Indigo flight case : फ्लाइट में खाने को लेकर नाराज़ हुए यात्री की हुई एयर होस्टेस के साथ झड़प, घटना का वीडियो हुआ वायरल

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locationभारत
userचेतना मंच
calendar22 Dec 2022 04:20 PM
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इंडिगो एयरलाइन से जुड़ी हुई एक घटना (Indigo flight case) देखने को मिल रही है जिसमें एयर होस्टेस और एक यात्री के बीच तीखी झड़प देखने को मिली। बताया जा रहा है कि यात्री क्रू मेंबर्स के द्वारा सर्व किये गए खाने से नाराज़ था जिसकी वजह से यह झगड़ा शुरुआत हुआ। मामले की जाँच विमानन नियामक (DGCA) के द्वारा की जा रही। सोशल मीडिया पर लोग घटना को निंदनीय बता रहे हैं। यह घटना इस्ताम्बुल- दिल्ली फ्लाइट की बताई जा रही है।

क्या है Indigo flight case का पूरा मामला ?

सोशल मीडिया पर वायरल घटना (Indigo flight case) के वीडियो में यह साफ तौर पर देखा जा सकता है कि एयर होस्टेस यात्री के द्वारा उन्हें सर्वेंट (नौकर) कहे जाने पर आपत्ति व्यक्त करती हैं और कहती हैं कि. वे वहां की एक एम्प्लाई हैं न कि किसी की नौकर। इसके बाद यात्री ने उन्हें यह भी कहा कि "वे उस पर चिल्ला क्यों रही हैं" जिसके जवाब में एयर होस्टेस ने कहा कि "वे उन्हें सम्मान के साथ समझा रही हैं लेकिन आप सुन ही नहीं रहे हैं और उनपर चिल्ला रहे हैं।" बहस का मुख्य कारण यह बताया जा रहा है कि यात्री ने खाने में किसी चीज का आर्डर दिया था जो कि उपलब्ध नहीं थी। ऐसे में क्रू ने उन्हें बताया कि वे इस समय सैंडविच ही सर्व कर सकते हैं क्योंकि उनके पास विकल्प के तौर पर अन्य सामान नहीं है।  
 
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इस बात से नाराज़ हुए यात्री ने एयर होस्टेस पर चिल्लाना शुरु कर दिया और मामला (Indigo flight case) लगातार गर्म होता गया। मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए इंडिगो ने कहा है कि यात्री का व्यवहार सही नहीं था और उन्हें यह समझना चाहिये कि क्रू मेंबर्स भी सही व्यवहार के हकदार हैं। जिस एयर होस्टेस के साथ यात्री की झड़प हुई वह क्रू को लीड कर रही थीं।
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Guwahati News : अरुणाचल और असम ने सीमा वार्ता की, विवाद सुलझने की उम्मीद

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Guwahati News : Arunachal and Assam hold border talks, hope to resolve dispute
locationभारत
userचेतना मंच
calendar22 Dec 2022 04:15 PM
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Guwahati News :  अरुणाचल प्रदेश और असम के बीच क्षेत्रीय समिति स्तर की सीमा वार्ता के तीसरे दौर में अंतरराज्यीय सीमा से जुड़े कुछ मुद्दों को सुलझाने में सफलता मिली है। दोनों राज्यों के मंत्रियों ने यह जानकारी दी। असम के कृषि मंत्री अतुल बोरा और अरुणाचल प्रदेश के उप मुख्यमंत्री चौना मीन ने बुधवार को एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि तीन सीमावर्ती जिलों से संबंधित मुद्दों के समाधान के लिए ‘‘सौहार्दपूर्ण माहौल में चर्चा हुई।’’

Guwahati News :

