New Delhi News : संसद में संविधान के बारे में गृह मंत्री अमित शाह द्वारा संविधान निमार्ता बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर को लेकर जो कुछ भी अमर्यादित भाषण दिया था, उसके बाद विपक्ष के तमाम नेता एकजुट होकर अमित शाह पर हल्ला बोल किए हुए हैं। इन नेताओं के आरोपों से घबराकर अमित शाह ने अपनी सफाई भी दी है। राहुल गांधी और उनकी कांग्रेस और सपा ने शाह के बयान को लेकर हमला बोल दिया है। वहीं केजरीवाल तो भाजपा मुख्यालय पर प्रदर्शन करने पहुंच गए। अब बसपा सुप्रीमों मायावती भी अमित शाह के ऊपर भड़क गई हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा का भी कांग्रेस जैसा हाल हो जाएगा। उन्होंने इसे बाबासाहेब का अपमान बताते हुए माफी की मांग की है।
अब मायावती ने मोर्चा खोला
बसपा सुप्रीमों मायावती ने मोर्चा संभालते हुए कहा कि भारतीय संविधान के निमार्ता और दलितों व अन्य उपेक्षित वर्गों के मसीहा डॉ. भीमराव अंबेडकर के बारे में संसद में अमित शाह के इस्तेमाल किए गए शब्दों से बाबा साहब की गरिमा को गहरी ठेस पहुंची है। शाह ने एक तरह से उनका अपमान किया है। दलित समाज इसे कभी बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्हें अपने ये शब्द वापस लेने चाहिए और इसके लिए पश्चाताप भी करना चाहिए। वरना, भाजपा का भी वही हाल होगा जो कांग्रेस का हुआ है। अमित शाह को माफी भी मांगना चाहिए।New Delhi News
विपक्षी दलों ने लगाए शाह पर आरोप
कांग्रेस और विपक्षी दलों ने गृह मंत्री अमिल शाह द्वारा भरी संसद में बाबा आंबेडकर को लेकर जो अमर्यादित बयाय दिया उस पर पूरा विपक्ष ही भड़क गया। संसद से लेकर सड़क तक अमित शाह के बयान की भर्तस्रा की जाने लगी। आज गुरुवार को राहुल गांधी ने तो उनसे इस्तीफा लिए जाने की मांग की है। हालांकि शाह को बचाने के लिए पूरी भाजपा लगी हुई है और अमित शाह ने स्वयं भी प्रेस कांफ्रेंस करके कांग्रेस पर उनकी बात को तोड़-मरोड़कर पेश करने की बात कही है। विदित हो कि शाह ने राज्यसभा में ‘भारत के संविधान की 75 वर्षों की गौरवशाली यात्रा’ विषय पर दो दिन तक चली चर्चा का जवाब देते हुए मंगलवार को अपने संबोधन के दौरान बाबासाहेब को लेकर अपमानजनक बयान दे डाला था।
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