आज दिल्ली में कांग्रेस की बड़ी रैली, शामिल होंगे कई बड़े नेता

कांग्रेस आज दिल्ली के रामलीला मैदान में कथित "वोट चोरी" के खिलाफ बड़ा प्रदर्शन कर रही है। रैली में राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे, प्रियंका गांधी वाड्रा, जयराम रमेश और अन्य वरिष्ठ नेता शामिल होंगे। पार्टी का आरोप है कि चुनाव प्रक्रिया में गड़बड़ी हो रही है और सरकार तथा चुनाव आयोग की मिलीभगत से...

वोट चोर गद्दी छोड़
दिल्ली में कांग्रेस का ‘वोट चोरी’ के खिलाफ बड़ा प्रदर्शन
locationभारत
userअसमीना
calendar14 Dec 2025 11:47 AM
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आज दिल्ली की सियासत में हलचल तेज होने वाली है। कांग्रेस पार्टी कथित “वोट चोरी” के मुद्दे को लेकर राजधानी के रामलीला मैदान में बड़ा प्रदर्शन करने जा रही है। पार्टी का कहना है कि चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं और लोकतंत्र को कमजोर करने की कोशिश की जा रही है। इसी चिंता को जनता के सामने रखने और दबाव बनाने के मकसद से यह रैली आयोजित की जा रही है।

चुनावों में हो रही बड़ी गड़बड़ियां

कांग्रेस का आरोप है कि सरकार और चुनाव आयोग की मिलीभगत से चुनावों में गड़बड़ियां हो रही हैं। पार्टी नेताओं का कहना है कि वोटर लिस्ट में हेरफेर जैसे मामलों ने आम लोगों के भरोसे को ठेस पहुंचाई है। कांग्रेस इस मुद्दे को सिर्फ राजनीतिक नहीं बल्कि लोकतंत्र से जुड़ा सवाल बता रही है और इसी वजह से संसद से लेकर सड़क तक लड़ाई लड़ने की बात कह रही है।

तमाम बड़े चेहरे मंच पर आएंगे नजर

इस रैली में कांग्रेस के तमाम बड़े चेहरे मंच पर नजर आएंगे। पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी जनता को संबोधित करेंगे। उनके साथ प्रियंका गांधी वाड्रा, केसी वेणुगोपाल, जयराम रमेश और सचिन पायलट जैसे वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहेंगे। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के भी कार्यक्रम में शामिल होने की संभावना जताई जा रही है जिससे रैली को और अहम माना जा रहा है।

कौन-कौन होगा शामिल?

रैली से पहले कांग्रेस के सभी सांसद दोपहर 12 बजे पार्टी मुख्यालय इंदिरा भवन में एकत्र होंगे।  वहां से नेता एकजुट होकर रामलीला मैदान के लिए रवाना होंगे। इस दौरान तीन मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री भी प्रदर्शन में शामिल होंगे जिससे पार्टी अपनी ताकत का साफ संदेश देना चाहती है। बताया जा रहा है कि, कांग्रेस की इस ‘वोट चोरी’ विरोधी रैली में किसी भी अन्य विपक्षी दल के नेताओं को आमंत्रित नहीं किया गया है। पार्टी इस मुद्दे पर अपनी अलग और मजबूत आवाज सामने रखने के इरादे से अकेले मैदान में उतर रही है।

लोकतंत्र बचाने की मुहिम

कांग्रेस का कहना है कि यह प्रदर्शन सिर्फ एक रैली नहीं बल्कि लोकतंत्र को बचाने की मुहिम है। पार्टी नेताओं का दावा है कि इसके बाद राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपकर पूरे मामले में हस्तक्षेप की मांग की जाएगी। अब देखना होगा कि रामलीला मैदान से उठने वाली यह आवाज देश की राजनीति में कितना असर डालती है। 

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प्रदूषण पर इमरजेंसी ब्रेक: दिल्ली में AQI 400 पार, GRAP-3 हुआ एक्टिव

GRAP-3 लागू होते ही दिल्ली-NCR में गैर-आवश्यक निर्माण और विध्वंस गतिविधियों पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है। इसका मतलब साफ है अब मिट्टी से जुड़ा काम, पाइलिंग, खुली खुदाई/खाइयों की खुदाई, वेल्डिंग, पेंटिंग, प्लास्टरिंग, टाइल्स और फ्लोरिंग जैसे कार्य फिलहाल नहीं हो सकेंगे।

धुंध की चादर में लिपटी राजधानी दिल्ली
धुंध की चादर में लिपटी राजधानी दिल्ली
locationभारत
userअभिजीत यादव
calendar13 Dec 2025 12:49 PM
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Delhi News : दिल्ली में प्रदूषण का ग्राफ एक बार फिर खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। शनिवार सुबह धुंध की चादर के साथ राजधानी की वायु गुणवत्ता तेजी से बिगड़ी और AQI 400 के पार चला गया। हालात को देखते हुए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने दिल्ली-NCR में GRAP-3 के सभी प्रतिबंध तत्काल प्रभाव से लागू कर दिए हैं, ताकि प्रदूषण पर जल्द नियंत्रण किया जा सके। दिल्ली के कई इलाकों में हवा “रेड जोन” में दर्ज की गई। रिपोर्ट के मुताबिक वजीरपुर में AQI 443 रिकॉर्ड हुआ, जो बेहद खराब श्रेणी में आता है। इसी तेज गिरावट के बाद GRAP-3 लागू करने का फैसला लिया गया।

GRAP-3 में क्या-क्या सख्तियां लागू हुईं?

