खास रिपोर्ट : 44 साल में दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी बन गई है भारतीय जनता पार्टी

BJP History
जनसंघ की स्थापना से शुरू हुई कहानी
भारत को अंग्रेजों की गुलामी से आजादी मिलने के बाद राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या कर दी गई थी। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या के बाद डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने हिन्दु महासभा से इस्तीफा देकर 21 अक्टूबर 1951 में भारतीय जनसंघ की स्थापना की थी। श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मृत्यु के बाद जनसंघ का अध्यक्ष चन्द्रमौलि शर्मा को बनाया गया था। साल 1966 में जनसंघ के अध्यक्ष बलराज मधोक और 1967 में पं. दीनदयाल उपाध्याय बने थे। साल 1972 में जनसंघ के अध्यक्ष पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी और साल 1977 तक लालकृष्ण आडवाणी जनसंघ के अध्यक्ष पद पर रहे थे। आपातकाल की समाप्ति के बाद जनता पार्टी के निर्माण के उददेश्य से जनसंघ का विलय भी जनता पार्टी में कर दिया गया था। जनता पार्टी की सरकार में जनसंघ की तरफ से लालकृष्ण आडवाणी सूचना प्रयारण मंत्री बने तथा अटल बिहारी बाजपेयी विदेश मंत्री। 3 वर्षों तक जनता पार्टी की सरकार चलने के बाद आपसी खींचतान के चलते जनता पार्टी की सरकार गिर गई थी। 6 अप्रैल 1980 को मुंबई में एक सभा का आयोजन करके भारतीय जनता पार्टी की स्थापना की गई।1984 के चुनाव में रही असफल
भारतीय जनता पार्टी की स्थापना साल 1980 में हुई। ठीक चार साल बाद देश में लोकसभा के आम चुनाव हुए जिसमें भारतीय जनता पार्टी पूरी तरह असफल रही। साल 1984 में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद देश में सहानुभूति की ऐसी लहर चली कि भाजपा को पूरे देश में केवल दो ही लोकसभा सीटें गुजरात की मेहसाणा और आंध्र प्रदेश की हनामकोंडा मिली। इस चुनाव में अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी भी चुनाव हार गए। साल 1980 से 6 साल तक अटल बिहारी वाजेपयी भाजपा के अध्यक्ष रहे। वर्ष 1989 में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 85 लोकसभा सीटें जीतने में सफलता प्राप्त की थी। इसके बाद साल 1991 में 120 लोकसभा सीटें और साल 1996 में 161 लोकसभा सीटों पर भारतीय जनता पार्टी का कमल खिला। इस प्रकार भारतीय जनता पार्टी का समर्थन लगातार बढऩे लगा। साल 1998 के आम चुनावों में भाजपा ने 182 सीटें जीती और अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन NDA की सरकार बनी। लेकिन जयललिता के नेतृत्व में अन्नाद्रमुक द्वारा समर्थन वापस लिये जाने के कारण लोकसभा में विश्वासमत के दौरान केवल 1 वोट से अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली सरकार गिर गई। सरकार गिरने के बाद देश को फिर आम चुनावों का सामना करना पड़ा। साल 1999 में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा को 182 सीटें मिली और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन यानि NDA को 306 सीटें प्राप्त हुई। जिसके बाद एक बार फिर अटल बिहारी वाजपेयी ने देश के प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। तथा भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी।BJP History
भाजपा में मोदी मैजिक
इस प्रकार समय आगे बढ़ता रहा और भारतीय जनता पार्टी ने लगातार अपना जनाधार बढ़ाया। वर्ष-2014 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले पार्टी में मोदी युग आया। उस समय गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी को भाजपा ने केन्द्र की राजनीति में उतारा। नरेन्द्र मोदी को भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश की वाराणसी सीट व गुजरात की वडोदरा सीट से लोकसभा का चुनाव लड़वाया। इन आम चुनावों में मोदी मैजिक चला और भाजपा ने साल 2014 में 283 लोकसभा सीटें जीती। नरेन्द्र मोदी के मैजिक के दम पर भारतीय जनता पार्टी ने अकेले अपने दम पर केन्द्र में सरकार बनाई। इसके बाद आया साल 2019 का आम चुनाव। जिसमें भारतीय जनता पार्टी ने 303 सीटें जीतकर इतिहास रचा। इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी नीत गठबंधन NDA ने 350 से ज्यादा सीटें जीती। शनिवार को 6 अप्रैल 2024 को (आज) भारतीय जनता पार्टी का 44वां स्थापना दिवस मनाया गया है। साल 2024 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी 400 से ज्यादा सीटें जीतने का लक्ष्य लेकर चुनाव मैदान में उतरी है। कभी संसद में दो सांसदों के साथ बैठने वाली भारतीय जनता पार्टी आज दुनिया का सबसे बड़ा राजनीतिक दल बन गई है। भारतीय जनता पार्टी की एक सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह पार्टी अघोषित रुप से दुनिया के सबसे बड़े सामाजिक संगठन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) की राजनेतिक शाखा के रुप में काम करती है। यह अलग बात है कि अधिकारिक तौर पर कहीं भी इस बात की लिखा पढ़ी नहीं हुई है कि भारतीय जनता पार्टी RSS का एक मुखोटा है। BJP Historyरामकिशन यादव से यूं ही स्वामी रामदेव नहीं बन गए योग गुरू, पूरा परिचय
