बैंको से 100 करोड़ की धोखाधड़ी, यूपी, उत्तराखंड और दिल्ली के बिल्डरों से साठ- गाँठ

यानी फर्जी या कमजोर प्रोफाइल वाले लोगों के नाम पर लोन स्वीकृत कराकर बिल्डर प्रोजेक्ट्स में पैसा घुमाया जा रहा था। ग्रेटर नोएडा और उसके आसपास के इलाकों में इस रैकेट के जरिए करोड़ों रुपये का फर्जी वित्तीय नेटवर्क खड़ा किया गया था।

ग्रेटर नोएडा में फर्जी लोन गैंग पर STF का शिकंजा
ग्रेटर नोएडा में फर्जी लोन गैंग पर STF का शिकंजा, करोड़ों की ठगी का खुलासा
locationभारत
userअभिजीत यादव
calendar05 Dec 2025 03:17 PM
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Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा में एक ऐसे शातिर गैंग का खुलासा हुआ है जिसने देश के 10 बड़े बैंकों को 100 करोड रुपए से अधिक का चूना लगाया है बैंकों से फर्जी लोन करने वाले गैंग के 8 सदस्यों को नोएडा एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है। गैंग फर्जी दस्तावेजों के जरिए बैंकों से फर्जी होम लोन व पर्सनल लोन करता था

ग्रेटर नोएडा से चलता था फर्जी होम लोन और प्रोफाइल फंडिंग रैकेट

STF नोएडा के अधिकारियों के अनुसार, यह गैंग ग्रेटर नोएडा समेत कई शहरों में फर्जी प्रोफाइल बनाकर काम करता था। कूटरचित दस्तावेजों की मदद से ये लोग फ्लैट और मकानों पर होम लोन और पर्सनल लोन स्वीकृत करवाते थे। लोन जारी होते ही फर्जी उधारकर्ता गायब हो जाते थे, जबकि EMI चुकाने के नाम पर बैंक के खाते NPA में चले जाते थे। इसी के साथ यह गिरोह चंडीगढ़, उत्तराखंड, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कई बिल्डर्स के साथ मिलीभगत कर बड़े स्तर पर प्रोफाइल फंडिंग भी करा रहा था। यानी फर्जी या कमजोर प्रोफाइल वाले लोगों के नाम पर लोन स्वीकृत कराकर बिल्डर प्रोजेक्ट्स में पैसा घुमाया जा रहा था। ग्रेटर नोएडा और उसके आसपास के इलाकों में इस रैकेट के जरिए करोड़ों रुपये का फर्जी वित्तीय नेटवर्क खड़ा किया गया था।

STF नोएडा के हत्थे चढ़े गैंग के 8 सदस्य

छापेमारी के बाद STF नोएडा ने गैंग के कुल आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें गिरोह का सरगना भी शामिल है। गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान रामकुमार पुत्र अतर सिंह, निवासी 567, प्रथम तल, लेन नंबर–9, शक्ति खंड, इंद्रापुरम, गाज़ियाबाद,नितिन जैन पुत्र विनोद जैन, निवासी 1/101-01, गली नंबर–3, वेस्ट गोरख पार्क, थाना शाहदरा, दिल्ली

