अमेरिका में शटडाउन का तांडव, खतरे में 3 लाख नौकरियां

अमेरिका में शटडाउन का तांडव, खतरे में 3 लाख नौकरियां
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calendar01 Dec 2025 10:46 PM
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अमेरिका में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और कांग्रेस के डेमोक्रेट्स के बीच फंडिंग को लेकर जारी राजनीतिक गतिरोध के कारण सरकार का बड़ा हिस्सा ठप पड़ गया है। इस सरकारी शटडाउन से लगभग 7.5 लाख संघीय कर्मचारी प्रभावित हुए हैं जबकि करीब 3 लाख नौकरियों पर भी संकट मंडरा रहा है। America Shutdown

कई अहम विभागों का कामकाज ठप

सरकार के कई अहम विभागों का कामकाज रुक गया है जिससे हवाई यातायात धीमा हो गया है। वैज्ञानिक अनुसंधान रुका हुआ है और सैनिकों को वेतन नहीं मिल रहा। संघीय कर्मचारियों को अनिश्चितकालीन फर्लो पर भेजा जा रहा है जिससे रोजाना 400 मिलियन डॉलर से ज्यादा का आर्थिक नुकसान हो रहा है।

फंडिंग डील पर अनबन

यह 1981 के बाद से अमेरिका का 15वां शटडाउन है। यह गतिरोध राष्ट्रपति ट्रंप और कांग्रेस के बीच फंडिंग डील पर सहमति न बनने की वजह से हुआ है। डेमोक्रेट्स ने स्वास्थ्य लाभों के विस्तार को बिल में शामिल किए बिना फंडिंग को मंजूरी नहीं दी जबकि रिपब्लिकन पार्टी ने इसका विरोध किया। विश्लेषकों का कहना है कि यह गतिरोध मिड-टर्म चुनावों पर भी गहरा असर डाल सकता है। अमेरिकी बाजारों में भी इसका प्रभाव दिख रहा है डॉलर कमजोर हुआ है और सोने की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई हैं।

नौकरियों में कटौती का रास्ता साफ

राष्ट्रपति ट्रंप ने चेतावनी दी है कि यह राजनीतिक गतिरोध संघीय नौकरियों में और कटौती का कारण बन सकता है। व्हाइट हाउस की योजना के मुताबिक दिसंबर तक लगभग 3 लाख कर्मचारियों को नौकरी से हटाए जाने का खतरा है। उप-राष्ट्रपति जेडी वेंस ने भी हवाई सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि एयर ट्रैफिक कंट्रोलर और TSA कर्मचारी बिना वेतन के काम कर रहे हैं जिससे उड़ानों में देरी और सुरक्षा संबंधी खतरे बढ़ सकते हैं।

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शटडाउन का इतिहास और आर्थिक दायरा

अमेरिका का सबसे लंबा शटडाउन 2018-19 में 35 दिनों तक चला था, जो ट्रंप के पहले कार्यकाल में हुआ था। उस दौरान हवाई यातायात में बड़ी बाधाएं आई थीं जिसके बाद शटडाउन समाप्त हुआ था। सरकार के संचालन के लिए इस बार लगभग 1.7 ट्रिलियन डॉलर की फंडिंग पर विवाद है जो कुल बजट का एक चौथाई हिस्सा है। बाकी बजट ज्यादातर स्वास्थ्य, सेवानिवृत्ति योजनाओं और बढ़ते कर्ज के ब्याज भुगतान में जाता है। America Shutdown
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नो पे, बंद ऑफिस, ठप कारोबार: अमेरिका शटडाउन की पूरी कहानी

नो पे, बंद ऑफिस, ठप कारोबार: अमेरिका शटडाउन की पूरी कहानी
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calendar01 Oct 2025 01:33 PM
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अमेरिका में संघीय सरकार ने 1 अक्टूबर 2025 से शटडाउन की स्थिति घोषित कर दी है। यह सात सालों में पहला मौका है जब अमेरिकी सरकार बंद हुई है। दरअसल, अमेरिकी सीनेट में फेडरल फंडिंग बढ़ाने के प्रस्ताव को मंजूरी नहीं मिल सकी, जबकि बजट पास करने की अंतिम समय सीमा मध्यरात्रि थी। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने डेमोक्रेट्स पर सरकार बंद कराने का आरोप लगाया और चेतावनी दी कि फेडरल कर्मचारियों की नौकरी पर भी असर पड़ सकता है।    America Shutdown

शटडाउन कैसे बनता है?

