Business News : अडाणी का नैतिक रूप से सही होने की बात करना 'एंटायर पॉलिटिकल साइंस’ है : कांग्रेस

Jairam
Talking about Adani being morally right is 'entire political science': Congress
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 06:59 PM
bookmark
नई दिल्ली। कांग्रेस ने अडाणी एंटरप्राइजेज पर कटाक्ष करते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि अडाणी का नैतिक रूप से सही होने की बात करना वैसे ही है जैसे उनके 'प्रधान मेंटर' द्वारा विनम्रता, सादगी और विशाल हृदयता के सद्गुणों का उपदेश देना है। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह भी कहा कि यह ‘एंटायर पॉलिटिकल साइंस’ है।

Business News

National News : पत्रकार सिद्दीकी कप्पन जेल से रिहा

अडाणी एंटरप्राइजेज ने बुधवार को अपने 20 हजार करोड़ रुपये के अनुवर्ती सार्वजनिक निर्गम (एफपीओ) को वापस लेने और निवेशकों का पैसा लौटाने की घोषणा की। हालांकि, कंपनी के एफपीओ को मंगलवार को पूर्ण अभिदान मिल गया था। समझा जाता है कि अडाणी एंटरप्राइजेज ने यह कदम अमेरिका की शॉर्टसेलिंग कंपनी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद उठाया है। अडाणी एंटरप्राइजेज के अध्यक्ष गौतम अडाणी ने कहा कि एफपीओ को पूर्ण अभिदान मिलने के बाद कल उसे वापस लेने के फैसले से कई लोगों को हैरानी हुई होगी, लेकिन कल बाजार में आए उतार-चढ़ाव को देखते हुए बोर्ड को लगता है कि एफपीओ को जारी रखना नैतिक रूप से सही नहीं होगा। रमेश ने ट्वीट कर कहा कि अडाणी का नैतिक रूप से सही होने की बात कहना वैसे ही है, जैसे उनके प्रधान मेंटर द्वारा विनम्रता, सादगी और विशाल हृदयता के सद्गुणों का उपदेश देना। यह ‘एंटायर पॉलिटिकल साइंस’ है।

Bihar News: 500 छात्राओं के ​बीच अकेला लड़का, हो गया ये काम

Business News

‘हिंडनबर्ग रिसर्च’ की पिछले हफ्ते आई रिपोर्ट के बाद अडाणी समूह की कंपनियों के शेयरों में लगातार गिरावट आ रही है। गिरावट का यह सिलसिला बुधवार को भी जारी रहा। पिछले पांच कारोबारी सत्रों में समूहों की कंपनियों का सामूहिक बाजार पूंजीकरण सात लाख करोड़ रुपये घट गया है। देश विदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।
अगली खबर पढ़ें

Adani Group- क्या डूब जायेगा अडानी का साम्राज्य ???

Picsart 23 02 02 10 07 59 315
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 11:34 AM
bookmark
Adani Group - अडानी इंटरप्राइजेज ने बुधवार रात को अपने 20000 करोड़ रुपए के एफपीए (Follow on Public Offer, FPA) को वापस लेने का ऐलान किया है, साथ ही इंटरप्राइजेज की तरफ से सभी निवेशकों का पैसा लौटाने की भी घोषणा की गई है। अमेरिकी फॉरेंसिक फाइनेंसियल कंपनी हिडनबर्ग रिसर्च की एक रिपोर्ट में अदानी समूह पर उठाए गए गंभीर सवालों की वजह से अडानी इंटरप्राइजेज को यह बड़ा फैसला लेना पड़ा। गौरतलब है अडानी इंटरप्राइजेज (Adani Group) का यह एफपीओ अब तक का सबसे बड़ा एफपीओ था और यह पूरी तरह से सब्सक्राइब यानी की बिक चुका था। इस एफपीओ में कई निवेशकों ने पैसा लगाया था। जिसमें कुछ बड़ी कंपनियां और अमीर लोगों के नाम शामिल है। बुधवार शाम को कंपनी के बोर्ड द्वारा एक बैठक की गई थी जिसमें एफपीओ वापस लेने का फैसला किया गया और साथ ही जिन्होंने भी एफओओ को सब्सक्राइब किया है उनके पैसे वापस किए जाने का भी फैसला लिया गया।  

स्टॉक मार्केट में कंपनी के गिरते शेयरों की वजह से लिया गया यह फैसला -

एफपीओ को वापस लेने की वजह को लेकर कंपनी ने एक बड़ा बयान दिया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि स्टॉक मार्केट में कंपनी के शेयर में हो रही गिरावट को देखते हुए कंपनी की तरफ से एफपीओ को वापस लेने का फैसला किया गया है, क्योंकि मौजूदा स्थिति को देखते हुए इस एफपीओ के साथ आगे बढ़ना नैतिक तौर पर निवेशकों के साथ गलत होगा और कंपनी के लिए निवेशकों का हित सर्वोपरि है। कंपनी निवेशकों को संभावित नुकसान से बचाना चाहती है यही वजह है कि इस एफपीओ के साथ आगे न बढ़ने का फैसला किया गया है।

