भारत दौरे पर आएंगे ब्रिटिश PM, भारत-यूके के रिश्तों का शुरू होगा नया अध्याय

प्रधानमंत्री ने दुबई में हो रहे जलवायु पर्यावरण शिखर सम्मेलन कॉप 28 में कार्बन उत्सर्जन में 45 फ़ीसदी कमी करने की आवश्यकता पर बल दिया



आज का युग सूचना का युग है, जहां हर पल दुनिया में नई घटनाएँ घटती हैं। अब महंगे अखबारों या देर से आने वाले समाचार चैनलों पर निर्भर रहने की जरूरत नहीं। चेतना मंच आपके लिए लाता है पूरी दुनिया की खबरें सीधे आपके स्क्रीन पर, शुद्ध हिंदी और वास्तविक समय में। राजनीतिक हलचल हो, आर्थिक बदलाव, सामाजिक मुद्दे या अंतरराष्ट्रीय घटनाएँ—हर अपडेट आपको तुरंत मिलेगा। चेतना मंच के साथ आप हमेशा दुनिया के हर बड़े घटनाक्रम में एक कदम आगे रहेंगे। International News
ट्रंप प्रशासन ने ओरेगन के पोर्टलैंड में संघीय न्यायाधीश के आदेश को नजरअंदाज कर दिया और कैलिफोर्निया से नेशनल गार्ड के 200 सैनिक तैनात किए। गवर्नर टीना कोटेक ने रविवार को कहा कि उन्हें अचानक रातों-रात विमान से सैनिक भेजे जाने की जानकारी मिली। इसके अलावा और भी सैनिक आने की संभावना है। कैलिफोर्निया के गवर्नर गेविन न्यूसम ने प्रशासन के इस कदम के खिलाफ मुकदमा दायर करने की घोषणा की। International News
कोटेक ने ओरेगन कैपिटल क्रॉनिकल को बताया, "यह कदम संघीय न्यायाधीश के फैसले को दरकिनार करने के इरादे से लिया गया प्रतीत होता है। स्थिति जैसी की तैसी है – पोर्टलैंड में कोई विद्रोह नहीं है और राष्ट्रीय सुरक्षा को कोई खतरा नहीं है। ओरेगन हमारा घर है, और यहाँ सैन्य हस्तक्षेप की आवश्यकता नहीं है। International News
व्हाइट हाउस की प्रवक्ता एबिगेल जैक्सन ने कहा कि ट्रंप ने पोर्टलैंड में संघीय संपत्ति की सुरक्षा के लिए संवैधानिक अधिकार का इस्तेमाल किया। उन्होंने आरोप लगाया कि गवर्नर न्यूसम को ऐसे अपराधियों के खिलाफ खड़ा होना चाहिए जो शहरों को नुकसान पहुँचा रहे हैं।
संघीय न्यायाधीश कैरिन इमरगुट ने शनिवार को 18 अक्टूबर तक सैनिकों की तैनाती पर अस्थायी रोक लगा दी थी। इमरगुट ने अपने आदेश में लिखा था, "यह संवैधानिक देश है, मार्शल लॉ वाला नहीं। अगर प्रतिवादियों की दलीलें स्वीकार की जाती हैं, तो नागरिक और सैन्य शक्ति की सीमाएं धुंधली हो सकती हैं।
ओरेगन के अटॉर्नी जनरल डैन रेफील्ड ने कहा कि राज्य कैलिफोर्निया या अन्य स्थानों से सैनिकों की तैनाती रोकने के लिए फिर से मुकदमा करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा, "राष्ट्रपति अमेरिकी शहरों में सेना तैनात करने पर अड़े हुए हैं, जबकि उनके पास ऐसा करने का कोई अधिकार नहीं है। हम उन्हें जवाबदेह ठहराने के लिए अदालतों का सहारा लेंगे। International News
पेंटागन के प्रवक्ता सीन पार्नेल ने कहा कि कैलिफोर्निया नेशनल गार्ड के लगभग 200 सैनिक पोर्टलैंड में तैनात किए गए हैं। राष्ट्रपति के निर्देश पर यह कदम उठाया गया। न्यूसम ने इसे "कानून और सत्ता का दुरुपयोग" करार दिया और कहा कि राष्ट्रपति अमेरिकी सेना को नागरिकों के खिलाफ राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं। International News
