Ghaziabad News : समाजवाद की स्थापना में पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह का रहा है योगदान : राम आसरे




Ghaziabad : आज भारत के पूर्व राष्ट्रपति स्व. ज्ञानी जैल सिंह की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के पूर्व उच्च माध्यमिक शिक्षा मंत्री राम आसरे विश्वकर्मा ने कहा कि देश में समाजवाद की स्थापना में पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह का अहम योगदान रहा है।
ब्लू आर्चिड वेंकटहाल, पुस्ता रोड़ कनावनी, इन्दिरापुरम गाजियाबाद में आयोजित कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री राम आसरे विश्वकर्मा ने उपस्थित जनसमूह को सम्बोधित किया। कार्यक्रम का संचालक आदित्य धीमान तथा अध्यक्षता धर्मेन्द्र सिंह सोहल ने की।
इस कार्यक्रम में पूर्व राष्ट्रपति स्व. ज्ञानी जैल सिंह जी के विचारों पर विस्तार चर्चा की। कार्यक्रम में इन्द्रजीत सिंह, धर्मेन्द्र सिंह सोहर, अखिल भारतीय विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा के राष्ट्रीय महासचिव मिथिलेश शर्मा मधुकर, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ईं. विजेश शर्मा, विश्वकर्मा ब्रिगेड प्रदेश अध्यक्ष आशुतोष विश्वकर्मा, यशपाल सिंह धीमान, सुरेंद्र कुशवाहा, दिवाकर विश्वकर्मा, प्रदेश सचिव सरदार बलबिन्दर सिंह धीमान, दिनेश धीमान, सीमा जांगिड़, बबीता धीमान, निधि विश्वकर्मा, दिनेश वत्स, विश्वकर्मा ब्रिगेड दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष मिन्टू पांचाल एडवोकेट, जिला उपाध्यक्ष मेरठ राजेंद्र विश्वकर्मा, संजय विश्वकर्मा जिलाध्यक्ष मेरठ, राजू विश्वकर्मा जिलाध्यक्ष मुजफ्फरनगर, ज़िला प्रभारी मुजफ्फरनगर सुभाष विश्वकर्मा, जयप्रकाश विश्वकर्मा जिलाध्यक्ष अमरोहा, महिपाल विश्वकर्मा जिलाध्यक्ष सम्भल, कमलकांत धीमान जिलाध्यक्ष शामली, मुकेश शर्मा बिजनौर सहित आदि लोग उपस्थित थे।
Ghaziabad : आज भारत के पूर्व राष्ट्रपति स्व. ज्ञानी जैल सिंह की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के पूर्व उच्च माध्यमिक शिक्षा मंत्री राम आसरे विश्वकर्मा ने कहा कि देश में समाजवाद की स्थापना में पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह का अहम योगदान रहा है।
ब्लू आर्चिड वेंकटहाल, पुस्ता रोड़ कनावनी, इन्दिरापुरम गाजियाबाद में आयोजित कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री राम आसरे विश्वकर्मा ने उपस्थित जनसमूह को सम्बोधित किया। कार्यक्रम का संचालक आदित्य धीमान तथा अध्यक्षता धर्मेन्द्र सिंह सोहल ने की।
