एक्टर्स का ऑडिशन लेने में विश्वास नहीं करते ''सैय्यारा''

क्या बोले मोहित सूरी ?
मोहित सूरी का मानना है कि एक्टर्स का टैलेंट परखने के लिए ऑडिशन लेना जरूरी नहीं है। उन्होंने कहा, "मैं एक्टर्स का टैलेंट देखने के लिए ऑडिशन नहीं लेता। मैं उनकी आंखों में देखकर समझ लेता हूं कि वो किरदार निभा सकते हैं या नहीं।" मोहित सूरी का कहना है कि हर एक्टर में कोई न कोई खासियत होती है, जिसे एक समझदार डायरेक्टर आसानी से पहचान सकता है। उनका मानना है कि जब एक डायरेक्टर को अपने एक्टर्स पर भरोसा होता है तो उसे ऑडिशन की जरूरत नहीं पड़ती। वो एक्टर्स को परखने की बजाय उन पर विश्वास करते हैं और यही वजह है कि वो अपनी फिल्मों में भी कई बार बिना ऑडिशन के कास्टिंग कर चुके हैं।सैय्यारा की कास्टिंग
मोहित सूरी ने अपनी आने वाली फिल्म 'सैय्यारा' के लिए भी एक्टर्स का चुनाव बिना किसी ऑडिशन के किया है। उनका मानना है कि कई बार एक्टर्स ऑडिशन के दौरान नर्वस हो जाते हैं जिससे उनका असली टैलेंट सामने नहीं आ पाता। इसी वजह से वह ऑडिशन पर भरोसा नहीं करते। मोहित सूरी की नजर में एक्टर्स की काबिलियत उनके सेल्फ कॉन्फिडेंस और एक्सप्रेशंस में दिखाई देती है न कि किसी तैयार किए हुए सीन में। यह पहली बार नहीं है जब मोहित सूरी ने बिना ऑडिशन के एक्टर्स को मौका दिया हो। इससे पहले भी वह अपनी कई फिल्मों में ऐसा कर चुके हैं। उनकी सोच इंडस्ट्री में बाकी डायरेक्टर्स से अलग है। वह टैलेंट को पहचानने में यकीन रखते हैं न कि उसे परखने के लिए लंबी प्रक्रियाओं में भरोसा करते हैं। मोहित सूरी के इस नजरिए की फिल्म इंडस्ट्री में अलग ही चर्चा होती है।अगली खबर पढ़ें
क्या बोले मोहित सूरी ?
मोहित सूरी का मानना है कि एक्टर्स का टैलेंट परखने के लिए ऑडिशन लेना जरूरी नहीं है। उन्होंने कहा, "मैं एक्टर्स का टैलेंट देखने के लिए ऑडिशन नहीं लेता। मैं उनकी आंखों में देखकर समझ लेता हूं कि वो किरदार निभा सकते हैं या नहीं।" मोहित सूरी का कहना है कि हर एक्टर में कोई न कोई खासियत होती है, जिसे एक समझदार डायरेक्टर आसानी से पहचान सकता है। उनका मानना है कि जब एक डायरेक्टर को अपने एक्टर्स पर भरोसा होता है तो उसे ऑडिशन की जरूरत नहीं पड़ती। वो एक्टर्स को परखने की बजाय उन पर विश्वास करते हैं और यही वजह है कि वो अपनी फिल्मों में भी कई बार बिना ऑडिशन के कास्टिंग कर चुके हैं।सैय्यारा की कास्टिंग
मोहित सूरी ने अपनी आने वाली फिल्म 'सैय्यारा' के लिए भी एक्टर्स का चुनाव बिना किसी ऑडिशन के किया है। उनका मानना है कि कई बार एक्टर्स ऑडिशन के दौरान नर्वस हो जाते हैं जिससे उनका असली टैलेंट सामने नहीं आ पाता। इसी वजह से वह ऑडिशन पर भरोसा नहीं करते। मोहित सूरी की नजर में एक्टर्स की काबिलियत उनके सेल्फ कॉन्फिडेंस और एक्सप्रेशंस में दिखाई देती है न कि किसी तैयार किए हुए सीन में। यह पहली बार नहीं है जब मोहित सूरी ने बिना ऑडिशन के एक्टर्स को मौका दिया हो। इससे पहले भी वह अपनी कई फिल्मों में ऐसा कर चुके हैं। उनकी सोच इंडस्ट्री में बाकी डायरेक्टर्स से अलग है। वह टैलेंट को पहचानने में यकीन रखते हैं न कि उसे परखने के लिए लंबी प्रक्रियाओं में भरोसा करते हैं। मोहित सूरी के इस नजरिए की फिल्म इंडस्ट्री में अलग ही चर्चा होती है।संबंधित खबरें
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