Basant Panchmi 2023: इस दिन भूलकर भी न करें ये गलतियां

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calendar02 Dec 2025 03:02 AM
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Basant Panchmi: यह त्यौहार माघ के महीने के शुक्ल पक्ष पंचमी तिथि को मनाया जाता है , इस बार यह 26 जनवरी को मनाया जाएगा। मान्यता के अनुसार, बसंत पंचमी के दिन माँ सरस्वती का जन्म हुआ था। माँ सरस्वती को विद्या और ज्ञान की देवी माना जाता है। इस दिन कुछ कार्यों को करने की मनाही होती है। आइये जानते हैं उन कार्यों के बारे में - माघ के महीने की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को बसंत पंचमी का त्यौहार मनाया जाता है। इस दिन ज्ञान और विद्या की देवी माँ सरस्वती की पूजा होती है। इस बार बसंत पंचमी 26 जनवरी को मनाई जायेगी। कहा जाता है कि इस दिन से बसंत ऋतु का आगमन हो जाता है। इस दिन संगीत और ज्ञान की देवी की पूजा करनी चाहिए। इस दिन किसी भी मांगलिक कार्य की शुरुवात करना काफी शुभ माना जाता है। इस दिन भूलकर भी पेड़ पौधों को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए। इसके अलावा इस दिन परिवार में किसी के साथ झगड़ा नहीं करना चाहिए और फसल , पेड़ आदि नहीं काटना चाहिए।  
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Basant Panchmi 2023: इस दिन भूलकर भी न करें ये गलतियां

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Basant Panchmi: यह त्यौहार माघ के महीने के शुक्ल पक्ष पंचमी तिथि को मनाया जाता है , इस बार यह 26 जनवरी को मनाया जाएगा। मान्यता के अनुसार, बसंत पंचमी के दिन माँ सरस्वती का जन्म हुआ था। माँ सरस्वती को विद्या और ज्ञान की देवी माना जाता है। इस दिन कुछ कार्यों को करने की मनाही होती है। आइये जानते हैं उन कार्यों के बारे में - माघ के महीने की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को बसंत पंचमी का त्यौहार मनाया जाता है। इस दिन ज्ञान और विद्या की देवी माँ सरस्वती की पूजा होती है। इस बार बसंत पंचमी 26 जनवरी को मनाई जायेगी। कहा जाता है कि इस दिन से बसंत ऋतु का आगमन हो जाता है। इस दिन संगीत और ज्ञान की देवी की पूजा करनी चाहिए। इस दिन किसी भी मांगलिक कार्य की शुरुवात करना काफी शुभ माना जाता है। इस दिन भूलकर भी पेड़ पौधों को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए। इसके अलावा इस दिन परिवार में किसी के साथ झगड़ा नहीं करना चाहिए और फसल , पेड़ आदि नहीं काटना चाहिए।  
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Mauni Amavasya 2023: आर्थिक तंगी से छुटकारा पाने के लिए आज करें ये उपाय

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Mauni Amavasya 2023
locationभारत
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calendar21 Jan 2023 02:56 PM
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Mauni Amavasya 2023: माघ माह की अमावस्या को मौनी अमावस्या के नाम से जाना जाता है। इस साल मौनी अमावस्या आज यानी 21 जनवरी 2023 शनिवार को है। माघी यानी मौनी अमावस्या पर साल 2023 की पहली अमावस्या होगी। मान्यता है कि मौनी अमावस्या पर गंगा स्नान करने से व्यक्ति के पिछले और वर्तमान जन्म के पाप खत्म हो जाते हैं। साल में यही एकमात्र अमावस्या है जिसमें मौन व्रत का विशेष महत्व है। शास्त्रों के अनुसार मौनी अमावस्या पर मौन व्रत रखने से कई तरह के लाभ मिलते हैं। आइए जानते मौनी अमावस्या पर मौन व्रत का महत्व और फायदा।

Mauni Amavasya 2023: मौनी अमावस्या 2023 मुहूर्त

माघ अमावस्या तिथि शुरू- 21 जनवरी 2023, सुबह 06:17 माघ अमावस्या तिथि समाप्त- 22 जनवरी 2023, सुबह 02:22 आज करें ये उपाय- मौन स्नान मौनी अमावस्या के दिन प्रातः काल ब्रम्ह मुहूर्त में उठकर बिना मुंह से कुछ बोले (मौन) नित्य क्रिया क्रम करने के बाद पवित्र नदी में स्नान करें। धार्मिक मान्यता अनुसार इस दिन जो लोग मौन स्नान करते हैं। उनके जीवन के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। दान मौनी अमावस्या के दिन पवित्र नदी में स्नान करने के बाद दान का विशेष महत्व है। इस दिन आप जरुरतमंदों को भोजन कराएं और काले तिल, काले वस्त्र का दान करें। ऐसा करने से हमारे घर से दरिद्रता दूर होती है। आर्थिक तंगी से छुटकारा पाने के उपाय यदि आप आर्थिक तंगी से परेशान हैं तो मौनी अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं। ऐसा करने से शनि देव की कृपा प्राप्त होती है और आर्थिक तंगी से छुटकारा मिलता है। मनोकामना पूर्ति के लिए मौनी अमावस्या की रात में चंद्रमा के दर्शन और विधि-विधान से पूजा करें। ऐसा करने से आपके च्रदं देव की कृपा से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। मां लक्ष्मी के प्रसन्न करने के लिए यदि आप चाहते हैं कि मां लक्ष्मी की कृपा आप पर बनी रहे और आपको कभी किसी चीज की कमी नहीं हो तो माघ मौनी अमावस्या के दिन मां लक्ष्मी के मंत्र- माँ लक्ष्मी मंत्र- ऊँ महालक्ष्मै नमः। का जाप करें। ऐसा करने से मां लक्ष्मी की कृपा आप पर बनी रहेगी। देश-दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें। News uploaded from Noida