Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने शुक्रवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए ग्राम चिटेहरा में अधिसूचित क्षेत्र की करीब 50 हजार वर्ग मीटर जमीन को अतिक्रमण से मुक्त करा लिया। इस जमीन की अनुमानित कीमत करीब 100 करोड़ रुपये बताई जा रही है। प्राधिकरण की इस सख्त कार्रवाई ने अवैध कॉलोनी काटने की कोशिश कर रहे कालोनाइजरों के मंसूबों पर पानी फेर दिया।
बुलडोजर की गूंज से हिली अवैध कॉलोनी
ग्रेटर नोएडा के सीईओ एनजी रवि कुमार के निर्देश पर यह कार्रवाई की गई। अधिसूचित क्षेत्र में अवैध निर्माण करने वालों पर सख्ती बरतने का निर्देश पहले ही दिया जा चुका था। इसी के तहत शुक्रवार को प्राधिकरण की टीम ने चिटेहरा गांव में अतिक्रमण हटाने की मुहिम चलाई प्राधिकरण के एसीईओ सुमित यादव ने बताया कि, खसरा संख्या 169, 170, 171 और 172 की जमीन पर कालोनाइजर बिना किसी अनुमति के कॉलोनी विकसित करने की कोशिश कर रहे थे। यहां तक कि प्राधिकरण से नक्शा पास नहीं कराए गए थे। नोटिस जारी होने के बाद भी जब निर्माण कार्य नहीं रुका, तो प्राधिकरण ने 6 जेसीबी मशीनों और 5 डंपरों की मदद से तीन घंटे में पूरा अवैध निर्माण ध्वस्त कर दिया।
बिना अनुमति निर्माण पर होगा सख्त एक्शन
एसीईओ सुमित यादव ने चेतावनी दी है कि अधिसूचित क्षेत्र में बिना प्राधिकरण की अनुमति और बिना नक्शा पास कराए कोई भी निर्माण गैरकानूनी है और ऐसे मामलों में सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। उन्होंने आम नागरिकों से अपील की कि जमीन खरीदने से पहले प्राधिकरण से संबंधित दस्तावेज और मंजूरी की जानकारी जरूर प्राप्त करें, ताकि भविष्य में कोई परेशानी न हो। उन्होंने कहा, “अपनी गाढ़ी कमाई अवैध कॉलोनियों में न लगाएं।”
क्या था प्राधिकरण का एक्शन प्लान?
इस ध्वस्तीकरण अभियान में महाप्रबंधक परियोजना ए.के. सिंह, विशेष कार्याधिकारी जितेंद्र गौतम, ओएसडी रामनयन सिंह और वर्क सर्किल 1, 2, 3 और 4 की पूरी टीम शामिल रही। तीन घंटे की सख्त कार्रवाई के बाद लगभग 100 करोड़ की जमीन को अवैध कब्जे से मुक्त कराया गया।