Ghaziabad News : उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद कोर्ट में उस वक्त अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया था जब न्यायिक अधिकारियों और वकीलों के बीच झड़प हो गई थी। जिसके बाद न्यायालय में जमकर हंगामा शुरू हुआ और बात मारपीट तक जा पहुंची।
हालात ऐसे पैदा हुए कि मामला शांत कराने के लिए पुलिस को बुलाना पड़ा था। जिसके बाद पुलिस द्वारा वकीलों पर लाठीचार्ज कर दिया गया था। ऐसे में लाठीचार्ज का ये मामला काफी तूल पकड़ लिया है और वकील लखनऊ से लेकर दिल्ली तक हड़ताल पर हैं। वकीलों द्वारा जिला जज को बर्खास्त करने और लाठीचार्ज करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग किया जा रहा है।
हाईकोर्ट के सामने वकीलों ने जलाया पुतला
सोमवार को घटना के विरोध में वकील हड़ताल पर रहे और अपनी मांगों के लिए दिल्ली और उत्तर प्रदेश के जिला कोर्ट में धरना प्रदर्शन किया। इसके अलावा वकीलों ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के सामने पुतला भी जलाया। वकीलों द्वारा विरोध प्रदर्शन के दौरान मुख्य गेट बंद कर दिया गया, जिससे राहगीरों को आने-जाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
जब तक मांगे पूरी नहीं तब तक वापसी नहीं
जहां एक तरफ धरना प्रदर्शन में शामिल वकीलों ने कहा कि वो आज से काम पर वापसी करेंगे लेकिन गाजियाबाद बार एसोसिएशन ने घोषणा की कि बुधवार को हड़ताल जारी रहेगी और जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होतीं, तब तक काम पर वापस नहीं लौटेंगे। एसोसिएशन ने गाजियाबाद के जिला जज के खिलाफ इलाहाबाद हाईकोर्ट में आपराधिक अवमानना का केस दाखिल करने की घोषणा की।
तीस हजारी कोर्ट के अध्यक्ष ने की निंदा
वकीलों ने गाजियाबाद के अलावा दिल्ली में भी विरोध प्रदर्शन किया। दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट के अध्यक्ष ने सीजीआई को पत्र लिखकर गाजियाबाद कोर्ट के वकीलों के साथ हुई लाठीचार्ज की घटना की निंदा की। तीस हजारी कोर्ट के एक अन्य वकील युक्ति राठी ने कहा कि, देश में वकीलों के खिलाफ हिंसा की घटनाएं बेहद चिंताजनक हैं। इसे रोकने के लिए उन्होंने अधिवक्ता संरक्षण अधिनियम की मांग की। Ghaziabad News