खास रिपोर्ट : 44 साल में दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी बन गई है भारतीय जनता पार्टी

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BJP History
locationभारत
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calendar29 Nov 2025 01:47 PM
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BJP History : भारतीय जनता पार्टी, BJP तथा भाजपा यह तीनों एक ही नाम है। भारतीय जनता पार्टी ने 6 अप्रैल 2024 को (आज) अपना स्थापना दिवस मनाया है। भारतीय जनता पार्टी अब पूरे 44 साल की हो गई है। एक जमाने में जनसंघ नामक पार्टी हुआ करती थी। उसी जनसंघ से भारतीय जनता पार्टी का जन्म हुआ है। भारतीय जनता पार्टी को हिंदी की सोर्ट फोर्म में भाजपा तथा अंग्रेजी में BJP  के नाम से जाना जाता है। आज हम आपको भारतीय जनता पार्टी की स्थापना से लेकर भाजपा के नेताओं के संघर्ष और भाजपा उसका पूरा इतिहास बता रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी के इस इतिहास को पढक़र आप भी समझ जाएगें कि भारतीय जनता पार्टी कैसे 44 साल में दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी बन गई है।

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जनसंघ की स्थापना से शुरू हुई कहानी

भारत को अंग्रेजों की गुलामी से आजादी मिलने के बाद राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या कर दी गई थी। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या के बाद डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने हिन्दु महासभा से इस्तीफा देकर 21 अक्टूबर 1951 में भारतीय जनसंघ की स्थापना की थी। श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मृत्यु के बाद जनसंघ का अध्यक्ष चन्द्रमौलि शर्मा को बनाया गया था। साल 1966 में जनसंघ के अध्यक्ष बलराज मधोक और 1967 में पं. दीनदयाल उपाध्याय बने थे। साल 1972 में जनसंघ के अध्यक्ष पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी और साल 1977 तक लालकृष्ण आडवाणी जनसंघ के अध्यक्ष पद पर रहे थे। आपातकाल की समाप्ति के बाद जनता पार्टी के निर्माण के उददेश्य से जनसंघ का विलय भी जनता पार्टी में कर दिया गया था। जनता पार्टी की सरकार में जनसंघ की तरफ से लालकृष्ण आडवाणी सूचना प्रयारण मंत्री बने तथा अटल बिहारी बाजपेयी विदेश मंत्री। 3 वर्षों तक जनता पार्टी की सरकार चलने के बाद आपसी खींचतान के चलते जनता पार्टी की सरकार गिर गई थी। 6 अप्रैल 1980 को मुंबई में एक सभा का आयोजन करके भारतीय जनता पार्टी की स्थापना की गई।

1984 के चुनाव में रही असफल

भारतीय जनता पार्टी की स्थापना साल 1980 में हुई। ठीक चार साल बाद देश में लोकसभा के आम चुनाव हुए जिसमें भारतीय जनता पार्टी पूरी तरह असफल रही। साल 1984 में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद देश में सहानुभूति की ऐसी लहर चली कि भाजपा को पूरे देश में केवल दो ही लोकसभा सीटें गुजरात की मेहसाणा और आंध्र प्रदेश की हनामकोंडा मिली। इस चुनाव में अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी भी चुनाव हार गए। साल 1980 से 6 साल तक अटल बिहारी वाजेपयी भाजपा के अध्यक्ष रहे। वर्ष 1989 में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 85 लोकसभा सीटें जीतने में सफलता प्राप्त की थी। इसके बाद साल 1991 में 120 लोकसभा सीटें और साल 1996 में 161 लोकसभा सीटों पर भारतीय जनता पार्टी का कमल खिला। इस प्रकार भारतीय जनता पार्टी का समर्थन लगातार बढऩे लगा। साल 1998 के आम चुनावों में भाजपा ने 182 सीटें जीती और अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन NDA की सरकार बनी। लेकिन जयललिता के नेतृत्व में अन्नाद्रमुक द्वारा समर्थन वापस लिये जाने के कारण लोकसभा में विश्वासमत के दौरान केवल 1 वोट से अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली सरकार गिर गई। सरकार गिरने के बाद देश को फिर आम चुनावों का सामना करना पड़ा। साल 1999 में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा को 182 सीटें मिली और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन यानि NDA को 306 सीटें प्राप्त हुई। जिसके बाद एक बार फिर अटल बिहारी वाजपेयी ने देश के प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। तथा भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी।

