शरद यादव की जदयू में वापसी की अटकलें हुई तेज!

पिछले कुछ समय से सक्रिय राजनीति से दूर रह रहे वरिष्ठ समाजवादी नेता शरद यादव की घर वापसी की अटकले तेज हो गई हैं। माना जा रहा है कि जल्द ही वे फिर से जद यू में शामिल हो सकते हैं।
जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा की हाल ही में शरद यादव से हुई मुलाकात के बाद यह चर्चा तेज हो गई है। हालांकि इस मुलाकात को लेकर दोनों नेता बयान देने से बच रहे हैँ। लेकिन जदयू के सूत्र बता रहे हैं कि नीतीश कुमार के निर्देश पर पुराने समाजवादियों की घर वापसी की कोशिशें की जा रही हैं। पार्टी को फिर से मजबूत करने की मुहिम में कोशिश की जा रही है कि जो लोग किन्हीं कारणों से जद यू से बाहर चले गए हैं उन्हें वापस लाया जाय। दोनों नेताओं की मुलाकात को इसी परिप्रेक्ष्य में देखा जा रहा है। सूत्र बताते हैं कि शरद यादव ने अभी वापसी के लिए हामी नहीं भरी हैं,लेकिन इस प्रस्ताव को खारिज भी नहीं किया है और विचार करने के लिए कुछ समय मांगा है। बतादें कि 2013 में नीतीश कुमार के एनडीए से बाहर जाने के बाद शरद यादव ने उनसे नाता तोड़कर अलग राजनीतिक दल बना लिया था। हालांकि उनकी पार्टी वजूद बना नही सकी और स्वास्थ्य कारणों से उनकी राजनीतिक गतिविधियां भी शिथिल हो गईं। लेकिन नीतीश के एनडीए में वापस लौटने और पुराने नेताओं की घर वापसी की कोशिशों के चलते शरद यादव की जदयू में लौटने की अटकलें बढ़ गई हैं। लेकिन उनकी बेटी कांग्रेस की सदस्य हैं,2020 में बिहार की बिहारीगंज सीट से विधानसभा चुनाव भी लड़ी थी। जिसमें पराजय का सामना करना पड़ा। इसलिए माना जा रहा है कि यादव का फैसला बेटी के भी राजनीतिक भविष्य को भी तय करेगा।
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पिछले कुछ समय से सक्रिय राजनीति से दूर रह रहे वरिष्ठ समाजवादी नेता शरद यादव की घर वापसी की अटकले तेज हो गई हैं। माना जा रहा है कि जल्द ही वे फिर से जद यू में शामिल हो सकते हैं।
जदयू संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा की हाल ही में शरद यादव से हुई मुलाकात के बाद यह चर्चा तेज हो गई है। हालांकि इस मुलाकात को लेकर दोनों नेता बयान देने से बच रहे हैँ। लेकिन जदयू के सूत्र बता रहे हैं कि नीतीश कुमार के निर्देश पर पुराने समाजवादियों की घर वापसी की कोशिशें की जा रही हैं। पार्टी को फिर से मजबूत करने की मुहिम में कोशिश की जा रही है कि जो लोग किन्हीं कारणों से जद यू से बाहर चले गए हैं उन्हें वापस लाया जाय। दोनों नेताओं की मुलाकात को इसी परिप्रेक्ष्य में देखा जा रहा है। सूत्र बताते हैं कि शरद यादव ने अभी वापसी के लिए हामी नहीं भरी हैं,लेकिन इस प्रस्ताव को खारिज भी नहीं किया है और विचार करने के लिए कुछ समय मांगा है। बतादें कि 2013 में नीतीश कुमार के एनडीए से बाहर जाने के बाद शरद यादव ने उनसे नाता तोड़कर अलग राजनीतिक दल बना लिया था। हालांकि उनकी पार्टी वजूद बना नही सकी और स्वास्थ्य कारणों से उनकी राजनीतिक गतिविधियां भी शिथिल हो गईं। लेकिन नीतीश के एनडीए में वापस लौटने और पुराने नेताओं की घर वापसी की कोशिशों के चलते शरद यादव की जदयू में लौटने की अटकलें बढ़ गई हैं। लेकिन उनकी बेटी कांग्रेस की सदस्य हैं,2020 में बिहार की बिहारीगंज सीट से विधानसभा चुनाव भी लड़ी थी। जिसमें पराजय का सामना करना पड़ा। इसलिए माना जा रहा है कि यादव का फैसला बेटी के भी राजनीतिक भविष्य को भी तय करेगा।
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