ग्रेटर नोएडा में हक का पैसा माँगना बना जुर्म, मजदूर को बेरहमी से पीटा

स्थानीय लोगों की मदद से उसे सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहाँ एक्स–रे में उसके हाथ की हड्डी टूटने की पुष्टि हुई। थाना सेक्टर-113 पुलिस ने धीरेंद्र की तहरीर के आधार पर दोनों भाइयों छोटेलाल और विनोद के खिलाफ मारपीट और अन्य धाराओं में केस दर्ज कर लिया है।

ग्रेटर नोएडा में मारपीट की घटना के बाद सरफाबाद गांव की गलियों में गश्त लगाती पुलिस टीम
ग्रेटर नोएडा में मारपीट की घटना के बाद सरफाबाद गांव की गलियों में गश्त लगाती पुलिस टीम
locationभारत
userअभिजीत यादव
calendar09 Dec 2025 02:58 PM
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Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा में काम की मजदूरी माँगना एक युवक को इतना भारी पड़ गया कि उसे लाठी–डंडों से पिटाई के बाद सीधे अस्पताल पहुंचना पड़ा। थाना सेक्टर-113 क्षेत्र के सरफाबाद गांव और थाना दादरी क्षेत्र में दो अलग-अलग मारपीट की घटनाओं ने ग्रेटर नोएडा में आपसी विवादों के बढ़ते हिंसक रुख पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

काम का पैसा माँगा तो पड़ोसी भाई बन गए हमलावर

ग्रेटर नोएडा के थाना सेक्टर-113 क्षेत्र स्थित सरफाबाद गांव में किराए पर रहने वाले धीरेंद्र ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि 2 दिसंबर की शाम वह अपने कमरे में खाना बना रहा था। इसी दौरान उसने पड़ोस में रहने वाले छोटेलाल और उसके भाई विनोद से अपने किए गए काम के पैसे माँगे। धीरेंद्र का आरोप है कि जैसे ही उसने मेहनताने की बात उठाई, ग्रेटर नोएडा के इस शांत दिखने वाले मोहल्ले का माहौल अचानक बदल गया। दोनों भाइयों ने पहले गाली–गलौज शुरू कर दी और जब उसने विरोध किया तो लाठी–डंडों से उस पर हमला बोल दिया। पीड़ित के मुताबिक, ग्रेटर नोएडा की इस मारपीट की वारदात में उसे गंभीर चोटें आईं। स्थानीय लोगों की मदद से उसे सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहाँ एक्स–रे में उसके हाथ की हड्डी टूटने की पुष्टि हुई। थाना सेक्टर-113 पुलिस ने धीरेंद्र की तहरीर के आधार पर दोनों भाइयों छोटेलाल और विनोद के खिलाफ मारपीट और अन्य धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। पुलिस का कहना है कि ग्रेटर नोएडा में हुई इस घटना के आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।

दादरी में कार पार्किंग को लेकर विवाद

इधर, ग्रेटर नोएडा क्षेत्र के ही थाना दादरी के बील अकबरपुर गांव से भी मारपीट का मामला सामने आया है। शिकायत के अनुसार, सरोज कुमार नामक व्यक्ति अपने घर के बाहर गाड़ी खड़ी कर रहे थे। इसी बात पर पड़ोस में रहने वाले कृष्ण और अर्जुन उनसे उलझ पड़े। आरोप है कि देखते ही देखते बात कहासुनी से गाली–गलौज पर पहुंच गई और फिर मारपीट शुरू हो गई। ग्रेटर नोएडा के इस दादरी क्षेत्र में हुई झड़प में सरोज कुमार के सिर में चोट आई। शिकायतकर्ता के अनुसार, मारपीट के बाद आरोपियों ने उसे जान से मारने की धमकी दी और मौके से फरार हो गए। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। Greater Noida News

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ग्रेटर नोएडा में नकली वायर का काला कारोबार बेनकाब, दुकानदार गिरफ्तार

पल्लव गुप्ता को लगातार सूचना मिल रही थी कि ग्रेटर नोएडा के जेवर थाना क्षेत्र में डूंडहेड़ा रोड स्थित गब्बर मार्केट की ‘गणपति इलेक्ट्रॉनिक्स’ नामक दुकान पर पॉलीकैब कंपनी के नाम से नकली तार बेचे जा रहे हैं।

ग्रेटर नोएडा के जेवर में गणपति इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकान पर छापेमारी करती पुलिस टीम
ग्रेटर नोएडा के जेवर में गणपति इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकान पर छापेमारी करती पुलिस टीम
locationभारत
userअभिजीत यादव
calendar06 Dec 2025 02:04 PM
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Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा के जेवर क्षेत्र में नामी कंपनी पॉलीकैब के नकली बिजली के तार बेचने के मामले का खुलासा हुआ है। पुलिस ने छापेमारी कर एक इलेक्ट्रॉनिक्स दुकानदार को गिरफ्तार किया है। आरोपी की दुकान से पॉलीकैब ब्रांड के संदिग्ध 58 बंडल बरामद हुए हैं। पूरे मामले में कॉपीराइट एक्ट के तहत थाना जेवर में केस दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।

