जब सुप्रीम कोर्ट में बोली थी मोदी सरकार, इंडिया का नाम बदलने की जरुरत नहीं

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calendar29 Nov 2025 07:21 PM
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Bharat Or India : भारत या इंडिया को लेकर छिड़ी बहस के दौरान नई जानकारी सामने आई है। जानकारी ये है कि जो भाजपा सरकार इंडिया का नाम भारत करना चाहती है, उसी भाजपा सरकार ने वर्ष 2015 में देश की सबसे बड़ी अदालत सुप्रीम कोर्ट में कहा था कि भारत का नाम बदलने की आवश्यकता नहीं है। केंद्र की भाजपा सरकार ने कहा था कि देश को इंडिया के बजाय भारत नहीं कहा जाना चाहिए। यह जवाब एक जनहित याचिका को लेकर दिया गया था। जिसमें केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा आधिकारिक और अनौपचारिक उद्देश्यों के लिए गणतंत्र को भारत कहा जाने की मांग की गई थी।

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आपको बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी सरकार ने दावा किया था कि “अनुच्छेद 1 में किसी भी बदलाव पर विचार करने के लिए परिस्थितियों में कोई बदलाव नहीं हुआ है।” भारत का संविधान अनुच्छेद 1.1 आधिकारिक और अनौपचारिक उद्देश्यों के लिए देश का नाम कैसे रखा जाए, इस पर संविधान का एकमात्र प्रावधान – कहता है, “इंडिया, जो कि भारत है, राज्यों का एक संघ होगा।”

वर्ष 2025 में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सुप्रीम कोर्ट को बताया था कि जब संविधान का मसौदा तैयार किया गया था और अनुच्छेद 1 में क्लाजेज को सर्वसम्मति से अपनाया गया था, तब संविधान सभा द्वारा देश के नाम से संबंधित मुद्दों पर व्यापक रूप से विचार-विमर्श किया गया था।

उसमें यह भी बताया कि संविधान के मूल मसौदे में भारत का जिक्र नहीं था और बहस के दौरान संविधान सभा ने भारत, भारतभूमि, भारतवर्ष, इंडिया दैट इज़ भारत और भारत दैट इज़ इंडिया जैसे नामों और फॉर्मूलेशन पर विचार किया। इसमें कहा गया है कि संविधान सभा में समीक्षा की आवश्यकता के मुद्दे पर बहस के बाद से परिस्थितियों में कोई बदलाव नहीं हुआ है।

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गृह मंत्रालय ने कहा कि जनहित याचिका दायर करने वाले सामाजिक कार्यकर्ता निरंजन भटवाल के वकील अजय जी मजीठिया के एक प्रतिनिधित्व की जांच की गई थी और इसे खारिज करने की सिफारिश की गई थी। मजीठिया ने तर्क दिया था कि अनुच्छेद 1.1 की व्याख्या संविधान सभा की मंशा को ध्यान में रखते हुए की जानी चाहिए, जो देश का नाम भारत रखना चाहती थी।

याचिका में कहा गया था कि इंडिया नाम औपनिवेशिक काल के दौरान गढ़ा गया था और देश को ऐतिहासिक और धर्मग्रंथों में भारत कहा जाता है। याचिकाकर्ता ने तर्क दिया, “भारत सरकार अधिनियम, 1935 और भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम, 1947 को निरस्त करने के लिए संदर्भ के लिए अनुच्छेद 1 में भारत का उपयोग किया गया था।”

ऐसी एक और जनहित याचिका 2020 में कोर्ट के सामने आई थी, लेकिन भारत के तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश एस.ए. बोबड़े ने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट ऐसा नहीं कर सकता और याचिकाकर्ता को सरकार के सामने अपनी बात रखने के लिए कहा था। Bharat Or India

India or Bharat : ‘भारत’ या ‘इंडिया’ नहीं, ये 12 नाम भी हैं अपने देश के, जानें पूरा इतिहास

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India or Bharat : 'इंडिया' को 'भारत' बनाने में खर्च हो सकते हैं इतने हजार करोड़ रुपये

