Sleep Tourism:बबीता आर्या/ आज कल की भागदौड़ भरी लाईफ मे काम की व्यस्तता की वजह से लोगो के पास ना खाने का समय होता है और ना ही सोने का। अपर्याप्त नींद की वजह से स्वास्थ्य संबंधी कईं समस्याएं खड़ी हो जाती है । अमेरिका(USA) मे अपर्याप्त नींद को ‘सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या’ घोषित किया है। नींद ना आने की समस्या यूरोप के बड़े देशो के साथ जापान और कनाडा जैसे कई देशो मे परेशानी का सबब बन रही है। नींद की इस समस्या से निपटने के लिये लोगो ने स्लीप टूरिज्म का सहारा लिया है । जिसके चलते स्लीप टूरिज्म इंडस्ट्री जमकर फलफूल रही है।
अक्सर लोग जब वेकेशन पर जाते हैं तो घूमने के लिए कई जगहें पहले ही शॉर्टलिस्ट कर लेते हैं लेकिन आज कल लोग वेकेशन पर जाकर घूमने के बजाय सो रहे हैं। ऐसे वेकेशन को स्लीप टूरिज़्म का नाम दिया गया है ,जो कोरोना महामारी के बाद से काफी पॉप्यूलर हो रहा है। स्लीप टूरिज्म इस प्रकार का टूरिज्म जिसमे खाने पीने,घूमने फिरने के आलावा एक गहरी नींद पर फोकस करना ।
Sleep Tourism: लंदन के कुछ स्लीप-सेंट्रिक होटल भी आपको बेहतरीन नींद का अनुभव देने का दावा करते हैं। ये होटल आपको बाहर के शोर शराबे से दूर रखते है ।यहा होने वाला एहसास किसी नेचुरोपैथी सेंटर्स से कम नही होता हैं। यहां साउंडप्रूफिंग से सुसज्जित कमरे हैं जहां मिलने वाली तकिया और कंबल भी बेहतरीन एहसास देते हैं।
नींद की कमी से परेशान युवाओं मेँ बन रहा ट्रेंड
आजकल भारत में भी इसको लेकर जागरूकता बढ़ रही है।अगर आपको इसका आनंद लेना है तो आपको किसी ऐतिहासिक जगह पर किसी ऐसे होटल मे जाना पड़ेगा जहा नींद यानी सोने का असाधारण अनुभव कराया जाता है ।विशेषज्ञों के मुताबिक ये वेलनेस टूरिज्म की एक शाखा है । इसमे व्यक्ति रोज की आपाधापी से मुक्त हो कर एक अच्छी नींद और आराम पर फोकस करता है ।
स्लीप टूरिज्म में बढ़ती दिलचस्पी:
स्लीप टूरिज़्म उन लोगों में भी ज़्यादा पॉप्यूलर हो रहा है जो अपने काम और दिन भर की भागदौड़ की वजह से ठीक से सो नहीं पाते. वो लोग थोड़ा समय अपने लिए निकालकर होटल और रिजॉर्ट जाते हैंं और वहां जाकर आराम से सो जाते हैं। हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि व्यक्ति के लिये रोजाना 7 से 8 घंटे की अच्छी नींद जरुरी है । लोग देर रात लैपटॉप पर काम करते है और टीवी देखते है,जिसकी वजह से उन्हें निगेटिव ख्याल आते रहते है और नौकरी खोने का डर सताता रहता है।इस सब का असर प्रोडक्टविटी पर पड़ता है । ऐसे में आज कई कंपनियां अपने कर्मचारियों को प्रॉपर नींद लेने के लिए प्रेरित कर रही हैं । ऐसी प्रॉब्लम को दूर करने मे स्लीप टूरिज्म मददगार सबित हो रहा है ।
भारत मे कुछ ऐसी जगह भी हैं जहा आप घूमने के साथ-साथ बेहतर नींद पाने के लिये भी बेस्ट है। आज हम आपको कुछ ऐसी ही जगह के बारें मे बताने जा रहे है जो आपको एक सुकून की नींद भी देगी।
लेह:Leh
लेह भरत के ठंडे क्षेत्रों की खूबसूरत जगह मे से एक है । यहा पर कई ब्यूटी स्पॉट के साथ शांत माहौल वाली जगह भी है । लेह का हवा और पानी दूसरी जगहों के मुकाबले साफ है और ऐसे में यहां किसी अच्छी जगह रुककर बेहतर नींद लें और कई दिनों की थकान को दूर करें। ये जगह भी स्लीप टूरिज्म को बढ़ावा देती है ।
पैंगोगत्सो, लद्दाख:Pangong Tso
लद्दाख भी भारत का एक ऐसा हिस्सा है, जिसकी प्राकृतिक सुंदरता का दीदार करने देश ही नहीं विदेश से भी यात्री आते हैं। यहा पर आप कई खूबसूरत नज़ारो के साथ शांति का भी अनुभव कर सकते है । वैसे झील के किनारे बसी इस जगह पर भी नींद पूरी करने का अलग ही मजा है। ये जगह आपकी शारिरिक थकान के साथ मानसिक थकान भी दूर करती है ।
एलेप्पे, केरल:Alleppey
खूसबूरत प्राकृतिक सुंदरता वाले केरल में घूमना किसी सपने को पूरा करने जैसा है। ये राज्य अपने अंदर एक अनूठी दुनिया बसाए हुए है। यहाँ की हरियाली और सुंदरता आपके मन के साथ अपके दिमाग को भी सूकून देगी। आप यहां जाकर बैकवाटर्स में शांत माहौल के बीच अच्छी नींद ले सकते हैं। वैसे हाउसबोट्स या बैकवाटर्स की सुविधा राज्य में कई जगह मिल जाएगी, लेकिन एलेप्पे एक बेस्ट ऑप्शन है।
धर्मशाला:Dharamshala
धर्मशाला हिमाचल प्रदेश का एक हिल स्टेशन है जो दलाई लामा और कई तिब्बती शरणार्थियों का घर है। यह पूरे साल आकर्षण का केंद्र रहता है । यहा पर्यटक ध्यान और योग कक्षाओं का आनंद ले सकते हैं, साथ ही क्षेत्र की प्राकृतिक सुंदरता का भी आनंद ले सकते हैं।
गोवा:GOA
गोवा पर्यटकों के लिए एक लोकप्रिय गंतव्य है, लेकिन स्लीप टूरिज्म के कई विकल्प उपलब्ध कराता है। गोआ अपने जीवंत नाइटलाइफ़ और आरामदायक माहौल के लिए जाना जाता है, भारत में एक आकर्षक नींद पर्यटन अनुभव भी प्रदान करता है। गोवा में कई रिसॉर्ट्स और होटल ऐसे पैकेज पेश करते हैं जो विश्राम और कायाकल्प पर ध्यान केंद्रित करते हैं, जैसे स्पा उपचार, योग कक्षाएं और स्वस्थ भोजन विकल्प।