नई दिल्ली: ओलिंपिक चैंपियन जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) ने लुसाने डायमंड लीग में मैच जीतने के बाद इतिहास बनाने में कामयाबी हासिल की है। चोपड़ा ने देखा जाए तो थ्रो में 89.08 मीटर दूर जैवलिन फेंककर जीत लिया है। इसके अलावा डायमंड लीग खिताब हासिल करने वाले पहले भारतीय हो चुके हैं। उन्होंने डायमंड लीग फाइनल में भी क्वालिफाई करने में कामयाबी हासिल की है। यह 7 और 8 सितंबर को स्विट्जरलैंड के ज्यूरिख में होने जा रहा है।
टोक्यो ओलंपिक वाले रजत पदक विजेता (Neeraj Chopra) जैकब वाडलेज्च 85.88 मीटर के बेस्ट थ्रो के साथ दूसरे नंबर पर पहुंच चुके हैं, जबकि यूएसए के कर्टिस थॉम्पसन 83.72 मीटर वाले सर्वश्रेष्ठ प्रयास के साथ तीसरे स्थान पर बने हुए हैं।
नीरज चोपड़ा ने वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में जेवलिन फाइनल खेलते समय चोट लग गई थी। वे अपनी जांघ पर पट्टी लपेटते भी नजर आना शुरु हो गए थे। इस वक्त भी उन्होंने 88.13 मीटर दूर जेवलिन फेंककर सिल्वर मेडल हासिल किया था।
वर्ल्ड एथलेटिक्स इवेंट होने के बाद से ही नीरज चोपड़ा का MRI स्कैन करवाया गया था, जिसमें ग्रोइन एंजरी की वजह से वे परेशान हो गए थे। इसकी वजह से कॉमनवेल्थ गेम्स में शामिल नहीं हुए थे।
यह नीरज का इस साल में तीसरी सबसे बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। इससे पहले देखा जाए तो उन्होंने जुलाई महीने में स्टॉकहोम में डायमंड लीग का सिल्वर जीता है। उसके बाद देखा जाए तो यूजीन में देश को वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में ऐतिहासिक सिल्वर दिलाया है। 19 साल बाद किसी भारतीय ने वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में मेडल जीत लिया था।