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के गाजा युद्धविराम प्रस्ताव के पहले चरण पर आज (06 अक्टूबर) अहम बातचीत होने जा रही है। फिलिस्तीनी इस्लामिक प्रतिरोध आंदोलन (हमास) का प्रतिनिधिमंडल रविवार को मिस्र के शर्म अल शेख पहुँच चुका है। दोनों पक्ष अमेरिकी योजना के क्रियान्वयन और गाजा में शांति स्थापित करने के तरीकों पर चर्चा करेंगे।
शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, वार्ता के मुख्य मुद्दों में हमास और इजराइल के बीच कैदियों की अदला-बदली और हमास के हथियार सौंपने की व्यवस्था शामिल होगी। हमास के साथ बैठक के बाद मिस्र इजराइली प्रतिनिधिमंडल के साथ अलग बैठक करेगा। वार्ता के नतीजे अमेरिकी विशेष दूत स्टीव विटकॉफ और ट्रंप के दामाद जेरेड कुशनर को मिस्र पहुंचने पर रिपोर्ट किए जाएंगे। International News
इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मिस्र में वार्ता के लिए उच्च-स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भेजा है। रॉन डर्मर के नेतृत्व में यह टीम 24 महीने से चले आ रहे युद्ध को समाप्त करने और गाजा में बंद 48 बंधकों की रिहाई पर चर्चा करेगी। गाजा में इस युद्ध में अब तक 67,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं और क्षेत्र गंभीर रूप से तबाह हो चुका है।
इजराइल ने शनिवार को गाजा शहर पर सभी आक्रामक अभियानों को रोककर सेना को रक्षात्मक मोड में रखा। हालांकि, सैन्य प्रमुख इयाल जमीर ने उत्तरी गाजा का दौरा करते हुए चेतावनी दी कि यदि आगामी अप्रत्यक्ष युद्धविराम वार्ता असफल रही, तो सैन्य अभियान पुनः शुरू हो सकते हैं। रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज़ ने भी कहा कि अगर हमास बंधकों को रिहा करने से इनकार करता है, तो गाजा पर हमला तेज कर दिया जाएगा।
मिस्र, जॉर्डन, संयुक्त अरब अमीरात, इंडोनेशिया, पाकिस्तान, तुर्की, सऊदी अरब और कतर ने रविवार को एक संयुक्त बयान जारी किया। बयान में ट्रंप के युद्धविराम प्रस्ताव और हमास द्वारा उठाए गए कदमों का स्वागत किया गया। इन देशों ने गाजा में युद्ध समाप्त करने, सभी बंधकों की रिहाई और प्रस्तावित कार्यान्वयन तंत्र पर तत्काल वार्ता शुरू करने की आवश्यकता पर जोर दिया। International News
पिछले 24 घंटों में इजराइली सशस्त्र बलों के हमलों में कम से कम 65 फिलिस्तीनी शहीद हो गए और 153 अन्य घायल हुए। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने टेलीग्राम चैनल पर यह जानकारी साझा की। संघर्ष शुरू होने के बाद से मारे गए फिलिस्तीनियों की कुल संख्या 67,139 तक पहुँच चुकी है, जबकि लगभग 1,70,000 लोग घायल हुए हैं।
रूस की समाचार एजेंसी तास की रिपोर्ट के अनुसार, गाजा में भूख और कुपोषण से एक और मौत दर्ज की गई। इस तरह भूख और संबंधित जटिलताओं से मरने वालों की संख्या अब 460 हो गई है। अल जज़ीरा की रिपोर्ट के अनुसार, इजराइली रक्षा बल युद्धविराम वार्ता के दौरान भी फिलिस्तीनी क्षेत्रों पर गोलाबारी कर रहे हैं। पिछले 48 घंटों में इजराइली वायु सेना ने गाजा पट्टी पर 130 से अधिक हवाई हमले किए। इन हमलों में गाजा शहर और शरणार्थी शिविर भी निशाना बने। International News
इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के युद्धविराम प्रस्ताव पर आज हमास और इजराइल के बीच मिस्र की मध्यस्थता में वार्ता शुरू होने वाली है। हमास का प्रतिनिधिमंडल पहले ही मिस्र पहुंच चुका है। इस वार्ता पर पूरी दुनिया की निगाहें टिकी हुई हैं। International News
बलोचिस्तान लिबरेशन फ्रंट (बीएलएफ) ने वाशक के पटक इलाके में चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (CPEC) सड़क पर कब्जा कर लिया है। बीएलएफ के हमलों के दौरान पाकिस्तान सेना के चार जवान मारे गए और एक अधिकारी समेत दो जवान घायल हुए।
वाशक जिले के बिस्माह इलाके में हथियारबंद आतंकवादियों ने पाक सेना के काफिले को निशाना बनाया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हमलावरों ने स्वचालित हथियारों और विस्फोटकों का इस्तेमाल किया। गोलीबारी और विस्फोटों की आवाजें काफी देर तक सुनाई दीं। अधिकारियों ने हमले में एक अधिकारी की मौत और एक वरिष्ठ अधिकारी के घायल होने की पुष्टि की है।
बीएलएफ के प्रवक्ता मेजर घोरम बलोच ने बताया कि 5 अक्टूबर को सुबह 9:00 बजे उनकी गुप्तचर शाखा ने पटक इलाके में सड़क पर कब्जा किया। उन्होंने कहा कि चार पाकिस्तानी सैनिक मारे गए और दो अधिकारी घायल हुए, जबकि लड़ाके सुरक्षित स्थान पर चले गए। प्रवक्ता ने हमले की जिम्मेदारी स्पष्ट रूप से स्वीकार की है। International News
हाल के महीनों में बलोचिस्तान में पाकिस्तानी सेना पर हमलों की संख्या लगातार बढ़ रही है। स्थानीय रिपोर्टों के अनुसार, कई मामलों में मृतकों की संख्या सरकारी आंकड़ों से अधिक हो सकती है। सुरक्षा एजेंसियों ने इलाके में चौकसी बढ़ा दी है और आतंकवादियों की तलाश जारी है। International News
आज का युग सूचना का युग है, जहां हर पल दुनिया में नई घटनाएँ घटती हैं। अब महंगे अखबारों या देर से आने वाले समाचार चैनलों पर निर्भर रहने की जरूरत नहीं। चेतना मंच आपके लिए लाता है पूरी दुनिया की खबरें सीधे आपके स्क्रीन पर, शुद्ध हिंदी और वास्तविक समय में। राजनीतिक हलचल हो, आर्थिक बदलाव, सामाजिक मुद्दे या अंतरराष्ट्रीय घटनाएँ—हर अपडेट आपको तुरंत मिलेगा। चेतना मंच के साथ आप हमेशा दुनिया के हर बड़े घटनाक्रम में एक कदम आगे रहेंगे। International News
ट्रंप प्रशासन ने ओरेगन के पोर्टलैंड में संघीय न्यायाधीश के आदेश को नजरअंदाज कर दिया और कैलिफोर्निया से नेशनल गार्ड के 200 सैनिक तैनात किए। गवर्नर टीना कोटेक ने रविवार को कहा कि उन्हें अचानक रातों-रात विमान से सैनिक भेजे जाने की जानकारी मिली। इसके अलावा और भी सैनिक आने की संभावना है। कैलिफोर्निया के गवर्नर गेविन न्यूसम ने प्रशासन के इस कदम के खिलाफ मुकदमा दायर करने की घोषणा की। International News
कोटेक ने ओरेगन कैपिटल क्रॉनिकल को बताया, "यह कदम संघीय न्यायाधीश के फैसले को दरकिनार करने के इरादे से लिया गया प्रतीत होता है। स्थिति जैसी की तैसी है – पोर्टलैंड में कोई विद्रोह नहीं है और राष्ट्रीय सुरक्षा को कोई खतरा नहीं है। ओरेगन हमारा घर है, और यहाँ सैन्य हस्तक्षेप की आवश्यकता नहीं है। International News