संयुक्त राज्य में शटडाउन तब होता है जब सरकार अगले वित्तीय वर्ष के लिए बजट पास करने में असफल रहती है। इस स्थिति में कई सरकारी विभाग और सेवाएं कामकाज रोक देती हैं। अमेरिकी संसद या कांग्रेस को हर साल वित्तीय वर्ष की शुरुआत से पहले बजट को मंजूरी देनी होती है। यदि सहमति नहीं बनती, तो सरकार के कुछ विभागों को संचालन के लिए आवश्यक फंड नहीं मिल पाता और शटडाउन की स्थिति बन जाती है।  America Shutdown

5 वोट की कमी से शुरू हुआ शटडाउन

कांग्रेस के नियमों के मुताबिक, कानून को आगे बढ़ाने के लिए सीनेट में कम से कम 60 वोट चाहिए थे। लेकिन इस बार नतीजा 55-45 रहा, जिससे बुधवार से अमेरिकी सरकारी एजेंसियों ने आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर सभी काम बंद करने का रास्ता अपनाया। यही शटडाउन है।शटडाउन का असर सिर्फ सरकारी दफ्तरों तक सीमित नहीं रहता। संघीय सेवाओं में देरी, कर्मचारियों की सैलरी रुकना और छोटे व्यवसायों में अस्थिरता इसके सीधा परिणाम हैं।

बजट न बनने की वजह से कई विभाग काम रोक देते हैं और कुछ कर्मचारियों को अनिवार्य छुट्टी पर भेजा जाता है। हालांकि, पुलिस, आपातकालीन अस्पताल और एयर ट्रैफिक कंट्रोल जैसी जरूरी सेवाएं जारी रहती हैं, लेकिन बाकी सरकारी सेवाएं जैसे पार्क, कार्यालय, इमीग्रेशन और पासपोर्ट सेवाएं धीमी या ठप हो जाती हैं। कर्मचारियों की वेतन भुगतान में देरी होती है, और कामकाज के ठहरने से आम जनता और व्यवसायों पर भी भारी असर पड़ता है।

शटडाउन का समाज और अर्थव्यवस्था पर असर

शटडाउन की वजह से आम लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी पर भी असर पड़ता है। इस दौरान पासपोर्ट और वीज़ा जारी करने में लंबी देरी हो सकती है, जबकि सोशल सिक्योरिटी और मेडिकेयर जैसी सेवाओं में बाधा आती है। सरकारी वेबसाइट्स और हेल्पलाइन या तो बंद रहती हैं या बेहद धीमी हो जाती हैं। साथ ही, नेशनल पार्क्स, संग्रहालय और सरकारी कार्यक्रम भी ठप हो सकते हैं। सरकारी विभागों के बंद रहने या कर्मचारियों की अनुपस्थिति की वजह से छोटे व्यवसायों को वित्तीय मदद या भुगतान में भी देरी का सामना करना पड़ता है। वहीं, सरकारी ठेके पर काम करने वाले कॉन्ट्रैक्टर्स को भी समय पर पैसा नहीं मिल पाता, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति प्रभावित होती है।  America Shutdown

कर्मचारियों और बजट का आंकड़ा

BBC के अनुसार, कांग्रेस बजट ऑफिस के डायरेक्टर ने शटडाउन से पहले जारी एक पत्र में चेतावनी दी है कि अमेरिकी सरकार के शटडाउन का असर अर्थव्यवस्था पर गंभीर हो सकता है। इस पत्र में बताया गया है कि हर दिन लगभग 7.5 लाख संघीय कर्मचारियों को छुट्टी पर भेजा जा सकता है, जिससे रोजाना 400 मिलियन डॉलर का अतिरिक्त खर्च अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा। इसका मतलब है कि शटडाउन सिर्फ सरकारी सेवाओं को नहीं, बल्कि पूरे आर्थिक तंत्र को हिला सकता है।  America Shutdown

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अमेरिका में शटडाउन का इतिहास

