Noida News : अच्छे कार्य के लिए आगे आने से मिलता है पुण्य : डा. चौहान

Dr Ashok K Chauhan
Noida News : Coming forward for good work gives merit: Dr. Chauhan
locationभारत
userचेतना मंच
calendar20 Apr 2023 04:36 PM
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Noida News : (नई दिल्ली )नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी ने कहा है कि शराब के नशे में लोग अपने शरीर, आत्मा और भविष्य को तबाह कर रहे हैं। अस्पतालों में लिवर के जितने भी मरीज आते हैं उनमें आधे शराब के कारण रोगी होते हैं। दिल्ली स्थित यकृत एवं पित्त विज्ञान संस्थान में विश्व यकृत दिवस पर युवावस्था में लिवर को शराब के सेवन से बचाने और इसके दुष्परिणामों के प्रति जागरूक करने के लिए द्वितीय भारत लिवर स्वास्थय सम्मेलन का आयोजन डा एपीजे अब्दुल ऑडीटोरियम, आईएलबीएस में किया गया। इस सम्मेलन का शुभारंभ नोबल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी, एमिटी शिक्षण समूह के संस्थापक अध्यक्ष व प्रसिद्घ शिक्षाविद् डा. अशोक कुमार चौहान, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के वाइस चेयरमैन डा दीपक कुमार श्रीवास्तव, दिल्ली स्थित यकृत एवं पित्त विज्ञान संस्थान के निदेशक डा एस के सरीन द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम में एमिटी विश्वविद्यालय उत्तरप्रदेश सहित दिल्ली एनसीआर के विभिन्न एमिटी इंटरनेशनल स्कूल सहित अन्य स्कूलों के छात्रों ने भी हिस्सा लिया।

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  इस लिवर स्वास्थय सम्मेलन के अवसर पर यकृत एवं पित्त विज्ञान संस्थान द्वारा ‘‘प्ले सेंफ’’ अभियान को प्रारंभ किया गया जिसका उददेश्य समाजिक और पारिवारिक जागरूकता को बढ़ाकर यकृत या लिवर को शराब के दुरूउपयोग से बचाना है। सम्मेलन में छात्रों को जागरूक करते हुए नोबल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी ने कहा कि शराब की लत से युवाओं को छुड़ाने के लिए एक मुहिम चलानी होगी जिसमें लोगों को जागरूक करना होगा और समस्या को दूर करने के लिए समस्या की जड़ में जाकर कार्य करना होगा। उन्होंने कहा कि सरकारी आकड़ों के हिसाब से हर घंटे में पांच बच्चों का यौन शोषण होता है और अधिकतर केसों में ऐसा करने वाले शराब के नशे में होते है। श्री सत्यार्थी ने कई केसों को उदाहरण देकर बताया किे बढ़ रही शराबखोरी हमारा नैतिक पतन कर रही है। उन्होनें छात्रों से कहा कि हर छात्र कम से कम 10 लोगों तक बात पहुंचाये और एमिटी शिक्षण समूह के संस्थापक अध्यक्ष डा अशोक कुमार चौहान के माध्यम से लाखों लोग जागरूक होगें। सोशियल मिडिया का उपयोग करें। एमिटी शिक्षण समूह के संस्थापक अध्यक्ष डा अशोक कुमार चौहान ने कहा कि आज इस नेक कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोग देश विकास में सहभागी बन रहे है। एमिटी अपने तमाम उच्च शिक्षण संस्थानों, विश्वविद्यालयों और स्कूलों के माध्यम से लोगों को जागरूक करने का कार्य किया जायेगा और इस अभियान में पूर्ण सहभागिता दी जायेगी। डा चौहान ने कहा कि किसी भी अच्छे कार्य के लिए आगे आओं तो पुण्य की प्राप्ति होती है। इस अवसर पर नोबल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी ने छात्रों सहित सभी को युवाओं में शराब के दुष्प्रभाव के प्रति जागरूकता फैलाने, शराब से जुड़ी यकृत संबधित रोगों से बचाने, परिवार व समाज में शीघ्र जांच और इलाज के लिए जागरूकता फैलाने, प्रभावी नीति निर्माण में सहयोग करने और यह संदेश 10 लोगों तक पहुंचाने व श्रृखंला निर्माण करने की शपथ दिलाई।
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Nagpur : स्वायत्तता के बगैर सरकारी विभाग बनकर रह जाएंगे केरल के विवि : राज्यपाल

Khan
Kerala universities will remain government departments without autonomy: Governor
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 04:26 AM
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नागपुर (महाराष्ट्र)। केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने कहा कि सार्थक स्वायत्तता के बगैर केरल में विश्वविद्यालय महज सरकारी विभाग बनकर रह जाएंगे। उनकी डिग्रियों को राज्य के बाहर या विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा मान्यता नहीं दी जाएगी। खान का विश्वविद्यालयों की स्वायत्तता को लेकर केरल सरकार से टकराव चल रहा है। उन्होंने कहा कि वह दक्षिणी राज्य में उच्च शिक्षा के इन संस्थानों की स्वायत्तता बचाने का प्रयास कर रहे हैं।

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उच्च शिक्षा संस्थानों की स्वायत्तता पर कब्जे की कोशिश में राज्य सरकार