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India or Bharat
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calendar06 Sep 2023 02:52 PM
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India or Bharat : भारत देश के नाम को लेकर छिड़ी जंग में यदि सरकार को देश को नाम बदलना पड़ता तो आगे से आपको 'सारे जहां से अच्छा हिन्दुस्ता हमारा' नहीं बल्कि 'सारे जहां से अच्छा भारत हमारा' बोलना पड़ सकता है। दरअसल, देश की राजधानी दिल्ली में आयोजित हो रहे जी20 शिखर सम्मेलन के निमंत्रण पत्र पर अंग्रेजी में एक शब्द लिखा गया है President of Bharat' यानि भारत के राष्ट्रपति। अब यदि इंडिया का नाम परिवर्तित कर भारत किया जाने लगा तो इस पर कितने हजार करोड़ रुपये खर्च हो सकते हैं, यही हम आपको इस खबर में बताएंगे।

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वैसे तो अपने देश को भारत और इंडिया दोनों ही नामों से पुकारा जाता है। विदेशों में तो बहुत कम ही लोग भारत को भारत करते हैं। वह सीधे तौर पर इंडिया ही बोलते हैं। इसके अलावा अपने देश भारतभर में विभिन्न मंचों पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में भारत को भारत नहीं इंडिया ही बोला जाता है। अंग्रेजी के जानकार भी अपनी बोलचाल में इंडिया शब्द ही प्रयोग करते हैं।

केंद्र सरकार द्वारा इसी माह में संसद का ​एक विशेष सत्र भी बुलाया है। संभावना जतायी जा रही है कि इस विशेष सत्र में सरकार संविधान संशोधन विधेयक पेश कर सकती है। खबर ये भी है कि अगर सरकार यह कदम उठाती है, तो भारी खर्च उठाना पड़ सकता है।

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एक रिपोर्ट के मुताबिक, 'इंडिया' को 'भारत' करने यानि देश का नाम बदल कर भारत करने में करीब खर्च 14 हजार 304 करोड़ रुपये आ सकता है। इस आंकड़े की गणना दक्षिण अफ्रीका के वकील डेरेन ऑलिवियर के सुझाए फॉर्मूला से की गई है। दरअसल, 2018 में स्वैजीलैंड का नाम बदलकर इस्वातीनि कर किया गया था। कहा जा रहा था कि इसका मकसद औपनिवेशिकता से छुटकारा पाना था। उस दौरान ऑलिवियर ने देश के नाम बदलने में आने वाले खर्च की गणना के लिए एक विधि तैयार की थी।

उन्होंने इस अफ्रीकी देश के नाम बदलने की प्रक्रिया की तुलना एक बड़े कॉर्पोरेट में होने वाली रीब्रांडिंग से की थी। वकील डेरेन ऑलिवियर के अनुसार, एक बड़े इंटरप्राइज का औसत मार्केटिंग खर्च उसके कुल राजस्व का करीब 6 फीसदी होता है। जबकि, रीब्रांडिंग में कंपनी के कुल मार्केटिंग बजट का 10 फीसदी तक खर्च आ सकता है। उन्होंने अनुमान लगाया था कि स्वेजीलैंड का नाम इस्वातीनि करने में 60 मिलियन डॉलर का खर्च आएगा।

अब भारत पर इस फॉर्मूले को लागू किया जाता है, तो 2023 के वित्तीय वर्ष के अंत में राजस्व 23.84 लाख करोड़ रुपये था। इसमें टैक्स और नॉन टैक्स रेवेन्यू दोनों ही शामिल थे।

क्या कहता है इतिहास

हालांकि, भारत से पहले भी कई देश नाम बदलने की प्रक्रिया पर विचार कर चुके हैं। इनकी वजहों में प्रशासन स्तर पर सुधार, औपनिवेशिक प्रतीकों से छुटकारा जैसी बातें शामिल हैं। साल 1972 में श्रीलंका में भी नाम बदलने की प्रक्रिया हुई और करीब चार दशकों में पुराने नाम सीलोन को पूरी तरह हटाया जा सका। साल 2018 में स्वेजीलैंड का नाम भी बदलकर इस्वातीनि किया गया था। India or Bharat