क्या डूब जाएगा अडानी (Adani Group) का साम्राज्य-

एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बुधवार को अडानी समूह की सभी कंपनी के शेयरों में भारी गिरावट देखी गई। जिसके बाद उसी दिन कंपनी ने अपने एफपीओ को वापस लेने का फैसला किया। हालांकि अडानी समूह ने एफपीओ को रद्द करने के पीछे की वजह निवेशकों का हित बताया है, लेकिन मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एफपीओ सिर्फ 112 परसेंट सब्सक्राइब हुआ था, और इसमें खुदरा निवेशकों ने अधिक पैसे नहीं लगाए थे बल्कि अबू धाबी की एक बड़ी कंपनी ने इसमें पैसे लगाए थे। खुदरा निवेशकों ने मात्र 12% ही सब्सक्राइब किया था। ऐसे में एफपीओ को रद्द करने का फैसला निवेशको का भरोसा कंपनी पर बनाए रखने की तरफ एक कदम है। रिपोर्ट के मुताबिक अदानी समूह के शेयर में 86 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है। इसकी वजह से सप्ताह भर पहले जो अडानी (Gautam Adani) 127 अरब डॉलर की संपत्ति के साथ दुनिया के तीसरे सबसे धनी व्यक्ति हुआ करते थे, वह बुधवार को शेयर गिरने के बाद 15वें स्थान पर खिसक आए हैं।

क्या एफपीओ वापस लेने का फैसला साबित हो सकता है घातक-

वरिष्ठ स्टॉक ब्रोकर के मुताबिक अभी अदानी समूह की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही हैं। हालांकि वरिष्ठ बैंकिंग अधिकारी के मुताबिक चूंकि स्टॉक मार्केट में कंपनी की स्थिति ठीक नहीं है, ऐसी स्थिति से बचने के लिए एपीओ वापस लेना ही उचित रास्ता है। परंतु एक अन्य फंड मैनेजर के अनुसार एफपीओ वापस लेने का फैसला कंपनी के लिए घातक साबित हो सकता है, क्योंकि कंपनी के इस फैसले से अन्य निवेशकों के पास यह संदेश जाएगा कि शेयर की कीमतों में गिरावट की वजह से निवेशक खुश नहीं है। और आगे आने वाले समय में कंपनी के कैपिटल बनने की क्षमता पर भी इसका असर पड़ सकता है। वेरिटीडेटा के रिसर्च निदेशक के मुताबिक -" किसी कंपनी का आखिरी वक्त पर एफपीओ को रद्द करने का फैसला सामान्य नहीं है। इससे कंपनी पर लोगों का भरोसा कम होने का खतरा होता है।" अब यह देखने वाली बात होगी कि आने वाले समय में अडानी समूह द्वारा लिया गया यह एफपीओ को रद्द करने का फैसला उनके लिए और कितनी मुश्किलें खड़ा करता है।

Washington: अमेरिका में चीन की हरकतों पर काबू पाएंगे ये 3 भारतीय

देश विदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।
अगली खबर पढ़ें

Budget 2023-24 : पांच लाख रुपये से अधिक के वार्षिक प्रीमियम वाली जीवन बीमा पॉलिसी टैक्स के दायरे में : वित्त मंत्री

Nirmala 4 2
Life insurance policy with annual premium of more than five lakh rupees in tax net: Finance Minister
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 09:03 AM
bookmark
नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा बुधवार को पेश किए गए बजट प्रस्ताव के अनुसार, अगर कुल वार्षिक प्रीमियम पांच लाख रुपये से अधिक है तो जीवन बीमा पॉलिसी की परिपक्वता राशि पर कर देय होगा।

Budget 2023-24

वित्त मंत्री ने बजट में प्रस्ताव किया कि एक अप्रैल, 2023 के बाद जारी की गई जीवन बीमा पॉलिसी (यूलिप के अतिरिक्त) के लिए कुल प्रीमियम अगर पांच लाख रुपये से अधिक है तो जिन पॉलिसी में कुल प्रीमियम पांच लाख रुपये तक है, उसे छूट दी जाएगी।

Budget 2023 – 24 : सरकार ने मोबाइल फोन में इस्तेमाल होने वाले उपकरणों के आयात पर सीमा शुल्क घटाया

प्रस्ताव के अनुसार बीमित व्यक्ति की मृत्यु की स्थित में प्राप्त होने वाली राशि पर मौजूदा कर छूट बरकरार रहेगी। उन्होंने कहा कि नयी व्यवस्था 31 मार्च, 2023 तक जारी बीमा पॉलिसी पर लागू नहीं होगी।

Budget 2023-24

Ajab Love Story: रात में हुआ प्रेमी से मिलन, सुबह होते ही बनी दुल्हन

अर्थशास्त्री निधि मनचंदा ने कहा कि वित्त विधेयक से मिले झटकों में से एक, जीवन बीमा पॉलिसी की परिपक्वता आय पर कराधान से संबंधित है। उन्होंने कहा कि यह बात ध्यान में रखनी चाहिए कि यदि किसी व्यक्ति के पास एक से अधिक जीवन बीमा पॉलिसी है, जो एक अप्रैल 2023 के बाद जारी की गई हो और यदि ऐसी पॉलिसी के प्रीमियम की कुल राशि पांच लाख रुपये से अधिक है, तो परिपक्वता राशि कर योग्य होगी। बजट के बाद, एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस के शेयर की कीमतों में 11 प्रतिशत और एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस में 10 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। देश विदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।