आरिफ मोहम्मद खान नागपुर में हिंदी अखबार ‘दैनिक भास्कर’ द्वारा आयोजित ‘भारत की संप्रभुत्ता और आज’ विषय पर बोल रहे थे। उन्होंने पिछले साल कहा था कि केरल सरकार को राज्य के विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की नियुक्ति करने का अधिकार नहीं दिया जा सकता है। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) नीत सत्तारूढ़ गठबंधन के साथ राज भवन के टकराव के बाबत एक सवाल के जवाब में खान ने कहा कि राज्य सरकार उच्च शिक्षा के संस्थानों की स्वायत्तता पर कब्जा जमाने की कोशिश कर रही है। वह ऐसा होने नहीं देंगे।

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पूरी दुनिया को राह दिखाती है हमारी सांस्कृतिक विरासत

उन्होंने कहा कि राज्यपाल को विश्वविद्यालयों का कुलाधिपति नियुक्त किया जाता है ताकि वह उनकी स्वायत्तता की रक्षा कर सकें और उन्हें सरकार की दखलअंदाजी से बचा सके। खान ने कहा कि वह महज संविधान का पालन कर रहे हैं। इससे पहले, कार्यक्रम में खान ने देश की समृद्ध संस्कृति की प्रशंसा की और कहा कि भारतीय सभ्यता दुनिया में इकलौती है जिसे ज्ञान और बुद्धि के संरक्षण के लिए जाना जाता है। राज्यपाल ने कहा कि हमारी सांस्कृतिक विरासत न केवल हमारी अपनी समस्याओं को हल कर सकती है, बल्कि यह पूरी दुनिया को नयी राह दिखाती है। देश विदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।
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Dr. Shrikant Jichkar : डिग्री.. डिग्री ..डिग्री... कौन है देश में सबसे ज्यादा डिग्री लेने वाला व्यक्ति?

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He is the most educated person of India.
locationभारत
userचेतना मंच
calendar07 Apr 2023 05:08 PM
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शिक्षा से लेकर राजनीति तक के क्षेत्र में कुल मिला कर 20 डिग्रियां प्राप्त करने वाले Dr. Shrikant Jichkar भारत के किसी करिश्माई व्यक्ति से कम नहीं हैं। अक्सर लोग किसी खास डिग्री को लेने के बाद या किसी महत्वपूर्ण पद को प्राप्त करने के बाद अपने नाम से पूर्व उस डिग्री या पद को प्रयोग करते हैं लेकिन अगर डॉ. श्रीकांत अपनी समस्त डिग्रीयों और महत्वपूर्ण पदों का प्रयोग करें तो उनके नाम से पूर्व एक, दो नहीं बल्कि 20 शब्द जोड़े जा सकते हैं। आइये जानते हैं डॉ. जिचकर के जीवन के बारे में कुछ खास बातें...

Dr. Shrikant Jichkar

14 सितम्बर 1954 को नागपुर में जन्मे डॉ श्रीकांत जिचकर ने सबसे पहले रिसर्च का सिलसिला किसानी से शुरू किया और इसके बाद उन्होंने राजनीति, थिएटर, जर्नलिज्म आदि क्षेत्रों में भी अपनी रिसर्च जारी रखी। सबसे पहले उन्होंने मेडिकल फील्ड में MBBS की डिग्री ली और इसके बाद MS की लाइन में चले गए। यहाँ से डिग्री प्राप्त करने के बाद वे कानून की राह पर निकल पड़े। उन्होंने LLB की डिग्री लेने के बाद अंतराष्ट्रीय कानून की पढ़ाई भी की और LLM की डिग्री हासिल की। फिर इसके पश्चात वे MBA और Journlism की पढ़ाई करने लगे और इनकी डिग्रीयां भी हासिल की।

कई बार बने गोल्ड मैडलिस्ट

Dr. Shrikant Jichkar ने 1973 से लेकर 1990 तक लगभग 42 यूनिवर्सिटी के एग्जाम दिए और उनमें से वे 20 में सफल भी हुए। इस दौरान उन्होंने कई सारी परीक्षाएं तो प्रथम डिवीज़न के साथ पास की और कई में गोल्ड मैडल भी जीता। भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक मानी जाने वाली सिविल सर्विसेज की IPS और IAS की परीक्षा भी डॉ. जिचकर ने पास कर ली थी। हालांकि जॉइनिंग के चार माह बाद ही उन्होंने सेवा से त्याग पत्र दे दिया और यहाँ से उनके राजनितिक सफऱ की शुरुआत हुई।

महाराष्ट्र विधानसभा से लड़ा चुनाव

राजनीति की शुरुआत उन्होंने महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव से की और अपनी सफलता के क्रम को बरकरार रखते हुए उन्होंने पहली राजनितिक जीत भी दर्ज की। 1986 से 92 तक वो महाराष्ट्र विधान परिषद और 1992-98 में राज्यसभा के सांसद के पद पर आसीन रहे। वे 25 वर्ष की आयु में MLA बनने वाले व्यक्ति थे। उनकी शिक्षा और ज्ञान की पकड़ इतनी मज़बूत थी कि उन्हें 14 विभागों की कमान सौंपी गयी थी। इनमें से कई ताकतवर मंत्रालय भी शामिल थे। 2 जून 2004 को नागपुर से लगभग 60 किलोमीटर दूर एक सड़क हादसे में Dr. Shrikant Jichkar की मृत्यु हो गयी।

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