मो. वसी पुत्र स्व. अयूब अंसारी, मूल निवासी ग्राम चंदेल, थाना चांडेल, जिला सरायकेला खरसावां, झारखंड, वर्तमान में फ्लैट नंबर 1003A, हैप्पीनेस टावर, सिक्का कार्मिक ग्रीन, सेक्टर-78, नोएडा,शमशाद आलम पुत्र वाजुलहक, मूल निवासी फुलवरिया, थाना ढाका, जिला पूर्वी चंपारण, बिहार,इंद्रकुमार कर्माकर पुत्र कालीराम कर्माकर, निवासी मकान नंबर 956, C-2 ब्लॉक, पालम विहार, गुरुग्राम, हरियाणा,अनुज यादव पुत्र राममूर्ति यादव, निवासी 1273, राजीव कॉलोनी, मोहन नगर, थाना साहिबाबाद, गाज़ियाबाद,अशोक कुमार उर्फ दीपक जैन उर्फ रिंकी पुत्र जगदीश लाल, निवासी मकान नंबर WZ-145, वेस्ट पटेल नगर, दिल्ली,ताहिर हुसैन पुत्र ईदे खां, निवासी कस्बा गवां, जामा मस्जिद के पीछे, थाना रजपुरा, जिला सम्भल, उत्तर प्रदेश के रूप में हुई है।  पुलिस का कहना है कि ये सभी अलग–अलग राज्यों में फैले नेटवर्क के जरिए ग्रेटर नोएडा और नोएडा को फर्जी लोन सिंडिकेट का बड़ा ऑपरेशन सेंटर बनाकर काम कर रहे थे छापेमारी के दौरान STF नोएडा की टीम ने आरोपियों के कब्जे से भारी मात्रा में संदिग्ध और फर्जी दस्तावेज बरामद किए हैं, जिनमें –126 पासबुक और चेकबुक,170 डेबिट कार्ड,45 आधार कार्ड,27 पैन कार्ड,15 अलग–अलग ID कार्ड,5 निर्वाचन आयोग के पहचान पत्र (EPIC),26 मोबाइल फोन,3 लैपटॉप,3 गाड़ियां, होम लोन और पर्सनल लोन से संबंधित दस्तावेज, रजिस्ट्रियां और अन्य कागजातशुरुआती जांच में सामने आया है कि इन दस्तावेजों का इस्तेमाल ग्रेटर नोएडा, नोएडा, दिल्ली–NCR और अन्य राज्यों में लोन फर्जीवाड़े के लिए किया जा रहा था।

220 बैंक अकाउंट फ्रीज करने की प्रक्रिया शुरू

STF नोएडा ने जांच के दौरान ऐसे 220 बैंक खातों का पता लगाया है, जिनका संबंध इस गैंग से जुड़ी फर्जी लोन और प्रोफाइल फंडिंग गतिविधियों से बताया जा रहा है। इन सभी खातों को फ्रीज कराने के लिए संबंधित बैंकों और एजेंसियों को पत्राचार किया गया है, ताकि आगे किसी प्रकार का लेनदेन न हो सके। अधिकारियों का कहना है कि ग्रेटर नोएडा से बेनकाब हुआ यह गिरोह एक इंटर–स्टेट फाइनेंशियल क्राइम नेटवर्क की तरह काम कर रहा था, जो बैंकों, बिल्डर्स और आम लोगों को निशाना बना रहा था। गैंग के अंतरराज्यीय लिंक, बिल्डर संपर्क और बैंक कर्मचारियों से संभावित सांठ–गांठ की दिशा में भी जांच आगे बढ़ाई जा रही है। Greater Noida News

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ग्रेटर नोएडा में सौतले बाप की हैवानियत, मासूम बच्चों को नाले में फेंका

मासूम बच्चों ने सिसकते हुए बताया कि “पापा आशीष” ने ही उन्हें नाले में फेंका है। यह सुनकर राहगीर भी दंग रह गए। सोमवीर और अन्य लोगों ने तुरंत बच्चों को ग्रेटर नोएडा क्षेत्र के नजदीकी अस्पताल में उपचार के लिए पहुंचाया और थाना सेक्टर-142 पुलिस को सूचना दी।

ग्रेटर नोएडा पुलिस की दबिश के बाद पकड़ा गया दरिंदा पिता
ग्रेटर नोएडा पुलिस की दबिश के बाद पकड़ा गया दरिंदा पिता
locationभारत
userअभिजीत यादव
calendar04 Dec 2025 04:30 PM
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Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा में सौतेले बच्चों से पीछा छुड़ाने की सनक में एक शख्स ने हैवानियत की सारी हदें पार कर दीं। ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में सौतेले पिता ने महज डेढ़–दो हाथ के मासूम बच्चों को नाले में फेंककर जान से मारने की कोशिश की। गनीमत रही कि समय पर राहगीर पहुंच गए, जिन्होंने दोनों को नाले से निकालकर उनकी जिंदगी बचा ली। थाना सेक्टर-142 पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी सौतेले बाप को गिरफ्तार कर लिया है।