व्हाइट हाउस की प्रवक्ता एबिगेल जैक्सन ने कहा कि ट्रंप ने पोर्टलैंड में संघीय संपत्ति की सुरक्षा के लिए संवैधानिक अधिकार का इस्तेमाल किया। उन्होंने आरोप लगाया कि गवर्नर न्यूसम को ऐसे अपराधियों के खिलाफ खड़ा होना चाहिए जो शहरों को नुकसान पहुँचा रहे हैं।
संघीय न्यायाधीश कैरिन इमरगुट ने शनिवार को 18 अक्टूबर तक सैनिकों की तैनाती पर अस्थायी रोक लगा दी थी। इमरगुट ने अपने आदेश में लिखा था, "यह संवैधानिक देश है, मार्शल लॉ वाला नहीं। अगर प्रतिवादियों की दलीलें स्वीकार की जाती हैं, तो नागरिक और सैन्य शक्ति की सीमाएं धुंधली हो सकती हैं।
ओरेगन के अटॉर्नी जनरल डैन रेफील्ड ने कहा कि राज्य कैलिफोर्निया या अन्य स्थानों से सैनिकों की तैनाती रोकने के लिए फिर से मुकदमा करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा, "राष्ट्रपति अमेरिकी शहरों में सेना तैनात करने पर अड़े हुए हैं, जबकि उनके पास ऐसा करने का कोई अधिकार नहीं है। हम उन्हें जवाबदेह ठहराने के लिए अदालतों का सहारा लेंगे। International News
पेंटागन के प्रवक्ता सीन पार्नेल ने कहा कि कैलिफोर्निया नेशनल गार्ड के लगभग 200 सैनिक पोर्टलैंड में तैनात किए गए हैं। राष्ट्रपति के निर्देश पर यह कदम उठाया गया। न्यूसम ने इसे "कानून और सत्ता का दुरुपयोग" करार दिया और कहा कि राष्ट्रपति अमेरिकी सेना को नागरिकों के खिलाफ राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं। International News
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के गाजा युद्धविराम प्रस्ताव के पहले चरण पर आज (06 अक्टूबर) अहम बातचीत होने जा रही है। फिलिस्तीनी इस्लामिक प्रतिरोध आंदोलन (हमास) का प्रतिनिधिमंडल रविवार को मिस्र के शर्म अल शेख पहुँच चुका है। दोनों पक्ष अमेरिकी योजना के क्रियान्वयन और गाजा में शांति स्थापित करने के तरीकों पर चर्चा करेंगे।
शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, वार्ता के मुख्य मुद्दों में हमास और इजराइल के बीच कैदियों की अदला-बदली और हमास के हथियार सौंपने की व्यवस्था शामिल होगी। हमास के साथ बैठक के बाद मिस्र इजराइली प्रतिनिधिमंडल के साथ अलग बैठक करेगा। वार्ता के नतीजे अमेरिकी विशेष दूत स्टीव विटकॉफ और ट्रंप के दामाद जेरेड कुशनर को मिस्र पहुंचने पर रिपोर्ट किए जाएंगे। International News
इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मिस्र में वार्ता के लिए उच्च-स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भेजा है। रॉन डर्मर के नेतृत्व में यह टीम 24 महीने से चले आ रहे युद्ध को समाप्त करने और गाजा में बंद 48 बंधकों की रिहाई पर चर्चा करेगी। गाजा में इस युद्ध में अब तक 67,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं और क्षेत्र गंभीर रूप से तबाह हो चुका है।
इजराइल ने शनिवार को गाजा शहर पर सभी आक्रामक अभियानों को रोककर सेना को रक्षात्मक मोड में रखा। हालांकि, सैन्य प्रमुख इयाल जमीर ने उत्तरी गाजा का दौरा करते हुए चेतावनी दी कि यदि आगामी अप्रत्यक्ष युद्धविराम वार्ता असफल रही, तो सैन्य अभियान पुनः शुरू हो सकते हैं। रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज़ ने भी कहा कि अगर हमास बंधकों को रिहा करने से इनकार करता है, तो गाजा पर हमला तेज कर दिया जाएगा।