1 - गैर-जरूरी निर्माण-तोड़फोड़ पर ब्रेक: GRAP-3 लागू होते ही दिल्ली-NCR में गैर-आवश्यक निर्माण और विध्वंस गतिविधियों पर पूरी तरह रोक लगा दी गई है। इसका मतलब साफ है अब मिट्टी से जुड़ा काम, पाइलिंग, खुली खुदाई/खाइयों की खुदाई, वेल्डिंग, पेंटिंग, प्लास्टरिंग, टाइल्स और फ्लोरिंग जैसे कार्य फिलहाल नहीं हो सकेंगे। इतना ही नहीं, प्रदूषण बढ़ाने वाली गतिविधियों पर लगाम कसते हुए रेडी-मिक्स कंक्रीट (RMC) प्लांट्स का संचालन बंद रहेगा और सीमेंट, रेत व फ्लाई ऐश जैसी निर्माण सामग्री के परिवहन पर भी पाबंदी लागू की गई है। हालांकि, मेट्रो, एयरपोर्ट, रक्षा और स्वास्थ्य से जुड़ी आवश्यक परियोजनाओं को राहत दी गई हैलेकिन शर्त यह है कि काम के दौरान धूल नियंत्रण (डस्ट कंट्रोल) के सख्त उपायों का पालन हर हाल में करना होगा।

2 - प्रदूषणकारी ईंधन वाले उद्योगों पर कार्रवाई - GRAP-3 के तहत इस बार औद्योगिक प्रदूषण पर सीधी चोट की गई है। कोयला, लकड़ी और अन्य धुआं छोड़ने वाले ईंधन से चलने वाले उद्योगों का संचालन अस्थायी रूप से स्थगित कर दिया गया है, ताकि हवा में ज़हर घोलने वाले उत्सर्जन को तुरंत कम किया जा सके। इसके अलावा पत्थर तोड़ने वाली मशीनों को बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं और कोयला/लिग्नाइट आधारित थर्मल पावर प्लांट्स पर रोक या सख्त निगरानी लागू की गई है। सबसे बड़ा कदम यह कि पूरे NCR में खनन और उससे जुड़ी सभी गतिविधियों पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है—यानी धूल, धुआं और भारी उत्सर्जन वाले स्रोतों पर एक साथ “ब्रेक” लगाने की कोशिश की गई है।

3) वाहनों पर कड़े प्रतिबंध - GRAP-3 के तहत प्रदूषण पर लगाम कसने के लिए ट्रैफिक और डीज़ल उत्सर्जन पर सख्त कदम उठाए गए हैं। दिल्ली, गुरुग्राम, फरीदाबाद, गाजियाबाद और गौतम बुद्ध नगर में अब BS-III पेट्रोल और BS-IV डीज़ल चार पहिया (LMV) वाहनों का संचालन पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। इसके साथ ही दिल्ली में पुराने डीजल गुड्स वाहनों को सड़कों से दूर रखने का आदेश दिया गया है। मानवीय आधार पर दिव्यांग व्यक्तियों को इन नियमों से छूट दी गई है, जबकि आपात सेवाओं को छोड़कर डीजल जनरेटर सेट्स के इस्तेमाल पर भी पूरी रोक लगा दी गई है—ताकि धुएं के बड़े स्रोतों पर एक साथ प्रभावी ब्रेक लगाया जा सके।

4) स्कूल और ऑफिस के लिए भी नए नियम- GRAP-3 के लागू होते ही दिल्ली-NCR में पढ़ाई और कामकाज के तरीके में भी बदलाव कर दिया गया है। बच्चों की सेहत को प्राथमिकता देते हुए कक्षा 5 तक के विद्यार्थियों के लिए हाइब्रिड/ऑनलाइन क्लास अनिवार्य की गई है। वहीं बड़ी कक्षाओं की पढ़ाई ऑफलाइन जारी रहेगी, लेकिन स्कूलों में मास्क, दूरी और अन्य एहतियात का पालन सख्ती से करना होगा। दूसरी तरफ, प्रदूषण के बीच भीड़ और ट्रैफिक कम करने के लिए सरकारी, नगर निगम और निजी कार्यालयों में केवल 50% कर्मचारियों की उपस्थिति की अनुमति दी गई है, जबकि बाकी स्टाफ को वर्क फ्रॉम होम देने के निर्देश हैं। जरूरत पड़ने पर केंद्र सरकार अपने कर्मचारियों के लिए अलग गाइडलाइन जारी कर सकती है और हालात बिगड़ने पर ऑफिस टाइमिंग में बदलाव का विकल्प भी खुला रखा गया है।

