ग्रेटर नोएडा में ‘चैट वायरल’ की धमकी, मामा-भांजे पर ब्लैकमेलिंग का आरोप

पीड़ित के मुताबिक, पैसे लेने के बाद भी चैट जारी रही और फिर धीरे-धीरे ब्लैकमेलिंग शुरू हो गई। कथित “लड़की” ने चैट/बातचीत वायरल करने का डर दिखाते हुए 1 लाख रुपये की मांग रखी। रकम न देने पर जेल भिजवाने जैसी धमकियां भी दी गईं।

ग्रेटर नोएडा में साइबर ब्लैकमेलिंग
ग्रेटर नोएडा में साइबर ब्लैकमेलिंग
locationभारत
userअभिजीत यादव
calendar13 Dec 2025 04:57 PM
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Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा के थाना दनकौर क्षेत्र में सोशल मीडिया/व्हाट्सएप चैट के जरिए ब्लैकमेल कर पैसे ऐंठने का मामला सामने आया है। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने मामा-भांजे के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आरोप है कि दोनों ने लड़की बनकर चैटिंग की, फिर बातचीत को वायरल करने और फंसाने की धमकी देकर युवक से अलग-अलग किस्तों में रकम वसूल ली।

दोस्ती के बाद शुरू हुआ “फर्जी प्रोफाइल” का खेल

पुलिस को दी शिकायत में ग्राम सलारपुर निवासी राजकुमार ने बताया कि करीब एक माह पहले उसकी जान-पहचान ग्राम औरंगपुर निवासी करण शर्मा और उसके मामा कैलाश शर्मा से हुई थी। कुछ समय बाद करण शर्मा एक अनजान नंबर से लड़की बनकर व्हाट्सएप पर चैट करने लगा। पीड़ित का दावा है कि बातचीत के दौरान आरोपी ने “मजबूरी” बताकर अलग-अलग मौकों पर उससे ऑनलाइन 44 हजार रुपये ले लिए। पीड़ित के मुताबिक, पैसे लेने के बाद भी चैट जारी रही और फिर धीरे-धीरे ब्लैकमेलिंग शुरू हो गई। कथित “लड़की” ने चैट/बातचीत वायरल करने का डर दिखाते हुए 1 लाख रुपये की मांग रखी। रकम न देने पर जेल भिजवाने जैसी धमकियां भी दी गईं।

“पुलिस का डर” दिखाकर 56 हजार और वसूलने का आरोप

राजकुमार का आरोप है कि जब उसने करण शर्मा और कैलाश शर्मा से बात की तो दोनों ने उल्टा पुलिस का डर दिखाया और “मामला खत्म कराने/छुटकारा दिलाने” के नाम पर उससे 56 हजार रुपये और ले लिए। इस पूरे घटनाक्रम से परेशान होकर जब घरवालों ने पूछताछ की, तब पीड़ित ने पूरी बात परिजनों को बताई।

घरवालों की छानबीन में खुला राज?

परिजनों की जांच-पड़ताल में कथित तौर पर सामने आया कि लड़की बनकर चैट करण शर्मा ही कर रहा था और उसने अपने मामा के साथ मिलकर ब्लैकमेलिंग की योजना बनाई। पीड़ित का दावा है कि दोनों ने मिलकर उससे कुल 1.20 लाख रुपये ऐंठ लिए। थाना दनकौर पुलिस का कहना है कि पीड़ित की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच-पड़ताल की जा रही है और तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी। Greater Noida News

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अखलाक हत्याकांड में सुनवाई अब 18 दिसंबर को होगी

यह कार्रवाई दंड प्रक्रिया संहिता की धारा-321 के तहत की गई है। अभियोजन ने 15 अक्टूबर को मामला वापस लेने की अर्जी अदालत में लगाई थी। इस मामले में अभी गवाही तथा साक्ष्य की जांच चल रही है।

ग्रेटर नोएडा अखलाक केस में सुनवाई टली, नई तारीख 18 दिसंबर
ग्रेटर नोएडा: अखलाक केस में सुनवाई टली, नई तारीख 18 दिसंबर
locationभारत
userअभिजीत यादव
calendar12 Dec 2025 03:44 PM
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Greater Noida News : जारचा कोतवाली क्षेत्र के बिसाहड़ा गाँव में अखलाक हत्याकांड के मामले में अदालत ने सुनवाई की तारीख 18 दिसंबर तय कर दी है। अब 18 दिसंबर को बचाव पक्ष के वकील यूसुफ सैफी ने बताया कि 18 दिसंबर को वे उप्र सरकार द्वारा केस वापसी के हलफनामा पर आपत्ति दर्ज करेंगे। यह मामला जनपद के अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश की अदालत में चल रहा है। शासन के आदेश के बाद सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता (फौजदारी) ने अदालत में केस वापसी का प्रार्थना पत्र दिया था जिस पर आज सुनवाई होनी थी।