ग्रेटर नोएडा में नाले से गूंजती रही बच्चों की चीख

जैप्टो में काम करने वाले सोमवीर सिंह ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि 2 नवंबर की रात वह अपने साथी दीनबंधु के साथ पैदल जा रहे थे। जब वे ग्रेटर नोएडा के चौहान मार्केट तिराहे के पास पारस टिएरा सोसायटी के निकट पहुंचे, तो नाले की तरफ से बच्चों के तेज रोने की आवाज सुनाई दी। आवाज लगातार आने पर दोनों नाले के किनारे पहुंचे, तो देखा कि नाले के कीचड़ में एक छोटा लड़का और एक बच्ची बुरी तरह फंसे हुए रो रहे हैं। दोनों ने हिम्मत कर नाले में उतरकर बच्चों को ऊपर खींचा और सुरक्षित बाहर निकाला। बाहर आने के बाद बच्चों ने अपना परिचय कल्लू (उम्र लगभग ढाई वर्ष) और नित्तर (उम्र लगभग 4 वर्ष) के रूप में दिया। मासूम बच्चों ने सिसकते हुए बताया कि “पापा आशीष” ने ही उन्हें नाले में फेंका है। यह सुनकर राहगीर भी दंग रह गए। सोमवीर और अन्य लोगों ने तुरंत बच्चों को ग्रेटर नोएडा क्षेत्र के नजदीकी अस्पताल में उपचार के लिए पहुंचाया और थाना सेक्टर-142 पुलिस को सूचना दी।

ग्रेटर नोएडा पुलिस की त्वरित कार्रवाई सौतेला बाप गिरफ्तार

थाना सेक्टर-142 प्रभारी विनोद मिश्रा के अनुसार, शिकायत मिलते ही ग्रेटर नोएडा पुलिस ने आरोपी आशीष के खिलाफ हत्या के प्रयास (एटेम्प्ट टू मर्डर) की धाराओं में केस दर्ज किया। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि आशीष मूल रूप से कानपुर का रहने वाला है और बच्चों की मां से उसकी दूसरी शादी है। वह अपनी पत्नी और इन दोनों सौतेले बच्चों के साथ ग्रेटर नोएडा के शहदरा गांव इलाके में किराये के मकान में रह रहा था। पुलिस जांच में यह बात निकली कि आशीष सौतेले बच्चों से छुटकारा पाना चाहता था। इसी नफरत के चलते उसने बच्चों को जान से मारने के इरादे से नाले में फेंक दिया और ऐसे ही ग्रेटर नोएडा स्थित अपने किराये के घर लौट गया मानो कुछ हुआ ही न हो। जांच पड़ताल के बाद ग्रेटर नोएडा पुलिस ने आरोपी आशीष को दबोचकर गिरफ्तार कर लिया है। थाना प्रभारी ने बताया कि उपचार के बाद दोनों मासूम बच्चों को उनकी मां के सुपुर्द कर दिया गया है। ग्रेटर नोएडा में इस दिल दहला देने वाली घटना की व्यापक चर्चा है और लोग सौतेले बाप की इस क्रूर हरकत की कड़ी निंदा कर रहे हैं। पुलिस आगे की कानूनी कार्रवाई कर रही है। Greater Noida News


 

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“गोवा चलने” के बहाने हनी ट्रैप, ग्रेटर नोएडा के अधेड़ से 5 लाख की ठगी

भरोसे की इसी डोर में बंधे इस व्यक्ति से ग्रेटर नोएडा में धीरे–धीरे हजारों रुपये ऐंठे गए और आखिर में निहाल देव पार्क में बुलाकर 5 लाख रुपये लूट लिए गए। रमेश के मुताबिक, विनीक्षा ने उन्हें यकीन दिलाया कि वह उनसे शादी करना चाहती है।