डूंडहेड़ा रोड की गब्बर मार्केट से उठा मामला

सूत्रों के अनुसार, ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में पॉलीकैब के नकली वायर सप्लाई होने की शिकायतें सामने आ रही थीं। इसी कड़ी में रोहिणी (दिल्ली) निवासी पल्लव गुप्ता ने पुलिस से शिकायत की। पल्लव गुप्ता एबीएलएस माइंड कंसल्टिंग प्राइवेट लिमिटेड में मैनेजर हैं और पॉलिसी इंडिया लिमिटेड कंपनी के अधिकृत प्रतिनिधि के रूप में कार्य कर रहे हैं। पल्लव गुप्ता को लगातार सूचना मिल रही थी कि ग्रेटर नोएडा के जेवर थाना क्षेत्र में डूंडहेड़ा रोड स्थित गब्बर मार्केट की ‘गणपति इलेक्ट्रॉनिक्स’ नामक दुकान पर पॉलीकैब कंपनी के नाम से नकली तार बेचे जा रहे हैं।

पुलिस के साथ संयुक्त कार्रवाई

सूचना पुख्ता होने पर पल्लव गुप्ता अपनी टीम के साथ ग्रेटर नोएडा के जेवर थाना पहुंचे और थाना प्रभारी को पूरे मामले से अवगत कराया। पुलिस टीम के साथ संयुक्त छापेमारी के लिए गब्बर मार्केट स्थित गणपति इलेक्ट्रॉनिक्स पर पहुंचे। दुकान पर मौजूद मालिक हर्ष भाटी से परिचय देने के बाद टीम ने स्टॉक की जांच शुरू की। जांच के दौरान पॉलीकैब कंपनी के नाम से रखे गए बिजली के तारों पर कई गंभीर गड़बड़ियां सामने आईं।

पीएलसी नंबर और कोडिंग से खुली पोल

जांच टीम के अनुसार, जिन बंडलों को जब्त किया गया, उन पर एक ही पीएलसी नंबर अंकित था, जबकि असली पॉलीकैब वायर के हर बंडल पर अलग–अलग पीएलसी नंबर होता है। इसके अलावा बॉक्स पर दिए गए कलर कोड और मैन्युफैक्चरिंग कोड भी कंपनी के मानकों से मेल नहीं खाते पाए गए। संदेह गहराने पर टीम ने बरामद बंडलों को एप ‘प्रोडक्ट सिक्योर’ के जरिए वेरीफाई किया, लेकिन बॉक्स की डीटेल्स सिस्टम में वैध प्रोडक्ट के रूप में मैच नहीं हुईं। इससे साफ हो गया कि ग्रेटर नोएडा के जेवर क्षेत्र में नकली पॉलीकैब वायर की सप्लाई हो रही थी।

कॉपीराइट एक्ट में केस

जांच के बाद दुकान में रखे नकली तारों के कुल 58 बंडल जब्त कर लिए गए। आरोपी दुकानदार हर्ष भाटी के खिलाफ कॉपीराइट एक्ट समेत संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि ग्रेटर नोएडा और आसपास के इलाकों में नकली वायर की ये खेप कहां–कहां सप्लाई की गई और इसके पीछे पूरा नेटवर्क कौन चला रहा था। Greater Noida News

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बैंको से 100 करोड़ की धोखाधड़ी, यूपी, उत्तराखंड और दिल्ली के बिल्डरों से साठ- गाँठ

यानी फर्जी या कमजोर प्रोफाइल वाले लोगों के नाम पर लोन स्वीकृत कराकर बिल्डर प्रोजेक्ट्स में पैसा घुमाया जा रहा था। ग्रेटर नोएडा और उसके आसपास के इलाकों में इस रैकेट के जरिए करोड़ों रुपये का फर्जी वित्तीय नेटवर्क खड़ा किया गया था।

ग्रेटर नोएडा में फर्जी लोन गैंग पर STF का शिकंजा
ग्रेटर नोएडा में फर्जी लोन गैंग पर STF का शिकंजा, करोड़ों की ठगी का खुलासा
locationभारत
userअभिजीत यादव
calendar05 Dec 2025 03:17 PM
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Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा में एक ऐसे शातिर गैंग का खुलासा हुआ है जिसने देश के 10 बड़े बैंकों को 100 करोड रुपए से अधिक का चूना लगाया है बैंकों से फर्जी लोन करने वाले गैंग के 8 सदस्यों को नोएडा एसटीएफ ने गिरफ्तार किया है। गैंग फर्जी दस्तावेजों के जरिए बैंकों से फर्जी होम लोन व पर्सनल लोन करता था