CrPC धारा 321 के तहत सरकार ने उठाया कदम

बता दें कि उप्र शासन ने 26 अगस्त 2025 को जारी शासनादेश में यह मामला वापस लेने का निर्णय लिया था। संयुक्त निदेशक अभियोजन ने 12 सितंबर को पत्र जारी कर जिला शासकीय अधिवक्ता फौजदारी की  इस संबंध में कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। अभियोजन पक्ष द्वारा पेश प्रार्थना-पत्र में कहा गया है कि राज्यपाल द्वारा अभियोजन वापसी की अनुमति दी गई है। यह कार्रवाई दंड प्रक्रिया संहिता की धारा-321 के तहत की गई है। अभियोजन ने 15 अक्टूबर को मामला वापस लेने की अर्जी अदालत में लगाई थी। इस मामले में अभी गवाही तथा साक्ष्य की जांच चल रही है।

न्याय व्यवस्था की हत्या कर रही उप्र सरकार : वृंदा करात

माकपा की वरिष्ठ नेत्री तथा पूर्व सांसद वृंदा करात ने कहा कि उप्र सरकार  इस मामले में केस वापस लेने की पहल करके न्याय व्यवस्था की हत्या कर रही है। प्रदेश सरकार द्वारा दिया गया केस वापसी का आधार तथ्य से परे है। इससे स्पष्ट है कि सरकार की यह कवायद एक राजनीतिक एजेंडे के तहत की जा रही है जो निंदनीय है। उन्होंने कहा कि एक मॉब लिचिंग के तहत अखलाक की हत्या कर दी गई थी तथा मामले में गवाह तथा साक्ष्य की कार्रवाई विचाराधीन है। इसके बीच में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा केस वापसी का निर्णय कानून के नाम पर मजाक है। Greater Noida News



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ग्रेटर नोएडा में एशियन पेंट्स डीलरशिप का खेल! डायरेक्टर समेत चार पर FIR

आरोप है कि उसकी पत्नी से कंपनी की डीलरशिप दिलाने के नाम पर 7,49,999 रुपये ले लिए गए, लेकिन एक बोरा माल तक सप्लाई नहीं किया गया। मामला थाना सूरजपुर पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर दर्ज किया है।

ग्रेटर नोएडा में एशियन पेंट्स डीलरशिप के नाम पर ठगी के खिलाफ सूरजपुर थाने में पहुंची शिकायत
ग्रेटर नोएडा में एशियन पेंट्स डीलरशिप के नाम पर ठगी के खिलाफ सूरजपुर थाने में पहुंची शिकायत
locationभारत
userअभिजीत यादव
calendar11 Dec 2025 01:33 PM
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Greater Noida News : नोएडा–ग्रेटर नोएडा इंडस्ट्रियल बेल्ट में कथित फर्जी डीलरशिप रैकेट का मामला सामने आया है। थाना सूरजपुर क्षेत्र के एक निवासी ने देश की नामी पेंट कंपनी एशियन पेंट्स लिमिटेड के डायरेक्टर, जनरल मैनेजर, मैनेजर समेत चार लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी व ठगी का मुकदमा दर्ज कराया है। आरोप है कि उसकी पत्नी से कंपनी की डीलरशिप दिलाने के नाम पर 7,49,999 रुपये ले लिए गए, लेकिन एक बोरा माल तक सप्लाई नहीं किया गया। मामला थाना सूरजपुर पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर दर्ज किया है।