धूल और धुएं पर भी सख्ती बढ़ी

दिल्ली-NCR में प्रदूषण को नीचे लाने के लिए अब फोकस सड़क की धूल और खुले में धुएं के स्रोत पर तेज किया जा रहा है। प्रशासन मैकेनाइज्ड सफाई के साथ सड़कों पर पानी का नियमित छिड़काव बढ़ाएगा और संवेदनशील इलाकों में एंटी-स्मॉग गन का ज्यादा उपयोग किया जाएगा, ताकि हवा में उड़ने वाले सूक्ष्म कणों पर काबू पाया जा सके। वहीं कचरा जलाने पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा और नियम तोड़ने वालों पर कार्रवाई की बात कही गई है। ट्रैफिक घटाकर उत्सर्जन कम करने के लिए CNG/इलेक्ट्रिक बसों और मेट्रो की फ्रीक्वेंसी बढ़ाने पर जोर होगा, ताकि लोग निजी वाहनों के बजाय पब्लिक ट्रांसपोर्ट चुनें। उधर, सांस और आंखों से जुड़ी शिकायतों के बढ़ने की आशंका को देखते हुए अस्पतालों में भी मरीजों की बढ़ती संख्या संभालने के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं की क्षमता बढ़ाने की तैयारी की जा रही है। Delhi News

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SIR प्रक्रिया में बड़ा बदलाव, छह राज्यों में फॉर्म भरने की तारीख आगे बढ़ी

मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (Special Intensive Revision–SIR) को लेकर चुनाव आयोग (ECI) ने छह राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में समयसीमा बढ़ाने का बड़ा निर्णय लिया है।

Major changes in the SIR process
मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (फाइल फोटो)
locationभारत
userऋषि तिवारी
calendar11 Dec 2025 06:02 PM
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बता दें कि चुनाव आयोग ने मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) की प्रक्रिया के तहत छह राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में समयसीमा बढ़ाने का फैसला लिया है। यह कदम इन राज्यों में मतदाता सूचियों के अद्यतन और सही करने के उद्देश्य से उठाया गया है। आयोग ने इस संबंध में विस्तृत शेड्यूल भी जारी किया है, जिसमें तमिलनाडु, गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, यूपी, और केरल शामिल हैं, जबकि पश्चिम बंगाल को इस प्रक्रिया से बाहर रखा गया है।

शेड्यूल और समयसीमा

  • तमिलनाडु और गुजरात: फॉर्म भरने की अंतिम तिथि 14 दिसंबर 2025, जबकि ड्राफ्ट मतदाता सूची 19 दिसंबर को जारी होगी।
  • मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़: 18 दिसंबर तक फॉर्म भरे जाएंगे और 23 दिसंबर को ड्राफ्ट वोटर लिस्ट प्रकाशित होगी।
  • उत्तर प्रदेश: 26 दिसंबर तक फॉर्म भरे जाएंगे और 31 दिसंबर को मतदाता सूची का ड्राफ्ट रोल जारी किया जाएगा।
  • केरल: एसआईआर प्रक्रिया 18 दिसंबर तक पूरी होगी, और 23 दिसंबर को ड्राफ्ट लिस्ट प्रकाशित होगी।
  • गोवा, लक्षद्वीप, राजस्थान, पश्चिम बंगाल: यहां फॉर्म भरने की अंतिम तिथि आज यानी 11 दिसंबर 2025 है, और ड्राफ्ट इलेक्टोरल रोल 16 दिसंबर को जारी किया जाएगा।

ECI का नया निर्देश: ASD सूची साझा करना अनिवार्य

बता दें कि चुनाव आयोग ने 10 दिसंबर को सभी 12 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों को एक महत्वपूर्ण निर्देश जारी किया है। इसके तहत बूथ स्तर के अधिकारियों द्वारा तैयार अनुपस्थित, स्थानांतरित, मृत या दोहराए गए मतदाताओं (ASD) की सूची को राजनीतिक दलों के बूथ-स्तरीय एजेंटों के साथ साझा करना अनिवार्य किया गया है।ECI के अनुसार बूथ अधिकारियों द्वारा कम से कम तीन बार घर जाकर भी संपर्क न होने पर मतदाता को ASD श्रेणी में रखा जा रहा है।

इन मतदाताओं की स्थिति की पुष्टि करना आवश्यक है, ताकि अंतिम मतदाता सूची जारी होने से पहले त्रुटियों को सुधार लिया जाए। इसके लिए देशभर के 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में लगभग 5 लाख बूथ स्तर अधिकारी और 12 लाख से अधिक बूथ स्तर एजेंट बूथवार बैठकों में शामिल होंगे और ASD सूचियों की जांच करेंगे।

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