ऑनलाइन दोस्ती का खतरनाक अंजाम, ग्रेटर नोएडा में शादी के नाम पर बड़ी ठगी
ऑनलाइन दोस्ती का खतरनाक अंजाम, ग्रेटर नोएडा में शादी के नाम पर बड़ी ठगी
locationभारत
userअभिजीत यादव
calendar04 Dec 2025 01:19 PM
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Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा में ऑनलाइन दोस्ती का खौफनाक चेहरा सामने आया है। अविवाहित अधेड़ उम्र के एक शख्स को युवती ने पहले प्यार का झांसा दिया, फिर शादी और गोवा घूमने का सपना दिखाकर हनी ट्रैप में फंसा लिया। भरोसे की इसी डोर में बंधे इस व्यक्ति से ग्रेटर नोएडा में धीरे–धीरे हजारों रुपये ऐंठे गए और आखिर में निहाल देव पार्क में बुलाकर 5 लाख रुपये लूट लिए गए।

फोन पर शुरू हुई दोस्ती

थाना कासना क्षेत्र के भनौता खेड़ी गांव के रहने वाले 51 वर्षीय रमेश (काल्पनिक नाम) ने ग्रेटर नोएडा पुलिस को दी शिकायत में बताया कि कुछ दिन पहले उनके मोबाइल पर खुद को विनीक्षा बताने वाली एक युवती का फोन आया। ग्रेटर नोएडा में रहने की बात कहकर युवती उनसे मीठे–मीठे लहजे में बातें करने लगी। धीरे–धीरे फोन कॉल्स का सिलसिला बढ़ा और बातचीत प्रेम प्रस्तावों तक पहुंच गई। रमेश के मुताबिक, विनीक्षा ने उन्हें यकीन दिलाया कि वह उनसे शादी करना चाहती है। इसी दौरान ग्रेटर नोएडा में रहने वाली उसकी एक दोस्त खुशी भी फोन पर रमेश से बात करने लगी।

जरूरत बताकर खाते में मंगाए पैसे

शिकायत के अनुसार, विनीक्षा और खुशी ने समय–समय पर अपनी आर्थिक परेशानी का हवाला देकर रमेश से मदद मांगी। ग्रेटर नोएडा में बैठे–बैठे ही रमेश ने भरोसा करके दोनों के खाते में किस्तों में करीब 50 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए। उन्हें लगा कि वह अपनी होने वाली पत्नी और उसकी सहेली की मदद कर रहे हैं। रमेश ने बताया कि कुछ दिन पहले विनीक्षा ने उनसे कहा कि वह ग्रेटर नोएडा से शादी के बाद उन्हें गोवा घुमाने ले जाएगी। बाद में उसने प्रस्ताव रखा कि शादी से पहले ही दोनों गोवा घूमने चलेंगे और खर्च के नाम पर 5 लाख रुपये की व्यवस्था करने को कहा। विनीक्षा के कहने पर रमेश 29 नवंबर को 5 लाख रुपये लेकर ग्रेटर नोएडा के कासना स्थित निहाल देव पार्क पहुंचे। वहां पहले से विनीक्षा और खुशी मौजूद थीं। तीनों के बीच बातचीत चल ही रही थी कि तभी दो युवक भी पार्क में आ गए और रमेश की वीडियो बनाने लगे।

मारपीट, धमकी और 5 लाख की लूट

रमेश के अनुसार, जब उन्होंने वीडियो बनाते देख आपत्ति जताई तो दोनों युवकों ने उनके साथ गाली–गलौज और मारपीट शुरू कर दी। इसी बीच विनीक्षा, खुशी और दोनों युवकों ने मिलकर रमेश के पास रखे 5 लाख रुपये छीन लिए। आरोप है कि चारों ने धमकी दी कि अगर रमेश ने ग्रेटर नोएडा में कहीं शिकायत की या किसी को कुछ बताया, तो उसकी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर उसकी बदनामी कर देंगे। लोक–लाज के डर से रमेश दो दिन तक चुप रहे और ग्रेटर नोएडा में अपने ही घरवालों से भी सच छिपाए रखा। Greater Noida News

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