Site icon चेतना मंच

Greater Noida Chithera Land Scam: रंग लाई चेतना मंच (Chetna Manch) की मुहिम, चिटहेरा में भू-माफिया पर चला पुलिस का चाबुक

Greater noida Land Scam

Greater noida Land Scam

Greater Noida Chithera Land Scam: दादरी/नोएडा (चेतना मंच)। चिटहैरा गांव में हुए उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े भूमि घोटाले में भू-माफियाओं को घेरने की चेतना मंच की मुहिम आज रंग लाई है। इस प्रकरण में मेरठ जनपद की एक पुलिस टीम ने गांव में  पहुंचकर कुख्यात माफिया यशपाल तोमर की 40 बीघे से अधिक जमीन को अपने कब्जे में ले लिया है।

Advertising
Ads by Digiday

सब जानते हैं कि चेतना मंच (Chetna Manch) पिछले चार दिनों से चिटहैरा गांव में  हुए सबसे बड़े भूमि घोटाले (Greater Noida Chithera Land Scam) का परत-दर-परत खुलासा कर रहा है। इस खुलासे के बाद आज प्रातः मेरठ जनपद की एक पुलिस टीम चिटहैरा गांव में पहुंची। इस टीम की अगुवाई आईपीएस अधिकारी (एस.पी.) विवेक यादव कर रहे हैं। टीम के साथ बड़ी संख्या में स्थानीय पुलिस व पीएसी के जवान भी मौजूद थे। इस टीम ने यशपाल तोमर व उसके गुर्गों की गांव में  बची हुई 40 बीघे से अधिक की जमीन को अपने कब्जे में लेकर उस पर सरकारी बोर्ड लगा दिया है।

एस.पी. विवेक यादव ने बताया कि कुख्यात भू-माफिया यशपाल तोमर बागपत जिले के बरवाला गांव का रहने वाला है। उसके विरूद्ध अलग-अलग प्रदेशों में अनेक अपराधिक मामले दर्ज हैं। मेरठ के ब्रहमपुरी थाने में भी मामला दर्ज है। उसी मामले की तफ्तीश में पता चला है कि इस खतरनाक अपराधी ने चिटहैरा गांव में फर्जी पटटों की जमीन (Greater Noida Chithera Land Scam) हथिया कर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण से सैकड़ों करोड़ रूपए का मुआवजा ठगा है। यह ठगी अभी भी जारी है। मुआवजा उठाने के लिए उसने अपने चमचों कर्मबीर, कृष्णपाल एवं बेलू तथा अपने ससुर ज्ञानचंद के नाम से फर्जी खाते खोल रखे थे। उन्हीं खातों के जरिए सैकड़ों करोड़ रूपए की हेरा-फेरी हुई है।

एस.पी. ने बताया कि चिटहैरा गांव में आज 40 बीघे से अधिक जमीन पर सरकारी कब्जा ले लिया गया है।

संरक्षकों का ईलाज !

इस प्रकरण में पहली कार्यवाही का चौतरफा स्वागत हो रहा है। इस बीच लोगों का कहना है कि माफिया सरगना यशपाल तोमर का तो ‘ईलाज’ ठीक से हो रहा है। किन्तु उसके गुर्गे तथा उसे संरक्षण दे रहे आधा दर्जन से अधिक बड़े अफसर व नेता अभी भी मजे से खुले में घूम रहे हैं। सवाल यह पूछा जा रहा है कि माफियाओं के सरंक्षकों का ‘ईलाज’ कब होगा।

Exit mobile version