Blood in Urine- यूरिन में खून हो सकता है इस गंभीर बीमारी का संकेत, तुरंत करे डॉक्टर से संपर्क

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यूरिन में खून इस बीमारी का लक्षण
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calendar01 Dec 2025 06:29 PM
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Blood in Urine- शारीरिक प्रक्रिया से जुड़े कई ऐसे मुद्दे होते हैं जिन पर चर्चा करने से अक्सर लोग हिचकिचाते हैं। ऐसे ही कुछ शारीरिक समस्याएं होती है जिस पर चर्चा करने से लोग कतराते हैं और कभी-कभी यह समस्याएं आगे चलकर बड़ी मुसीबत बन जाती है। इन्हीं समस्याओं में से एक है टॉयलेट संबंधित समस्याएं। आज का यह पोस्ट यूरिन संबंधित समस्या से जुड़ा हुआ है। इस पोस्ट में हम जिस समस्या के बारे में बात करने जा रहे हैं उस विषय के बारे में सबको जानना अति आवश्यक है अन्यथा यह बड़ी परेशानी का कारण बन सकता है। कभी-कभी किसी के यूरिन में खून (Blood in Urine) आने लगता है। यूं तो यूरिन में ब्लड आने के कई कारण हो सकते हैं लेकिन डॉक्टरों के मुताबिक यूरिन में ब्लड आने की समस्या को कभी भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए क्योंकि यह किसी बड़ी बीमारी का संकेत हो सकता है। इस समस्या को नजरअंदाज करने पर यह जानलेवा भी साबित हो सकता है।

यूरिन में खून आना इस बीमारी का हो सकता है संकेत -

यूरिन में ब्लड आने के कई कारण हो सकते हैं। जैसे कभी कभी लाल फल जैसे चुकंदर इत्यादि खाने से यूरिन का रंग लाल अथवा गुलाबी हो सकता है। यह सामान्य बात है परंतु यदि यूरिन में ब्लड थक्को के रूप में आता है तो यह गंभीर बीमारी ब्लैडर कैंसर यानी हेमट्यूरिया (Haematuria) का लक्षण हो सकता है। यूरिन में ब्लड आना ब्लैडर कैंसर का सामान्य लक्षण है। लंदन के इंपीरियल कॉलेज की डॉक्टर अनिका मदान (Anika Madaan) के मुताबिक ब्लैडर कैंसर के 80% मरीजों में यह लक्षण दिखाई देता है। अतः यूरिन में जब भी थक्के के रूप में खून दिखाई दे तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और डॉक्टर द्वारा दिए गए टेस्ट तुरंत करवाएं।
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सिर्फ ब्लैडर कैंसर की वजह से नहीं आता यूरिन में खून -

डॉक्टर का यह भी कहना है कि हर बार यूरिन में ब्लड (Blood in Urine) आने का मतलब सिर्फ ब्लैडर कैंसर ही नहीं होता है, इसके कई अन्य कारण भी हो सकते हैं। कभी-कभी बढ़े हुए प्रोटेस्ट व यूरिन के रास्ते में हुए संक्रमण की वजह से भी यूरिन में खून आने की समस्या हो जाती है। इसके अलावा लंबे समय तक की गई एक्सरसाइज की वजह से भी यह समस्या देखने को मिल सकती है, जो प्रायः एक-दो दिन में सही हो जाती है। कभी-कभी कुछ दवाओं के सेवन करने से भी यूरिन का रंग बदल जाता है, जो काफी सामान्य बात है।
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Health: लाल- लाल टमाटर बड़ा मजेदार साथ ही करे रोगों पे भी वार

