धनगर से गाजियाबाद आवागमन के लिए यह पुल रोजा याकूबपुर, जलालपुर,  मिलक लच्छी, सादुल्लापुर, गिरधरपुर, छपरोला, खेड़ा धर्मपुरा, छपरोला और गिरधरपुर के पास बसी कॉलोनियों एवं प्राधिकरण द्वारा विकसित योजनाओं के बाशिंदों सहित आम जनता के लिए बहुत ही उपयोगी सिद्ध होगा। इस रेलवे लाइन को पार कर के जाने वाला इस क्षेत्र के लोगों का गाजियाबाद आवागमन का यह सबसे पुराना रास्ता है।

दिल्ली अलीगढ़ रेल मार्ग पर तीन पटरी का रेल मार्ग होने की वजह से इस पर रेलगाडिय़ों का आवागमन ज्यादा बढ गया है। जिस वजह से छपरोला रेलवे क्रॉसिंग और सादुल्लापुर रेलवे क्रॉसिंग पर देर तक फाटक बंद होने की वजह से लोग घंटों जाम में फंस जाते हैं। इस पुल के निर्माण से सैकड़ों गांवों के लोगों एवं आम जनता को जाम से भी निजात मिल सकेगी।

प्रमुख समाजसेवी कर्मवीर नागर प्रमुख ने बताया कि जनता के लिए बहुत उपयोगी सिद्ध होने वाले इस पुल के निर्माण कराने के प्रति स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी कोई विशेष रूचि अभी तक नहीं दिखाई है और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण भी अभी तक उदासीन ही नजर आ रहा है। अगर इस पुल का निर्माण ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण नहीं कराता है तो रेलवे विभाग द्वारा लाइन के ऊपर ओवर ब्रिज के निर्माण पर वर्षों पूर्व खर्च की गई करोड़ों रुपए की लागत बर्बाद होती नजर आ रही है। यह इस मामले में विशेष जांच का विषय है कि रेलवे विभाग को ओवरब्रिज बनाने के लिए अपना प्रस्ताव भेजने वाला ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण अपने हिस्से का काम पूरा क्यों नहीं कर रहा है?

अत: उन्होंने कहा कि जन उपयोगी सिद्ध होने वाले इस पुल का निर्माण कार्य ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को तत्काल प्रारंभ करा देना चाहिए अन्यथा इस अधूरे पडे पुल का मुद्दा आगामी विधानसभा चुनाव में एक अहम चुनावी मुद्दा बनकर उभरेगा। इस पुल के निर्माण के लिए जल्दी ही जन आंदोलन की भी रूपरेखा तैयार की जाएगी। इस पुल के पेंडिंग निर्माण की शिकायत प्रदेश के मुख्यमंत्री को भी की गई है।

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