Dollar Value: डाॅलर के मुकाबले रुपये हो रहा कमज़ोर, जान लेते हैं इसकी प्रक्रिया

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Source: The Indian Wire
locationभारत
userचेतना मंच
calendar11 May 2022 05:41 PM
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नई दिल्ली: आज के दौर में हम जिस रुपये का इस्तेमाल करने जा रहे हैं उसकी कीमत (Dollar Value) काफी ज्यादा अधिक समझी जा रही है। अभी एक डाॅलर की कीमत 77 रुपये से अधिक हो चुकी है। ऐसा काफी समय से माना जा रहा है कि रुपये शब्द का सबसे पहले देखा जाए तो इस्तेमाल शेरशाह सूरी ने अपने शासन में करना शुरु कर दिया था। तब सोने और तांबे के सिक्के चला का चलन हुआ करता था। तब तांबे के सिक्कों को 'दाम' और सोने के सिक्कों को 'मोहर' के नाम से भी जाना जाता था। 1861 में पहली बार 10 रुपये (Dollar Value) वाले नोट की छपाई हो गई थी। 1864 में 20 रुपये का नोट आ गया था और 1872 में 5 रुपये का 20वीं सदी की शुरुआत से बड़े नोट छपन लगे जिसका हम काफी अच्छे से इस्तेमाल कर रहे थे। 1907 में 500 का नोट छापा गया और 1909 में 1 हजार का नोट आ गया था। रुपये के बारे में देखा जाए तो इतनी सारी बातें इसलिए कर दी गई है, क्योंकि जो रुपया आपकी जेब में रख दिया जाता है, वो कमजोर होना शुरु हो जाता है। यानी, अंतरराष्ट्रीय बाजार में उसकी कीमत घटना शुरु हो चुकी है। इसका पता डॉलर की तुलना से करने के बाद लगा सकते हैं। एक डॉलर के मुकाबले रुपये बात करें तो कीमत जितनी कम होने लगती है, रुपया उतना मजबूत हो जाता है। और एक डॉलर के मुकाबले ही रुपये की कीमत जितनी ज्यादा होगी, रुपया उतना कमजोर होना शुरु हो जाता है। सोमवार यानी 9 मई को रुपया रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंच चुका है। इस दिन एक डॉलर की कीमत 77.44 रुपये पर पहुंच गई है। हालांकि, अगले दिन रुपये में 12 पैसे की मजबूती हो चुकी है और 77.32 रुपये एक डॉलर के बराबर हो गया था। रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार, 2010 की तुलना में 2022 में रुपया लगभग 38 रुपये कमजोर होना शुरु हो गया है। 2010 में एक डॉलर की कीमत 45.72 रुपये पर पहुंच गई थी, जिसकी कीमत आज बढ़ने के बाद 77.32 रुपये हो चुकी है। आजादी वाले दौर बाद से अब तक ऐसे बहुत कम ही मौके देखे गए हैं, जब डॉलर की तुलना में रुपया मजबूत होना शुरु हुआ है।

रुपये कैसे होता है कमजोर

डॉलर की तुलना में अगर किसी भी मुद्रा का मूल्य घटना शुरु हो जाती है तो उसे मुद्रा का गिरना, टूटना या कमजोर होना समझा जाता है। अंग्रेजी में इसे 'करेंसी डेप्रिसिएशन' कहा जाता है। रुपये की कीमत कैसे घटती-बढ़ती रहती है, ये पूरा खेल अंतरराष्ट्रीय कारोबार से संबंधित माना जाता है।

इस तरह से समझे गणित

अभी एक डॉलर की कीमत को लेकर बात करें तो 77.32 रुपये पर पहुंच गई है। हम इसे मोटा-मोटी 77 रुपये समझ लेते हैं। अमेरिका के पास 77,000 रुपये मौजूद है और भारत के पास 1 हजार डाॅलर हो गया है। अभी को कुछ खरीदना है जिसकी कीमत 7,700 रुपये हो चुकी है तो इसके लिए 100 डाॅलर देना होता है।
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Railway News अब ट्रेन में मां के साथ बच्चे के लिए बेबी बर्थ, जानिए क्या है नियम

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Railway News
locationभारत
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calendar29 Nov 2025 04:45 AM
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Railway News : ट्रेन में सफर (Railway News) करने से पहले यदि आप रिजर्वेश्न कराते हैं तो उसके फार्म में बच्चों के लिए एक आप्शन आता है। यानि की 12 साल से छोटी उम्र के बच्चे की जानकारी देनी होती है। जिसके आधार पर रेलवे पांच से 12 वर्ष तक के बच्चे का भी किराया वसूलता है। अब रेलवे ने ट्रेन में मां के साथ सफर करने वाले वाले बच्चों के लिए बेबी बर्थ की व्यवस्था कर दी है।

