Ghaziabad News : अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मïण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने गोपाल दत्त शर्मा

गाजियाबाद पुलिस कमिश्नर और आबकारी विभाग की संयुक्त कारवाई में कौशांबी EDM माल के पास छापा मारकर तीन शराब तस्करों को गिरफ्तार किया गया है




Ghaziabad News: आर्य समाज नया आर्य नगर के 33 वें वार्षिकोत्सव पर ऋग्वेदीय यज्ञ सहारनपुर से पधारे वैदिक विद्वान डा.वेदपाल शास्त्री के ब्रह्मत्व में धूमधाम से संपन्न हुआ,वेद पाठ आचार्य रामा शंकर,उदयवीर शास्त्री एवं कु.प्रियंका आर्या ने किया।
बिजनौर से पधारे सुप्रसिद्ध भजनोपदेशक पं. नरेश दत्त शास्त्री एवं साथी कलाकारों ने ईश्वर भक्ति,दयानंद गुणगान एवं राष्ट्रभक्ति गीतों से समाबांध दिया जिसे सुनकर श्रोता झूम उठे।
राष्ट्र रक्षा सम्मेलन श्रद्धानंद शर्मा की अध्यक्षता में प्रारंभ हुआ वेद वक्ता माया प्रकाश त्यागी (पूर्व कोषाध्यक्ष सार्वदेशिक आर्य प्रतिनिधि सभा दिल्ली) ने अपने उद्बोधन में कहा कि राष्ट्र रक्षा सम्मेलन तो आर्य समाज शुरू से करता आ रहा है। राष्ट्र के पुरोहित हम बनें और राष्ट्र रक्षा के लिए हमेशा तैयार रहें। प्रत्येक नागरिक राष्ट्र रक्षा के काम में लगे तब कहीं राष्ट्र की रक्षा होगी।
महायज्ञ के मुख्य वक्ता वैदिक विद्वान डॉ. वेदपाल शास्त्री ने राष्ट्र रक्षा सम्मेलन में अपने उद्बोधन में कहा कि राष्ट्र रक्षा के लिए सभी नागरिक भेदभाव, जाति प्रथा, क्षेत्रवाद को छोड़कर सत्य निष्ठा से अपना अपना कार्य करेंगे तो राष्ट्र उन्नति करेगा।
स्वदेशी आयुर्वेद के निदेशक डा. आर. के. आर्य ने कहा कि आर्य समाज 1887 की क्रांति से राष्ट्र रक्षा सम्मेलन कर रहा है। जब स्वतंत्रता नहीं थी तो भी यही कहते थे कि राष्ट्र रक्षा करो। उन्होंने बताया कि ऋषि दयानंद ने 1874 में साढ़े तीन महीने में सत्यार्थ प्रकाश लिखा था। स्वतंत्रता के आंदोलन के मूल में ऋषि दयानंद की विचारधारा थी। उन्होंने कहा था कि विदेशी राजा से स्वदेशी राजा अच्छा होता है।
समारोह के मुख्य अतिथि राज्य मंत्री नरेन्द्र कश्यप ने इस आयोजन के लिए आभार व्यक्त किया और कहा कि जब भी देश में कोई समस्या आती है तो आर्य समाज मिलकर उसका समाधान खोजता है। ऋषि दयानंद कृत सत्यार्थ प्रकाश को पढ़ने से देश के प्रति समर्पण की भावना जागती है। उन्होंने रामायण की चौपाई पढ़कर कहा सत्संग के बिना विवेक नहीं होता,प्रभु नाम स्मरण एवं सत्संग से व्यक्ति के जीवन में ज्ञान बढ़ेगा,आचरण शुद्ध होगा, राष्ट्र मजबूत होगा।
अध्यक्षीय उद्बोधन में श्रद्धानंद शर्मा ने कहा कि देश की सत्ता सात आठ वर्षों से ऐसे लोगों के हाथ में है जो देश की सीमाओं को सुरक्षित करने में लगे हैं। आधुनिक तकनीक से सीमाओं पर काम हो रहा है। ड्रैगन हो या कोई और, इधर किसी की हिम्मत नहीं पड़ेगी। उन्होंने कहा कि आज हमें अपने गौरवशाली इतिहास को अपनी नई जनरेशन को पढ़ाने की आवश्यकता है, बच्चों को संस्कारित करने की आवश्यकता है,तभी राष्ट्र सुरक्षित रह पाएगा।
आर्य केंद्रीय सभा महानगर गाजियाबाद के अध्यक्ष सत्यवीर चौधरी ने बताया कि श्रद्धानंद बलिदान दिवस के अवसर पर महानगर की सभी आर्य समाजों की ओर से 25 दिसंबर 2022 को शोभायात्रा निकाली जाएगी। मंच का कुशल संचालन आर्य केंद्रीय सभा के महामंत्री नरेंद्र पंचाल ने किया। इस अवसर पर मुख्य रूप से सत्यवीर चौधरी,संतलाल मिश्रा,केके यादव,संजीव, मल्होत्रा, इंद्रसेन सोलंकी,प्रवीण आर्य, डॉ. प्रतिभा सिंघल, फूलारानी मल्होत्रा, बालमुकुंद विश्वकर्मा, रोहताश सोलंकी, तेजपाल आर्य, वीके धामा,गौरव सिंह आर्य, बृज पाल गुप्ता, कुलदीप कुमार जॉली, त्रिलोक शास्त्री, वेदपाल तोमर, सुरेश आर्य, नरेश चन्द्र आर्य, प्रमोद आर्य, ओमपाल शास्त्री आदि उपस्थित रहे।
