Greater Noida News

Greater Noida News :  ग्रेटर नोएडा शहर की बगल में विकसित हो रहे जेवर एयरपोर्ट के कारण एक नया इतिहास रचा जाएगा। दरअसल उत्तर प्रदेश के जेवर एयरपोर्ट से पहली उड़ान उड़ते ही नया इतिहास बन जाएगा। जेवर एयरपोर्ट से जैसे ही अंतर्राष्ट्रीय उड़ान शुरू होगी वैसे ही उत्तर प्रदेश सर्वाधिक अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट वाला प्रदेश बन जाएगा। इतना ही नहीं जेवर एयरपोर्ट का काम पूरा होने पर यह एयरपोर्ट एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बन जाएगा।

जेवर एयरपोर्ट बनेगा उत्तर प्रदेश का पाँचवां अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट

वर्तमान में उत्तर प्रदेश में चार अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट हैं। जेवर एयरपोर्ट शुरू होते ही उत्तर प्रदेश में पाँच अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट हो जाएंगे। बात उत्तर प्रदेश के अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट की करें तो वर्तमान में उत्तर प्रदेश में लखनऊ अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट (चौधरी चरण सिंह अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट), वाराणसी अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट (लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट), कुशीनगर अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट तथा अयोध्या में स्थापित महर्षि बाल्मीकि अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट स्थापित हैं। जेवर एयरपोर्ट से अंतर्राष्ट्रीय उड़ान शुरू होते ही उत्तर प्रदेश में पाँच अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट हो जाएंगे। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश सर्वाधिक अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट वाला प्रदेश बन जाएगा।

जेवर एयरपोर्ट से शुरू होने वाली है हवाई उड़ान

जेवर एयरपोर्ट से हवाई उड़ान शुरू होने की तारीख तय हो गई है। खबर है कि जेवर एयरपोर्ट से 15 नवंबर 2025 को अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की शुरुआत हो जाएगी। वहीं घरेलू और कार्गो उड़ानों का संचालन सितंबर से शुरू हो सकता है। यह जानकारी जेवर एयरपोर्ट लिमिटेड (NIAL) के अधिकारियों ने दी है। अधिकारियों ने बताया कि जेवर एयरपोर्ट का निर्माण कार्य अब अंतिम चरण में है और टर्मिनल बिल्डिंग का काम तेजी से पूरा किया जा रहा है। रनवे, एटीसी टावर और कार्गो टर्मिनल का काम लगभग पूरा हो चुका है। जेवर एयरपोर्ट से सेवा शुरू करने के लिए अब केवल नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) से लाइसेंस मिलना बाकी है। जेवर एयरपोर्ट की उड़ान सेवा पहले सितंबर 2024, फिर अप्रैल 2025, और उसके बाद 25 जून 2025 तक शुरू होने की डेडलाइन तय की गई थी। लेकिन हर बार निर्माण कार्य की धीमी रफ्तार के कारण तारीखें टलती रहीं। हालांकि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह के निरीक्षण और सख्त निर्देशों के बाद निर्माण कार्य में जबरदस्त तेजी आई है।

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जेवर एयरपोर्ट पर तेजी से चल रहा है निर्माण का काम

आपको बता दें कि जेवर एयरपोर्ट पर घरेलू टर्मिनल और कार्गो टर्मिनल पूरी तरह तैयार हैं। टर्मिनल बिल्डिंग का इंटीरियर और सिस्टम इंस्टॉलेशन तेजी से हो रहा है। रनवे और एयर ट्रैफिक कंट्रोल टावर लगभग तैयार हैं। जेवर एयरपोर्ट को DGCA से एयरोड्रोम लाइसेंस मिलना बाकी है, जिसकी प्रक्रिया अंतिम चरण में है। शासन ने निर्माण कार्य की निगरानी के लिए राकेश कुमार सिंह को एनआईएएल का नया सीईओ बनाया है। जेवर एयरपोर्ट यात्रियों की सुविधा के लिए नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (YIAPL) ने उत्तर प्रदेश, हरियाणा, उत्तराखंड समेत कई राज्यों के परिवहन निगमों से करार किया है।