ग्रेटर नोएडा से चलता था फर्जी होम लोन और प्रोफाइल फंडिंग रैकेट

STF नोएडा के अधिकारियों के अनुसार, यह गैंग ग्रेटर नोएडा समेत कई शहरों में फर्जी प्रोफाइल बनाकर काम करता था। कूटरचित दस्तावेजों की मदद से ये लोग फ्लैट और मकानों पर होम लोन और पर्सनल लोन स्वीकृत करवाते थे। लोन जारी होते ही फर्जी उधारकर्ता गायब हो जाते थे, जबकि EMI चुकाने के नाम पर बैंक के खाते NPA में चले जाते थे। इसी के साथ यह गिरोह चंडीगढ़, उत्तराखंड, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कई बिल्डर्स के साथ मिलीभगत कर बड़े स्तर पर प्रोफाइल फंडिंग भी करा रहा था। यानी फर्जी या कमजोर प्रोफाइल वाले लोगों के नाम पर लोन स्वीकृत कराकर बिल्डर प्रोजेक्ट्स में पैसा घुमाया जा रहा था। ग्रेटर नोएडा और उसके आसपास के इलाकों में इस रैकेट के जरिए करोड़ों रुपये का फर्जी वित्तीय नेटवर्क खड़ा किया गया था।

STF नोएडा के हत्थे चढ़े गैंग के 8 सदस्य

छापेमारी के बाद STF नोएडा ने गैंग के कुल आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इनमें गिरोह का सरगना भी शामिल है। गिरफ्तार अभियुक्तों की पहचान रामकुमार पुत्र अतर सिंह, निवासी 567, प्रथम तल, लेन नंबर–9, शक्ति खंड, इंद्रापुरम, गाज़ियाबाद,नितिन जैन पुत्र विनोद जैन, निवासी 1/101-01, गली नंबर–3, वेस्ट गोरख पार्क, थाना शाहदरा, दिल्ली

मो. वसी पुत्र स्व. अयूब अंसारी, मूल निवासी ग्राम चंदेल, थाना चांडेल, जिला सरायकेला खरसावां, झारखंड, वर्तमान में फ्लैट नंबर 1003A, हैप्पीनेस टावर, सिक्का कार्मिक ग्रीन, सेक्टर-78, नोएडा,शमशाद आलम पुत्र वाजुलहक, मूल निवासी फुलवरिया, थाना ढाका, जिला पूर्वी चंपारण, बिहार,इंद्रकुमार कर्माकर पुत्र कालीराम कर्माकर, निवासी मकान नंबर 956, C-2 ब्लॉक, पालम विहार, गुरुग्राम, हरियाणा,अनुज यादव पुत्र राममूर्ति यादव, निवासी 1273, राजीव कॉलोनी, मोहन नगर, थाना साहिबाबाद, गाज़ियाबाद,अशोक कुमार उर्फ दीपक जैन उर्फ रिंकी पुत्र जगदीश लाल, निवासी मकान नंबर WZ-145, वेस्ट पटेल नगर, दिल्ली,ताहिर हुसैन पुत्र ईदे खां, निवासी कस्बा गवां, जामा मस्जिद के पीछे, थाना रजपुरा, जिला सम्भल, उत्तर प्रदेश के रूप में हुई है।  पुलिस का कहना है कि ये सभी अलग–अलग राज्यों में फैले नेटवर्क के जरिए ग्रेटर नोएडा और नोएडा को फर्जी लोन सिंडिकेट का बड़ा ऑपरेशन सेंटर बनाकर काम कर रहे थे छापेमारी के दौरान STF नोएडा की टीम ने आरोपियों के कब्जे से भारी मात्रा में संदिग्ध और फर्जी दस्तावेज बरामद किए हैं, जिनमें –126 पासबुक और चेकबुक,170 डेबिट कार्ड,45 आधार कार्ड,27 पैन कार्ड,15 अलग–अलग ID कार्ड,5 निर्वाचन आयोग के पहचान पत्र (EPIC),26 मोबाइल फोन,3 लैपटॉप,3 गाड़ियां, होम लोन और पर्सनल लोन से संबंधित दस्तावेज, रजिस्ट्रियां और अन्य कागजातशुरुआती जांच में सामने आया है कि इन दस्तावेजों का इस्तेमाल ग्रेटर नोएडा, नोएडा, दिल्ली–NCR और अन्य राज्यों में लोन फर्जीवाड़े के लिए किया जा रहा था।

220 बैंक अकाउंट फ्रीज करने की प्रक्रिया शुरू

STF नोएडा ने जांच के दौरान ऐसे 220 बैंक खातों का पता लगाया है, जिनका संबंध इस गैंग से जुड़ी फर्जी लोन और प्रोफाइल फंडिंग गतिविधियों से बताया जा रहा है। इन सभी खातों को फ्रीज कराने के लिए संबंधित बैंकों और एजेंसियों को पत्राचार किया गया है, ताकि आगे किसी प्रकार का लेनदेन न हो सके। अधिकारियों का कहना है कि ग्रेटर नोएडा से बेनकाब हुआ यह गिरोह एक इंटर–स्टेट फाइनेंशियल क्राइम नेटवर्क की तरह काम कर रहा था, जो बैंकों, बिल्डर्स और आम लोगों को निशाना बना रहा था। गैंग के अंतरराज्यीय लिंक, बिल्डर संपर्क और बैंक कर्मचारियों से संभावित सांठ–गांठ की दिशा में भी जांच आगे बढ़ाई जा रही है। Greater Noida News

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