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Shahrukh Khan Lata Funeral: शाहरुख ने लता मंगेशकर के लिए पढ़ी दुआ और फूंका, क्या है इसके पीछे का पूरा माजरा?

92 वर्षीय लता मंगेशकर(Lata Mangeshkar) के निधन से देशभर में शोक पसरा हुआ है। रव‍िवार शाम श‍िवाजी पार्क में लता जी को पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंत‍िम विदाई दी गई। उन्हें अपना अंत‍िम प्रणाम कहने शाहरुख खान, रणबीर कपूर, जावेद अख्तर, अनुराधा पौडवाल समेत बॉलीवुड के कई मशहूर हस्त‍ियां पहुंचे। शाहरुख खान ने अपनी मैनेजर पूजा ददलानी के साथ लता मंगेशकर को श्रद्धांजल‍ि दी। एक्टर ने दोनों हाथ फैलाए लता दीदी के लिए दुआ पढ़ी और इस्लाम‍िक रीत‍ि-रिवाज के मुताब‍िक उनके पार्थ‍िव शरीर पर फूंका।

शाहरुख ने दुआ मांगने के बाद लता मंगेशकर(Lata Mangeshkar) के पैर छूकर आशीर्वाद भी लिए। लेक‍िन कुछ सोशल मीड‍िया यूजर्स को शाहरुख का दुआ पढ़ना और पैर छूना नजर ही नहीं आया, दिखा तो बस फूंक मारना। इसी बात का बखेड़ा खड़ा करते हुए लोगों ने शाहरुख को ट्रोल कर दिया है कि उन्होंने लता मंगेशकर के पार्थ‍िव शरीर पर थूका, दूसरी तरफ कई यूजर्स ने उनकी प्रसंशा की। चलिए आपको बताते हैं कि इस्लामिक धर्म में क्यों फूंका जाता है? और क्या इसका कारण है?

हाथ जोड़कर की पार्थिव शरीर की परिक्रिमा
दरअसल, शाहरुख खान और उनकी मैनेजेर पूजा ददलानी दोनों एक साथ लता मंगेशकर(Lata Mangeshkar) के पार्थिक शरीर को श्रद्धांजलि देने मंच में चढ़े थे। मैनेजेर पूजा ददलानी वहां हाथ जोड़ कर खड़ी हो गईं जबकि शाहरुख खान ने पहले वहां खड़े होकर दुआ पढ़ी फिर इसके बाद उन्होंने अपना मास्क नीचे खिसका कर झुककर पार्थिक शरीर पर फूंक मारी। इसके बाद शाहरुख खान हाथ जोड़कर पार्थिव शरीर की परिक्रिमा कर मैनेजेर पूजा ददलानी के साथ मंच से नीचे उतर गए।

इस्लाम में फूंकने का क्या है मतलब?
लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar)के पार्थिव शरीर को शाहरुख खान इस्लामिक तरीके से दिवंगत को आखिरी विदाई देते हुए नजर आए थे। काजी के मुताबिक, “कुरान की आयतें और उनके शब्द मुक्कदस (पवित्र) होते हैं। कुरान की आयतों को पढ़ कर इंसान अपनी दुआओं को फूंकने के जरिए सामने वाले को सुपुर्द (पहुंचाता) करता है।”

दम करने का भी है रिवाज
हालांकि, इस्लाम के जानकार बताते हैं, फूंकने का रिवाज दम करने से भी है। गंगा-जमुनी तहजीब वाले इलाकों में ऐसा देखने को मिलता है कि जब असर की (सुबह की) नमाज के बाद हिंदु-मुस्लिम धर्मों के लोग अपने अस्वस्थ परिजनों को मस्जिद के बाहर लेकर आते हैं, और नामदी उन अस्वस्थ लोगों के ऊपर फूंकते हैं। इस रिवाज को दम करना कहा जाता है हैं। यानी नमाजी पवित्र कुरान के शब्दों को पढ़ कर अपनी दुआएं उन तक सुपुर्द करते हैं, ताकि उन पर ऊपर वाले की रहमत हो।”

शाहरुख एक रिएलिटी शो में बोल चुके हैं मैं और मेरा परिवार हिंदुस्तान है
शाहरुख़ हाल ही में 71th रिपब्लिक डे सेलिब्रेट करने ‘डांस प्लस 5’ शो में दिखाई दिए, जहां उन्होंने धर्म के बारे में बात की। उन्होंने बताया कि उनका परिवार घर पर धर्म की चर्चा नहीं करता है। इसे जोड़ते हुए, उन्होंने बताया कि वे रिलिजियस कॉलम में अपने बच्चे को ‘इंडियन’ लिखते थे। शाहरुख़ ने कहा, ”हमने कोई हिन्दू-मुस्लिम की बात ही नहीं की। मेरी वाइफ हिंदू है, मैं मुसलमान हूं। और मेरे जो बच्चे हैं, वो हिंदुस्तान हैं।” उन्होंने आगे कहा, “जब वो स्कूल गए तो स्कूल में वो भरना पड़ता है कि रिलिजन क्या है। तो जब मेरी बेटी छोटी थी, उसने पूछा भी मुझसे एक बार कि पापा हम किस धर्म से हैं? मैंने उसमें ये लिखा कि हम इंडियन ही हैं यार, कोई रिलिजन नहीं हैं और होना भी नहीं चाहिए।

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