Yog: योग करके आप अपने इमोशन को करें कंट्रोल
आज हर कोई अपनी लाइफ में इतना बिजी हो गया है कि किसी को खुद के लिए बिल्कुल फुर्सत ही…
Sonia Khanna | November 15, 2021 11:38 PM
आज हर कोई अपनी लाइफ में इतना बिजी हो गया है कि किसी को खुद के लिए बिल्कुल फुर्सत ही नही है । लाइफ में ‘स्ट्रेस बहुत हो गय़ा है’, कितना सुना-सुना है ना यह सेंटेस? दौड़ भाग वाली वाली बिज़ी लाइफ में या तो काम का बहुत टेंशन है या फिर रिश्तों को लेकर हर कोई बड़ा उलझा हुआ है। कभी ऑफिस के हेक्टिक काम पर गुस्सा आना या फिर पैरेंटस या पार्टनर के साथ कहासुनी होने पर आंसुओं का छलक जाना तो जैसे स्ट्रेसफुल लाइफ का हिस्सा सा हो गया है। अगर आप भी अपने इमोशन पर कंट्रोल नहीं कर पाते हैं तो योग करके आप अपने इमोशन कंट्रोल कर सकती हैं ।
इमोशंस पर नियंत्रण है ज़रूरी
ऐसा माना जाता है कि इमोशनल रिलीज़ ज़रूरी है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आप रोते रहना या फिर नाराज रहना चाहते हों। एक वक्त ऐसा आता है जब आपको अपने स्वास्थ्य के लिए रुकने की आवश्यकता है। गुस्सा और आंसू दो बहुत बड़े कारण हैं जिनकी वजह से आपके शरीर में स्ट्रेस हार्मोन बढ़ जाते हैं।’
क्या है उपाय
तो ऐसी स्थिति में क्या करना है इसके लिए जूही ने आगे तीन आसन बताएं हैं। वह आगे लिखती हैं, ‘3 योग तकनीक तुरंत आपके दिमाग को आपके इमोशंस से हटा देंगी, आपको शांत करने में मदद करेंगी और फिर स्थिति पर आप रिएक्ट ना करें इसमें आपकी मदद करेंगी।
ॐ के उच्चारण का मानसिक जाप
ॐ का मानसिक जाप आपके चारों पाजिटिविटी का निर्माण करता है। मानसिक इसलिए क्योंकि जब आप भावनाओं से अभिभूत होते हैं तो कभी-कभी ध्वनि का उच्चारण करना भी संभव नहीं होता है।
बटरफ्लाई पोज़
हिप-ओपनर्स इमोशनल रिलीज़ के लिए बेहतरीन हैं। हम अपने मूल चक्र के आसपास बहुत सारी भावनाओं को जमा करते हैं। बटरफ्लाई पोज़ इन भावनाओं को मुक्त करने में मदद कर सकती है।
फायदे और भी हैं-
हर बार की तरह आपको यहां इन योग पोज़ के और फायदे बताना भी ज़रूरी है। तो आइये शुरुआत करते हैं बटरफ्लाई पोज़ से । यह आसन खासतौर से महिलाएं के लिए बहुत लाभकारी है। डिलीवरी का दर्द कम करने से लेकर मासिक धर्म की पीड़ा में भी इससे राहत मिलती है। प्रेग्नेंसी में होने वाले तनाव को करता है और मेनोपॉज के लिए भी तितली आसन बहुत लाभकारी है। जो महिलाएं देर तक खड़ी रहती है उनके लिए भी यह आसन अच्छा है। मूड स्विंग्स की परेशानी रहती है तो इसको नियमित रूप से करने से आप फर्क महसूस करेंगी। भ्रामरी प्राणायाम को हमिंग बी ब्रीदिंग तकनीक भी कहा जाता है। तनाव, गुस्से में रहने वाले लोगों के लिए तो इसके बहुत फायदे हैं। डिप्रेशन के पेशेंट को भी इससे फायदा मिलता है। स्टूडेंट्स को इसे नियमित रूप से करने से कंसनट्रेशन में मदद मिलती है ।
योग एक्सपर्ट राहुल चौधरी से बातचीत पर आधारित