इस कार्यक्रम में पूर्व राष्ट्रपति स्व. ज्ञानी जैल सिंह जी के विचारों पर विस्तार चर्चा की। कार्यक्रम में इन्द्रजीत सिंह, धर्मेन्द्र सिंह सोहर, अखिल भारतीय विश्वकर्मा शिल्पकार महासभा के राष्ट्रीय महासचिव मिथिलेश शर्मा मधुकर, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ईं. विजेश शर्मा, विश्वकर्मा ब्रिगेड प्रदेश अध्यक्ष आशुतोष विश्वकर्मा, यशपाल सिंह धीमान, सुरेंद्र कुशवाहा, दिवाकर विश्वकर्मा, प्रदेश सचिव सरदार बलबिन्दर सिंह धीमान, दिनेश धीमान, सीमा जांगिड़, बबीता धीमान, निधि विश्वकर्मा, दिनेश वत्स, विश्वकर्मा ब्रिगेड दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष मिन्टू पांचाल एडवोकेट, जिला उपाध्यक्ष मेरठ राजेंद्र विश्वकर्मा, संजय विश्वकर्मा जिलाध्यक्ष मेरठ, राजू विश्वकर्मा जिलाध्यक्ष मुजफ्फरनगर, ज़िला प्रभारी मुजफ्फरनगर सुभाष विश्वकर्मा, जयप्रकाश विश्वकर्मा जिलाध्यक्ष अमरोहा, महिपाल विश्वकर्मा जिलाध्यक्ष सम्भल, कमलकांत धीमान जिलाध्यक्ष शामली, मुकेश शर्मा बिजनौर सहित आदि लोग उपस्थित थे।

Ritu Suhas: Administrative Officer Ritu Suhas is a treasure of versatility[/caption]
रितु का पीसीएस अधिकारी बनने का सफर भी कम प्रेरणादाई नहीं है। ऋतु का जन्म 16 अप्रैल 1983 को लखनऊ में हुआ था उनके पिता लखनऊ हाई कोर्ट में वकील हैं और मां हाउसवाइफ । रितु की एक बहन और एक भाई हैं ।अपनी पढ़ाई और पीसीएस की तैयारी के लिए रितु को काफी संघर्ष करना पड़ा था। जब 2003 में उन्होंने पीसीएस परीक्षा में बैठने का फैसला किया तब उनके पास आर्थिक संसाधन भी कम थे, इसलिए किसी कोचिंग के बजाय उन्होंने self-study को चुना और पढ़ाई के पैसे जुटाने के लिए छोटे बच्चों को ट्यूशन पढ़ाना शुरू किया। तैयारी के लिए वह अपने दोस्त के कोचिंग के नोट्स देखा करती थी। 2004 में रितु ने पीसीएस की परीक्षा में सफलता पाई ।रितु की पहली पोस्टिंग मथुरा में एसडीएम के तौर पर हुई थी। 2008 में रितु की शादी एल वाई सुहास के साथ हुई थी । इनके दो बच्चे हैं। ऋतु सुहास तब सुर्खियों में आई थी जब इन्होंने लखनऊ विकास प्राधिकरण में रहते हुए माफिया मुख्तार अंसारी के अवैध निर्माण को गिरवाया था।
Ritu Suhas: Administrative Officer Ritu Suhas is a treasure of versatility[/caption]
रितु का पीसीएस अधिकारी बनने का सफर भी कम प्रेरणादाई नहीं है। ऋतु का जन्म 16 अप्रैल 1983 को लखनऊ में हुआ था उनके पिता लखनऊ हाई कोर्ट में वकील हैं और मां हाउसवाइफ । रितु की एक बहन और एक भाई हैं ।अपनी पढ़ाई और पीसीएस की तैयारी के लिए रितु को काफी संघर्ष करना पड़ा था। जब 2003 में उन्होंने पीसीएस परीक्षा में बैठने का फैसला किया तब उनके पास आर्थिक संसाधन भी कम थे, इसलिए किसी कोचिंग के बजाय उन्होंने self-study को चुना और पढ़ाई के पैसे जुटाने के लिए छोटे बच्चों को ट्यूशन पढ़ाना शुरू किया। तैयारी के लिए वह अपने दोस्त के कोचिंग के नोट्स देखा करती थी। 2004 में रितु ने पीसीएस की परीक्षा में सफलता पाई ।रितु की पहली पोस्टिंग मथुरा में एसडीएम के तौर पर हुई थी। 2008 में रितु की शादी एल वाई सुहास के साथ हुई थी । इनके दो बच्चे हैं। ऋतु सुहास तब सुर्खियों में आई थी जब इन्होंने लखनऊ विकास प्राधिकरण में रहते हुए माफिया मुख्तार अंसारी के अवैध निर्माण को गिरवाया था।