अमेरिका में पहला शटडाउन 1995 में हुआ था। इसके बाद देश ने कुल छह बार शटडाउन का सामना किया, जिसमें से तीन बार ट्रंप प्रशासन में हुआ। सबसे लंबा शटडाउन पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के समय 35 दिन तक चला। 1995 से जनवरी 1996 तक 21 दिनों का शटडाउन रहा, जबकि नवंबर 1995 में पांच दिनों के लिए भी शटडाउन हुआ था। पिछले बड़े शटडाउन की बात करें तो 2018 के अंत से 2019 की शुरुआत तक अमेरिकी संघीय सरकार 34 दिनों तक बंद रही। इस दौरान लगभग 3.4 लाख कर्मचारियों को अनिवार्य छुट्टी पर भेजा गया। हालांकि यह आंशिक शटडाउन था, क्योंकि कुछ खर्च संबंधी विधेयक पहले ही पास हो चुके थे, जिससे कई कर्मचारी काम कर सके और उन्हें वेतन भी मिला।    America Shutdown

वॉल स्ट्रीट जर्नल के अनुसार, इस शटडाउन में 8 लाख से ज्यादा कर्मचारियों को छुट्टी पर जाना पड़ सकता है। सरकारी विभागों और सैन्य सेवाओं में काम करने वाले कर्मचारियों की सैलरी में देरी होती है, जबकि छोटे व्यवसायों को काम रोकना पड़ सकता है। उदाहरण के लिए, 2013 में शटडाउन के दौरान सुरक्षा ठेकेदार कंपनी लॉकहीड मार्टिन ने 3,000 कर्मचारियों को छुट्टी पर भेजा, जो सरकारी प्रतिष्ठानों में काम करते थे।

साल 2013 के शटडाउन में अमेरिकी सरकार ने सरकारी जमीन पर ड्रिलिंग के लिए परमिट, बीयर व वाइन के निर्यात प्रमाणपत्र और छोटे व्यवसायों, मकान मालिकों और डेवलपर्स के लिए लोन जारी करना बंद कर दिया। भुगतान में देरी की वजह से कई छोटे व्यवसायों ने कर्मचारियों को हटाया और कामकाज घटा दिया।

आर्थिक सलाहकार परिषद के अनुमान के अनुसार, उस शटडाउन में प्राइवेट सेक्टर में लगभग 1.2 लाख नौकरियों पर असर पड़ा। अनुदानों में देरी और खाद्य व औषधि प्रशासन की जांच में रुकावट ने Life Sciences जैसे उद्योगों को भी प्रभावित किया। इसके अलावा, हवाई अड्डों में देरी और राष्ट्रीय उद्यानों के बंद होने से पर्यटन और यात्रा योजनाओं पर भी बड़ा असर पड़ा।    America Shutdown

शटडाउन का असर आज

अमेरिकी ट्रैवल एसोसिएशन ने कांग्रेस को चेतावनी दी है कि शटडाउन के कारण यात्रा और पर्यटन उद्योग को भारी नुकसान हो सकता है। उनका अनुमान है कि हर सप्ताह पर्यटन क्षेत्र को लगभग 1 बिलियन डॉलर का झटका लग सकता है। इसके अलावा, TSA कर्मचारी और हवाई यातायात नियंत्रक बिना वेतन काम करेंगे, जिससे हवाई सुरक्षा जांच और उड़ानों पर असर पड़ सकता है। बता दें कि 2019 में भी इसी तरह की स्थिति में सुरक्षा जांचों में बाधा आई थी और कई उड़ानें देरी का शिकार हुई थीं। इस बार भी हवाई यात्रा पर असर की संभावना है, जिससे पर्यटकों और उद्योग दोनों के लिए मुश्किलें बढ़ सकती हैं।    America Shutdown

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अमेरिका में सरकारी कामकाज ठप, लाखों कर्मचारी बिना वेतन छुट्टी पर

अमेरिका में सरकारी कामकाज ठप, लाखों कर्मचारी बिना वेतन छुट्टी पर
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calendar01 Oct 2025 12:27 PM
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अमेरिका में एक बार फिर से राजनीतिक गतिरोध के चलते बड़ा संकट खड़ा हो गया है। आधी रात से अमेरिका में सरकारी शटडाउन लागू हो गया है। सीनेट में फंडिंग बिल पास न होने के चलते लाखों सरकारी कर्मचारियों पर संकट गहरा गया है। यह ट्रंप के राष्ट्रपति कार्यकाल में तीसरी बार है जब देश में शटडाउन हुआ है जिससे कई जरूरी सेवाएं प्रभावित होंगी और कई विभाग बंद हो जाएंगे। America Shutdown

क्यों हुआ शटडाउन?