Railway News

बच्चों के साथ यात्रा करने वाली माताओं के लिए रेलवे ने बेबी बर्थ लगाई है। प्रयोग के तौर पर अभी इसे लखनऊ मेल की निचली बर्थ में लगाया है। यात्रियों की मांग पर इसे अन्य ट्रेनों में लगाने की योजना भी बनाई जा रही है। न्यूज एजेंसी भाषा के अनुसार बेबी बर्थ निचली बर्थ से जुड़ी होगी, जिसे उपयोग में न होने के दौरान नीचे की तरफ मोड़कर रखा जा सकेगा। रेलवे अधिकारियों के अनुसार बेबी बर्थ 770 मिलीमीटर लंबी और 255 मिलीमीटर चौड़ी होगी, जबकि इसकी मोटाई 76.2 मिलीमीटर रखी गई है। लखनऊ मेल 12229/30 में 27 अप्रैल को एसी -3 कोच की निचली सीट संख्या 12 और 60 में बेबी बर्थ लगाई गई। उत्तर रेलवे के एक अधिकारी ने कहा कि यह प्रयोग के आधार पर किया गया है और जब हमें यात्रियों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिलेगी, तब इसका विस्तार किया जाएगा। कुछ और ट्रेन में इसे लगाने तथा लोगों की प्रतिक्रियाएं जानने के बाद हम रेलवे सूचना प्रणाली केंद्र में जरूरी विवरण डालेंगे, जहां इसे बुक करने का अनुरोध किया जा सकता है। अधिकारी ने बताया कि बेबी बर्थ बुकिंग व्यवस्था वैसे ही होगी, जैसे हम फिलहाल वरिष्ठ नागरिकों के लिए निचली सीट की पेशकश करते हैं। यात्री के यह बताने पर कि वह बच्चे के साथ यात्रा करेगा, हम उसे यह सीट दे देंगे। सूत्रों ने कहा कि इस सुविधा का विस्तार होने एवं उसका वाणिज्यीकरण होने के बाद उसका उपयेाग करने वाली महिलाओं को इस सेवा के लिए अधिक भाड़ा देना होगा। रेलवे फिलहाल 5 से 12 साल के बच्चों के लिए पूरा किराया वसूलता है, पहले यह किराये का 50 फीसदी राशि होती थी।

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IAS Ritu Maheshwari : रितु माहेश्वरी के मामले में सुनवाई पीठ हटी, 13 को होगी पेशी

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IAS Ritu Maheshwari
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calendar30 Nov 2025 09:35 PM
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Noida : नोएडा । नोएडा प्राधिकरण की मुख्य कार्यपालक अधिकारी (आईएएस) रितु माहेश्वरी (Noida Authority Chief Executive Officer (IAS) Ritu Maheshwari) को सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) से मिली राहत शुक्रवार (13 मई) तक जारी रहेगी। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट की वर्तमान सुुनवाई पीठ सुनवाई से पीछे हट गयी है। शुक्रवार को नई पीठ गठित होकर सुनवाई करेगी। प्रदेश की वरिष्ठ आईएएस अधिकारी व नोएडा प्राधिकरण की सीईओ रितु माहेश्वरी के मामले में रोज नए-नए मोड आ रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट में आज हुई सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट में केस लड़ रहे याचिका कर्ता के वकील विकास सिंह पेश हुए। श्री सिंह ने कहा कि याची को सुने बिना ही श्रीमती माहेश्वरी को राहत दे दी गयी है। यह कदाचित न्याय के हित में नहीं है। इस पर सुनवाई कर रहे जस्टिस नजीर की पीठ ने कहा कि इस मामले की सुनवाई अब यह पीठ नहीं करना चाहती। शुक्रवार (13 मई) को नई पीठ सुनवाई करेगी। तब तक के लिए श्रीमती माहेश्वरी को मिली राहत जारी रहेगी। यहां यह तथ्य विशेष रूप से उल्लेखनीय है कि हाईकोर्ट ने रितु माहेश्वरी को शुक्रवार यानि 13 मई को ही पुलिस अभिरक्षा में अदालत में पेश करने का आदेश दे रखा है। आशंका जताई जा रही थी कि 13 मई को अदालत (हाईकोर्ट) श्रीमती माहेश्वरी को जेल भी भेज सकती है। सुप्रीम कोर्टं ने कल एक आदेश में पुलिस अभिरक्षा अथवा गिरफ्तारी वाले आदेश को स्थगित (स्टे) कर दिया था। अब 13 मई को हाईकोर्ट मंे सीईओ की पेशी आराम से हो जाएगी। उसी दिन सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई पर पूरे देश की निगाह रहेगी।