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भाजपा में मोदी मैजिक

इस प्रकार समय आगे बढ़ता रहा और भारतीय जनता पार्टी ने लगातार अपना जनाधार बढ़ाया। वर्ष-2014 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले पार्टी में मोदी युग आया। उस समय गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी को भाजपा ने केन्द्र की राजनीति में उतारा। नरेन्द्र मोदी को भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश की वाराणसी सीट व गुजरात की वडोदरा सीट से लोकसभा का चुनाव लड़वाया। इन आम चुनावों में मोदी मैजिक चला और भाजपा ने साल 2014 में 283 लोकसभा सीटें जीती। नरेन्द्र मोदी के मैजिक के दम पर भारतीय जनता पार्टी ने अकेले अपने दम पर केन्द्र में सरकार बनाई। इसके बाद आया साल 2019 का आम चुनाव। जिसमें भारतीय जनता पार्टी ने 303 सीटें जीतकर इतिहास रचा। इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी नीत गठबंधन NDA ने 350 से ज्यादा सीटें जीती। शनिवार को 6 अप्रैल 2024 को (आज) भारतीय जनता पार्टी का 44वां स्थापना दिवस मनाया गया है। साल 2024 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी 400 से ज्यादा सीटें जीतने का लक्ष्य लेकर चुनाव मैदान में उतरी है। कभी संसद में दो सांसदों के साथ बैठने वाली भारतीय जनता पार्टी आज दुनिया का सबसे बड़ा राजनीतिक दल बन गई है। भारतीय जनता पार्टी की एक सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह पार्टी अघोषित रुप से दुनिया के सबसे बड़े सामाजिक संगठन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) की राजनेतिक शाखा के रुप में काम करती है। यह अलग बात है कि अधिकारिक तौर पर कहीं भी इस बात की लिखा पढ़ी नहीं हुई है कि भारतीय जनता पार्टी RSS का एक मुखोटा है। BJP History

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पूरे 44 साल की हो गई है भाजपा, इतिहास जानकर रह जाएंगे हैरान !

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Noida News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 01:06 AM
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BJP History : भारतीय जनता पार्टी और बीजेपी यह एक ही नाम है। भाजपा ने आजा अपना स्थापना दिवस मनाया है। यह पार्टी आज पूरे 44 साल की हो गई है। कभी जनसंघ भी भाजपा का ही हिस्सा था। आज हम आपको भाजपा के उदय, पार्टी के नेताओं का संघर्ष और उसका पूरा इतिहास बता रहे हैं। जिसे पढक़र आप भी हैरान हो जांएगे और आपको लगेगा कि दुनिया की सबसे बड़े राजनैतिक दल भाजपा की कहानी पूरी फिल्मी है।

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जनसंघ की स्थापना से शुरू हुई कहानी

अंग्रेजों की गुलामी से आजादी मिलने के बाद राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या कर दी गई। महात्मा गांधी की हत्या के बाद डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने हिन्दु महासभा से इस्तीफा देकर 21 अक्टूबर 1951 में भारतीय जनसंघ की स्थापना की। श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मृत्यु के बाद जनसंघ का अध्यक्ष चन्द्रमौलि शर्मा को बनाया गया। 1966 में जनसंघ के अध्यक्ष बलराम मधोक और 1967 में पं. दीनदयाल उपाध्याय बने। 1972 में जनसंघ के अध्यक्ष पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी और 1977 तक लालकृष्ण आडवाणी जनसंघ के अध्यक्ष पद पर रहे। आपातकाल की समाप्ति के बाद जनता पार्टी के निर्माण के उददेश्य से जनसंघ में अन्य दलों का विलय कर 1977 में जनसंघ का अस्तित्व खत्म कर दिया गया और देश में पहली बार गैर कांग्रेसी सरकार बनी। जनता पार्टी की सरकार में जनसंघ की तरफ से लालकृष्ण आडवाणी सूचना प्रयारण मंत्री बने तथा अटल बिहारी बाजपेयी विदेश मंत्री। 3 वर्षों तक सरकार चलने के बाद आपसी खींचतान के चलते मोरारजी देसाई की सरकार गिर गई। इसके बाद 6 अप्रैल 1980 में मुंबई में भारतीय जनता पार्टी की स्थापना की गई।