Ghaziabad News: आर्य समाज नया आर्य नगर के 33 वें वार्षिकोत्सव पर ऋग्वेदीय यज्ञ सहारनपुर से पधारे वैदिक विद्वान डा.वेदपाल शास्त्री के ब्रह्मत्व में धूमधाम से संपन्न हुआ,वेद पाठ आचार्य रामा शंकर,उदयवीर शास्त्री एवं कु.प्रियंका आर्या ने किया।
बिजनौर से पधारे सुप्रसिद्ध भजनोपदेशक पं. नरेश दत्त शास्त्री एवं साथी कलाकारों ने ईश्वर भक्ति,दयानंद गुणगान एवं राष्ट्रभक्ति गीतों से समाबांध दिया जिसे सुनकर श्रोता झूम उठे।
राष्ट्र रक्षा सम्मेलन श्रद्धानंद शर्मा की अध्यक्षता में प्रारंभ हुआ वेद वक्ता माया प्रकाश त्यागी (पूर्व कोषाध्यक्ष सार्वदेशिक आर्य प्रतिनिधि सभा दिल्ली) ने अपने उद्बोधन में कहा कि राष्ट्र रक्षा सम्मेलन तो आर्य समाज शुरू से करता आ रहा है। राष्ट्र के पुरोहित हम बनें और राष्ट्र रक्षा के लिए हमेशा तैयार रहें। प्रत्येक नागरिक राष्ट्र रक्षा के काम में लगे तब कहीं राष्ट्र की रक्षा होगी।
महायज्ञ के मुख्य वक्ता वैदिक विद्वान डॉ. वेदपाल शास्त्री ने राष्ट्र रक्षा सम्मेलन में अपने उद्बोधन में कहा कि राष्ट्र रक्षा के लिए सभी नागरिक भेदभाव, जाति प्रथा, क्षेत्रवाद को छोड़कर सत्य निष्ठा से अपना अपना कार्य करेंगे तो राष्ट्र उन्नति करेगा।
स्वदेशी आयुर्वेद के निदेशक डा. आर. के. आर्य ने कहा कि आर्य समाज 1887 की क्रांति से राष्ट्र रक्षा सम्मेलन कर रहा है। जब स्वतंत्रता नहीं थी तो भी यही कहते थे कि राष्ट्र रक्षा करो। उन्होंने बताया कि ऋषि दयानंद ने 1874 में साढ़े तीन महीने में सत्यार्थ प्रकाश लिखा था। स्वतंत्रता के आंदोलन के मूल में ऋषि दयानंद की विचारधारा थी। उन्होंने कहा था कि विदेशी राजा से स्वदेशी राजा अच्छा होता है।
समारोह के मुख्य अतिथि राज्य मंत्री नरेन्द्र कश्यप ने इस आयोजन के लिए आभार व्यक्त किया और कहा कि जब भी देश में कोई समस्या आती है तो आर्य समाज मिलकर उसका समाधान खोजता है। ऋषि दयानंद कृत सत्यार्थ प्रकाश को पढ़ने से देश के प्रति समर्पण की भावना जागती है। उन्होंने रामायण की चौपाई पढ़कर कहा सत्संग के बिना विवेक नहीं होता,प्रभु नाम स्मरण एवं सत्संग से व्यक्ति के जीवन में ज्ञान बढ़ेगा,आचरण शुद्ध होगा, राष्ट्र मजबूत होगा।
अध्यक्षीय उद्बोधन में श्रद्धानंद शर्मा ने कहा कि देश की सत्ता सात आठ वर्षों से ऐसे लोगों के हाथ में है जो देश की सीमाओं को सुरक्षित करने में लगे हैं। आधुनिक तकनीक से सीमाओं पर काम हो रहा है। ड्रैगन हो या कोई और, इधर किसी की हिम्मत नहीं पड़ेगी। उन्होंने कहा कि आज हमें अपने गौरवशाली इतिहास को अपनी नई जनरेशन को पढ़ाने की आवश्यकता है, बच्चों को संस्कारित करने की आवश्यकता है,तभी राष्ट्र सुरक्षित रह पाएगा।
आर्य केंद्रीय सभा महानगर गाजियाबाद के अध्यक्ष सत्यवीर चौधरी ने बताया कि श्रद्धानंद बलिदान दिवस के अवसर पर महानगर की सभी आर्य समाजों की ओर से 25 दिसंबर 2022 को शोभायात्रा निकाली जाएगी। मंच का कुशल संचालन आर्य केंद्रीय सभा के महामंत्री नरेंद्र पंचाल ने किया। इस अवसर पर मुख्य रूप से सत्यवीर चौधरी,संतलाल मिश्रा,केके यादव,संजीव, मल्होत्रा, इंद्रसेन सोलंकी,प्रवीण आर्य, डॉ. प्रतिभा सिंघल, फूलारानी मल्होत्रा, बालमुकुंद विश्वकर्मा, रोहताश सोलंकी, तेजपाल आर्य, वीके धामा,गौरव सिंह आर्य, बृज पाल गुप्ता, कुलदीप कुमार जॉली, त्रिलोक शास्त्री, वेदपाल तोमर, सुरेश आर्य, नरेश चन्द्र आर्य, प्रमोद आर्य, ओमपाल शास्त्री आदि उपस्थित रहे।