Tomatoes
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calendar02 Dec 2025 01:56 AM
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 विनय संकोची Health: सब्जी और सलाद में इस्तेमाल किया जाने वाले लाल-लाल टमाटर(Tomatoes)  की गणना फल में की जाती है। ऐसा शायद इसलिए है क्योंकि टमाटर में भिन्न-भिन्न प्रकार के पोषक तत्व पाए जाते हैं। जानकार आश्चर्य होगा कि टमाटर, अंगूर (Grapes) और संतरा Orange)  से भी ज्यादा फायदेमंद होता है। इसकी एक और विशेषता यह है कि इस काटने, छीलने और खूब पकाने से भी इसके विटामिन नष्ट नहीं होते हैं। टमाटर अपने अनोखे स्वाद के कारण लोगों को बहुत अधिक प्रिय है। वैसे भी पके टमाटर भोजन के साथ लेने से भूख बढ़ने के साथ पाचन शक्ति भी मजबूत होती है। टमाटर आयरन का बहुत अच्छा स्रोत हैं। टमाटर में लौह तत्व (Iron Element)अंडे(Egg)  की तुलना में 5 गुना ज्यादा है। इसमें कैल्शियम भी अन्य फल सब्जियों की तुलना में अधिक मात्रा में पाया जाता है। टमाटर में विटामिन-ए (Vitamin-A), विटामिन-बी(Vitamin-B), विटामिन- सी(Vitamin-C), विटामिन-के(Vitamin-K), विटामिन बी कॉम्प्लेक्स(Vitamin-B Complex) के अतिरिक्त प्रोटीन (Proteins)और कार्बोहाइड्रेट (Carbohydrate) प्रचुर मात्रा में मौजूद रहते हैं। 200 ग्राम टमाटर का सेवन कर 40 कैलोरी (40 Calories) ऊर्जा शरीर को मिल सकती है। एक समय यूरोप में कुछ लोग टमाटर को 'लव एप्पल' कहां करते थे किंतु अमेरिका में इसे 'टॉमेटो' कहा गया। टमाटर को भारत लाने वाले मेक्सिकोवासी थे, जो इसे 'लव एप्पल' के रूप में ही भारत लाए। लेकिन भारतीयों ने इसे 'विलायती बैंगन' नाम दिया। कुछ लोगों ने टमाटर को 'अनजान फल' भी कहा। टमाटर का वानस्पतिक नाम सोलेनम लाइकोपरसिकम है। टमाटर की आकृति, रंग और स्वाद अलग-अलग होते हैं। बड़े टमाटर को ज्यादा गुणकारी माना गया है। आइए जानते हैं टमाटर के औषधीय गुण और उपयोग के बारे में-टमाटर में मौजूद विटामिन-के (Vitamin-K) और कैल्शियम (Calcium)हड्डियों को मजबूत बनाने में सहायता करते हैं। इसके अलावा टमाटर में पाया जाने वाला लाइकोपीन नामक एंटीऑक्सीडेंट भी हड्डियों को ताकत देता है और यह ऑस्ट्योपोरोसिस (Osteoporosis)जैसी गंभीर बीमारी से लड़ने में पूरी मदद करता है। • टमाटर नेत्र ज्योति में सुधार का काम भी करता है और रतौंधी (Night Blindness) को रोकने में मदद कर सकता है। टमाटर मोतियाबिंद के विकास के जोखिम को कम करता है। इसके अतिरिक्त टमाटर में पाए जाने वाले अनेक तत्व ऐसे भी हैं, जो आंखों की रोशनी को किसी भी प्रकार का नुकसान पहुंचने से बचाते हैं। • मधुमेह रोगियों के लिए टमाटर किसी वरदान से कम नहीं है क्योंकि यह रक्त शर्करा को कम करने का काम बखूबी करता है। टमाटर में मौजूद क्रोमियम नामक तत्व रक्त में शर्करा के स्तर के साथ-साथ फाइबर को भी नियंत्रित करता है। टमाटर में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स शुगर से प्रभावित होने वाले किडनी और रक्त प्रवाह को भी सुरक्षा कवच प्रदान करता है। • टमाटर खाने से प्रोस्टेट कैंसर का खतरा कम हो सकता है। टमाटर में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट लाइकोपीन मुंह, ग्रीवा, गले, कोलन फेफड़े और पेट के कैंसर के जोखिम को कम करता है। • जो लोग मोटापे से परेशान हैं, उन्हें टमाटर का सेवन फायदेमंद होता है। टमाटर में बहुत कम फैट पाया जाता है और कोलस्ट्रोल तो होता ही नहीं है। टमाटर में बहुत सारा पानी और फाइबर होता है, जो कम कैलोरी के साथ पेट को तेजी से बढ़ने में मदद करता है। जिससे भूख देर से लगती है। • टमाटर में उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने का गुण भी पाया जाता है। टमाटर में मौजूद पोटैशियम रक्तचाप बढ़ाने के दोषी सोडियम को शरीर से बाहर निकालने में बहुत मदद करता है। ताजा टमाटर का नियमित सेवन उच्च रक्तचाप से लड़ने का सबसे अच्छा तरीका है। • टमाटर में सूजन को कम करने वाले तत्व मौजूद हैं। टमाटर के नियमित सेवन से सूजन और हल्के-हल्के दर्द से राहत मिलती है। • लाल टमाटर को काटकर उसमें नमक तथा काली मिर्च का चूर्ण मिलाकर खाने से या फिर टमाटर के रस में हींग मिलाकर पीने से पेट के कीड़े मर जाते हैं। • एक चम्मच टमाटर के रस को दो चम्मच नारियल तेल में मिलाकर शरीर पर मालिश कर गुनगुने पानी से स्नान करने की खुजली से निजात मिल सकती है। • टमाटर खट्टा होता है और यह खून को साफ करता है। कुछ सप्ताह तक प्रतिदिन नियमित टमाटर का जूस पीने से बहुत से चर्म रोग ठीक हो जाते हैं। रक्तदोष दूर करने में टमाटर का सेवन फायदेमंद है। • रोजाना एक गिलास टमाटर का रस पीने से पीलिया रोग में लाभ होता है। • टमाटर के नियमित सेवन से मानसिक थकान, चिड़चिड़ापन और दिमागी कमजोरी खत्म होती है। • टमाटर के रस में अर्जुन वृक्ष की छाल और चीनी मिलाकर खाने से हृदय का दर्द और अन्य हृदय रोग ठीक हो जाते हैं।  जरूरी बात : जोड़ों के दर्द, अम्लपित्त, आमवात और पथरी के रोगियों को टमाटर का उपयोग हानिकारक है। दस्त लग गए हों शरीर में गर्मी ज्यादा हो, तब भी टमाटर का सेवन नहीं करना चाहिए। टमाटर खाने के बाद पानी पीना वर्जित है। टमाटर के अत्यधिक सेवन से शरीर में कुछ अनचाहे विकार उत्पन्न हो सकते हैं।  विशेष : यहां टमाटर के गुण व उपयोग के बारे में विशुद्ध सामान्य जानकारी उपलब्ध कराई गई है, जो किसी चिकित्सकीय परामर्श का विकल्प नहीं है। हम इनमें से किसी भी उपाय के सफल होने का दावा नहीं करते हैं। टमाटर को औषधि के रूप में अपनाने से पूर्व योग्य चिकित्सक/आहार विशेषज्ञ से परामर्श आवश्यक है।
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Covid cases in India- देश में तेजी से बढ़ रहा कोरोना संक्रमण, 24 घंटे में 3545 नए मामले