1984 के चुनाव में रही असफल

भारतीय जनता पार्टी की स्थापना 1980 में हुई। ठीक चार साल बाद देश में लोकसभा चुनाव हुए जिसमें भाजपा असफल रही। 1984 में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद देश में सहानुभूति की ऐसी लहर चली कि भाजपा को केवल दो ही लोकसभा सीटें गुजरात की मेहसाणा और आंध्र प्रदेश की हनामकोंडा जीती। इस चुनाव में अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणाी भी चुनाव नहीं जीत पाए। 1980 से 6 साल तक अटल बिहारी वाजेपयी भाजपा के अध्यक्ष रहे। वर्ष-1989 में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 85 लोकसभा सीटें जीतने में सफलता प्राप्त की। इसके बाद 1991 में 120 लोकसभाा सीटें और 1996 में 161 लोकसभा सीटों पर कमल खिला। भाजपा का समर्थन लगातार बढऩे लगा। 1998 में आम चुनावों में भाजपा ने 182 सीटें जीती और अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की सरकार बनी। लेकिन जयललिता के नेतृत्व में अन्नाद्रमुक द्वारा समर्थन वापस लिये जाने के कारण लोकसभा में विश्वासमत के दौरान केवल 1 सीट से अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली सरकार गिर गई। सरकार गिरने के बाद देश को फिर आम चुनावों का सामना करना पड़ा। 1999 में हुए चुनाव में भाजपा को 182 सीटें मिलीे और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को 306 सीटें प्राप्त हुई। जिसके बाद एक बार फिर अटल बिहारी वाजपेयी ने देश के प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। भाजपा-नीत राजग सरकार ने अटल बिहारी के नेतृत्व में विकास के अनेक नये प्रतिमान स्थापित किये। पोखरण परमाणु विस्फोट, अग्नि मिसाइल का सफल प्रक्षेपण, कारगिल विजय जैसी सफलताओं से भारत का कद अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर ऊंचा हुआ। राष्ट्रीय राजमार्गों का निर्माण, सार्वजनिक वितरण प्रणाली में सुधार, शिक्षा एवं स्वास्थ्य में नयी पहल एवं प्रयोग, कृषि, विज्ञान एवं उद्योग के क्षेत्रों में तीव्र विकास के साथ-साथ महंगाई न बढऩे देने जैसी अनेकों उपलब्धियां इस सरकार के खाते में दर्ज हैं।

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भारत-पाक संबंधों को सुधारने, देश की आंतरिक समस्याओं जैसे नक्सलवाद, आतंकवाद, जम्मू एवं कश्मीर तथा उत्तर पूर्व के राज्यों में अलगाववाद पर कईं प्रभावी कदम उठाए गये। राष्ट्रीय एकता एवं अखंडता को सुदृढ़ कर सुशासन एवं सुरक्षा को केन्द्र में रखकर देश को समृद्ध एवं समर्थ बनाने की दिशा में अनेक निर्णायक कदम उठाये गए। तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी एवं उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी के नेतृत्व में राजग शासन ने देश में विकास की एक नई राजनीति का सूत्रपात किया। 2004 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को 138 सीटें ही मिली। उसके बाद 2009 में लालकृष्ण आडवाणी की अगुवाई में भाजपा ने लोकसभा चुनाव लड़ा और भाजपा को 116 सीटें मिलीं। इन दोनों आम चुनावों के बाद कांग्रेस गठबंधन की सरकार बनी।

भाजपा में मोदी मैजिक

भाजपा ने लगातार अपना जनाधार बढ़ाया। वर्ष-2014 के लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी में मोदी युग आया। उस समय गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी को भाजपा ने केन्द्र की राजनीति में उतारा। नरेन्द्र मोदी को भाजपा ने उत्तर प्रदेश की वाराणसी सीट व गुजरात की वडोदरा सीट से लोकसभा चुनाव लड़वाया। इन आम चुनावों में मोदी मैजिक चला और भाजपा ने 2014 में 283 लोकसभा सीटें जीती। नरेन्द्र मोदी के मैजिक के दम पर भाजपा ने अकेले अपने दम पर केन्द्र में सरकार बनाई। इसके बाद आया 2019 का आम चुनाव। जिसमें भाजपा ने 303 सीटें जीतकर इतिहास रचा। इस चुनाव में भाजपा नीत गठबंधन ने 350 से ज्यादा सीटें जीती। आज भाजपा का स्थापना दिवस है और 2024 के चुनाव में भाजपा 400 से ज्यादा सीटें जीतने का लक्ष्य लेकर चुनाव मैदान में उतरी है। कभी संसद में दो सांसदों के साथ बैठने वाली पार्टी आज दुनिया का सबसे बड़ा राजनीतिक दल बन गया है। BJP History