ग्रेटर नोएडा के तिलपता निवासी ने लगाई ठगी की गुहार

ग्राम तिलपता, थाना सूरजपुर निवासी राजकुमार ने न्यायालय के समक्ष दी गई अपनी शिकायत में बताया कि उनकी पत्नी एशियन पेंट्स लिमिटेड की अधिकृत डीलर बनना चाहती थीं। इसके लिए उन्होंने कंपनी की आधिकारिक ईमेल आईडी पर आवेदन भेजा। राजकुमार के मुताबिक, 1 अप्रैल 2025 को उनकी पत्नी की ईमेल आईडी पर कंपनी की ओर से मेल आया, जिसमें बताया गया कि डीलरशिप संबंधी प्रक्रिया के लिए कंपनी की टीम जल्द संपर्क करेगी। इसी क्रम में खुद को एशियन पेंट्स लिमिटेड का रिलेशनशिप मैनेजर बताने वाले व्यक्ति ने फोन कर उन्हें डीलरशिप स्वीकृत होने की जानकारी दी और रजिस्ट्रेशन के लिए 4,999 रुपये जमा करने को कहा।

डायरेक्टर के नाम पर मांगी गई 4 लाख की सिक्योरिटी मनी

पीड़ित पक्ष का आरोप है कि 9 अप्रैल को उनकी पत्नी की ईमेल पर कंपनी के डायरेक्टर व सीईओ अमित सिंघल के नाम से एक लेटर भेजा गया। इस लेटर में कथित तौर पर ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में डीलरशिप अलॉट होने की जानकारी देते हुए 4,00,000 रुपये सिक्योरिटी मनी के रूप में कंपनी के खाते में जमा करने को कहा गया। राजकुमार का कहना है कि उन्होंने 10 अप्रैल को बताए गए बैंक अकाउंट में 4 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद जब उन्होंने सूरजपुर क्षेत्र में अपने संभावित आउटलेट के लिए माल की सप्लाई और आगे की प्रक्रिया को लेकर संपर्क किया तो उनसे 10 लाख रुपये की अतिरिक्त मांग कर दी गई।

3 लाख और जमा कराने के बाद भी नहीं आया माल

शिकायतकर्ता के अनुसार, उन्होंने अधिक रकम की मांग पर आपत्ति जताई तो कथित कंपनी प्रतिनिधियों ने प्रस्ताव बदलकर 3,00,000 रुपये और जमा करने पर तुरंत माल भेजने का आश्वासन दिया। ग्रेटर नोएडा में डीलरशिप सेटअप की तैयारी में जुटे राजकुमार ने भरोसा कर 3 लाख रुपये और जमा कर दिए।

आरोप है कि रजिस्ट्रेशन फीस, सिक्योरिटी मनी और अन्य मदों में कुल 7,49,999 रुपये जमा कराने के बाद भी न तो माल की डिलीवरी हुई और न ही कोई औपचारिक समझौता पत्र दिया गया। उल्टा, जब भी सूरजपुर से फोन कर माल भेजने की बात कही गई, कंपनी के अधिकारी बताए जा रहे लोग और अधिक धनराशि की डिमांड करने लगे। यही वह मोड़ था, जब राजकुमार को लगा कि उनके साथ सुनियोजित तरीके से ठगी की गई है और ग्रेटर नोएडा की एक आम कारोबारी फैमिली को निशाना बनाया गया है। राजकुमार ने बताया कि धोखाधड़ी का अंदेशा गहराने पर उन्होंने सबसे पहले साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद थाना सूरजपुर पुलिस से भी लिखित शिकायत की, लेकिन उनके अनुसार, लंबे समय तक कोई ठोस कार्रवाई नज़र नहीं आई।

आखिरकार उन्होंने पूरे प्रकरण की शिकायत न्यायालय में दाखिल की। कोर्ट ने प्रकरण की सुनवाई के बाद थाना सूरजपुर पुलिस को एशियन पेंट्स लिमिटेड के डायरेक्टर, जनरल मैनेजर, मैनेजर सहित चार नामजद आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने के आदेश दिए।

ग्रेटर नोएडा पुलिस ने कही ये बात

थाना सूरजपुर प्रभारी के मुताबिक, मामला न्यायालय के आदेश पर दर्ज किया गया है और अब पुलिस टीम सभी पक्षों से दस्तावेज एवं बैंक ट्रांजेक्शन की डिटेल जुटाने में लगी है। पुलिस का कहना है कि सबसे पहले यह स्पष्ट किया जाएगा कि जिन ईमेल आईडी, मोबाइल नंबर और बैंक खातों का उपयोग किया गया, वे वास्तव में कंपनी से जुड़े हैं या किसी ने कंपनी के नाम का दुरुपयोग कर ग्रेटर नोएडा के निर्दोष लोगों को निशाना बनाया है। Greater Noida News

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