Sabarimala Temple : बीसीएएस ने सबरीमला के तीर्थयात्रियों को नारियल ले जाने की अनुमति दी

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Sabrimala Temple
locationभारत
userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 08:21 AM
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Sabarimala Temple : नयी दिल्ली, केरल में सबरीमला मंदिर जा रहे श्रद्धालु विमान के केबिन में रखने वाले सामान में नारियल ले जा सकते हैं। नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो (बीसीएएस) ने इस संबंध में सीमित अवधि के लिए नियमों में छूट दी है। बीसीएएस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सबरीमला की वार्षिक तीर्थयात्रा के लिए यह अनुमति दी गयी है जो जनवरी के अंत में खत्म होगी। हर साल लाखों श्रद्धालु पर्वतीय तीर्थस्थल जाते हैं और उनमें से ज्यादातर भगवान को अर्पित करने के लिए घी से भरा नारियल समेत पूजा-पाठ की सामग्री वाला पवित्र बैग ‘इरुमुडी केट्टू’ लेकर जाते हैं।

Sabarimala Temple :

अधिकारी ने  कि सबरीमला तीर्थयात्रा के तौर पर पूजा के लिए नारियल को सीमित अवधि के लिए केबिन में रखने वाले सामान में ले जाने की अनुमति दी गयी है। उन्होंने यह भी कहा कि इस संबंध में अतिरिक्त सुरक्षा कदम उठाए गए हैं। मौजूदा नियमों के तहत नारियल को इस आधार पर केबिन में ले जाने की अनुमति नहीं है कि वे ज्वलनशील होते हैं। सबरीमला में भगवान अयप्पा का मंदिर दो महीने चलने वाली तीर्थयात्रा के लिए 16 नवंबर को खुल गया। वार्षिक मंडलम-मकारविलाक्कू तीर्थयात्रा 17 नवंबर को शुरू हुई तथा 20 जनवरी तक चलेगी।
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Bangalore News : 'सीमा विवाद को लेकर शीर्ष अदालत में महाराष्ट्र से कानूनी लड़ाई के लिए कर्नाटक तैयार'

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Supreme Court
locationभारत
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calendar01 Dec 2025 09:59 AM
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Bangalore News :  बेंगलुरु,  कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा है कि उनकी सरकार ने महाराष्ट्र के साथ सीमा विवाद को लेकर उच्चतम न्यायालय में कानूनी लड़ाई के लिए सभी तैयारी कर ली है। महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की सरकार ने अदालती मामले को लेकर कानूनी टीम से समन्वय करने के लिए मंत्री चंद्रकांत पाटिल और शंभूराज देसाई को नियुक्त किया है। बोम्मई ने सोमवार को पत्रकारों से कहा कि सीमा विवाद को लेकर मामले को शीर्ष अदालत में लड़ने के लिए वरिष्ठ अधिवक्ताओं की एक टीम बनाई है।

Bangalore News :

  बोम्मई के अनुसार, टीम में पूर्व अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी, श्याम दीवान, कर्नाटक के पूर्व महाधिवक्ता उदय होला और मारुति जिराले हैं। कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने कहा, “ (उच्चतम न्यायालय में) मामला कैसे लड़ा जाए, इस पर टीम ने पूरी तैयारी कर ली है। कल मैं इन वकीलों के साथ वीडियो कांफ्रेंस के जरिए बातचीत करूंगा।” बोम्मई ने दावा किया कि मामला सुनवाई योग्य है या नहीं, इस पर अबतक फैसला नहीं हुआ है, मुख्य याचिका की तो बात ही छोड़िए। उन्होंने कहा कि संविधान के अनुच्छेद तीन के तहत राज्य पुनर्गठन अधिनियम पारित किया गया था। उन्होंने कहा कि राज्यों के पुनर्गठन के बाद, देश में किसी भी पुनर्विचार याचिका पर गौर करने का कोई उदाहरण नहीं है।बोम्मई ने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र की राजनीति केवल सीमा विवाद पर निर्भर है।वर्ष 1960 में अपने गठन के बाद से ही महाराष्ट्र का बेलगाम (या बेलगावी) जिले और 80 फीसदी मराठी भाषी गांवों को लेकर कर्नाटक से विवाद है। ये इलाके कर्नाटक के नियंत्रण में आते हैं।
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Tripura News : पूर्वोत्तर राज्यों के लिए मादक पदार्थ तस्करी बड़ी चिंता की बात: त्रिपुरा के मुख्यमंत्री साहा

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Tripura CM Saha
locationभारत
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calendar01 Dec 2025 12:26 AM
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Tripura News : अगरतला, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री मानिक साहा ने मंगलवार को कहा कि सीमापार से मादक पदार्थों की तस्करी पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए बड़ी चिंता की बात है। पूर्वोत्तर क्षेत्र के राज्यों के पुलिस महानिदेशकों (डीजीपी) और केंद्रीय पुलिस संगठनों (सीपीओ) के प्रमुखों की दो दिवसीय बैठक का उद्घाटन करते हुए साहा ने कहा कि राज्य पुलिस समेत प्रवर्तन एजेंसियां आने वाले दिनों में समस्या के समाधान के लिए मिलकर काम करेंगी। उन्होंने यहां प्रज्ञा भवन में सम्मेलन का उद्घाटन करने के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘‘मिजोरम और असम सीमा के रास्ते म्यांमा से मादक पदार्थों की आपूर्ति शृंखला पूर्वोत्तर राज्यों के लिए बड़ी समस्या बनकर उभरी है। पूर्वोत्तर क्षेत्र के राज्यों के डीजीपी और सीपीओ प्रमुखों की दो दिवसीय बैठक में इस समस्या पर इससे प्रभावी तरीके से निपटने के रास्तों पर बात होगी।’’ साहा ने कहा कि त्रिपुरा का इस्तेमाल म्यांमा से मिजोरम और असम के रास्ते बांग्लादेश तक मादक पदार्थों की तस्करी के लिए गलियारे के रूप में किया जा रहा है।