अमेरिकी संसद (कांग्रेस) में सरकारी खर्च के लिए जरूरी फंडिंग बिल पर सहमति नहीं बन पाई। रिपब्लिकन बहुमत वाले सीनेट ने डेमोक्रेट्स द्वारा लाए गए हेल्थकेयर और सामाजिक योजनाओं से जुड़े बिल को खारिज कर दिया। जवाब में डेमोक्रेट्स ने रिपब्लिकन का शॉर्ट-टर्म फंडिंग प्रस्ताव रोक दिया। इस राजनीतिक टकराव के बाद सरकार को आधिकारिक तौर पर शटडाउन की स्थिति में जाना पड़ा।

ट्रंप के कार्यकाल में तीसरी बार सरकार बंद

डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति रहते यह तीसरी बार है जब अमेरिका को शटडाउन का सामना करना पड़ा है। पहला शटडाउन दिसंबर 2018 से जनवरी 2019 तक चला यह अमेरिका के इतिहास का सबसे लंबा शटडाउन था (35 दिन)। इसका कारण था ट्रंप की ओर से मैक्सिको सीमा पर दीवार बनाने के लिए मांगे गए $5.7 बिलियन की फंडिंग पर विवाद। दूसरा शटडाउन फरवरी 2019 में हुआ जो कुछ दिनों में सुलझा। वर्तमान शटडाउन अक्टूबर 2025 सीनेट में फंडिंग बिल फेल होने के कारण लागू हुआ।

क्या होता है शटडाउन?

जब अमेरिका की कांग्रेस (सीनेट व हाउस) सरकारी खर्च के लिए बजट पारित नहीं कर पाती तो सरकार के कई विभाग आंशिक रूप से बंद कर दिए जाते हैं। हजारों फेडरल कर्मचारी बिना वेतन छुट्टी पर भेज दिए जाते हैं। सेना, सुरक्षा बल, हवाई यातायात नियंत्रण, चिकित्सा सेवाएं जैसी आवश्यक सेवाएं चलती रहती हैं लेकिन कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल सकता। नेशनल पार्क, म्यूजियम, पासपोर्ट/वीजा सेवाएं जैसी सुविधाएं बंद हो जाती हैं या उनकी गति धीमी हो जाती है।

दोनों दल एक-दूसरे पर बरसे

शटडाउन के बाद राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। सीनेट रिपब्लिकन लीडर जॉन थ्यून ने कहा, “डेमोक्रेट्स ने अपनी राजनीतिक जिद के लिए अमेरिकी जनता की कुर्बानी दी है।” डेमोक्रेटिक नेता चक शूमर ने जवाब में कहा, “रिपब्लिकन बातचीत से इनकार कर हेल्थकेयर को खतरे में डाल रहे हैं।” वहीं, व्हाइट हाउस ने डेमोक्रेट्स पर हमला बोलते हुए इसे “पागल नीतियों” का नतीजा बताया।

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लाखों कर्मचारियों पर असर

इस शटडाउन के कारण अमेरिका में लाखों सरकारी कर्मचारियों को वेतन नहीं मिलेगा, और कुछ को अनिश्चितकालीन छुट्टी पर भेजा जा सकता है। रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि सैनिक और रिजर्व फोर्स बिना वेतन के काम जारी रखेंगे। हवाई यात्रा, अदालतों और वीजा सेवाओं पर भी असर पड़ सकता है। सर्वे के मुताबिक, 38% अमेरिकियों ने इसके लिए रिपब्लिकन को जिम्मेदार ठहराया। 27% ने डेमोक्रेट्स को दोषी माना। 31% ने दोनों दलों को बराबर दोषी ठहराया। अब बड़ा सवाल यह है कि क्या ट्रंप और रिपब्लिकन दल पीछे हटेंगे या फिर यह राजनीतिक खींचतान और लंबी चलेगी। जैसे-जैसे शटडाउन का असर आम जनता और अर्थव्यवस्था पर गहराता जाएगा, राजनीतिक दबाव भी बढ़ता जाएगा। America Shutdown