Monday, 7 October 2024

शेर के नाम से प्रसिद्ध थे यूपी के अदभुत नेता महेंद्र सिंह भाटी

Greater Noida News : यह उस समय की बात है जब आज का ग्रेटर नोएडा शहर विकसित नहीं हुआ था।…

शेर के नाम से प्रसिद्ध थे यूपी के अदभुत नेता महेंद्र सिंह भाटी

Greater Noida News : यह उस समय की बात है जब आज का ग्रेटर नोएडा शहर विकसित नहीं हुआ था। जिस प्रकार आज ग्रेटर नोएडा पूरे देश में प्रसिद्ध है उसी प्रकार आज के ग्रेटर नोएडा क्षेत्र का दादरी नगर पूरे देश में प्रसिद्ध था। इसी दादरी नगर के दादरी विधानसभा क्षेत्र के तीन बार विधायक बने थे महेंद्र सिंह भाटी। जी हां वही महेंद्र सिंह भाटी जिन्हें दादरी ही नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश का शेर नेता कहा जाता था। 13 सितंबर 2024 को ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में महेन्द्र सिंह भाटी की पुण्यतिथि मनाई जा रही है।

दुनिया भर में फैलाया दादरी का नाम Greater Noida News

दादरी के शेर के नाम से प्रसिद्ध महेंद्र सिंह भाटी ने ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में दादरी नगर का नाम पूरी दुनिया में फैलाया था। महेन्द्र सिंह भाटी का जन्म ग्रेटर नोएडा क्षेत्र के मकौड़ा गांव में 01 जनवरी वर्ष-1943 को हुआ था। महेन्द्र सिंह भाटी के पिता का नाम चौधरी गुलाब सिंह भाटी था। महेन्द्र सिंह भाटी के पिता चौधरी गुलाब सिंह भाटी एक छोटे से किसान थे। उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि उनका लाड़ला बेटा महेन्द्र सिंह बड़ा होकर उनके खानदान, गांव तथा क्षेत्र का नाम पूरी दुनिया में फैलाएगा।

महेन्द्र सिंह भाटी ने इतनी बहादुरी के साथ राजनीति की कि पूरे देश में दादरी का नाम प्रसिद्ध हो गया था। दादरी क्षेत्र के लोग मानते हैं कि यदि 13 सितंबर 1992 को वह मनहूस घड़ी ना आई होती तो महेन्द्र सिंह भाटी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने होते। दुर्भाग्य से 13 सितंबर 1992 को महेन्द्र सिंह भाटी जैसे शेर नेता की हत्या कर दी गई थी। दादरी क्षेत्र के लोग उस घटना को याद करके आज भी रोने लग जाते हैं। 32 साल पुरानी उस दु:खद घटना ने ग्रेटर नोएडा क्षेत्र की ही नहीं बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश की दिशा तथा दशा बदल डाली थी।

तेजी से हुआ था राजनीति में उदय Greater Noida News

महेन्द्र सिंह भाटी की पढ़ाई-लिखाई आगरा में हुई थी। आगरा से दादरी आने पर महेन्द्र सिंह भाटी राजनीति में सक्रिय हो गए थे। यह वह समय था जब उत्तर प्रदेश तक में दादरी की कोई विशेष पहचान नहीं हुआ करती थी। देश के प्रसिद्ध गुर्जर समाज से आने वाले महेन्द्र सिंह भाटी ने दादरी का नाम पूरी दुनिया में फैलाया। महेन्द्र सिंह भाज्ञटी के उदय के बाद से ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में फैली है।

दादरी विधानसभा सीट राजनीति का मुख्य केंद्र रही है। नोएडा विधानसभा क्षेत्र के अस्तित्व में आने से पहले दादरी सीट पर चुनावी सरगर्मी सबसे तेज होती थी। चुनावी जनसभा के लिए नेता दादरी को ही चुनते थे। यहां से दादरी नगर, देहात के साथ नोएडा तक के मतदाताओं को संदेश जाता था, इसलिए दादरी से चुने गए विधायकों का अलग ही रुतबा था। महेंद्र सिंह भाटी ने उत्तर प्रदेश की विधानसभा में तीन बार दादरी क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। 1991 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने अपने प्रतिद्वंद्वी भाजपा, कांग्रेस समेत 16 प्रत्याशियों की जमानत जब्त कर दी थी। सिर्फ एक प्रत्याशी बिहारी सिंह बागी ही जमानत बचा सके थे। उनकी हत्या के बाद हुए उपचुनाव में यह सीट महेंद्र सिंह भाटी के बेटे समीर भाटी ने जीती थी।

मकौड़ा गांव के रहने वाले महेंद्र सिंह भाटी की मृत्यु के 32 साल बाद भी दादरी सीट पर उनके प्रभाव को प्रत्याशी अच्छी तरह जानते मानते हैं। इसलिए मकौड़ा गांव में प्रचार के लिए जाने वाला प्रत्याशी चाहे किसी दल से चुनाव लड़ रहा हो, वह महेंद्र सिंह भाटी की समाधि पर श्रद्धांजलि देना नहीं भूलता। महेंद्र सिंह भाटी के परिवार का उत्तराखंड की राजनीति में भी दखल है। उनके दामाद कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन उत्तराखंड में चार बार विधायक रह चुके हैं। इस बार उनकी पत्नी और महेंद्र सिंह भाटी की बेटी रानी देवयानी सिंह हरिद्वार में खानपुर विधानसभा सीट से भाजपा के टिकट पर मैदान में हैं। दादरी के मकौड़ा गांव के रहने वाले महेंद्र सिंह भाटी अपने जमाने में उत्तर प्रदेश की राजनीति के केन्द्र में रहते थे। 1985 में पहली बार महेंद्र सिंह भाटी भारतीय क्रांति दल (BKD ) से विधायक चुने गए। उसके बाद वह 1989-91 में एक बार फिर विधायक हुए। वह विधान मंडल में जनता दल के उप नेता भी रहे थे। सबका मानना है कि वर्ष-1992 में उनकी हत्या नहीं होती तो वें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री होते।

दो बेटे तथा बेटी बढ़ा रहे हैं नाम

महेन्द्र सिंह भाटी के दो बेटे तथा एक बेटी हैं। महेन्द्र सिंह भाटी के बड़े पुत्र का नाम समीर भाटी, छोटे पुत्र का नाम नीशीत भाटी तथा पुत्री का नाम दिव्यानी भाटी है। उनके बेटों तथा बेटी ने मिलकर पैतृक गांव मकौडा में अपने पिता स्व. महेन्द्र सिंह भाटी की समाधि बनाई है। हर साल 13 सितंबर को उनकी समाधि स्थल पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया जाता है। समाज तथा देश के प्रमुख नागरिक 13 सितंबर को समाधिस्थल पर श्रद्धांजलि अर्पित करने आते हैं। 13 सितंबर 2024 को ग्रेटर नोएडा के मकौड़ा गांव में स्व. महेन्द्र सिंह भाटी की 32वीं पुण्यतिथि मनाई जा रही है। चेतना मंच परिवार उत्तर प्रदेश की राजनीति के शेर महेन्द्र सिंह भाटी को विन्रम श्रद्धांजलि अर्पित करता है।

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