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India or Bharat : 'भारत' या 'इंडिया' नहीं, ये 12 नाम भी हैं अपने देश के, जानें पूरा इतिहास

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calendar06 Sep 2023 02:27 PM
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India or Bharat : जी20 शिखर सम्मेलन के लिए बांटे गए निमंत्रण पत्र पर भारत के राष्टपति (President of Bharat) लिखे जाने को लेकर एक लंबी बहस छिड़ गई है। विपक्षी गठबंधन जहां इंडिया शब्द हटाकर भारत लिखे जाने पर आपत्ति जताई और दावा किया कि सरकारी विपक्षी गठबंधन इंडिया से डर गई है और इस कारण देश का नाम बदलने में जुट गई है, वहीं दूसरी और आरएसएस और भाजपा के लोगों ने भारत शब्द को देश प्रांचीन संस्कृति और परंपराओं से परिभाषित किया है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि अपने 'देश' के कितने नाम रहे हैं।

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अलग अलग कालखंडों में भारत या इंडिया के नाम भी अलग अलग रहे हैं। इस आर्टिकल में हम भारत या इंडिया से जुड़ें विभिन्न 11 नामों पर चर्चा करेंगे। तो चलिए जानते हैं कि भारत का नाम भारत या इंडिया कैसे पड़ा और इससे पूर्व भारत या इंडिया को किन नामों से पुकारा व जाना जाता था।

1. भारत

भारत शब्द का अर्थ होता है "भूमि" या "भारतीय सभ्यता का देश"। यह नाम भारतीय उपमहाद्वीप के राष्ट्रीय नाम के रूप में उपयोग होता है। भारत एक प्राचीन सभ्यता और विविधताओं का गहन संग्रहशाली है। इसका इतिहास महाभारत, रामायण, गुप्त साम्राज्य, मौर्य साम्राज्य, मुग़ल साम्राज्य और अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं से भरा हुआ है।

2. हिंदुस्तान (हिंदुस्थान)

हिंदुस्तान शब्द उर्दू और पर्सियाई भाषाओं का उपयोग करते हुए भारत के लिए उपयोग होता है। इस नाम का उद्गम संस्कृत शब्द "सिन्धुस्थान" से हुआ है, जिसका अर्थ होता है "सिन्धु नदी के पास की भूमि"। हिंदुस्तान शब्द भारतीय सभ्यता, संस्कृति, और विचारधारा के साथ जुड़ा हुआ है। बताया जाता है कि मध्य युग में तब तुर्क और ईरानी यहां आए तो उन्होंने सिंधु घाटी से प्रवेश किया। वो लोग 'स' अक्षर का उच्चारण 'ह' बोलकर करते थे। इस तरह सिंधु का अपभ्रंश हिंदू हुआ। इसी से मुल्क का नाम हिंदुस्तान हो गया। इसके पीछे कालांतर में ह‍िंदू शब्द से हिंदुस्तान का जिक्र होने लगा।

3. आर्यवर्त

प्राचीन काल में भारत या इंडिया को आर्यवर्त के नाम से भी जाना व पुकारा जाता थ। प्राचीन ग्रंथ रामायण और महाभारत में इस शब्द प्रयोग हुआ है। आर्यावर्त शब्द का अर्थ होता है "आर्यों का देश"। इस नाम का उद्गम संस्कृत शब्द "आर्य" से हुआ है जो "नोबल" या "श्रेष्ठ" का अर्थ करता है। आर्यावर्त नाम का प्रयोग भारत के पूर्वी और उत्तरी हिस्सों के लिए किया जाता है, जहां पुराने भारतीय संस्कृति के महत्वपूर्ण केंद्र थे।

