Saturday, 8 February 2025

निविदा के चक्कर में फंसी ग्रेनो की सफाई व्यवस्था

Greater Noida news : वैसे तो नियम कायदा कानून समाज के लिए बहुत जरूरी है, लेकिन कभी कभी इन नियम…

निविदा के चक्कर में फंसी ग्रेनो की सफाई व्यवस्था

Greater Noida news : वैसे तो नियम कायदा कानून समाज के लिए बहुत जरूरी है, लेकिन कभी कभी इन नियम कायदे कानूनों के चक्कर में पड़कर कई बार व्यवस्थागत काम लटक जाते हैं। इसी प्रकार का मामला ग्रेटर नोएडा में देखने को मिल रहा है। ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण शहर की व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए कागजी प्रयास तो बहुत कर रहा है, मगर नियम शर्तों के फेर में यह धरातल पर नहीं उतर पा रहे हैं।

10 से 14 बाद निविदा खुलने की तिथि बढ़ाई जा चुकी

पिछले छह महीने से ज्यादा समय से मशीन और मैन्युअल सफाई के साथ डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन, 800 टीपीडी सूखे कूड़े का प्रोसेस और शहर में लगने वाले 27 सौ से ज्यादा कैमरों के लिए 10 से 14 बाद निविदा खुलने की तिथि बढ़ाई जा चुकी है। बावजूद इसके इन कामों पर कार्यदायी एजेंसी चयन की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई है। दरअसल, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के निविदा सेल की तकनीकी खामियों के चलते मूलभूत जरूरतों वाले काम भी पूरे नहीं हो रहे हैं। शहर की सड़कों की सफाई के लिए 242 करोड़ रुपये से निकाली गई निविदा के लिए अब तक 14 बार शुद्धि पत्र जारी कर निविदा की तिथि बढ़ाई जा स चुकी है।

शहर को जोन में बांटकर सफाई कराने की योजना

शहर को जोन में बांटकर सफाई कराने की योजना है। अभी पांच कंपनियों के पास शहर की सफाई की जिम्मेदारी है। इसके तहत अब प्रत्येक सेक्टर की साफ-सफाई, डोर टू डोर कूड़ा उठाने, पत्तियों और अन्य प्रकार का मलबा उठाने की जिम्मेदारी एक ही कंपनी को दी जाएगी। एकीकृत मैकेनिकल और मैनुअल स्वीपिंग व्यवस्था के तहत पूरे सेक्टर में एक ही एजेंसी काम करेगी। इसके अलावा ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरा लगाने की निविदा खुलने की तिथि भी 13वीं बार बढ़ी है।

सूखे कूड़े के प्रोसेस का काम में भी देरी

इस बार समय बढ़ाने के साथ प्रीबिड मीटिंग में विभिन्न एजेंसियों के सवालों का निस्तारण करते हुए शुद्धि पत्र भी जारी किया गया है। यहां बता दें कि एजेंसी चयन प्रक्रिया में स्पष्ट नियम शर्तों की कमी और ज्यादा अपेक्षा के चलते कंपनियां रुचि नहीं ले रही हैं। इसी तरह लखनावली में प्रस्तावित 800 टीडीपी सूखे कूड़े के प्रोसेस का काम में भी एजेंसी चयन नहीं होने के कारण दो महीने की देरी हो चुकी है।

ज्यादातर निविदा में पांच से ज्यादा शुद्धि पत्र

पिछले छह महीने में सफाई, सुरक्षा सहित अन्य बड़े कामों के लिए कार्यदायी संस्था चयन के काम को पूरा नहीं किया जा सका है। इन कामों में पांच से 10 शुद्धि पत्रों के जरिये इच्छुक कंपनियों के सवालों के जवाब दिए गए हैं। सिविल कामों के लिए सी और डी अपशिष्ट से उत्पन्न उप उत्पादों के लिए कोटेशन के लिए आठ बार शुद्धि पत्र जारी करना पड़ा। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की एसीईओ ने कहा कि विभिन्न एजेंसियों के सवालों का उत्तर वाला शुद्धि पत्र अपलोड किया जा रहा है। सीसी कैमरों के लिए कोटेशन आना शुरू हो जाएगा और निविदा खोल दी जाएगी। Greater Noida news

कागजों में सिमटकर रह गई डॉग पालिसी, जानें कब से है लंबित

ग्रेटर नोएडा – नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें। 

देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें  फेसबुक  पर लाइक करें या  ट्विटर  पर फॉलो करें।

Related Post