मीन ने कहा कि समिति के सदस्यों ने बैठक में शामिल होने से पहले अरुणाचल प्रदेश में नमसाई और लोहित जिलों तथा असम में तिनसुकिया जिले के विवादित क्षेत्रों का दौरा किया था और विभिन्न पक्षकारों से बात की थी। उन्होंने कहा, ‘‘हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे हैं कि अब इन इलाकों में कोई मुद्दा नहीं है।’’ बोरा ने कहा कि समिति दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रीयों को रिपोर्ट सौंपेगी, जो इस रिपोर्ट को केंद्र के पास भेजेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘दोनों राज्यों के लोग शांति से रहना चाहते हैं। आमतौर पर ये कुछ शरारती तत्व होते हैं, जो सीमा के दोनों ओर अशांति पैदा करते हैं।’’बोरा ने कहा, ‘‘हमारे मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा पड़ोसी राज्यों के साथ सीमा विवाद को सुलझाने की पहल कर रहे हैं और इसमें अब तक काफी प्रगति हुई है।’’ उन्होंने दोहराया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी समस्याओं को सुलझाना चाहते हैं, क्योंकि उनकी भी इच्छा है कि पूर्वोत्तर के लोग सौहार्द से रहें। मीन ने कहा कि ‘‘राजनीतिक इच्छाशक्ति’’ की कमी के कारण पिछले सात दशक से सीमा विवाद पर चर्चा लंबित थी। उन्होंने कहा, ‘‘केंद्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार बनने के बाद उसके नेताओं ने अंतरराज्यीय सीमा विवाद का स्थायी समाधान तलाशने की पहल की।’’ क्षेत्रीय स्तर की वार्ता का पहला दौर नमसाई में और दूसरा दौर डिब्रूगढ़ में आयोजित किया गया था। दोनों राज्य 804.1 किलोमीटर लंबी सीमा साझा करते हैं। अरुणाचल प्रदेश, जिसे 1972 में केंद्र-शासित प्रदेश बनाया गया था, ने आरोप लगाया है कि मैदानी इलाकों में कई वन क्षेत्र, जो पारंपरिक रूप से उसके पहाड़ी आदिवासी प्रमुखों और समुदायों से संबंधित थे, एकतरफा रूप से असम में स्थानांतरित कर दिए गए थे। 1987 में अरुणाचल प्रदेश को राज्य का दर्जा मिलने के बाद एक त्रिपक्षीय समिति गठित की गई थी, जिसने सिफारिश की कि कुछ क्षेत्रों को असम से अरुणाचल में स्थानांतरित किया जाए। असम ने सिफारिश का विरोध किया और मामला उच्चतम न्यायालय में है।

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Christmas Special : क्रिसमस, नए साल के जश्न के लिए गोवा तैयार, सरकार ने पुलिस से नशे के खिलाफ सतर्कता बढ़ाने को कहा

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Christmas Special: Goa ready for Christmas, New Year celebrations, government asks police to increase vigilance against drugs
locationभारत
userचेतना मंच
calendar22 Dec 2022 04:08 PM
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Christmas Special :  क्रिसमस और नए साल के जश्न के दौरान गोवा में पर्यटकों की भारी भीड़ पहुंचने की संभावनाओं को देखते हुए राज्य सरकार ने पुलिस से मादक पदार्थों की बिक्री और खपत को लेकर निगरानी बढ़ाने, शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों पर कार्रवाई करने, वाहनों की अवैध पार्किंग रोकने और संवेदनशील इलाकों में गश्त बढ़ाने को कहा है।

Christmas Special :

राज्य सरकार ने पर्यटक टैक्सी संचालकों से उपभोक्ताओं से अच्छा व्यवहार करने को कहा है। उसने राज्य में अवधि पूरी होने के बाद भी रह रहे विदेशियों के खिलाफ कार्रवाई का फैसला किया है। मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने बुधवार को कहा कि गोवा के अधिकारियों ने ऐसे 700 विदेशियों की पहचान की थी और उनमें से 650 को निर्वासित कर दिया गया था, जबकि बाकी को वापस भेजने की प्रक्रिया चल रही है। उन्होंने त्योहारी मौसम की तैयारियों को लेकर पुलिस महानिदेशक जसपाल सिंह और उनके विभाग के अन्य अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक भी की। सावंत ने कहा कि जश्न व्यवधान मुक्त हो, इसके लिए यातायात पुलिस समेत गोवा पुलिस विभाग की सभी शाखाओं को सतर्क रहने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि राज्य में जो लोग शराब पीकर वाहन चलाते पाए जाएंगे, उनके खिलाफ और वाहनों की अवैध पार्किंग के विरुद्ध भी सख्त कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि संवेदनशील इलाकों में गश्त बढ़ाई जा रही है और खराब रिकॉर्ड वाले लोगों को एहतियातन हिरासत में लिया गया है।