4. जम्बुद्वीप

जम्बुद्वीप शब्द का अर्थ होता है "जम्बू वृक्षों का द्वीप"। यह नाम जैन और हिंदू पुराणों में प्रस्तुत होता है। इसे भारत के अलावा दुनिया के अन्य देशों को भी दर्शाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। जम्बुद्वीप नाम वनस्पति समृद्ध भूमि को दर्शाने का एक प्रयास है।

5. भारतखंड

भारतखंड शब्द का अर्थ होता है "भूमि का खंड"। यह नाम भारत की सामरिक और आर्थिक एकता को दर्शाने के लिए प्रयुक्त होता है। इस नाम का उपयोग राष्ट्रीय एकता को स्थापित करने के उद्देश्य से किया जाता है।

6. भारतवर्ष

भारतवर्ष शब्द का अर्थ होता है "भारतीय भूमि"। इस नाम का उपयोग भारत की विविधता, भौगोलिक स्वरूप, और संस्कृति को दर्शाने के लिए किया जाता है। भारतवर्ष नाम विभिन्न धर्मों, भाषाओं, और जातियों के साथ एक सामंजस्यपूर्ण विश्वास प्रदर्शित करता है।

7. जनपद

जनपद शब्द का अर्थ होता है "जनसंख्या और भूमि का क्षेत्र"। यह नाम भारत के अनेक प्राचीन राज्यों और महाजनपदों को दर्शाने के लिए प्रयुक्त होता है। इसका उपयोग भारतीय इतिहास में शासन और प्रशासन के प्राथमिक संगठन को समझाने के लिए किया जाता है।

8. भारतराष्ट्र

भारतराष्ट्र शब्द का अर्थ होता है "भारतीय राष्ट्र"। यह नाम भारत के एकीकरण और राष्ट्रीय एकता को दर्शाने के लिए प्रयुक्त होता है। इस नाम का उपयोग भारतीय संघवाद और राष्ट्रियता के प्रतीक के रूप में किया जाता है।

9. हिन्दूदेश

हिन्दूदेश शब्द का अर्थ होता है "हिंदू लोगों का देश"। इस नाम का उपयोग भारत की धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान को दर्शाने के लिए किया जाता है। हिन्दूदेश शब्द हिंदू धर्म, दर्शन, और परंपराओं के प्रतीक के रूप में महत्वपूर्ण है।

10. भारतमंडल

भारतमंडल शब्द का अर्थ होता है "भारतीय विश्व"। यह नाम भारत की वैश्विक एवं बौद्धिक आदर्शों को दर्शाने के लिए प्रयुक्त होता है। भारतमंडल शब्द भारत की वैश्विक पहचान, विदेशी संबंध, और भूगोलिक सापेक्षता को दर्शाता है।

11. इंडिया

उक्त नामों के अलावा इंडिया भी भारत का नाम है। ये नाम भारत के समृद्ध और ऐतिहासिक विरासत को दर्शाते हैं, जो दुनिया में उच्च सम्मान प्राप्त करते हैं। यहाँ तक कि इन नामों का उपयोग आधिकारिक और सांस्कृतिक संदर्भों में भी होता है। भारत का इतिहास, संस्कृति और परंपराएं ये नामों के पीछे छिपी हुई हैं, जो देश को अद्वितीय और विशेष बनाते हैं।

इंडिया नाम कैसे मिला ?

अंग्रेज जब हमारे देश में आए तो उन्होंने सिंधु घाटी को इंडस वैली कहा और उसी आधार पर इस देश का नाम इंडिया कर दिया। यह इसलिए भी माना जाता है क्योंकि भारत या हिंदुस्तान कहने में मुश्किल लगता था और इंडिया कहना काफी आसान। तभी से भारत को इंडिया कहा जाने लगा।

India or Bharat - 12. हिमवर्ष

हिमालय के नाम पर भारत को पहले हिमवर्ष भी कहा जाता था। वायु पुराण में कहीं एक जगह जिक्र है कि बहुत पहले भारतवर्ष का नाम हिमवर्ष था। India or Bharat

संकलन : महेश कुमार शिवा

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