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Covid 19 Update
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calendar25 Nov 2025 03:21 PM
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Covid Cases in India- देश भर में एक बार फिर लगातार बढ़ रहा कोरोना संक्रमण का मामला इस समय चिंता का विषय बना हुआ है। दिन प्रतिदिन संक्रमण का ग्राफ बढ़ता ही जा रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा कोरोना संक्रमण से संबंधित जो नए आंकड़े पेश किए गए हैं, उसे देखकर कहा जा सकता है कि एक बार फिर से अत्यंत सावधान एवं सतर्क हो जाने की आवश्यकता है।

24 घंटे में 3545 नए मामले हुए दर्ज -

स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से कोरोना संक्रमण से जुड़ी जो नई रिपोर्ट सामने आई है उसके मुताबिक पिछले 24 घंटे में देश भर में कोरोना संक्रमण के 3545 नए मामले सामने आए हैं और इसके साथ ही पूरे देश में सक्रिय केसों (Covid Cases in India) की संख्या 19688 पर पहुंच गई है। अब तक पूरे देश में 42551248 लोग कोरोना को मात देकर ठीक हो चुके हैं जबकि 524002 लोगों को इस संक्रमण की वजह से अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है।
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इन राज्यों से सर्वाधिक मामले आ रहे हैं सामने -

एक बार फिर पूरे देश में कोरोना संक्रमण (Covid Cases in India) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। हालांकि हर राज्य में कोरोना के मरीज मिल रहे हैं लेकिन भारत के कुछ राज्य ऐसे हैं जहां संक्रमण के मामले सर्वाधिक देखने को मिल रहे हैं। संक्रमण के मामले में देश की राजधानी दिल्ली (Delhi) सबसे आगे है। प्रतिदिन यहां पर सर्वाधिक मामले दर्ज किए जा रहे हैं। के अलावा महाराष्ट्र (Maharashtra), उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh), केरल (Kerala) एवं हरियाणा (Hariyana) राज्य में भी संक्रमण तेजी से फैल रहा है। संक्रमण के बढ़ते हुए मामले को देखते हुए लगभग सभी राज्यों में को भी संबंधित प्रोटोकॉल्स का कड़ाई से पालन करने का निर्देश जारी कर दिया गया है।