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जनसंघ की स्थापना से शुरू हुई कहानी
भारत को अंग्रेजों की गुलामी से आजादी मिलने के बाद राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या कर दी गई थी। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या के बाद डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने हिन्दु महासभा से इस्तीफा देकर 21 अक्टूबर 1951 में भारतीय जनसंघ की स्थापना की थी। श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मृत्यु के बाद जनसंघ का अध्यक्ष चन्द्रमौलि शर्मा को बनाया गया था। साल 1966 में जनसंघ के अध्यक्ष बलराज मधोक और 1967 में पं. दीनदयाल उपाध्याय बने थे। साल 1972 में जनसंघ के अध्यक्ष पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी और साल 1977 तक लालकृष्ण आडवाणी जनसंघ के अध्यक्ष पद पर रहे थे। आपातकाल की समाप्ति के बाद जनता पार्टी के निर्माण के उददेश्य से जनसंघ का विलय भी जनता पार्टी में कर दिया गया था। जनता पार्टी की सरकार में जनसंघ की तरफ से लालकृष्ण आडवाणी सूचना प्रयारण मंत्री बने तथा अटल बिहारी बाजपेयी विदेश मंत्री। 3 वर्षों तक जनता पार्टी की सरकार चलने के बाद आपसी खींचतान के चलते जनता पार्टी की सरकार गिर गई थी। 6 अप्रैल 1980 को मुंबई में एक सभा का आयोजन करके भारतीय जनता पार्टी की स्थापना की गई।1984 के चुनाव में रही असफल
भारतीय जनता पार्टी की स्थापना साल 1980 में हुई। ठीक चार साल बाद देश में लोकसभा के आम चुनाव हुए जिसमें भारतीय जनता पार्टी पूरी तरह असफल रही। साल 1984 में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद देश में सहानुभूति की ऐसी लहर चली कि भाजपा को पूरे देश में केवल दो ही लोकसभा सीटें गुजरात की मेहसाणा और आंध्र प्रदेश की हनामकोंडा मिली। इस चुनाव में अटल बिहारी वाजपेयी और लालकृष्ण आडवाणी भी चुनाव हार गए। साल 1980 से 6 साल तक अटल बिहारी वाजेपयी भाजपा के अध्यक्ष रहे। वर्ष 1989 में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 85 लोकसभा सीटें जीतने में सफलता प्राप्त की थी। इसके बाद साल 1991 में 120 लोकसभा सीटें और साल 1996 में 161 लोकसभा सीटों पर भारतीय जनता पार्टी का कमल खिला। इस प्रकार भारतीय जनता पार्टी का समर्थन लगातार बढऩे लगा। साल 1998 के आम चुनावों में भाजपा ने 182 सीटें जीती और अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन NDA की सरकार बनी। लेकिन जयललिता के नेतृत्व में अन्नाद्रमुक द्वारा समर्थन वापस लिये जाने के कारण लोकसभा में विश्वासमत के दौरान केवल 1 वोट से अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली सरकार गिर गई। सरकार गिरने के बाद देश को फिर आम चुनावों का सामना करना पड़ा। साल 1999 में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा को 182 सीटें मिली और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन यानि NDA को 306 सीटें प्राप्त हुई। जिसके बाद एक बार फिर अटल बिहारी वाजपेयी ने देश के प्रधानमंत्री पद की शपथ ली। तथा भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी।BJP History
भाजपा में मोदी मैजिक
इस प्रकार समय आगे बढ़ता रहा और भारतीय जनता पार्टी ने लगातार अपना जनाधार बढ़ाया। वर्ष-2014 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले पार्टी में मोदी युग आया। उस समय गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी को भाजपा ने केन्द्र की राजनीति में उतारा। नरेन्द्र मोदी को भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश की वाराणसी सीट व गुजरात की वडोदरा सीट से लोकसभा का चुनाव लड़वाया। इन आम चुनावों में मोदी मैजिक चला और भाजपा ने साल 2014 में 283 लोकसभा सीटें जीती। नरेन्द्र मोदी के मैजिक के दम पर भारतीय जनता पार्टी ने अकेले अपने दम पर केन्द्र में सरकार बनाई। इसके बाद आया साल 2019 का आम चुनाव। जिसमें भारतीय जनता पार्टी ने 303 सीटें जीतकर इतिहास रचा। इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी नीत गठबंधन NDA ने 350 से ज्यादा सीटें जीती। शनिवार को 6 अप्रैल 2024 को (आज) भारतीय जनता पार्टी का 44वां स्थापना दिवस मनाया गया है। साल 2024 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी 400 से ज्यादा सीटें जीतने का लक्ष्य लेकर चुनाव मैदान में उतरी है। कभी संसद में दो सांसदों के साथ बैठने वाली भारतीय जनता पार्टी आज दुनिया का सबसे बड़ा राजनीतिक दल बन गई है। भारतीय जनता पार्टी की एक सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह पार्टी अघोषित रुप से दुनिया के सबसे बड़े सामाजिक संगठन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) की राजनेतिक शाखा के रुप में काम करती है। यह अलग बात है कि अधिकारिक तौर पर कहीं भी इस बात की लिखा पढ़ी नहीं हुई है कि भारतीय जनता पार्टी RSS का एक मुखोटा है। BJP Historyरामकिशन यादव से यूं ही स्वामी रामदेव नहीं बन गए योग गुरू, पूरा परिचय
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