मिस्र, जॉर्डन, संयुक्त अरब अमीरात, इंडोनेशिया, पाकिस्तान, तुर्की, सऊदी अरब और कतर ने रविवार को एक संयुक्त बयान जारी किया। बयान में ट्रंप के युद्धविराम प्रस्ताव और हमास द्वारा उठाए गए कदमों का स्वागत किया गया। इन देशों ने गाजा में युद्ध समाप्त करने, सभी बंधकों की रिहाई और प्रस्तावित कार्यान्वयन तंत्र पर तत्काल वार्ता शुरू करने की आवश्यकता पर जोर दिया। International News
पिछले 24 घंटों में इजराइली सशस्त्र बलों के हमलों में कम से कम 65 फिलिस्तीनी शहीद हो गए और 153 अन्य घायल हुए। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने टेलीग्राम चैनल पर यह जानकारी साझा की। संघर्ष शुरू होने के बाद से मारे गए फिलिस्तीनियों की कुल संख्या 67,139 तक पहुँच चुकी है, जबकि लगभग 1,70,000 लोग घायल हुए हैं।
रूस की समाचार एजेंसी तास की रिपोर्ट के अनुसार, गाजा में भूख और कुपोषण से एक और मौत दर्ज की गई। इस तरह भूख और संबंधित जटिलताओं से मरने वालों की संख्या अब 460 हो गई है। अल जज़ीरा की रिपोर्ट के अनुसार, इजराइली रक्षा बल युद्धविराम वार्ता के दौरान भी फिलिस्तीनी क्षेत्रों पर गोलाबारी कर रहे हैं। पिछले 48 घंटों में इजराइली वायु सेना ने गाजा पट्टी पर 130 से अधिक हवाई हमले किए। इन हमलों में गाजा शहर और शरणार्थी शिविर भी निशाना बने। International News
इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के युद्धविराम प्रस्ताव पर आज हमास और इजराइल के बीच मिस्र की मध्यस्थता में वार्ता शुरू होने वाली है। हमास का प्रतिनिधिमंडल पहले ही मिस्र पहुंच चुका है। इस वार्ता पर पूरी दुनिया की निगाहें टिकी हुई हैं। International News
बलोचिस्तान लिबरेशन फ्रंट (बीएलएफ) ने वाशक के पटक इलाके में चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (CPEC) सड़क पर कब्जा कर लिया है। बीएलएफ के हमलों के दौरान पाकिस्तान सेना के चार जवान मारे गए और एक अधिकारी समेत दो जवान घायल हुए।
वाशक जिले के बिस्माह इलाके में हथियारबंद आतंकवादियों ने पाक सेना के काफिले को निशाना बनाया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हमलावरों ने स्वचालित हथियारों और विस्फोटकों का इस्तेमाल किया। गोलीबारी और विस्फोटों की आवाजें काफी देर तक सुनाई दीं। अधिकारियों ने हमले में एक अधिकारी की मौत और एक वरिष्ठ अधिकारी के घायल होने की पुष्टि की है।
बीएलएफ के प्रवक्ता मेजर घोरम बलोच ने बताया कि 5 अक्टूबर को सुबह 9:00 बजे उनकी गुप्तचर शाखा ने पटक इलाके में सड़क पर कब्जा किया। उन्होंने कहा कि चार पाकिस्तानी सैनिक मारे गए और दो अधिकारी घायल हुए, जबकि लड़ाके सुरक्षित स्थान पर चले गए। प्रवक्ता ने हमले की जिम्मेदारी स्पष्ट रूप से स्वीकार की है। International News
हाल के महीनों में बलोचिस्तान में पाकिस्तानी सेना पर हमलों की संख्या लगातार बढ़ रही है। स्थानीय रिपोर्टों के अनुसार, कई मामलों में मृतकों की संख्या सरकारी आंकड़ों से अधिक हो सकती है। सुरक्षा एजेंसियों ने इलाके में चौकसी बढ़ा दी है और आतंकवादियों की तलाश जारी है। International News