रामकिशन यादव से यूं ही स्वामी रामदेव नहीं बन गए योग गुरू, पूरा परिचय

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इस संस्थान से पढ़ कई छात्रों ने पाई UPSC में सफलता, आपके पास भी है फ्री कोचिंग मौका

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JMI UPSC Free Coaching
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calendar29 Nov 2025 09:09 PM
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JMI UPSC Free Coaching : आज के समय में देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक UPSC सिविल सेवा की तैयारी करने के लिए उम्मीदवारों को लाखों की फीस कोचिंग सेंटर्स को देनी पड़ती है। जो किसी गरीब परिवार से आने वाले उम्मीवार के लिए काफी ज्यादा है। लेकिन अब इन छात्रों के पास सुनहर मौका है UPSC की लिए तैयारी करने का वो भी बिलकुल फ्री। हाल ही में जामिया मिलिया इस्लामिया ने यूपीएससी की मुफ्त कोचिंग के लिए के लिए आवेदन की तारीखों को जारी किया था, जिसे अब बढ़ा दिया है। UPSC के इच्छुक उम्मीदवार अब 19 जून 2024 तक फ्री कोचिंग के लिए रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। वहीं रजिस्ट्रेशन की तारीखों के बढ़ने के बाद अब जामिया ने कोचिंग में एडमिशन के लिए होने वाली प्रवेश परीक्षा की तारीख में भी बदलाव कर दिया है।

बदल गई परीक्षा की तारीख

आपको बता दें यूपीएससी की फ्री कोचिंग का संचालन जामिया मिलिया इस्लामिया के आवासीय कोचिंग अकादमी, सेंटर फॉर कोचिंग एंड करियर प्लानिंग की तरफ से किया जाएगा। जामिया ने इसका संशोधित शेड्यूल भी रजिस्ट्रेशन की बदली तारीखों के साथ कर दिया है। नए कार्यक्रम के अनुसार UPSC की फ्री आवासीय कोचिंग के लिए ऑनलाइन आवेदन करने की लास्ट डेट को 19 जून 2024 कर दिया गया है। वहीं प्रवेश परीक्षा की तारीख को बदलकर 1 जून से 29 जून कर दिया गया है। जिसका रिजल्ट 20 जुलाई 2024 को घोषित होगा। JMI UPSC Free Coaching

क्या होगी इंटरव्यू की तारीख ?

जो उम्मीदवार लिखित परीक्षा में पास हो जाएगें उन उम्मीदवारों को इंटरव्यू के लिए बुलाया जाएगा। इंटरव्यू का आयोजन 29 जुलाई से 12 अगस्त 2024 तक किए जाने की उम्मीद लगाई जा रही है। जिसके नतीजे 14 अगस्त 2024 तक सामने आ जाएगें। वहीं एडमिशन की प्रक्रिया 19 अगस्त 2024 तक पूरी की जाएगी। जिसके बाद वेटिंग लिस्ट के उम्मीदवारों का रजिस्ट्रेशन 22 अगस्त 2024 को होगा और इन उम्मीदवारों का एडमिशन 28 अगस्त को होगा। जिसके बाद क्लासिस 30 अगस्त से शुरू की जाएगी।

इतनी सीटों पर होंगे दाखिले

आपको बता दें साल 2024 में यूपीएससी कोचिंग के लिए जामिया 100 सीटों पर एडमिशन करने वाला है। जिन उम्मीदवारों को प्रवेश मिलेगा उन्हें छात्रावास की सुविधा भी दी जाएगी, जो सभी सफल उम्मीदवारों के लिए अनिवार्य है। सफल उम्मीदवारों को मासिक छात्रावास शुल्क के रुप में हर महिने केवल 1000 का भुगतान करना होगा, जिसे छह महीने पहले यानी 6000 रुपए का भुगतान करना होगा। इसके बाद उन्हें दो महीने पहले रखरखाव शुल्क जमा करना होगा। महिला कैंडिडेट्स के लिए शुल्क गर्ल्स हॉस्टल/प्रोवोस्ट कार्यालय में जमा किया जाएगा। इससे जुड़ी अधिक जानकारी के लिए उम्मीदवार जामिया मिलिया इस्लामिया की अधिकारिक वेबसाइट पर वीजीट कर सकते हैं।

स्टोरी, पोस्ट पर लगाना है पेड पार्टनरशिप का ठप्पा, तो करें ये काम

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