राकेश सिंह BSA अधिकारी की पोस्ट

हर साल बोर्ड रिजल्ट्स के आने के बाद कई घरों में जश्न होता है, तो कई घरों में मायूसी। अपेक्षित अंक न आने पर बच्चे टूट जाते हैं और माता-पिता की नाराज़गी से उनका आत्मविश्वास और भी गिर जाता है। लेकिन इस बार एक अधिकारी पिता की सोच और उसकी सोशल मीडिया पोस्ट लाखों छात्रों और अभिभावकों के लिए प्रेरणा बन गई है।

बात हो रही है अलीगढ़ के बेसिक शिक्षा अधिकारी राकेश सिंह की, जिन्होंने अपने बेटे ऋषि सिंह की CBSE कक्षा 12वीं की मार्कशीट को सोशल मीडिया पर शेयर किया। उनके बेटे को मात्र 60% अंक मिले, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने ना केवल बेटे को बधाई दी, बल्कि एक ऐसा मोटिवेशनल संदेश लिखा, जो देखते ही देखते वायरल हो गया।

“पापा, आपको गुस्सा नहीं आया?” – बेटे ने पूछा, और जवाब ने सबका दिल जीत लिया

राकेश सिंह ने X (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए लिखा:

“जीवन को कहीं से भी, कभी भी शुरू किया जा सकता है। मेरे बेटे ऋषि ने 60% अंकों के साथ इंटरमीडिएट परीक्षा उत्तीर्ण की है। बेटे को ढेर सारी बधाई और शुभकामनाएं।”

जब उन्होंने बेटे की मार्कशीट सोशल मीडिया पर पोस्ट की, तो उनका बेटा ऋषि थोड़ा झिझकते हुए बोला:

“पापा, आपको गुस्सा नहीं आया कि मुझे इतने औसत नंबर मिले?”

राकेश सिंह ने जवाब दिया:

“नहीं बेटा, मुझे गुस्सा नहीं है। बल्कि मैं आज उतना ही खुश हूं जितना मैं अपनी सरकारी नौकरी के चयन पर भी नहीं था।” रिजल्ट नहीं, नजरिया मायने रखता है

राकेश सिंह ने अपने अनुभव साझा करते हुए लिखा कि:

“तुम्हारे 60% अंक आए हैं, मेरे पास स्नातक में केवल 52%, हाई स्कूल में 60% और इंटर में 75% अंक थे। लेकिन मैंने कभी हार नहीं मानी।”

उन्होंने आगे बताया कि वे इलाहाबाद विश्वविद्यालय से इतिहास में स्नातक हैं। जब उन्होंने प्रवेश लिया था, तब उन्हें इतिहास विषय की ABC भी नहीं पता थी, लेकिन कड़ी मेहनत से उन्होंने 2000 में पब्लिक सर्विस कमीशन की परीक्षा में इतिहास में 80% अंक प्राप्त किए।

“मैंने यह साबित किया कि मजबूत इच्छाशक्ति से कुछ भी संभव है। हर बच्चा प्रतिभाशाली होता है – जरूरत है बस सही मार्गदर्शन और हौसला देने की।”

कम अंक आने पर भी बच्चों का मनोबल बढ़ाएं

इस प्रेरणादायक पोस्ट के ज़रिए उन्होंने लाखों माता-पिताओं को संदेश दिया कि अगर बच्चे को कम अंक मिले या वह सफल नहीं हो पाया, तो घबराने की जरूरत नहीं है। जिंदगी में कभी भी, कहीं से भी नई शुरुआत की जा सकती है।

“मैं विशेष रूप से उन माता-पिता को बधाई देना चाहता हूं, जिनके बच्चे इस बार सफल नहीं हो पाए। आपकी सकारात्मक सोच ही बच्चों को आगे बढ़ने की ताकत देती है।”

ऋषि सिंह का स्कोर और सपना

राकेश सिंह के बेटे ऋषि सिंह ने CBSE 12वीं परीक्षा में निम्नलिखित अंक प्राप्त किए: अंग्रेजी: 66 अंक, भूगोल: 62 अंक, शारीरिक शिक्षा: 70 अंक, राजनीति विज्ञान: 53 अंक और इतिहास: 50 अंक।

ऋषि का सपना है वकील बनना, और वह CLAT (Common Law Admission Test) की काउंसलिंग शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं।

सोशल मीडिया पर वायरल हुई पोस्ट

राकेश सिंह की यह पोस्ट सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर अब तक 230 से अधिक बार रीपोस्ट की जा चुकी है और हजारों लोगों ने इसे प्रेरणादायक बताया है। इस पोस्ट ने साबित कर दिया कि नंबर भले ही कम हों, लेकिन यदि माता-पिता का नजरिया सकारात्मक हो, तो हर बच्चा आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ सकता है।

हर साल आने वाले बोर्ड रिजल्ट्स में कुछ बच्चे चमकते हैं, तो कुछ पीछे रह जाते हैं। लेकिन असली जीत तब होती है जब माता-पिता अपने बच्चों का साथ दें, चाहे परिणाम जैसा भी हो। राकेश सिंह की पोस्ट हर उस अभिभावक के लिए एक संदेश है – कि नंबर सिर्फ एक पड़ाव हैं, मंज़िल नहीं।

बटन दबता और सब खत्म हो जाता! हैदराबाद में ISIS साजिश का पर्दाफाश