इसके तहत एयरपोर्ट शुरू होते ही इन राज्यों के प्रमुख शहरों से सीधी बस सेवाएं शुरू कर दी जाएंगी। जेवर एयरपोर्ट लिमिटेड के नोडल अधिकारी और यीडा के ओएसडी शैलेंद्र भाटिया ने बतया कि हमारी कोशिश है कि सितंबर से घरेलू और कार्गो उड़ानें शुरू कर दी जाएं। अंतरराष्ट्रीय सेवा 15 नवंबर से शुरू हो सकती है। अंतिम फैसला शासन स्तर से लिया जाएगा। बता दें कि जेवर एयरपोर्ट 1334 हेक्टेयर क्षेत्र में बन रहा है। यह देश का पहला एयरपोर्ट होगा जिसे पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) मॉडल पर स्विस कंपर्नी Zurich Airport International बना रही है। शुरुआत में एक रनवे और एक टर्मिनल के साथ ऑपरेशन शुरू होगा। भविष्य में जेवर एयरपोर्ट को 6 रनवे और कई टर्मिनल तक विस्तार देने की योजना है।

भारत ही नहीं एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बनेगा जेवर एयरपोर्ट

उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा शहर की बगल में यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) के क्षेत्र में जेवर एयरपोर्ट स्थापित हो रहा है। यह जेवर एयरपोर्ट भारत ही नहीं बल्कि एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट बनेगा। बात पूरे विश्व की करें तो अमरीका के दो एयरपोर्ट तथा सउदी अरब के एयरपोर्ट के बाद जेवर एयरपोर्ट विश्व का चौथा सबसे बड़ा एयरपोर्ट बनेगा। जेवर एयरपोर्ट यीडा के क्षेत्र में जेवर तथा उसके आसपास के गांवों की जमीन पर बन रहा है। जेवर एयरपोर्ट कुल पांच हजार हेक्टेयर जमीन पर बन रहा है। भारत के अब तक के बड़े से बड़े एयरपोर्ट की बात करें तो देश की राजधानी दिल्ली में स्थापित इन्दिरा गांधी एयरपोर्ट (IGI) 2066 हेक्टेयर जमीन पर बना हुआ है।

नवी मुंबई में बन रहा एक और बड़ा एयरपोर्ट 2320 हेक्टेयर जमीन पर स्थापित हो रहा है। जेवर एयरपोर्ट पर अन्तर्राष्ट्रीय कारगो तथा जहाजों को रिपेयर करने वाला रिपेयर सेंटर भी स्थापित हो रहा है। जेवर एयरपोर्ट को सडक़ मार्ग के द्वारा देश की राजधानी से लेकर पूरे पश्चिमी उत्तर प्रदेश तथा लखनऊ से सीधा जोड़ा जा रहा है। जेवर एयरपोर्ट का रेल मार्ग के द्वारा पूरे देश से जोडऩे की योजना पर भी काम चल रहा है। कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि जेवर एयरपोर्ट दुनिया का अनोखा एयरपोर्ट बनेगा।

यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण के CEO राकेश कुमार सिंह ने बताया कि जेवर एयरपोर्ट से वर्ष 2050 तक बीस करोड़ यात्री प्रतिवर्ष उड़ान भरा करेंगे  प्रतिवर्ष उड़ान भरने के मामले में जेवर एयरपोर्ट देश के सभी हवाई अड्डे को पीछे छोड़ देगा। अब तक के प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक भारत में अब तक के सबसे बड़े एयरपोर्ट इंदिरा गांधी एयरपोर्ट (IGI) से प्रतिवर्ष 6 करोड़ यात्री उड़ान भरते हैं।

वर्ष 2024 तक आईजीआई से 10 करोड़ यात्री उड़ान भर सकेंगे। उसके बाद इस एयरपोर्ट की क्षमता नहीं बढ़ सकेगी। जेवर एयरपोर्ट से 2050 तक बीस करोड़ यात्री उड़ान भरेंगे। इस प्रकार हर मामले में जेवर एयरपोर्ट अव्वल साबित होगा। जेवर एयरपोर्ट से इसी साल हवाई उड़ान शुरू की जानी है। काम में थोड़ी देरी के कारण नवंबर-2025 में जेवर एयरपोर्ट से हवाई यातायात शुरू हो जाएगा।    Greater Noida News

 

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